पात्र व्यक्तियों तक समय पर पहुंचें योजनाओं के लाभ : डॉ. शांडिल

. ज़िला कल्याण समिति की समीक्षा बैठक आयोजित सोलन : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि पात्र व्यक्तियों तक समय पर योजनाओं के लाभ पहुंचाना और धन का समुचित उपयोग सुनिश्चित बनाना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। डॉ. शांडिल आज यहां … Read more

मस्कूलर डिस्ट्राफी से पीडि़त लोगों के लिए वरदान बना मानव मंदिर….


सोलन : इंडियन एसोसिएशन ऑफ मस्कुलर डिस्ट्रॉफी (आईएमडी) मानव मंदिर सोलन सही मायने में मानवता की सेवा कर रहा है। यह गैर सरकारी मस्कूलर डिस्ट्राफी से ग्रस्त लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। यहां देश ही नहीं अब विदेश से भी लोग अपने उपचार के लिए सोलन का रूख कर रहे हैं।
इस बीमारी का नहीं है अभी तक कोई उपचार
मस्कूलर डिस्ट्राफी का अभी तक दुनिया में कोई उपचार नहीं है और यह कैंसर या पोलियो जैसी बीमारी भी नहीं है। मस्कूलर डिस्ट्राफी मांसपेशियों का रोग है जो निरंतर बढ़ता जाता है। इसे केवल फीजियो थैरेपी और हाइड्रोथैरेपी के माध्यम से रोका जा सकता है। मस्कुलर डिस्ट्रॉफी देशभर में हजारों लोगों को प्रभावित करती है, जिससे महत्वपूर्ण शारीरिक चुनौतियां होती हैं और उनके दैनिक जीवन पर असर पड़ता है। इस दुर्बल स्थिति से प्रभावित लोगों का समर्थन करने के प्रयास में आईएमडी सोलन मस्कुलर डिस्ट्रॉफी रोगियों के लिए व्यापक देखभाल, सहायता और वल्र्ड क्लास की थैरेपी मुहैया करवा रहा है। यह संगठन सोलन में 1992 से लेकर इस तरह के रोगियों की सेवा को समर्पित है।

इंडियन एसोसिएशन ऑफ मस्कुलर डिस्ट्रॉफी सोलन के महासचिव विपुल गोयल ने बताया कि कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान के सिंद्ध प्रांत से एक हिन्दू परिवार का बालक जो मस्कुलर डिस्ट्रॉफी से ग्रस्त है, उसके अभिभावक उसे यहां लेकर आए। यहां पहुंचने पर रौनक ने बताया कि वह सोलन के जाने-माने यू-ट्यूबर साहिल राणा का फैन है और उससे मिलना चाहता है। विपुल गोयल और उनकी टीम ने साहिल राणा को खोजा और उन्हें मानव मंदिर बुलाया। साहिल राणा ने भी अपने पाकिस्तानी फैन को निराश नहीं किया। वह मानव मंदिर पहुंचे। रौनक के लिए ढेर सारे गिफ्ट्स लाए और उसके साथ समय बिताया। इससे रौनक के चेहरे की रौनक देखते ही बनती थी। इसके बाद सोलन में दादा चेला राम आश्रम के संत से भी संपर्क किया, यह सिंधी लोगों का आश्रम है और जो पाकिस्तान से आए थे, वह भी सिंधी थे। उनसे मिलवाया और बातचीत की तो वह भी दूर के रिश्तेदार निकले। रौनक ने कहा कि वह दोबारा सोलन आना चाहते हैं।

