सराज के जंजैहली में मंत्री जगत सिंह नेगी का काले झंडों से स्वागत, गो बैक के लगे नारे…

लाइव हिमाचल/मंडी : हिमाचल प्रदेश के राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी का विरोध हुआ है.  शुक्रवार को वह मंडी जिले में आपदा के बाद सराजघाटी में हुए नुकसान का जायजा लेने पहुंचे थे. इस दौरान राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी का स्वागत भाजपा कार्यकर्ताओं ने काले झंडों के साथ किया। जंजैहली पहुंचने पर मंत्री जगत सिंह नेगी को यहां खड़े दर्जनों भाजपा कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाए और गो बैक के नारे लगाकर यहां से वापिस जाने को कहा. यह सारा प्रदर्शन जंजैहली मंडल भाजपा के अध्यक्ष भीषम ठाकुर के नेतृत्व में संपन्न हुआ. शुक्रवार को जगत सिंह नेगी ने सराज के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया. लेकिन भाजपा नेताओं को उनका यह दौरा रास नहीं आया. जंजैहली मंडल भाजपा के अध्यक्ष भीषम ठाकुर ने कहा कि आपदा के दौरान जहां सराज को हर तरफ से मदद और सहानुभूति मिली। उन्होंने कहा कि जगत सिंह नेगी ने संवेदनहीन बयान देकर यहां के लोगों के जख्मों को कुरेदने का काम किया. उन्होंने कहा कि नेगी लोग स्वभाव में मधुर और दूसरों की मदद करने वाले होते हैं लेकिन जगत सिंह नेगी दूसरों के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम करते हैं जोकि किसी भी लिहाज से उचित नहीं है. ऐसे मंत्री की सराज के लोगों को कोई जरूरत नहीं है. इसलिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने आज उन्हें काले झंडे दिखाकर और गो बैक के नारे लगाकर अपना विरोध प्रकट किया है. मंडी जिले की सराज घाटी में 30 जून और एक जुलाई को आपदा आई थी और अब तक यहां पर 27 लोग लापता हैं. 25 दिन बाद भी उनका कुछ पता नहीं चला है. 15 शव बरामद हुए हैं. वहीं, थुनाग से बागवानी कॉलेज को भी शिफ्ट करने की सरकार की मंशा से लोग नाराज हैं।

पर्यावरण की स्वच्छता एवं पृथ्वी की सुरक्षा के लिए पौधरोपण आवश्यक : डॉ. अरविंद मल्होत्रा

ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा पौधरोपण जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

सोलन: ज़िला एवं सत्र न्यायाधीश सोलन डॉ. अरविंद मल्होत्रा ने कहा कि पर्यावरण को स्वच्छ रखने एवं पृथ्वी की सुरक्षा के लिए पौधा रोपण आवश्यक है। डॉ. अरविंद मल्होत्रा आज सोलन के कोठों में ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरण सोलन तथा वन विभाग के सौजन्य से आयोजित पौधारोपण अभियान के तहत जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। डॉ. अरविंद मल्होत्रा ने कहा कि केवल पौधरोपण के साथ ही हमारा उत्तरदायित्व पूर्ण नहीं होता। हमें रोपित किए गए पौधों की एक शिशु की तरह देखभाल करनी होती है। उन्होंने कहा कि उचित देखभाल से ही पौधा स्वस्थ वृक्ष का आकार लेता है। उन्होंने कहा कि पौधरोपण के माध्यम से हम जन-जन को पौधे लगाने और उनकी सुरक्षा कर इन्हें वृक्ष बनता देखने के लिए सभी को प्रेरित कर सकते हैं। पौधरोपण वर्तमान में समय की मांग है। ज़िला एवं सत्र न्यायाधीश ने कहा कि अभियान के तहत आज फलदार, छायादार व औषधीय पौधे रोपित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को स्वच्छ बनाने के लिए पौधा रोपण करना जरूरी है। पेड़ों से सभी प्रणियों को जीवन के आवश्यक ऑक्सीजन प्राप्त होती है तथा वृक्ष पृथ्वी को सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में प्रत्येक वर्ष 10-10 पौधों का पौधरोपण करने के साथ-साथ उनके संरक्षण का भी संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने सभी से अपने आस-पास के क्षेत्र में रहने वाले लोगों को भी पौधे लगाने के लिए जागरूक करने का आग्रह किया। वन मंडल अधिकारी डॉ. एच के गुप्ता ने कहा कि पौधारोपण अभियान में जनभागीदारी अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि वन हमारी राष्ट्रीय संपत्ति हैं और हमें इनके संरक्षण एवं संवर्द्धन पर विशेष ध्यान देना चाहिए। इस अवसर पर अतिरिक्त ज़िला एवं सत्र न्यायाधीश सोलन अभय मण्डयाल, अतिरिक्त ज़िला एवं सत्र न्यायाधीश फास्ट ट्रैक स्पेशल कोर्ट कनिका चावला, मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी सोलन दिव्या ज्योति पटयाल, ज़िला विधिक सेवा एवं प्राधिकरण की सचिव आकांक्षा डोगरा, अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी सोलन, सोनल शर्मा, अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी सोलन आर. मेहुल शर्मा ने पौधे रोपित किए। इस अवसर पर हरड, बेहड़ा, आंवला, जामुन, देवदार एवं दाडू इत्यादि के लगभग 80 पौधे रोपित किए गए। सोलन बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अभिषेक ठाकुर, ज़िला परिषद सदस्य मनोज वर्मा, ग्राम पंचायत शामती की प्रधान लता, ग्राम पंचायत कोठों की प्रधान जयवंती ठाकुर, उप प्रधान सुनील ठाकुर, सहायक वन संरक्षक चंद्रिका शर्मा, वन परिक्षेत्र अधिकारी रविकांत, शेड्स कॉलेज चम्बाघाट के विद्यार्थियों सहित स्थानीय ग्रामीण इस अवसर पर उपस्थित थे।

