



Maharashtra Political Crisis : अजित पवार के शिंदे सरकार में शामिल होने से महाराष्ट्र की सियासत में हड़कंप मच गया है। अजित पवार को डिप्टी सीएम बनाया गया है और उनके समर्थक विधायकों को मंत्री पद मिला है। ऐसे में एनसीपी की तरफ से महाराष्ट्र ईकाई के प्रमुख जयंत पाटिल का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि एनसीपी के 9 सदस्यों ने राष्ट्रीय और राज्य अध्यक्ष को जानकारी दिए बिना शपथ ली। उनकी ये भूमिका गैरकानूनी है। शरद पवार को अंधेरे में रखकर ये कदम उन्होंने उठाया। एनसीपी की राज्य अनुशासन कमेटी ने उनके इस कदम पर अपात्रता पिटीशन को विधानसभा अध्यक्ष के पास हार्ड कॉपी और मेल के जरिए भेजा है। ई मेल और वाट्सऐप पर ये अपात्रता पिटीशन भेजी गई है।
महाराष्ट्र एनसीपी के जनरल सेक्रेटरी शिवाजी गर्जे निलंबित
महाराष्ट्र एनसीपी अध्यक्ष जयंत पाटिल ने महाराष्ट्र एनसीपी के जनरल सेक्रेटरी शिवाजी गर्जे को पार्टी से निलंबित किया। कल अजित पवार समेत बागी विधायकों के शपथग्रहण समारोह में उपस्थित रहने के कारण कार्रवाई की।
तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने शरद पवार को अपना समर्थन दिया
तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने आज एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से बात की और उन्हें अपना समर्थन दिया।
विधायकों ने शपथ ग्रहण समारोह से पहले अजित पवार को एनसीपी का नया गुट नेता बनाया: सूत्र
विधायकों ने शपथ ग्रहण समारोह से पहले अजित पवार को एनसीपी का नया गुट नेता बनाया। विधानसभा अध्यक्ष को पत्र सौंपा। अनिल पाटिल जो एनसीपी के चीफ व्हिप थे, उन्होंने पार्टी विधायकों की बैठक बुलाई थी। जिसमें अजित पवार को विधानसभा में ग्रुप लीडर चुना गया। इस कार्रवाई का पत्र विधानसभा अध्यक्ष को सौंपा गया। जिस वक्त अजित पवार ने नेता विपक्ष पद से इस्तीफा दिया, उसके बाद पार्टी विधायकों की बैठक में ग्रुप लीडर तय किया गया।
इस मामले में अजित पवार जल्द ही प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले हैं।