आईएएमडी अध्यक्ष संजना गोयल ने बताया कि मस्कुलर डिस्ट्रॉफी के क्षेत्र में आईएएमडी लगातार पीडि़त मानवता की सेवा कर रहा है। केंद्र ने इस बीमारी से ग्रस्त रोगियों के लिए शैड्यूल तैयार किए हैं। इसमें उन्हें फिजियोथैरेपी हाइड्रोथैरेपी ऑक्यूपेशनल थैरेपी और जेनेटिक काउंसलिंग भी दी जाती है। आईएएमडी मानव मंदिर केंद्र के मस्कुलर डिस्ट्रॉफी से प्रभावित व्यक्तियों को व्यापक सहायता प्रदान करना और उनमें जीने की चाह जागृत करना वास्तव में प्रेरणादायक है ताकि मस्कुलर डिस्ट्रॉफी से पीडि़त व्यक्तियों के जीवन को बेहतर बनाया जा सकें।

सोलन : 22 नवंबर को जे.बी.टी के 108 पदों के लिए होगी काउंसलिंग

सोलन : प्रारंभिक शिक्षा विभाग ज़िला सोलन के माध्यम से जेबीटी के 108 पदों पर बैचवाइज एवं अनुबंध आधार पर भर्ती की जाएगी। यह जानकारी उप निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा सोलन संजीव कुमार ने दी। संजीव कुमार ने कहा कि इन पदों के लिए काउन्सलिंग 22 नवम्बर को प्रातः 10:30 बजे ज़िला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान सोलन (डाईट) के कार्यालय में होगी।

उप निदेशक ने कहा कि इस चयन प्रक्रिया में वही उम्मीदवार भाग ले पाएंगे जो जे.बी.टी भर्ती एवं पदोन्नति नियम, 2017 तथा अब तक राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद द्वारा जारी अधिसूचनाओं के तहत निर्धारित योग्यता पूर्ण करते हों। उन्होंने कहा कि उम्मीदवार जे.बी.टी शिक्षक पात्रता परीक्षा (टी.ई.टी) उत्तीर्ण होने चाहिए।

उन्होंने कहा कि इस काउंसलिंग प्रक्रिया में ज़िला सोलन से सम्बन्धित उम्मीदवार भाग ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि उम्मीदवार को हिमाचली प्रमाण पत्र के स्थाई पते के अनुसार ही चयन प्रक्रिया उस ज़िला में मान्यता दी जाएगी। उम्मीदवार में अपने गृह ज़िला में भाग लेकर अन्य किसी भी ज़िला के लिए प्राथमिकता दे सकता है। उन्होंने कहा कि अन्य ज़िलों से सोलन ज़िला में काउंसलिंग में भाग लेने वाले उम्मीदवारों पर विचार नहीं किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि इस काउंसलिंग में कुल 108 पद बैचवाइज भर्ती के माध्यम से अनुबंध आधार पर भरे जाएंगे। उन्होंने कहा कि 31 दिसम्बर, 2016 तक के बैच से अनारक्षित श्रेणी के 37 और आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्ग के 13 पद भरे जाएंगे। 31 दिसम्बर, 2020 तक के बैच से सामान्य (स्वतत्रंता सेनानियों के आश्रित) वर्ग से 01 तथा अन्य पिछड़ा वर्ग (स्वतत्रंता सेनानियों के आश्रित) वर्ग से 01 पद भरा जाएगा।

उन्होंने कहा कि 31 दिसम्बर, 2016 तक के बैच से अनुसूचित जाति (अनारक्षित) वर्ग के 21, अनुसूचित जाति (बी.पी.एल) वर्ग से 05, अनुसूचित जनजाति (अनारक्षित) वर्ग से 05, अनुसूचित जनजाति (बी.पी.एल) वर्ग से 02, अन्य पिछड़ा वर्ग (अनारक्षित) से 17 तथा अन्य पिछड़ा वर्ग (बी.पी.एल) से 05 पद भरे जाएंगे। उन्होंने कहा कि 31 दिसम्बर, 2021 तक के बैच से अनुसूचित जाति (स्वतंत्रता सेनानियों के आश्रित) वर्ग से 01 पद भरा जाएगा।

