भ्रष्टाचार और माफ़ियाराज के जाल में जकड़ी सरकार : जयराम ठाकुर

सत्ता के संरक्षण में पनप रहा माफिया राज और भ्रष्टाचार
यह प्रदेश मित्र सरकार के बजाय मित्र हितैषी सरकार है

शिमला: प्रदेश सरकार की अराजकता और माफियाराज के ख़िलाफ़ हल्ला बोल प्रदर्शन में शामिल हुए नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि यह सरकार माफियाराज और भ्रष्टाचार के मकड़जाल में जकड़ गई है। प्रदेश में हर तरफ़ अराजकता और भ्रष्टाचार का बोलबाला है। सरकार के संरक्षण में प्रदेश में माफ़ियाराज फल फूल रहा है। आज तक भ्रष्टाचार को सरकार से इस तरह से संरक्षण नहीं मिला है। आज जो हो रहा है वह न प्रदेश में पहले कभी हुआ है और न ही देवभूमि की संस्कृति के अनुरूप है। प्रदेश में वन माफिया लाखों पेड़ो की कटान कर रहा है और सरकार उस पर कार्रवाई करने के बजाय संरक्षण दे रही है। साथ ही सरकार में मित्रों का जो बोलबाला है वह प्रदेश के हितों पर भारी पड़ रहा है। अब उसमें अफसरशाही भी शामिल हो गई है। जिसकी वजह से विमल नेगी जैसे ईमानदार, कर्मठ और सुलझे हुए अधिकारी आज हमारे बीच नहीं हैं। सुक्खू सरकार प्रदेश मित्र सरकार होने के बजाय मित्रमंडली हितैषी सरकार है। जो झूठ के भरोसे सत्ता में आई और झूठ और महा झूठ के भरोसे सत्ता में बनी रहना चाहती है। धर्मपुर का मामला एक अनोखा उदाहरण है। जहां वन विभाग की मिली भगत से हजारों टन लड़की काटी और बेची गई और भाजपा के द्वारा शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। उसमें किस राजनैतिक पार्टी के नेता और उनके करीबियों का नाम सामने आया? बद्दी में खनन साइट्स तक गाड़ियां पहुंचाने के लिए जंगल और पहाड़ काटकर तीन किलोमीटर तक सड़क बना दी, वन विभाग सोता रहा। आम आदमी से एक टहनी कट जाए तो उसका जीना मुश्किल हो जाता है। किस तरह अवैध खनन पर कार्रवाई करने पर एसपी स्तर के अधिकारी को प्रताड़ित किया जाता है। इस सरकार ने भ्रष्टाचार और माफियाराज का संस्थानीकरण कर दिया है। मुख्यमंत्री कार्यालय तक भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं। खनन के लिए जिस व्यक्ति को ईडी द्वारा अरेस्ट किया गया है वह व्यक्ति सीएम की गाड़ी में बैठकर सीएम ऑफिस तक जाता है। इसके बाद भी सीएम इन मामलों के प्रति गंभीर नहीं है। इससे सभी की मंशा स्पष्ट हो जाती है। डीसी स्तर के अधिकारियों पर करप्शन के आरोप लग रहे हैं। लेकिन सरकार इनकी सीआईडी करवाने के बजाय विपक्षी नेताओं के कार्यालयों की सीआईडी करवा रही है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस सरकार में खनन युद्ध स्तर पर दिन दहाड़े हो रहा हैं। पहाड़ के पहाड़ खोद लिए गए। नदियों और नालों का रास्ता तक बदल गया। सड़कें खतरे में आ गई बड़े-बड़े पुल का अस्तित्व खतरे में आ गया है। एसपी ऑफिस के आस पास का इलाका भी खनन माफिया खोद के ले जा रहा है और स्थानीय लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करने के वाद भी पुलिस मौके तक नहीं जाती है। चिट्टा माफिया आज प्रदेश के कोने-कोने तक पहुंच गया है। नशा माफिया को सरकार का संरक्षण मिल रहा है। सिर्फ़ इस साल में 14 युवा की मौत हुई है। प्रदेश में दो साल के कार्यकाल में 180 से ज़्यादा हत्या, 600 से ज़्यादा रेप और 2500 से ज़्यादा चोरी की घटनाएं हुई हैं। इसके अलावा प्रदेश में इस समय ट्रांसफर माफिया खूब फल फूल रहा है। क्या ट्रांसफर माफिया बिना सरकार के काम कर सकता है। आउटसोर्स की भर्ती पर कोर्ट की रोक है लेकिन आउट सोर्स के नाम पर माफिया प्रदेश में खूब वसूली कर रहा है। स्क्रैप माफिया जिस तरह से उद्योगों में उत्पात मचा रहा है वह किसी से छुपा नहीं हैं। उद्योग नगरी में किस तरह से माफिया दनदना रहा है। किस तरह से उद्योगों से वसूली की जा रही है। किस तरह से उन्हें डराया धमकाया जा रहा है। किस तरह से उन्हें पलायन के मजबूर किया जा रहा है। किस तरह से वह सरकार से सुरक्षा की गुहार मचा रहे हैं और सरकार उनकी आवाज को अनसुना कर दिया है। 118 की छूट के नाम पर किस तरह से बड़े-बड़े नेताओं का नाम लेकर मदद करने की बातें की जा रही हैं, लेकिन सरकार को इस घटना पर साँप सूंघ जाता है, ऐसा काम करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं होती है, इसका मतलब क्या है? इसीलिए यह स्पष्ट है कि प्रदेश में व्याप्त माफियाराज को सरकार का सहयोग, समर्थन और संरक्षण है। सरकार के ख़िलाफ़ अब प्रदेश के लोगों ने हल्ला बोल दिया है। यह लड़ाई हम रुकने नहीं देंगे और सरकार के भ्रष्टाचार के पाई-पाई का हिसाब लेंगे।

