



मुख्यमंत्री ने विक्रमादित्य सिंह को गले लगाया
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जैसे ही पहुंचे विक्रमादित्य ने उनका स्वागत किया। इस दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने उन्हें गले लगाया। विक्रमादित्य पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह के पुत्र हैं।
पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ पहुंचे लोग
प्रदेशभर से लोग इस कार्यक्रम में भाग लेने आए। पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ लोग पहुंचे व नाटी डालते हुए कार्यक्रम में पहुंचे। इससे पहले यह समारोह 23 जून को प्रस्तावित था, लेकिन उस समय प्रदेश में आई आपदा के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था. गौरतलब है कि वीरभद्र सिंह का निधन 8 जुलाई 2021 को हुआ था। वीरभद्र सिंह हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के कद्दावर नेता थे. उन्होंने अपने जीवन में पहली बार 1962 में चुनाव लड़ा और जीता था. अपने जीवन में वह कुल 14 बार चुनाव लड़े. पांच बार सांसद रहे और छह बार हिमाचल के सीएम बनने का मौका मिला. उनके परिवार में दो बेटियां और एक बेटा विक्रमादित्य सिंह हैं।
किस फेमस मूर्तिकार ने बनाई दिग्गज नेता वीरभद्र सिंह की 9 फीट ऊंची प्रतिमा
वीरभद्र सिंह की मूर्ति का प्रारुण प्रसिद्ध मूर्तिकार राम सुतार ने तैयार किया है. उनके बेटे अनिल सुतार भी मूर्तिकार हैं.वीरभद्र सिंह की प्रतिमा अष्टधातु की बनी है, जिसकी लागत 24 लाख रुपये आई. यह करीब नौ फीट ऊंची है और शिमला के दौलत सिंह पार्क में लगाई जा रही है. वीरभद्र सिंह के मूर्ति के साथ हिमाचल निर्माता और पहले सीएम यशवंत सिंह परमार की मूर्ति है. वीरभद्र सिंह की प्रतिमा को बनाने में करीब छह माह का वक्त लगा है. राम सुतार का जन्म 19 फ़रवरी 1925 को हुआ है. वह 100 साल के हो गए हैं. उन्होंने स्टैच्यू ऑफ़ यूनिटी को भी डिजाइन किया है. सुतार का जन्म 19 फ़रवरी 1925 को महाराष्ट्र के धुले ज़िले के गोंडूर गाँव में हुआ था. वह बाद में महाराष्ट्र से आकर दिल्ली बस गए थे. शिमला के रिज मैदान पर अलग अलग जगहों पर महात्मा गांधी की प्रतिमा भी लगी हुई है. इसके अलावा, रिज मैदान पर देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, पूर्व पीएम अटल बिहारी बाजपेई, लाला लाजपत राय और पूर्व सीएम यशवंत सिंह परमार की मूर्तियां लगी हैं।