कांग्रेस सरकार के समय जाति जनगणना न कराना बड़ी गलती, अब इसे सुधारूंगा’, OBC सम्मेलन में बोले राहुल गांधी

दिल्ली: कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में हुए OBC नेतृत्व भागीदारी न्याय सम्मेलन में जाति जनगणना को लेकर एक अहम और आत्ममंथन भरा बयान दिया। राहुल गांधी ने स्वीकार किया कि कांग्रेस सरकार के समय जातिगत जनगणना न करवाना एक बड़ी गलती थी और इसे उन्होंने अपनी व्यक्तिगत चूक बताया। राहुल गांधी ने कहा, “मुझे राजनीति करते हुए 21 साल हो गए हैं। जब मैं पीछे देखता हूं, तो समझ आता है कि मैंने कुछ चीजें सही कीं, जैसे जमीन अधिग्रहण कानून, मनरेगा और नियमगिरी की लड़ाई। लेकिन एक बड़ी गलती मैंने की, ओबीसी समाज की पूरी तरह से रक्षा नहीं कर पाया।” उन्होंने आगे कहा कि “जातिगत जनगणना उस समय करवा देनी चाहिए थी, लेकिन मैं ओबीसी वर्ग की समस्याओं को गहराई से समझ नहीं पाया। ये मेरी कमी थी। लेकिन अब मैं इसे सुधारना चाहता हूं। राहुल गांधी ने वादा किया कि “अब मैंने ठान लिया है जातिगत जनगणना करवा कर रहूंगा। यह पहला कदम है। मेरा लक्ष्य है कि पिछड़े, दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यक वर्गों को सही सम्मान और भागीदारी मिले।” उन्होंने कहा कि जिस तरह कांग्रेस ने तेलंगाना में पिछड़े वर्गों को सम्मान दिया, वही अब पूरे देश में किया जाएगा। राहुल गांधी ने बजट प्रक्रिया का उदाहरण देते हुए कहा, “देश की 90% आबादी पिछड़े, दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यकों की है। लेकिन जब बजट बनता है और हलवा बंटता है, तो वहां इस 90% का कोई नहीं होता।” उन्होंने कहा, “हलवा आप बनाते हैं, लेकिन खाते कोई और हैं। हम यह नहीं कहते कि उन्हें न मिले, लेकिन आपको भी तो मिलना चाहिए। राहुल गांधी ने कहा कि आप प्रियंका गांधी से पूछ सकते हैं, अगर राहुल किसी बात पर ठान ले तो उसे छोड़ता नहीं है। उन्होंने कहा, “जातिगत जनगणना मेरा संकल्प है, मैं इसे पूरा करके ही रहूंगा।

माता चिंतपूर्णी मेला आज से शुरू, श्रद्धालुओं के लिए की गईं विशेष व्यवस्था…इन चीजों पर लगी रोक