चंडीगढ़ में रोड पर नाची पुलिस वाले की पत्नी,video:हरियाणवी गीत पर बनाती रही रील, ग्रीन लाइट होने पर भी नहीं हटी, रुका रहा ट्रैफिक

चंडीगढ़ : सोशल मीडिया पर रिल्स बनाने के लिए लोगों में ऐसा चस्का और क्रेज है कि वह किसी भी हद तक जाने को तैयार रहते हैं. ताजा मामला चंडीगढ़ का है. यहां पर एक पुलिस कर्मी की पत्नी और बहन को बीच सड़क में रील बनाना महंगा पड़ गया. दोनों को पुलिस ने बाद में गिरफ्तार कर लिया. सोशल मीडिया पर रील वायरल हुई तो पूरा मामला खुला. दरअसल, चंडीगढ़ सेक्टर-20 में गुरुद्वारा चौक पर यह रील शूट की गई थी. जब रेड लाइट के चलते चौक पर गाड़ियां रुकी हुई थी तो सेक्टर 19 थाने के पुलिस जवान की पत्नी ज्योति और बहन पूजा यहां पर वीडियो शूट करने लगी. ज्योति ने हरियाणवीं गाने पर जमकर ठुमके लगाए. इस दौरान पीछे गाड़ियां और छोटे वाहन रुके हुए थे. बाद में वीडियो सामने आने के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि, थाने से ही दोनों को बेल मिल गई. दोनों महिलाएं सेक्टर-20 पुलिस कॉलोनी में रहती हैं.इस मामले पर महिला के खिलाफ पुलिस को लिखित शिकायत दी गई थी. बताया जा रहा है कि सेक्टर-20 के गुरुद्वारा चौक पर 20 मार्च को यह वीडियो बनाया गया था और फिर सोशल मीडिया पर रील डाली गई. बाद में पुलिस ने शिकायत पर दोनों महिलाओं के खिलाफ ट्रैफिक में बाधा डालने के मामले में केस दर्ज किया और पूछताछ की. बताया जा रहा है कि दोनों महिलाएं उस दिन सेक्टर 32 में हनुमान मंदिर में माथा टेकने गई थी. इस दौरान ननद पूजा ने भाभी की बीच सड़क वीडियो शूट की. वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि महिला जेब्रा क्रॉसिंग आगे हरियाणवीं गाने पर डांस कर रही थी।

दूसरे राज्यों के लोगों को प्रदेश में जमीन लेने पर अब दोगुनी देनी होगी स्टांप ड्यूटी…

