



आज हैदराबाद में CWC, कांग्रेस स्पष्ट करें। बापू के “राम” के साथ या “स्पेशल 26” के साथ।
सोलन: हिमाचल प्रदेश की सड़कों पर ऐसा प्रतीत हो रहा था। जैसे मुगलिया सल्तनत के बादशाह रियासत का मोआईना लेने निकले हो। आज पत्रकार वार्ता के दौरान भाजपा प्रवक्ता विवेक शर्मा ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री पूरे प्रदेश का शासन व प्रशासन नक मस्तक पाऐ जा रहे थे। क्योंकि कांग्रेस संगठन की एक महामंत्री हिमाचल की सौर पर थी। हिमाचल की जनता को प्रियंका गांधी वाड्रा के वजीर को indi एलाइंस के 26 राजनीतिक दलों का प्रदेश व देश के 80% सनातनियों के प्रति अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए था।
कांग्रेस को कटघरे में खड़ा करते हुए उन्होंने कहा उधयानिधि स्टॅलिन, डी राजा व कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे के सपुत्र के बयानों से क्या कांग्रेस के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सहमत हैं। क्योंकि सनातन धर्म व सद्भावना, सदैव कांग्रेस के निशाने पर रही है। चाहे महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण को एक काल्पनिक किताब कैहने की बात हो या रामसेतु न होने का दावा कोर्ट में प्रस्तुत करने का हलफ नामा हो आतंकवाद को हिंदू जैसे शब्दों से जोड़ने का प्रयास किया हो
भारतीय जनता पार्टी की सरकारों के प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण रखने वाले राजनीतिक दल अब भारत की 80% हिंदू आबादी को भी गाली देने पर आ गए हैं यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।
हम प्रदेश के बुद्धि जीवियों को बताना चाहते हैं। यह बयान उसे समय आए जब भारत विश्व का प्रतिनिधित्व जी-20 के माध्यम से कर रहा था। समाज को भड़काने देश के वातावरण को खराब करने की दृष्टि से यह भारत की विपक्षी दलों का षड्यंत्र था।
ऐसे समय में अगर देश का बहुसंख्यक समाज किसी प्रकार के आंदोलन की तरफ चला जाता तो अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की बदनामी होती और यही मकसद कांग्रेस व उनके सहयोगी संगठनों का था।
जिस समय भारत विश्व को संबोधन कर रहा था उस समय उनकी पार्टी के राजकुमार पेरिस में एक यूनिवर्सिटी में भारतीय राजनीति पर टिप्पणियां कर रहे थे लोकतंत्र की दुहाई देकर यह स्वयं सत्ता का सुख पाना चाहते हैं। वास्तविक में इन 26 दलों की हालत
गत 7 वर्ष पूर्व अक्षय कुमार व अनुपम खेर की आई एक हिंदी पिक्चर की तरह है जिसका नाम था ” स्पेशल 26″
भारतीय जनता पार्टी इन से जानना चाहती है कि जिस संविधान की शपथ लेकर यह भारतीय राजनीति का हिस्सा बने हैं। क्या यह उस संविधान को नहीं मानते जिस गांधी का नाम चुराकर इनकी दुकान चल रही है उस बापू की समाधि से” हे राम” शब्द मिटाना चाहते हैं।
मुख्यमंत्री से सवाल पूछते हुए कहा
वर्तमान कांग्रेस सरकार हिमाचल में देवी देवताओं और मेलो उत्सवों पर प्रतिबंध पर विचार कर रही है। क्योंकि यह आयोजन
सनातन से प्रेरित है
भारतीय जनता पार्टी को गाली देते देते यह लोग इतने निम्न स्तर पर आ गए हैं। के अब भारत को भी गाली देने लगे हैं। क्या
भारत के संविधान में फ्रीडम ऑफ रिलीजन भी। अब उनके एजेंट पर है। आज हैदराबाद में सी.डब्ल्यू.सी की मीटिंग हो रही है। सनातन को लेकर कांग्रेस को अपना मत स्पष्ट करना चाहिए।
हम वर्तमान प्रदेश के मुख्यमंत्री उनके साथ उनके मंत्रीगण एवं विधायकों पार्टी के पदाधिकारियों के अतिरिक्त उनके एसोसिएट विधायकों से भी यह जानना चाहते हैं कि वह जनता के बीच आए और सनातन के विषय पर अपना रुख स्पष्ट करें अन्यथा उनकी खामोशी इस बात का संकेत है जो उधयानिधि, डी राजा एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे के पुत्र ने जो कहा है वह उससे सहमत है।