कांगड़ा: माता चिंतपूर्णी का प्रसिद्ध मेला आज से शुरू हो गया है, जो आगामी 3 अगस्त तक श्रद्धालुओं के लिए खुला रहेगा। यह मेला श्रवण अष्टमी के विशेष अवसर पर आयोजित किया जाता है और हर साल हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां माता के दर्शनों के लिए पहुंचते हैं। इस बार भी मेला अपनी भव्यता और आस्था के साथ श्रद्धालुओं का दिल जीतने के लिए तैयार है। माता श्री चिंतपूर्णी माता का दरबार इस दौरान श्रद्धालुओं के लिए 24 घंटे खुला रहेगा। हालांकि, रात में एक घंटे सफाई कार्य के लिए मंदिर बंद रहेगा और दिन के कुछ समय के लिए सजावट और प्रसाद चढ़ाने के लिए मंदिर में कुछ समय के लिए अस्थायी रूप से बंद किया जाएगा। श्रद्धालुओं के लिए यह विशेष व्यवस्था की गई है ताकि वे बिना किसी रुकावट के अपनी आस्था के अनुसार माता के दर्शन कर सकें। मेले के आयोजन को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। एसडीएम सचिन शर्मा ने बताया कि मेले में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस द्वारा विशेष निगरानी रखी जा रही है। इस बार श्रद्धालुओं से कुछ खास नियमों का पालन करने की अपील की गई है। मेले के दौरान श्रद्धालुओं और अन्य व्यक्तियों को किसी भी प्रकार के हथियार लाने की अनुमति नहीं होगी। केवल तैनात सुरक्षा बल के पास ही हथियार होंगे। मेले के दौरान बैंड, ढोल, और लंबे चिमटे लाने पर भी प्रतिबंध रहेगा, ताकि धार्मिक माहौल बनाए रखा जा सके और सुरक्षा में कोई समस्या उत्पन्न न हो। माता के दरबार को विशेष रूप से सजाया गया है। मंदिर को रंग-बिरंगे फूलों से सुसज्जित किया गया है, जो भक्तों की आस्था और भक्ति को और भी प्रगाढ़ बना रहे हैं। इस भव्यता के बीच, श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए दूर-दूर से आ रहे हैं। हर कोने में श्रद्धालुओं का उमड़ा हुआ हुजूम साफ नजर आ रहा है, जो इस मेले को एक अलौकिक रूप दे रहा है। इस बार श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई है ताकि उनका अनुभव सहज और सुखद हो। पानी, शुद्ध भोजन, और शौचालय जैसी सुविधाएं मेले में उपलब्ध रहेंगी। प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि किसी प्रकार की असुविधा न हो और भक्त पूरी श्रद्धा के साथ माता के दरबार में हाजिरी लगा सकें। यह मेला न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर को भी दर्शाता है। श्रद्धालु इस अवसर का लाभ उठाकर माता के दरबार में अपनी मनोकामनाएं पूरी करने के लिए पहुंचे हैं। सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध किया गया है कि वे प्रशासन द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन करें और अपने धार्मिक अनुभव को शांतिपूर्ण और सुरक्षित बनाएं।

भीम आर्मी भारत एकता मिशन का सिरमौर में नया नेतृत्व, धनीराम को सौंपी कमान

नाहन : भीम आर्मी भारत एकता मिशन हिमाचल प्रदेश ने संगठन विस्तार की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए धनीराम चौहान को जिला सिरमौर का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। यह घोषणा जिला सिरमौर की आयोजित बैठक के दौरान की गई, जिसमें संगठन के विभिन्न वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे। बैठक की अध्यक्षता लोकसभा प्रभारी सुरेंद्र सिंह धर्म और मीडिया प्रभारी अमित कुमार ने की, जबकि जिला सिरमौर प्रभारी सुनील कुमार की उपस्थिति और अनुमोदन से यह नियुक्ति प्रक्रिया पूरी की गई। इस अवसर पर प्रदेश महासचिव द्वारा नियुक्ति पत्र सौंपा गया। धनीराम चौहान वर्ष 2021 से भीम आर्मी भारत एकता मिशन से जुड़े हुए हैं और संगठन में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। इससे पूर्व वे रेणुका मंडल के अध्यक्ष के रूप में कार्य कर चुके हैं, जहाँ उनके कार्यों की सराहना संगठन के विभिन्न स्तरों पर की गई थी। नव नियुक्त अध्यक्ष धनीराम चौहान ने संगठन के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि वे समाज में समानता, शिक्षा और न्याय के लिए संगठन के मूल उद्देश्यों को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य निष्ठा से करेंगे। उन्होंने जिले भर में संगठन को मजबूत करने, युवाओं को जोड़ने और सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने के लिए सक्रिय कार्यक्रम चलाने की बात कही। भीम आर्मी भारत एकता मिशन के प्रदेश नेतृत्व ने भी विश्वास जताया है कि धनीराम चौहान के नेतृत्व में जिला सिरमौर में संगठन और अधिक सशक्त होगा और दलित, पिछड़े व वंचित वर्गों की आवाज को और मजबूती से उठाया जाएगा।