शिमला: अब हिमाचल प्रदेश में भू-सुधार एवं मुजारियम  अधिनियम की धारा-118 के तहत जमीन की रजिस्ट्री करने पर स्टांप ड्यूटी दोगुना होगी। विधानसभा में बुधवार को भारतीय स्टॉप हिमाचल प्रदेश संशोधन विधेयक-2025 पेश किया गया। इसे राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने प्रस्तुत किया। इसमें स्टांप शुल्क में दोगुना वृद्धि का प्रावधान किया गया है। इसके अनुसार प्रदेश से बाहर के लोगों को धारा-118 के तहत स्टांप शुल्क 6 प्रतिशत के स्थान पर 12 प्रतिशत देना होगा। इस संबंध में विधेयक पर आज चर्चा संभावित है और इसे पारित किया जाएगा। भू-राजस्व अधिनियम 1972 की धारा 118 के तहत हिमाचल प्रदेश के लोगों के हितों को सुरक्षित रखने के लिए एक विशेष प्रावधान होगा। इसमें धारा 118 के तहत हिमाचल के गैर कृषकों को जमीन तब्दील करने या नाम करने पर रोक है। अन्य राज्यों के व्यक्ति और संस्थाएं भी खेती की जमीन निजी इस्तेमाल के लिए खरीद सकेंगी। केंद्रीय कर ढांचे के साथ तालमेल बिठाने के लिए राज्य सरकार कर (जीएसटी) अधिनियम 2017 में संशोधन करने का फैसला लिया है।  यह परिवर्तन वस्तु एवं सेवा कर परिषद (जीएसटी परिषद) की सिफारिशों के बाद भारत सरकार की ओर से केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर अधिनियम में किए गए इसी तरह के समायोजन के अनुरूप है। बुधवार को मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने सदन के पटल पर संशोधित विधेयक को रखा। जीएसटी अधिनियम को एक राष्ट्र एक कर नीति के दृष्टिकोण से लागू किया गया था। पूरे देश में कर संरचना को सुव्यवस्थित करने के लिए यह व्यवस्था की गई है। राज्य सरकार के प्रस्तावित संशोधनों का उद्देश्य राज्य विनियमों में एकरूपता लाना, वस्तुओं और सेवाओं की अंतर-राज्य आपूर्ति के लिए सीमा और प्रावधानों में एकरूपता सुनिश्चित करना है। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि सभी राज्य सरकारों के लिए अपने अपने जीएसटी अधिनियमों में इन परिवर्तनों को प्रतिबिंबित करना आवश्यक हो गया है। 

जब पति ने खुद प्रेमी संग करवाई पत्नी की शादी…

UP Man arranges wife wedding with her boyfriend: यूपी के संतकबीर नगर के धनघटा थाना क्षेत्र के कटार जोत गांव में पति ने अपनी पत्नी की शादी उसके प्रेमी संग करके उसे खुशी-खुशी घर से विदा कर दिया. बबलू अपनी पत्नी को लेकर मंदिर में पहुंचा. उसके प्रेमी विकास को बुलवाया. बबलू की शादी 2017 में हुई थी. मांग में सिंदूर डलते ही महिला ने कुछ ऐसा किया कि वहां पर मौजूद लोग भी चौंक गए. संतकबीरनगर जिले में पति ने अपनी पत्नी की शादी उसके प्रेमी संग कर उसे विदा कर दिया. घटना धनघटा थाना क्षेत्र के कटार जोत गांव की है. गांव निवासी युवक बबलू ने अपनी पत्नी की शादी दानीनाथ शिव मंदिर में उसके प्रेमी संग कराकर उसे विदा कर दिया. बबलू की शादी वर्ष 2017 में गोरखपुर जिले के बेलघाट थाना क्षेत्र के भूलनचक गांव निवासी तौली राम की बेटी राधिका के साथ हुई थी. दोनों का परिवार खुशी-खुशी अपना जीवनयापन कर रहा था. उनके दो बच्चे हैं. बबलू रोजी-रोटी के चक्कर में घर से बाहर रहता था. इसी बीच उसकी पत्नी राधिका का गांव के ही युवक विकास से प्रेम प्रसंग चलने लगा. इस बात की पता जब पति बबलू को लगी तब घर में पारिवारिक कलह शुरू हो गया जिससे वह परेशान हो गया. बबलू ने समस्या का स्थायी समाधान निकालने की सोची. वह अपनी पत्नी को लेकर धनघटा तहसील पहुंचा और वहां शपथ पत्र बनवाया. दानीनाथ शिव मंदिर में राधिका-विकास की शादी करवा दी. बबलू ने दोनों बच्चों की जिम्मेदारी उठाने का फैसला किया. उसने राधिका से नई जिंदगी शुरू करने को कहा.

