



Elvish Yadav Snake Venom Case: बिग बॉस ओटीटी के विनर रहे और लोकप्रिय यूट्यूबर एल्विश यादव रेव पार्टी और उसमें सांपों के जहर से बने ड्रग्स के इस्तेमाल को लेकर विवादों में आ गए हैं। यूपी पुलिस ने नोएडा में छापेमारी करके पांच लोगों को नौ सांपों के साथ गिरफ्तार किया। इन सांपों में पांच कोबरा, अजगर, घोड़ा पछाड़ जैसे सांप शामिल थे। इस मामले से जुड़ी एफआईआर में एल्विश यादव का भी नाम जोड़ा गया। बीजेपी सांसद मेनका गांधी ने एल्विश को गिरफ्तार करने की मांग उठाई है। हालांकि, यूट्यूबर ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है। यह पूरा मामला सामने
आने के बाद से रेव पार्टी और उसमें सांपों के जहर से बने ड्रग्स पर चर्चा होने लगी है। लोग यह जानने को काफी उत्सुक हैं कि जिन जहरीले सांपों के चलते चंद घंटों में किसी इंसान की जान चली जाती है, आखिर उसका इस्तेमाल ड्रग्स के लिए कैसे हो रहा है?
क्या इन ड्रग्स को लेने से इंसान की मौत नहीं होती
आइए जानते हैं, इसी तरह के तमाम सवालों के जवाब …
रेव पार्टियों में धड़ल्ले से यूज हो रहा सांपों का जहर
नोएडा, दिल्ली, गुरुग्राम समेत देश के तमाम बड़े शहरों में देर रात रेव पार्टियां आयोजित की जाती हैं। दावा है कि इन्हीं पार्टियों में अब सांपों के जहर से बने ड्रग्स का इस्तेमाल होने लगा है। इसके लिए बकायदा लोग मोटी से मोटी रकम खर्च करने को तैयार हैं। सांप के जहर से पहले गोलियां बनाई जाती हैं, जिसमें जहर की मात्रा काफी कम होती है। पहले कोबरा जैसे जहरीले सांपों के जहर को निकाला जाता है और फिर उसे पाउडर में बदल दिया जाता। बाद में उसकी छोटी-छोटी गोलियां बना दी जातीं। एक छोटी गोली की कीमत 25 हजार तक जाती है, जबकि आमतौर पर बिकने वाले अन्य ड्रग्स महज दो से तीन हजार रुपये में ही आ जाते हैं। सांपों के जहर
से बनी इन गोलियों में कई अन्य तरह के कैमिकल्स
जाते हैं, जिससे जहर थोड़ा कम असर करे और किस…
न हो, बल्कि उसे नशा हो जाए। ड्रिंक्स आदि में मिलाकर इन गोलियों से नशा किया जाता है। वहीं कई बार लोग जहर के पाउडर से भी नशा करते हैं ।
आखिर मिलता कहां से है जहर वाला ड्रग ?
सबसे बड़ा सवाल है कि पुलिस की इतनी चाक चौबंद व्यवस्था होने के बाद भी रेव पार्टियों में जहरीले सांपों के जहर वाला ड्रग कैसे उपलब्ध हो जाता है? इन गोलियों की पहुंच इतनी आसानी से युवाओं तक कैसे हो जा रही है। तो इसका जवाब है सांपों को रखने वाले सपेरे। आमतौर पर सपेरों के पास को जैसे सांपों की मौजूदगी होती है और अब वे इसका जहर बेचने लगे हैं। इसके अलावा, सांपों की तस्करी करने वालों के पास भी आसानी से जहर मिल जाता है। यहीं से होता हुआ यह जहर रेव पार्टियों तक पहुंचता है। बाद में इसमें कैमिकल आदि मिलाकर इसमें थोड़ा बदलाव किया जाता है। इससे चार से पांच घंटे तक का नशा आराम से रहता है। हालांकि, कई बार यदि ज्यादा ड्रग का सेवन कर लिया तो मौत होने की भी आशंका रहती है।
क्या है पूरा मामला और एल्विश पर क्या लगे हैं आरोप?
रेव पार्टियों में सांप का जहर सप्लाई करने के आरोप में नोएडा पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया। ये गिरफ्तारियां एक एनजीओ – पीपल फॉर एनिमल्स (पीएफए) द्वारा बिछाए गए जाल के बाद की गईं। गिरफ्तार किए गए लोगों के कब्जे से कोबरा समेत नौ सांपों को भी बचाया गया। हालांकि, एक अधिकारी के मुताबिक, इस मामले में एनडीपीएस अधिनिय लागू नहीं किया गया है क्योंकि घटना स्थल पर दवाएं नहीं
मिलीं। गिरफ्तार किए गए लोगों से जब पूछताछ की गई तो पांचों आरोपियों ने दावा किया कि वे रेव पार्टियों में सांप के जहर की सप्लाई करते थे, जो कथित तौर पर एल्विश यादव द्वारा आयोजित की जाती थी। यह जाल पीएफए सदस्य गौरव गुप्ता ने बिछाया था, जिन्होंने अपनी शिकायत में दावा किया था कि उन्होंने सांप के जहर के लिए एल्विश यादव से संपर्क किया था। डीसीपी नोएडा राम बदन सिंह ने कहा, गौरव गुप्ता ने दावा किया कि उसने रेव पाटा के लिए और सांपों की व्यवस्था करने के लिए एल्विश यादव से संपर्क किया था। इसके बाद गुप्ता को एक फोन नंबर दिया गया जिसके बाद ये लोग (आरोपी), सपेरों सहित को बुलाया गया।”