संजीव कुमार ने कहा कि कॉउंसलिंग के लिए उम्मीदवार 10वीं एवं 12वीं या इसके समकक्ष योग्यता प्रमाणपत्र, आवश्यक योग्यता प्रमाण पत्र, जे.बी.टी टेट प्रमाण पत्र, हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा अधिकृत सक्षम अधिकारी से जारी जाति प्रमाण पत्र, हिमाचली प्रमाण पत्र एवं चरित्र प्रमाण पत्र, नवीनतम पासपोर्ट साइज फोटा (1), रोज़गार कार्यालय का पंजीकरण पत्र तथा खण्ड विकास अधिकारी द्वारा प्रतिहस्ताक्षरित बी.पी.एल प्रमाण पत्र अपने साथ लाएं। उम्मीदवार अपने साथ शैक्षणिक एवं व्यावसायिक प्रमाण पत्र भी लाएं। काउंसलिंग से सम्बंधित अधिक जानकारी कार्यालय वेबसाईट www.ddeesolan.com  पर प्राप्त की जा सकती है।

नए आरएंडपी रूल को लेकर शास्त्री संगठन में नाराजगी, डीसी ऑफिस के बाहर दिया धरना….

शिमला : बीते दिनों प्रदेश सरकार ने सरकारी नौकरियों में नियुक्ति और पदोन्नति को लेकर नए आर एंड पी रूल की अधिसूचना जारी की है। इसी कड़ी में प्रदेश में शास्त्री डिग्री होल्डर लोगों के लिए भी बीएड की अनिवार्यता कर दी गई। जिसको लेकर शास्त्री संगठन लगातार सरकार के खिलाफ विरोध जता रहे हैं। शनिवार को हिमाचल की राजधानी शिमला में डीसी कार्यालय के बाहर शास्त्री संगठन के लोगों ने जमकर नारेबाजी करते हुए धरना प्रदर्शन किया। शास्त्री संगठन ने सरकार से नए आर एंड पी नियमों को निरस्त करने की मांग की है। बेरोजगार शास्त्रीय संघ के प्रधान लेखराज शर्मा ने बताया की बीते 11 तारीख को हिमाचल सरकार ने सरकारी नौकरियों में नियुक्ति और पदोन्नति को लेकर नई अधिसूचना जारी की।

अनिरूद्ध सिंह 06 नवम्बर को सोलन के प्रवास पर….

सोलन : ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरूद्ध सिंह 06 नवम्बर, 2023 को सोलन ज़िला के प्रवास पर आ रहे हैं। अनिरूद्ध सिंह 06 नवम्बर, 2023 को प्रातः 10.45 बजे सोलन के धर्मपुर उपमण्डल की ग्राम पंचायत जाबली में पंचायत भवन की आधारशिला रखेंगे।

ग्रामीण विकास मंत्री तदोपरांत दोहपर 12.00 बजे कसौली इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल सनवारा के 17वें वार्षिक समारोह में बतौर मुख्यातिथि उपस्थित रहेंगे।

जिला स्तरीय कला उत्सव में अक्षिता कुमारी ने किया दूसरा स्थान हासिल….

सोलन : राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय डगशाई से जिला स्तरीय कला उत्सव में शास्त्रीय नृत्य में विधालय की दसवीं कक्षा की छात्रा अक्षिता कुमारी ने भाग लिया। इस अवसर पर जिला सोलन के अलग अलग विद्यालयों से लगभग 10 छात्राओं ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता में जिला सोलन में अक्षिता कुमारी ने दूसरा स्थान हासिल किया। विधालय के प्रधानाचार्य कमल किशोर शर्मा ने बताया कि इस प्रतियोगिता में भाग लेने से पहले अक्षिता कुमारी ने ब्लाक स्तर पर पहला स्थान प्राप्त किया था। प्रधानाचार्य ने विधालय की इतिहास की प्रवक्ता राधा शर्मा को अच्छी तैयारी कराने और उत्कृष्ठ प्रदर्शन के लिए भी बधाई दी।