सिंदूर डलते ही रोने लगी महिला

सिंदूर डलते ही रोने लगी महिला पूरा गांव इकट्ठा हुआ. गांव में सबके सामने विकास ने राधिका की मांग में सिंदूर डाला. दोनों ने एकदूसरे के गले में माला पहनाई. राधिका ने विकास के पैर छुए. हालांकि शादी के दौरान राधिका रोने लगी. यह देखकर वहां पर मौजूद सभी लोग चौंक गए.  लोगों ने ढांढस बंधाते हुए कहा कि अब तो शादी हो गई है, तो रोने का क्या मतलब. शादी कराने वाले पति बबलू ने कहा, ‘मैंने पत्नी राधिका को विकास के संग रंगेहाथ पकड़ लिया था. दोनों फोन पर बात कर रहे थे. वह प्रेमी के साथ भाग गई थी. चार दिन बाद आई थी. मैंने थाने में शिकायत भी दर्ज कराई थी. थाने में पत्नी ने बयान दिया था कि वह विकास के साथ ही रहेगी. मैंने गांव-पड़ोस के लोगों को इकट्ठा किया. उसकी विकास के साथ शादी कराना ही उचित समझा. मैंने यह फैसला मजबूरी में लिया है।

स्कूली बच्चों से भरी बस से उतरे चालक-परिचालक, अपने आप चल पड़ी बस, दसवीं के छात्र ने लगाई ऐसे ब्रेक…

शिमला: ठियोग के रहीघाट में सुबह एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। घटना में स्कूली बच्चों की जान पर बन आई, लेकिन समय रहते एक छात्र की सतर्कता ने एक बड़ी दुर्घटना को रोका। जानकारी के अनुसार, एक निजी स्कूल की बस बच्चों को स्कूल ले जाने के लिए रहीघाट में खड़ी थी। इस दौरान बस के चालक और परिचालक बस से बाहर खड़े थे और बच्चों का इंतजार कर रहे थे। इस दौरान अचानक बस के पहिये सरकने लगे और बस ने गति पकड़नी शुरू कर दी। बस के अंदर बैठे विद्यार्थियों में डर का माहौल बन गया और सभी चिल्लाने लगे। इस शोर को सुनकर पास खड़े लोग भी घबराए, लेकिन तभी दसवीं कक्षा के विद्यार्थी आदित्य मेहता तुरंत स्थिति को संभालते हुए चालक की सीट तक दौड़कर पहुंच गए और बस की ब्रेक लगा दी। आदित्य की तत्परता से एक बड़ा हादसा टल गया। इस घटना में कुल 40 विद्यार्थी सवार थे। यदि आदित्य समय पर ब्रेक नहीं लगाता तो स्थिति काफी गंभीर हो सकती थी। घटना के बारे में स्थानीय निवासी और पूर्व पार्षद विपिन वर्मा ने बताया कि उनकी पत्नी बच्चों को बस में बैठाने गई थीं और इस दौरान बस का चालक और परिचालक दोनों बाहर खड़े थे। जैसे ही बस ने गति पकड़नी शुरू की, उनकी पत्नी ने जोर-जोर से चिल्लाया, जिससे विपिन वर्मा ने बाहर निकलकर घटना को देखा। इसके बाद उन्होंने स्कूल पहुंचकर बस के चालक और परिचालक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। इस घटना के बाद, स्कूल प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की। स्कूल की प्रधानाचार्य आराधना भारद्वाज ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही विद्यालय में एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें यह निर्णय लिया गया कि बस के चालक और परिचालक दोनों को उनकी लापरवाही के लिए नौकरी से निकाल दिया जाएगा। इसके अलावा, इस मामले की शिकायत ठियोग पुलिस थाना में दर्ज करवाई गई है।

