Home » Uncategorized » ये मौत नहीं ह**त्याएं हैं’ अमृतसर शराब कांड पर ऐसा क्यों बोले CM भगवंत मान? पीड़ितों के लिए किया बड़ा ऐलान…

ये मौत नहीं ह**त्याएं हैं’ अमृतसर शराब कांड पर ऐसा क्यों बोले CM भगवंत मान? पीड़ितों के लिए किया बड़ा ऐलान…

लाइव हिमाचल/अमृतसर: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने मंगलवार को कहा कि राज्य सरकार जहरीली शराब की बिक्री के जघन्य अपराध में शामिल किसी भी व्यक्ति को नहीं बख्शेगी, चाहे वह कितना भी अमीर क्यों न हो, जिसके कारण अमृतसर जिले में जहरीली शराब कांड हुआ। जहरीली शराब कांड के पीड़ितों के परिवारों से संवेदना जताने के बाद मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ये मौतें महज दुर्घटनाएं नहीं हैं, बल्कि ये हत्याएं हैं, जो इस अपराध में शामिल कुछ लोगों के लालच के कारण हुई हैं। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट रूप से हत्या है और राज्य सरकार दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा से बचने नहीं देगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि 17 अनमोल जिंदगियां खत्म हो गई हैं नकली शराब के कारण कई लोगों की जान चली गई है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को किसी भी तरह की दया नहीं मिलनी चाहिए, क्योंकि उन्होंने जानबूझकर यह अपराध किया है। इस पर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि मजीठा के गांव में बहुत ही दुखदाई घटना हुई है। यह मौत नहीं हत्याएं हैं इस मामले में हमने 10 आरोपियों को पकड़ा है। ये लोग सप्लाई करते थे, अभी और सप्लायरों की चेन का पता लगाया जा रहा है। सीएम भगवंत मान ने कहा कि इस मामले में चाहे जितना भी शक्तिशाली व्यक्ति क्यों ना हो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मरने वाले लोग गरीब परिवारों से संबंधित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मृतकों के परिवारों को 10-10 लाख की राशि प्रदान की जाएगी ताकि वे अपने परिवार का भरण पोषण कर सकें और बच्चों की शिक्षा दीक्षा पूरी कर सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं, उनसे पूछताछ में खुलासा हुआ कि 600 लीटर मेथेनॉल का ऑर्डर इन्होंने दिल्ली से किया था हमारी टीम में दिल्ली में भी छापामारी करने पहुंची है। पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने एक्स पर पोस्ट कर बताया कि अवैध शराब के कारोबार के सिलसिले में रैकेट के सरगना और कई स्थानीय वितरकों सहित नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ऑनलाइन खरीदे जाने के बाद मेथनॉल का इस्तेमाल नकली शराब बनाने के लिए किया जाता था। पूरी कार्यप्रणाली का पता लगाने और इसमें शामिल सभी लोगों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए जांच चल रही है।

मान ने कहा कि अगर कोई राजनेता या सरकारी कर्मचारी जहरीली शराब से हुई मौतों में शामिल पाया जाता है, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने पहले ही पंजाब पुलिस को चल रहे युद्ध नशें विरुद्ध के तहत इस माफिया पर नकेल कसने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि इन शरारती ताकतों ने पंजाबियों की जान की कीमत पर अपने लालच को पूरा करने के लिए भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव के बीच कानून और व्यवस्था बनाए रखने पर पुलिस के ध्यान का फायदा उठाया। हालांकि, भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन लोगों को अपने पापों की कीमत चुकानी होगी और उन्हें उचित सजा मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जहरीली शराब त्रासदी ने असहाय परिवारों के एकमात्र कमाने वाले को छीन लिया है और लगभग 17 लोगों की जान चली गई है। मान ने कहा कि मौतों का पैटर्न वैसा ही है जैसा कि वर्ष 2020 में तरनतारन में हुई जहरीली शराब त्रासदी में था। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार दुख की इस घड़ी में मृतकों के परिवारों के साथ मजबूती से खड़ी है और उन्हें न्याय सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक मृतक के परिवार को 10 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की और कहा कि राज्य सरकार पीड़ित के बच्चों की शिक्षा का पूरा खर्च वहन करेगी। इसी तरह, उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में इन परिवारों को नौकरी और अन्य मामलों में भी हर संभव मदद दी जाएगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार इन परिवारों की सुरक्षा और भलाई के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि इस नेक काम के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।

Leave a Comment

[democracy id="1"]