जोगेंद्र हाब्बी का नाम हुआ वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज…

. जोगेंद्र हाब्बी के नेतृत्व और निर्देशन में सिरमौरी नाटी बनी विश्व का सिरमौर

जोगेंद्र हाब्बी ने लोकनृत्य प्रतिस्पर्धा में वर्ल्ड बुक में नाम दर्ज कर बनाया ऐतिहासिक किर्तिमान

सोलन : अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लोक कलाकार जोगेंद्र हाब्बी ने प्रेस को जारी बयान में बताया कि निदेशालय भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा जिला सिरमौर में प्रतिवर्ष आयोजित की जाने वाली लोकनृत्य प्रतियोगिताओं में लगातार दस बार प्रथम स्थान प्राप्त कर इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स तथा एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज करवाने के पश्चात अब वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी नाम दर्ज कर लोक नृत्य के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक किर्तिमान स्थापित किया है।
गौरतलब है कि भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा जिला सिरमौर में वर्ष 2011-12 से आरंभ की गई लोक नृत्य प्रतियोगिताओं में जोगेंद्र हाब्बी के नेतृत्व एवं निर्देशन में चूड़ेश्वर लोक नृत्य संस्कृतिक मंडल व आसरा संस्था के कलाकारों ने प्रत्येक बार प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया। फलस्वरुप जोगेंद्र हाब्बी का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, लंदन में दर्ज हो चुका है जो जिला सिरमौर के लिए ही नहीं बल्कि प्रदेश के लिए गौरव का विषय है।
जोगेंद्र हाब्बी ने इस वर्ल्ड रिकॉर्ड का श्रेय अपने गुरु पद्मश्री विद्यानंद सरैक व सहयोगी कलाकारों को दिया और आसरा तथा चूड़ेश्वर मंडल के सभी कलाकारों का विशेष आभार व्यक्त किया जिन्होंने लगातार मेहनत कर प्रथम पुरस्कार को अब तक लगातार बरकरार रखा। दस-बारह वर्षों से आयोजित की जा रही इन प्रतियोगिताओं में लगभग साठ से अधिक लोक कलाकारों ने उनके नेतृत्व में लोक नृत्य प्रतिस्पर्धा में भाग लिया। जिसमें उस्ताद बिस्मिल्लाह खां युवा पुरस्कार से राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित लोक कलाकार गोपाल हाब्बी, प्रदेश के जाने-माने लोक गायक रामलाल वर्मा व धर्मपाल चौहान और सरोज ने प्रत्येक प्रतियोगिता में भाग लेकर लगातार प्रथम स्थान बरकरार रखने में भरपूर सहयोग दिया।
जोगेंद्र हाब्बी ने निदेशालय भाषा एवं संस्कृति विभाग का विशेष आभार व्यक्त करते हुए कहा कि विभाग द्वारा इन प्रतियोगिताओं का आयोजन करने के फलस्वरुप हमारे दल के कलाकारों को अपने हुनर दिखाने का अवसर ही प्राप्त नहीं हुआ बल्कि कलाकारों के हुनर में और अधिक निखार भी आया। हाब्बी ने जिला भाषा अधिकारियों व प्रतिस्पर्धाओं के निर्णायक मंडल के सभी सदस्यों का भी निष्पक्ष एवं निर्विवाद निर्णय के लिए आभार व्यक्त किया है। जिनके फल स्वरुप आज हम विश्व स्तर पर सिरमौर जनपद की संस्कृति को पहचान दिलाने में सफल रहे हैं।
भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित लोक नृत्य प्रतियोगिताओं में जोगेंद्र हाब्बी के नेतृत्व में लोक कलाकारों ने आदिकालीन ठोडा नृत्य, ढीली नाटी, रिहाल्टी गी, दीपक नृत्य, परात नृत्य, रासा व हुड़ग नृत्य, झुरी, सिंहटू तथा भड़ाल्टू आदि नृत्यों की प्रस्तुति को निश्चित समय अवधि में बांधकर एक गुलदस्ता के रूप में प्रस्तुत कर प्रत्येक प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
जोगेंद्र हाब्बी पिछले लगभग 30 वर्षों से लोक नृत्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं और राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोक नृत्य विधाओं का सफल प्रदर्शन कर चुके हैं। जोगेंद्र हाब्बी के नेतृत्व में सांस्कृतिक दल के कलाकारों द्वारा अब तक छोटे बड़े लगभग 5000 मंचीय प्रदर्शन किए जा चुके हैं। हाब्बी का दल आकाशवाणी से बी हाई मान्यता प्राप्त हैं। जोगेंद्र हाब्बी सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, संगीत एवं नाटक प्रभाग, रेडियो, दूरदर्शन केंद्र, भाषा एवं संस्कृति विभाग, विभिन्न क्षेत्रीय सांस्कृतिक केन्द्रों, संगीत नाटक अकादमी, अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक संबंध परिषद्, संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार आदि के माध्यम् से ही नहीं बल्कि स्वयंसेवी रूप से भी विभिन्न स्थानों पर मंचीय प्रदर्शनों का आयोजन करते आए हैं।