विधायकों को एक्सपोजर विजिट पर विदेश भेजेगी सुक्खू सरकार…

लाइव हिमाचल/शिमला : मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गुरुवार को विधानसभा में यह घोषणा की कि प्रदेश सरकार आने वाले समय में सभी विधायकों को एक्सपोजर विजिट पर विदेश भेजेगी। उन्होंने कहा कि जब विधायक विदेशों में एक्सपोजर विजिट पर जाते हैं, तो इससे उनके मन में नई सोच और दृष्टिकोण विकसित होता है, जो राज्य के विकास के लिए बेहद आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने यह बात विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान विधायक विपिन परमार द्वारा स्कूली बच्चों के शैक्षणिक भ्रमण से संबंधित सवाल के जवाब में कही। मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि आने वाले समय में सभी विधायकों को किसी न किसी प्रोजेक्ट से जोड़कर विदेश भेजा जाए, ताकि वे वैश्विक दृष्टिकोण से राज्य की योजनाओं और विकास कार्यों पर विचार कर सकें। इससे पहले शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने विपिन परमार के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में स्कूली बच्चों के विदेश शैक्षणिक भ्रमण पर 1 करोड़ 59 लाख 50 हजार 22 रुपये खर्च किए गए हैं।

इसके अलावा शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए सिंगापुर की सरकारी शैक्षणिक संस्था प्रिंसिपल एकेडमीश् द्वारा आयोजित प्रशिक्षण पर 2 करोड़ 13 लाख 32 हजार 360 रुपये खर्च किए गए।मंत्री ने बताया कि वर्ष 2024 और 2025 में शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित विशेष अध्ययन दौरे में प्रदेश के शिक्षक सिंगापुर गए। इस दौरे का उद्देश्य शिक्षकों के वैश्विक दृष्टिकोण को बढ़ाना, उनकी सांस्कृतिक जागरूकता को विकसित करना और सिंगापुर की उन्नत शिक्षा प्रणाली से उन्हें परिचित कराना था। यह पांच दिनों का दौरा था, जिसमें कक्षा प्रशिक्षण, स्कूलों का दौरा और सिंगापुर के प्रमुख स्थलों का भ्रमण भी शामिल था। रोहित ठाकुर ने यह भी स्पष्ट किया कि शैक्षणिक भ्रमण के लिए विद्यार्थियों का चयन पूरी पारदर्शिता से किया गया है।

नाहन: ट्रक ने गाड़ी को पूरी तरह कुचला, कोई हताहत नहीं

लाइव हिमाचल/नाहन : हिमाचल प्रदेश नाहन शहर के कार्मल कॉन्वेंट स्कूल के पास एक ट्रक की ब्रेक फेल होने से ट्रक एक मकान की दीवार से जा टकराया। इस हादसे में एक कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई, जबकि दो अन्य दोपहिया वाहन और एक कार को भी नुकसान पहुंचा है। यह हादसा रात के समय हुआ। कार्मेल कॉन्वेंट स्कूल के पास आवाजाही अधिक रहती है, यदि यह हादसा दिन के समय हुआ होता तो इसके परिणाम और भी गंभीर हो सकते थे। हादसे के दौरान ट्रक चालक ने सूझबूझ का परिचय देते हुए वाहन से कूदकर अपनी जान बचाई। जानकारी के मुताबिक ट्रक में लोहा लदा हुआ था। शहर में वाल्मीकि नगर चौक से बिरोजा फैक्ट्री तक सड़क डबल वे में भारी वाहनो की आवाजाही के लायक भी नहीं बची है। यह घटना नाहन शहर में भारी वाहनों की आवाजाही को लेकर उठाई जा रही मांग को और भी प्रासंगिक बनाती है। लंबे समय से यह मांग चली आ रही है कि इन भारी वाहनों को रात के समय ही गुजरने की अनुमति दी जानी चाहिए। इससे न केवल सड़कों पर यातायात को नियंत्रित किया जा सकता है, बल्कि दुर्घटनाओं को भी रोका जा सकता है। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने एक बार फिर से इस मांग को उठाया है कि नाहन शहर में भारी वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। साथ ही, उन्होंने यह भी मांग की है कि शहर की सड़कों को चौड़ा किया जाना चाहिए और यातायात को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए।

