



लाइव हिमाचल/सोलन: पुलिस थाना धर्मपुर की टीम ने जाबली में नाकाबन्दी के दौरान दो ट्रकों से अवैध रूप से लकड़ी बरामद की गई। प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ कि तस्करी को वैध दिखाने के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया था। पहला ट्रक (HP-64B-0757) गुरुदेव सिंह चला रहा था, जो पूछताछ में यह बताने लगा कि वह लकड़ी की बल्ली (बालन) यमुनानगर, हरियाणा ले जा रहा है। चालक ने जीत राम नामक व्यक्ति द्वारा जारी एक प्रमाणपत्र और वन परिक्षेत्र अधिकारी, अर्की के नाम से जारी एक अनुमति पत्र पेश किया। हालांकि, दस्तावेजों की गहन जांच करने पर पता चला कि इनमें वन विभाग की कोई अधिकृत मोहर नहीं है, जिससे इनकी सत्यता पर संदेह हुआ। दूसरा ट्रक (HP-24C-0212) मनोज कुमार चला रहा था। जब पुलिस ने उससे कागजात मांगे तो उसके पास कोई वैध दस्तावेज नहीं मिले। ट्रक में भारी मात्रा में लकड़ी लदी हुई पाई गई। इसके बाद दोनों ट्रकों को कब्जे में लेकर पुलिस ने मामले की विस्तृत जांच शुरू की। जांच के दौरान सामने आया कि यह लकड़ी जीत राम की निजी भूमि से काटी गई थी, जिसे दो ट्रकों में भरकर रात के समय हरियाणा भेजा जा रहा था। इस पूरी तस्करी में हरि सिंह नामक व्यक्ति की भूमिका सबसे अहम थी। उसने एक जाली प्रमाणपत्र तैयार कर चालक गुरुदेव सिंह को सौंपा और उसे तस्करी के लिए प्रेरित किया। पुलिस ने चालक गुरुदेव सिंह और हरि सिंह को गिरफ्तार कर न्यायालय में आरोपपत्र प्रस्तुत कर दिया है। वहीं, मनोज कुमार की भूमिका में कोई आपराधिक संलिप्तता नहीं पाए जाने के कारण उसके विरुद्ध कोई आपराधिक कार्यवाही नहीं की गई, लेकिन उसकी रिपोर्ट वन विभाग को अग्रिम कार्रवाई हेतु भेज दी गई है।