Earthquake LIVE: नेपाल में विनाशकारी भूकंप से तबाही ही तबाही, मरने वालों की संख्या 154 हुई, मलबों में अब भी दबे हैं सैकड़ों

काठमांडू: नेपाल (Nepal Earthquake News) में शुक्रवार की देर रात धरती अचानक कांप उठी और फिर भूकंप से चारों ओर हाहाकार मच गया है. नेपाल में शुक्रवार रात 6.4 तीव्रता का जोरदार भूकंप आया, जिसके झटके राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में महसूस किए गए. उत्तर-पश्चिमी नेपाल के जिलों में जोरदार भूकंप से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और अब तक इस तबाही में 154 लोगों की मौत हो चुकी है और 140 से अधिक घायल हो गए, जबकि बचाव दल पहाड़ी गांवों में रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं. इतना ही नहीं, बताया जा रहा है कि कई इमारतें भी ढह गई हैं और मलबे में सैकड़ों लोग दबे हो सकते हैं. इस भूकंप से जाजरकोट और रुकुम में बड़ी तबाही हुई है.

नेपाल में आई भूकंप की तबाही पर खुद नेपाल के प्रधानमंत्री नजर रख रहे हैं. पीएमओ ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने शुक्रवार रात 11:47 बजे जजरकोट के रामीडांडा में भूकंप से हुई मानवीय और भौतिक क्षति पर गहरा दुख व्यक्त किया है और सभी 3 सुरक्षा एजेंसियों को तत्काल बचाव और राहत के लिए तैनात किया है. बता दें कि नेपाल में भूकंप से मरने वालों का आंकड़ा और भी बढ़ सकता है. भूकंप की तबाही में फंसे लोगों को अब एयरलिफ्ट करने की तैयारी हो रही है.

नेपाल में आए भूकंप में मरने वालों की संख्या 154 हो गई है और 140 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं.

नेपाल पुलिस के मुताबिक, नेपाल में आए विनाशकारी भूकंप में मरने वालों की संख्या 132 हो गई है.जाजरकोट में मरने वालों की संख्या- 95रुकुम पश्चिम में मरने वालों की संख्या- 37

-नेपाल में भूकंप से मरने वालों की संख्या में फिर इजाफा हुआ है. भीषण भूकंप में मरने वालों की संख्या 129 हो गई है

नेपाल में भूकंप की तबाही से प्रभावित लोगों को एयरलिफ्ट करने की तैयारी है. नेपाल में सभी हेली-ऑपरेटरों को तैयार रहने के लिए कहा गया है. प्रभावित क्षेत्रों से घायलों को एयरलिफ्ट करने की सुविधा के लिए नियमित उड़ान आवाजाही निलंबित कर दी गई है. नेपालगंज हवाई अड्डे और सैन्य बैरक हेलीपैड पर एम्बुलेंस तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल भूकंप में जानमाल के नुकसान पर दुख जताया है. पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि भारत नेपाल के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है और हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है. हमारी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं और हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं.

-नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ भूकंप प्रभावित इलाकों का दौरा करने निकल चुके हैं.

-सरकारी ‘नेपाल टेलीविजन’ के अनुसार, पश्चिमी नेपाल के जाजरकोट और रुकुम जिलों में 80 लोगों की मौत हो गई और 140 से अधिक लोग घायल हो गए. भूकंप के कारण देश में कम से कम 128 लोगों की मौत हुई है.

-नेपाल के जजरकोट और रुकुम जिलों में भूकंप से सबसे अधिक तबाही मची है. यहां अब भी मलबों में दर्जनों लोग दबे हैं, जिन्हें बचाने की कोशिशें जारी हैं. माना जा रहा है कि मरने वालों का आंकड़ा और भी बढ़ सकता है.

-इंडो नेपाल बार्डर से लगभग 98 किलोमीटर की दूरी पर केंद्र बिंदु रहे जाजरकोट में भूकंप से अब तक 128 लोगों की मौत और 140 लोगों के घायल होने की खबर है. यह जानकारी नेपाल पुलिस के केंद्रीय प्रवक्ता डीआईजी कुवेर कडायत ने दी है.

जिन सांपों के dasne से चंद घंटों में हो जाती है मौत, आखिर उसके जहर से कैसे करते है ये लोग नशा ?

Elvish Yadav Snake Venom Case: बिग बॉस ओटीटी के विनर रहे और लोकप्रिय यूट्यूबर एल्विश यादव रेव पार्टी और उसमें सांपों के जहर से बने ड्रग्स के इस्तेमाल को लेकर विवादों में आ गए हैं। यूपी पुलिस ने नोएडा में छापेमारी करके पांच लोगों को नौ सांपों के साथ गिरफ्तार किया। इन सांपों में पांच कोबरा, अजगर, घोड़ा पछाड़ जैसे सांप शामिल थे। इस मामले से जुड़ी एफआईआर में एल्विश यादव का भी नाम जोड़ा गया। बीजेपी सांसद मेनका गांधी ने एल्विश को गिरफ्तार करने की मांग उठाई है। हालांकि, यूट्यूबर ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है। यह पूरा मामला सामने
आने के बाद से रेव पार्टी और उसमें सांपों के जहर से बने ड्रग्स पर चर्चा होने लगी है। लोग यह जानने को काफी उत्सुक हैं कि जिन जहरीले सांपों के चलते चंद घंटों में किसी इंसान की जान चली जाती है, आखिर उसका इस्तेमाल ड्रग्स के लिए कैसे हो रहा है?

क्या इन ड्रग्स को लेने से इंसान की मौत नहीं होती 
आइए जानते हैं, इसी तरह के तमाम सवालों के जवाब …

रेव पार्टियों में धड़ल्ले से यूज हो रहा सांपों का जहर
नोएडा, दिल्ली, गुरुग्राम समेत देश के तमाम बड़े शहरों में देर रात रेव पार्टियां आयोजित की जाती हैं। दावा है कि इन्हीं पार्टियों में अब सांपों के जहर से बने ड्रग्स का इस्तेमाल होने लगा है। इसके लिए बकायदा लोग मोटी से मोटी रकम खर्च करने को तैयार हैं। सांप के जहर से पहले गोलियां बनाई जाती हैं, जिसमें जहर की मात्रा काफी कम होती है। पहले कोबरा जैसे जहरीले सांपों के जहर को निकाला जाता है और फिर उसे पाउडर में बदल दिया जाता। बाद में उसकी छोटी-छोटी गोलियां बना दी जातीं। एक छोटी गोली की कीमत 25 हजार तक जाती है, जबकि आमतौर पर बिकने वाले अन्य ड्रग्स महज दो से तीन हजार रुपये में ही आ जाते हैं। सांपों के जहर
से बनी इन गोलियों में कई अन्य तरह के कैमिकल्स
जाते हैं, जिससे जहर थोड़ा कम असर करे और किस…
न हो, बल्कि उसे नशा हो जाए। ड्रिंक्स आदि में मिलाकर इन गोलियों से नशा किया जाता है। वहीं कई बार लोग जहर के पाउडर से भी नशा करते हैं ।