25 हजार युवाओं को नौकरियां, पेशनरों को एरियर; सीएम सुक्खू के बड़े ऐलान…

शिमला : शिमला स्थित हिमाचल प्रदेश विधानसभा में बुधवार को वित्त वर्ष 2025-26 का 62387.61 करोड़ रुपये का बजट ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 17 मार्च को सदन में वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 58,514 करोड़ रुपये का बजट पेश किया था। अब 3873.61 रुपये की वृद्धि दर्शायी गई है। इसमें रिकवरियां शामिल होती हैं जो बजट में शामिल हो जाती हैं। उसके आधार पर वृद्धि दर्शायी जाती है।बजट में 11 नई योजनाओं के अतिरिक्त 25 हजार नौकरियां

बजट में 11 नई योजनाओं के अतिरिक्त 25 हजार नौकरियां, आउटसोर्स कर्मचारियों को न्यूनतम 12750 रुपये वेतन, 70 से 75 वर्ष के पेंशनरों को बकाया एरियर, न्यूनतम दिहाड़ी 425 रुपये और मनरेगा मजदूरी 20 रुपये बढ़ाने का प्रविधान किया है। बजट में विकास कार्यों के लिए 24 प्रतिशत राशि का प्रविधान है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपनी जन्मतिथि के दिन बजट को पारित करवाया। मुख्यमंत्री ने हिमाचल प्रदेश विनियोग विधेयक 2025 सदन में दोपहर बाद 3:29 बजे पेश किया। वित्त वर्ष 2025-26 में सरकार प्रति 100 रुपये में से 24 रुपये विकास पर खर्च करेगी। इसके अतिरिक्त वेतन पर 25 रुपये, पेंशन पर 20 रुपये, ब्याज की अदायगी पर 12 रुपये, ऋण अदायगी पर 10 रुपये और स्वायत्त संस्थानों के लिए ग्रांट पर नौ रुपये खर्च किए जाएंगे। बजट में 6390 करोड़ रुपये का राजस्व घाटा अनुमानित है। राजस्व घाटे के साथ करीब 10338 करोड़ रुपये का पूंजीगत घाटा अनुमानित है। गाय के दूध का समर्थन मूल्य 45 रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 51 रुपये और भैंस के दूध का समर्थन मूल्य 55 से बढ़ाकर 61 रुपये करने की घोषणा की है। प्राकृतिक रूप से उगाई गई मक्की का समर्थन मूल्य 30 से बढ़ाकर 40 रुपये प्रति किलो और गेहूं का समर्थन मूल्य 40 से बढ़ाकर 60 रुपये करने की घोषणा। मुख्यमंत्री ने प्राकृतिक रूप से उगाई हल्दी 90 रुपये प्रति किलो की दर से खरीदने की भी घोषणा की है। बजट पारित होने के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बजट में सरकार ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था,कृषि और सामाजिक सुरक्षा को प्राथमिकता दी है। गरीब किसान, बागबान के हाथ में पैसा पहुंचे, इसके लिए बजट में कई योजनाओं का प्रविधान किया है। कर्मचारियों को जून के वेतन में तीन प्रतिशत डीए मिलेगा और एरियर का भुगतान भी चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा। प्रदेश में पनविद्युत परियोजनाओं के 40 वर्ष पूर्ण होने के बाद भी 12 प्रतिशत रॉयल्टी मिल रही है। हिमाचल सरकार को ऐसी परियोजनाएं वापस मिलें, इस संबंध में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री से दोबारा मामला उठाया जाएगा। प्रदेश के लिए आर्थिक सहायता को सरकार विपक्ष के नेतृत्व में भी दिल्ली में केंद्र सरकार से बातचीत करने को तैयार है।

SPU में री-अपीयर के बाद दिसंबर में पास होने वाले छात्र अगली कक्षा के एग्जाम के लिए नहीं होंगे पात्र

मंडी : री-अपीयर के बाद दिसंबर माह में पास होने वाले छात्र अप्रैल माह में होने वाले परीक्षा में भाग लेने के लिए पात्र नहीं होगें। यह निर्णय सरदार पटेल यूनिवर्सिटी मंडी की अकादमिक काउंसिल की बैठक में लिया गया है।