सोलन कॉलेज में इंडक्शन कार्यक्रम हुआ आयोजित

सोलन: राजकीय महाविद्यालय सोलन BSc प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए इंडक्शन/ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ. अनिल ठाकुर द्वारा महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. मनीषा कोहली की उपस्थिति में किया गया, जो इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहीं। डॉ. अनंत विद्या निधि ने छात्रों को संबोधित करते हुए महाविद्यालय के इतिहास, महाविद्यालय में संचालित पाठ्यक्रमों, चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (CBCS), RUSA के अंतर्गत वार्षिक प्रणाली, महाविद्यालय के नियम एवं विनियम, एंटी रैगिंग, नशा विरोधी नियमों, एनसीसी, एनएसएस, और अन्य पाठ्य सहगामी गतिविधियों व क्लबों के विषय में विस्तार से जानकारी दी। डॉ. अनिल ठाकुर ने महाविद्यालय के पूर्व छात्र संघों तथा महाविद्यालय के विशिष्ट पूर्व छात्रों द्वारा संस्थान के विकास में दिए गए महत्वपूर्ण योगदान पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि महाविद्यालय के पूर्व छात्र विभिन्न प्रतिष्ठित पदों पर आसीन हैं, जिनसे वर्तमान विद्यार्थियों को प्रेरणा लेनी चाहिए। इस कार्यक्रम के समापन पर महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. मनीषा कोहली ने छात्रों को संबोधित करते हुए उन्हें पढ़ाई में रुचि लेने, अनुशासन का पालन करने तथा समाज में उच्च पदों पर पहुँचने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने सभी नवप्रवेशित विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। इस कार्यक्रम में भौतिक विज्ञान एवं जीवन विज्ञान संकाय के समस्त प्राध्यापकगण उपस्थित रहे, जिनमें डॉ. अनंत विद्या निधि, डॉ. योगेश कुमार, डॉ. जगदीश चंद, डॉ. अनिल ठाकुर, डॉ. सतीश ठाकुर, डॉ. आरती नेगी, डॉ. मंजू ठाकुर, प्रो. कनुप्रिया, प्रो. रूपा, डॉ. रमेश कुमार, डॉ. ईश्वर नेगी, डॉ. प्रीति तथा डॉ. तन्वी कपूर प्रमुख रूप से शामिल रहे।

