



लाइव हिमाचल/सोलन: आज महर्षि मारकण्डेश्वर यूनिवर्सिटी कॉलेज में विश्व फेफड़ा कैंसर दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर कॉलेज के सभी फैकल्टी सदस्य एवं रेज़िडेंट डॉक्टर सक्रिय रूप से शामिल हुए। इस कार्यक्रम में डॉ. रवि शर्मा, माननीय कुलपति, मुख्य अतिथि के रूप में तथा डॉ. मनप्रीत नंदा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. राजेश कश्यप, प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, मेडिसिन विभाग ने फेफड़ा कैंसर के प्रति जागरूकता और रोकथाम की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सभी डॉक्टरों और समाजसेवियों को इस घातक रोग के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाने और धूम्रपान-निरोधक अभियान को बढ़ावा देने में सक्रिय भागीदारी करनी चाहिए, क्योंकि धूम्रपान इस रोग का सबसे प्रमुख कारण है और करीब 90% मामलों में यही जिम्मेदार पाया जाता है। डॉ. कश्यप ने रोग की शीघ्र पहचान की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि शुरुआती अवस्था में इसका इलाज अपेक्षाकृत आसान होता है, लेकिन उपचार के बावजूद पांच वर्ष तक जीवित रहने की संभावना केवल 10% के आसपास रहती है। डॉ. रवि शर्मा और डॉ. मनप्रीत नंदा ने बताया कि कॉलेज में तंबाकू निषेध केंद्र सक्रिय रूप से धूम्रपान छोड़ने के इच्छुक लोगों की मदद कर रहा है। उन्होंने डॉक्टरों और आम जनता से अपील की कि वे धूम्रपान करने वालों को इस केंद्र तक मार्गदर्शन करें ताकि उन्हें समय पर परामर्श और सहयोग मिल सके। इस अवसर पर डॉ. वोहरा, डॉ. किरण कुमार, डॉ. चड्ढा, डॉ. कौशिक, डॉ. मोनिका, डॉ. चड्ढा, डॉ. विजय कुमार, डॉ. प्रतिभा हिमराल, एवं डॉ. राजिंदर नेगी सहित कई वरिष्ठ अध्यापक उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम का समापन जागरूकता, रोकथाम, शीघ्र पहचान और समय पर उपचार के माध्यम से फेफड़ा कैंसर के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने की प्रतिज्ञा के साथ हुआ।