यूनिवर्सिटी के अनुसार अकादमिक परिषद ने बीते साल 9 अक्टूबर 2024 को आयोजित बैठक में उर्तीण मापदंडो में ढील दी थी। जिससे सप्लीमेंट्री परिक्षाओं के बाद हजारों छात्रों को इसका लाभ मिला है। इनमे से 200 से अधिक छात्र बीते साल अक्तूबर महीने से पहले करवाई गई सप्लीमेंट्री परीक्षा में फेल हो गए थे। जिसके बाद इन छात्रों ने यूनिवर्सिटी से फिर से रीअपीयर की मांग रखी थी, जिसका परिणाम दिसंबर महीने में निकला है।

यह जानकारी एसपीयू के वाइस चांसलर प्रो. ललित कुमार अवस्थी ने दी। वीसी प्रो. ललित कुमार अवस्थी ने बताया कि इन छात्रों की न तो 70 प्रतिशत हाजिरी है और न ही यह छात्र अन्य तय मापदंडों को पूरा कर पा रहें है। जिसके बाद अकादमिक परिषद ने इन छात्रों को अगली कक्षा की परीक्षा में अपात्र मानते हुए अपना अंतिम फैसला सुनाया है। प्रो. ललित कुमार अवस्थी ने बताया कि पहले 2 पेपर में अनुतीर्ण होने वाले छात्र को पिछली कक्षा में ही बैठना पड़ता था। जिससे हर साल हजारों छात्र ड्रॉपआउट हो जाते थे। वहीं अब यूनिवर्सिटी ने 3 पेपर में अनुत्तीर्ण होने वाले छात्रों को भी अगली कक्षा में बैठने की अनुमति दी है। लेकिन इन छात्रों को सप्लीमेंट्री परीक्षा में यह पेपर पास करने होंगे। अकादमिक परिषद के इस निर्णय से ड्रॉपआउट मामलों में भी कमी आई है। इस निर्णय के बाद 3217 छात्र सप्लीमेंट्री परीक्षा में उर्तीण हुए हैं और उन्हें अगली कक्षा में प्रवेश भी दिया गया है।

हिमाचल विधानसभा से बीजेपी का वॉकआउट, जयराम ने सरकार पर लगाए प्रदर्शन रोकने के आरोप…

Himachal Budget Session: हिमाचल विधानसभा बजट सत्र में आज की कार्यवाही प्रश्नकाल के साथ शुरू हुई। प्रश्नकाल के बाद जीरो ऑवर में विपक्ष ने शिमला में बीजेपी के प्रदर्शन को देखते हुए की गई बेरीकेडिंग का मामला उठाया। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा बीजेपी कार्यकर्ताओं को धरना स्थल से 8 से 10 किलोमीटर दूर रोका जा रहा है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सदन में व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए कहा कि जगह-जगह से आ रहे भाजपा के सदस्यों को रोका जा रहा है। उन्होंने कहा कि आठ किलोमीटर से भी लोग पैदल आ रहे हैं। हरियाणा से वॉटर कैनन मंगवाए गए हैं। उन्होंने कहा कि यह लोकतांत्रिक व्यवस्था में सही नहीं है। ऐसे में हम सदन से बाहर जाते हैं। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के साथ विपक्ष के अन्य सदस्य सदन से बाहर चले गए और रैली स्थल की ओर निकल गए। भाजपा विधायक दल के सदन से बाहर जाने के बाद मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि इनके बाहर जाने का कोई कारण नहीं है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र कब मजबूत होता है, जब विपक्ष को बोलने की आजादी होती है। हमने कहीं भी ऐसे कोई आदेश नहीं दिए हैं कि रोका जाए। इनकी बसें खाली आ रही हैं। इसमें सरकार का क्या कसूर है। यह भाजपा के एक गुट की रैली है, अगर उसमें चार गुट नहीं आ रहे हैं तो इसमें हमारा क्या कसूर है। वहीं हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि राजभवन से आग्रह आया है कि राज्यपाल की ओर से गुरुवार को राजभवन में रात्रिभोज का आयोजन किया गया है। सभी सदस्यों से अनुरोध है कि सभी इसमें पधारे। राजभवन से संदेश आया है।