आंखों में आंसू…दिल में गुस्सा, IGMC में मां की मौत पर बेटे ने किया हंगामा…

शिमला: हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल आईजीएमसी शिमला में इलाज में कथित लापरवाही का एक गंभीर मामला सामने आया है। अस्पताल में एक बुजुर्ग महिला की माैत के बाद उसके बेटे ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो सांझा करते हुए आरोप लगाया कि उसकी मां को समय पर उपचार नहीं मिला, जिससे उनकी मौत हो गई। वीडियो में व्यक्ति ने दावा किया कि वह इमरजैंसी वार्ड में एक-एक डॉक्टर से अपनी मां के इलाज के लिए गुहार लगाता रहा, लेकिन सभी ने उसे नजरअंदाज किया। वीडियो में व्यक्ति भावुक स्वर में कहता है कि मैं, मेरी बहन, मेरा भाई और मेरी पत्नी हम सभी आईजीएमसी के इमरजैंसी वार्ड में एक-एक डॉक्टर के आगे गिड़गिड़ाते रहे। मेरी मां तड़प रही थीं, लेकिन कोई तुरंत इलाज देने को तैयार नहीं हुआ। जिन दो डॉक्टरों के जिम्मे मेरी मां का इलाज था, वो सामने से गुजरे, लेकिन किसी ने कुछ नहीं किया। हम लगभग एक घंटे तक अस्पताल के गलियारों में दौड़ते रहे, मगर किसी ने गंभीरता से नहीं लिया। दरअसल, मंडी जिले के सराज के लीलाधर अपनी माता जी को इलाज के लिए यहां लाए थे. आईजीएमसी में उनकी माता को भर्ती तो कर लिया गया था, लेकिन उन्होंने आरोप लगाए कि डॉक्टरों ने उनकी जांच नहीं की और ऑक्सीजन सिलेंडर भी खाली दिय़ा. उन्होंने आरोप लगाया कि वह मिन्नतें करते रहे लेकिन डॉक्टर उन्हें इधर उधर घुमाते रहे. करीब 10 बजे लीलाधर की मां की मौत हो गई. उनकी मां को मंडी के नेरचौक मेडिकल कॉलेज से यहां भेजा गया था. क्योंकि उन्हें हार्ट अटैक आया था. वहीं, मां के इलाज में लापरवाही बरतने की शिकायत देने के लिए लीलाधार आईजीएमसी अस्पताल के मेडिकल सुपरींनटेंडेंट राहुल राव के दफ्तर भी गए थे. लेकिन पौने 11 बजे तक वह अस्पताल में नहीं थे.  लीलाधर ने रोते रोते डॉक्टरों की लापरवाही पर खासा हंगामा किया. इस दौरान उन्होंने जब लाश के लिए स्ट्रेच्र मांगा तो एक महिला डॉक्टर उनसे भिड़ गई और कहने लगी कि आप यहां का हाल भी अपने लाइव में दिखाइए. इस दौरान महिला डॉक्टर उनसे छीना-झपटी भी करने लगी. ऐसे में काफी देर तक यहां पर हंगामा चलता रहा। इस पूरे मामले पर जब अस्पताल प्रशासन से प्रतिक्रिया मांगी गई तो आईजीएमसी के डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. अमन ने कहा कि फिलहाल उनके संज्ञान में ऐसा कोई मामला नहीं आया है। हम मामले की पूरी जानकारी लेंगे, अगर कोई लापरवाही पाई जाती है तो उचित कार्रवाई की जाएगी। मरीजों को बेहतर सेवाएं देना हमारी प्राथमिकता है। इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर लोगों की भावनाओं को झकझोर दिया है। कई लोग अस्पताल की व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं।

प्रसव के बाद महिला की माैत पर कमला नेहरू अस्पताल में हुआ हंगामा, परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप…

लाइव हिमाचल/शिमला : हिमाचल प्रदेश के शिमला के दो बड़े अस्पतालों में शुक्रवार को दो महिलाओं की मौत पर खूब हंगामा हुआ. आईजीएमसी अस्पताल में मौत के बाद शिमला शहर के  कमला नेहरू अस्पताल में डिलीवरी के बाद महिला की मौत हो गई. महिला की हालत बिलकुल ठीक थी. लेकिन अचानक उसकी मौत हो गई. महिला के परिजनों ने डॉक्टरों की लापरवाही के आरोप लगाए हैं. इस घटना के बाद परिवार ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए हैं और अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया। महिला के परिजनों ने बताया कि 12 घंटे उसकी डिलीवरी हुई थी और वह बिलकुल ठीक थी. इस दौरान अस्पताल में काफी देर तक परिजन रोते रहे. पति ने भी रोते रोते अपना दुखड़ा सुनाया. इस दौरान जब अस्पताल के मेडिकल सुपरींटेंडेंट मौके पर आए तो परिजनों ने उन पर सवालों की बौछार लगा दी. इस दौरान मेडिकल सुपरींटेंडेंट भी परिजनों के सवालों का जवाब नहीं दे पाए. हालांकि, उन्होंने कहा कि उन्हें बताया गया है कि महिला की हालत ठीक थी. इस दौरान मौके पर पुलिस भी पहुंची थी. जानकारी के अनुसार, मृतक महिला की पहचान अंजु के रूप में हुई है, जो कि शिमला जिले के ठियोग के चयोग गांव की रहने वाली थी. गुरुवार को अंजू की सिजेरियन डिलीवरी हुई थी, जिसमें उसने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया था. डिलीवरी के बाद उसकी हालत सामान्य थी, लेकिन शुक्रवार सुबह लगभग 8:30 बजे जब स्टाफ नर्स ने उसे एक वार्ड से दूसरे वार्ड में शिफ्ट करने को कहा, तभी स्थिति बिगड़ गई. परिजनों का आरोप है कि शिफ्टिंग के दौरान महिला को बिना किसी स्ट्रेचर के सहारे से पकड़ कर ले जाया गया, जिससे सिजेरियन ऑपरेशन के टांकों से ब्लीडिंग शुरू हो गई और कुछ ही देर में महिला की हालत नाजुक हो गई और उसकी मौत हो गई. घटना को लेकर महिला का पति फूट फूट कर रोता रहा. उधर, घटना के बाद से प्रदेश में स्वास्थ्य संस्थानों की कलई इन घटनाओं से खुल गई है. उधर, परिजनों ने कहा कि महिला 10 दिन से यहां पर भर्ती थी. ननद ने कहा कि वह रात को अपनी भाभी के साथ थी. भाभी को एकदम से चक्कर आया था. डॉक्टरों ने कहा कि उसका बीपी लो है. इस घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि यदि समय पर उचित चिकित्सा सहायता दी जाती और नर्स जबरदस्ती न करती, तो अर्चना की जान बच सकती थी। गुस्साए परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया और लापरवाही बरतने वाले डॉक्टर, नर्स पर कारवाई की गुहार लगाई है।हालांकि अस्पताल प्रशासन ने बताया कि महिला की फ़ूड पाइप में कुछ फंस गया था, जिससे महिला की मौत हो गई।पोस्टमार्टम प्रक्रिया शुरू कर दी गई है जिसके बाद ही महिला की मौत के असल कारणों का पता चल पाएगा।