आखिर मिलता कहां से है जहर वाला ड्रग ?
सबसे बड़ा सवाल है कि पुलिस की इतनी चाक चौबंद व्यवस्था होने के बाद भी रेव पार्टियों में जहरीले सांपों के जहर वाला ड्रग कैसे उपलब्ध हो जाता है? इन गोलियों की पहुंच इतनी आसानी से युवाओं तक कैसे हो जा रही है। तो इसका जवाब है सांपों को रखने वाले सपेरे। आमतौर पर सपेरों के पास को जैसे सांपों की मौजूदगी होती है और अब वे इसका जहर बेचने लगे हैं। इसके अलावा, सांपों की तस्करी करने वालों के पास भी आसानी से जहर मिल जाता है। यहीं से होता हुआ यह जहर रेव पार्टियों तक पहुंचता है। बाद में इसमें कैमिकल आदि मिलाकर इसमें थोड़ा बदलाव किया जाता है। इससे चार से पांच घंटे तक का नशा आराम से रहता है। हालांकि, कई बार यदि ज्यादा ड्रग का सेवन कर लिया तो मौत होने की भी आशंका रहती है।

क्या है पूरा मामला और एल्विश पर क्या लगे हैं आरोप?

रेव पार्टियों में सांप का जहर सप्लाई करने के आरोप में नोएडा पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार  किया। ये गिरफ्तारियां एक एनजीओ – पीपल फॉर एनिमल्स (पीएफए) द्वारा बिछाए गए जाल के बाद की गईं। गिरफ्तार किए गए लोगों के कब्जे से कोबरा समेत नौ सांपों को भी बचाया गया। हालांकि, एक अधिकारी के मुताबिक, इस मामले में एनडीपीएस अधिनिय लागू नहीं किया गया है क्योंकि घटना स्थल पर दवाएं नहीं
मिलीं। गिरफ्तार किए गए लोगों से जब पूछताछ की गई तो पांचों आरोपियों ने दावा किया कि वे रेव पार्टियों में सांप के जहर की सप्लाई करते थे, जो कथित तौर पर एल्विश यादव द्वारा आयोजित की जाती थी। यह जाल पीएफए सदस्य गौरव गुप्ता ने बिछाया था, जिन्होंने अपनी शिकायत में दावा किया था कि उन्होंने सांप के जहर के लिए एल्विश यादव से संपर्क किया था। डीसीपी नोएडा राम बदन सिंह ने कहा, गौरव गुप्ता ने दावा किया कि उसने रेव पाटा के लिए और सांपों की व्यवस्था करने के लिए एल्विश यादव से संपर्क किया था। इसके बाद गुप्ता को एक फोन नंबर दिया गया जिसके बाद ये लोग (आरोपी), सपेरों सहित को बुलाया गया।”

 

हिमाचल में “वैष्णो माता मंदिर” में छिपाया गया 42 टन सरकारी चावल, हुआ पर्दाफाश….

कुल्लू : हिमाचल प्रदेश स्टेट विजिलेंस व एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने कुल्लू से करीब 3 किलोमीटर दूर वैष्णो माता मंदिर परिसर से सरकारी सिविल सप्लाई का 42 टन चावल बरामद किये है। विजिलेंस की टीम ने अचानक वैष्णो माता देवी मंदिर परिसर में रेड की। इस दौरान टीम ने 850 बैग चावल बरामद … Read more