



नेशनल डेस्क: जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ यात्रा जारी है। अब तक 2.47 लाख से अधिक तीर्थयात्री पवित्र गुफा में दर्शन कर चुके हैं। हालांकि, बुधवार को यात्रा के दौरान हादसे की जानकारी सामने आई है। जानकारी के मुताबिक, गंदेरबल जिले में अमरनाथ यात्रा के बालटाल मार्ग पर बुधवार को भूस्खलन यानी लैंडस्लाइड की घटना सामने आई है। इस हादसे में एक महिला तीर्थयात्री की मौत की खबर है। महिला की पहचान राजस्थान की 55 वर्षीय सोना बाई के रूप में की गई है।
क्यों हुआ भूस्खलन?
अमरनाथ यात्रा के दौरान बुधवार को हुई बारिश के कारण बालटाल से भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार- बुधवार को बालटाल मार्ग पर रेलपथरी के पास ज़ेड मोड़ पर यात्रा मार्ग पर पहाड़ से अचानक बारिश का पानी गिरने से भूस्खलन हुआ। सूत्रों ने बताया कि इस भूस्खलन की घटना के दौरान राजस्थान की एक महिला को बेहोशी की हालत में चिकित्सा केंद्र ले जाया गया। उसकी पहचान 55 वर्षीय सोना बाई के रूप में हुई है। चिकित्सा केंद्र में वह मृत पाई गई।
1 दिन के लिए रोकी गई यात्रा
अमरनाथ यात्रा को पहलगाम और बालटाल दोनों बेस कैंप से आज 17 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, बीते दो दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण दोनों मार्गों पर मरम्मत कार्य करना जरूरी हो गया है। BRO की ओर से कल यात्रा शुरू होने से पहले कार्य पूरा करने के लिए अपने कर्मियों और मशीनों की भारी तैनाती की गई है। इस घटना के साथ इस साल की अमरनाथ यात्रा में मृतकों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है. यह हादसा तब हुआ जब तीर्थ यात्री पवित्र गुफा की ओर बढ़ रहे थे, जो 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. मौसम विभाग ने पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश और भूस्खलन की चेतावनी जारी की थी, जिसके मद्देनजर प्रशासन ने यात्रियों को सतर्क रहने की सलाह दी थी. हालांकि बारिश और खराब मौसम के बावजूद यात्रा जारी थी, जिसके कारण यह दुर्घटना हुई। घायलों का इलाज जारी है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है. अमरनाथ यात्रा तीन जुलाई से शुरू हुई थी और नौ अगस्त को रक्षा बंधन के साथ समाप्त होगी. यह यात्रा इस साल भी भारी संख्या में श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रही है. बाल्टाल और पहलगाम मार्ग से होकर गुजरने वाली इस यात्रा की कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के कारण यहां पहले भी हादसे हुए हैं. पिछले वर्षों में बारिश और भूस्खलन के कारण यात्रा को कई बार रोकना पड़ा था. इस बार भी मौसम की मार से यात्रियों को परेशानी हो रही है और प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ाने के लिए अतिरिक्त कदम उठाए हैं. जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस घटना पर शोक व्यक्त करते हुए मृतका के परिवार के प्रति संवेदना जताई है।