अवैध खनन पर एक्शन: आधी रात को स्वां खड्ड में उतरे डीसी ऊना, तीन टिप्पर एक पोकलेन जब्त

ऊना: ऊना जिला प्रशासन ने अवैध एवं अवैज्ञानिक खनन के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए वीरवार मध्यरात्रि एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। इस विशेष छापामार अभियान का नेतृत्व स्वयं उपायुक्त ऊना जतिन लाल ने किया। उनकी अगुवाई में रात 12 बजे खनन विभाग की टीम ने फतेहपुर क्षेत्र में स्वां नदी में औचक निरीक्षण … Read more

Mumbai Rain Alert: मूसलधार बारिश से पानी-पानी हुई मुंबई, लोकल सेवाएं प्रभावित, हाईअलर्ट पर पुलिस

Mumbai Rain Alert: मुंबई और आसपास के इलाकों में लगातार हो रही भारी बारिश से आम लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई सड़कों पर पानी भर गया है, जिससे ट्रैफिक जाम और आवागमन में परेशानी हो रही है। जलभराव की तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी सामने आ रही हैं। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि जब तक बहुत जरूरी न हो, तब तक घरों से बाहर न निकलें। प्रशासन ने कहा है कि लोगों की सुरक्षा के लिए पूरी तैयारी की गई है और सभी विभागों के अधिकारी और कर्मचारी अलर्ट पर हैं। मुंबई प्रशासन ने ड्राइवरों को गाड़ी धीरे चलाने और जलभराव वाले रास्तों से बचने की सलाह दी है। बारिश के कारण सड़कों पर फिसलन बढ़ गई है, जिससे दुर्घटनाएं हो सकती हैं। मुंबई में किसी भी आपात स्थिति के लिए लोगों को नीचे दिए गए नंबरों पर कॉल करने को कहा गया है। 100, 112 और 103 इन नंबरों पर कॉल करके आप पुलिस या अन्य मदद प्राप्त कर सकते हैं। आईएमडी के अनुसार, 25 जुलाई को मयूरभंज और क्योंझर जिलों में बहुत भारी बारिश हो सकती है (21 सेंटीमीटर से ज्यादा), जिसके लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा, 10 अन्य जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। बारिश के साथ समुद्री तूफान की आशंका को देखते हुए मछुआरों को 28 जुलाई तक समुद्र में न जाने को कहा गया है। इस दौरान समुद्र में लहरें बहुत ऊंची हो सकती हैं और खतरा बढ़ सकता है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बताया है कि ओडिशा में 25 जुलाई से 28 जुलाई तक भारी बारिश हो सकती है। बंगाल की खाड़ी में बना लो प्रेशर एरिया अब डिप्रेशन में बदल गया है, जिससे तेज हवाएं और मूसलधार बारिश की संभावना बढ़ गई है।