



नेशनल डेस्क : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले के बाद, खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू एक बार फिर चर्चा में आ गया है। इस बार उसने खुलकर पाकिस्तान का समर्थन करते हुए भारत और भारतीय सेना के खिलाफ जहर उगला है। पन्नू ने पाकिस्तान के पक्ष में खड़ा होकर कहा कि वह भारतीय सेना को पंजाब से होकर पाकिस्तान पर हमला नहीं करने देगा। आपको बता दें कि पाकिस्तान के समाचार चैनल से बात करते हुए पन्नू ने कहा “हम भारतीय सेना को पंजाब से गुजरने नहीं देंगे, जिससे वे पाकिस्तान पर हमला करें। भारत में पाकिस्तान से लड़ने की हिम्मत नहीं है। हम दो करोड़ सिख पाकिस्तान के साथ चट्टान की तरह खड़े हैं।” उसने यह भी कहा कि भारत में अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव और अत्याचार हो रहा है, और अब समय 1965 या 1971 जैसा नहीं रहा, बल्कि यह 2025 है, जब सिख समुदाय अपनी आवाज उठा सकता है।अपने बयान में पन्नू ने कहा कि पाकिस्तान का नाम ही पवित्रता का प्रतीक है और उनकी परंपरा है कि वे कभी हमला शुरू नहीं करते. उसने चेतावनी दी, “जो हमला करता है, उसका अंत बुरा होता है- चाहे वह इंदिरा गांधी हों, नरेंद्र शर्मा हों या अमित शाह.” उसने कहा कि वो मोदी, डोभाल, अमित शाह और जयशंकर को अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत सजा दिलाएगा. पन्नू ने आरोप लगाया कि भारत ने पहलगाम में अपने ही हिंदुओं को राजनीतिक फायदा उठाने के लिए मारा था.
22 अप्रैल को पहलगाम में हुई थी घटना
गौरतलब है कि आतंकवादियों ने मंगलवार (22 अप्रैल) को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में गोलीबारी की जिसमें 26 लोग मारे गए, जिनमें से ज्यादातर पर्यटक थे. यह 2019 में पुलवामा हमले के बाद घाटी में सबसे घातक हमला था. पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) से जुड़े उसके संगठन ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली. पीएम मोदी ने कहा कि पहलगाम में लोगों पर हमला करने वाले आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना के तुरंत बाद दो बार देश को संबोधित किया और स्पष्ट रूप से कहा कि “हमले के दोषियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।” रक्षा मंत्री, सेना प्रमुख और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार लगातार उच्चस्तरीय बैठकों में व्यस्त हैं, और पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा जवाब दिए जाने की संभावनाएं तेज़ हो गई हैं।
पन्नू के बयान से भारत में आक्रोश…
पन्नू जैसे फरार और वांछित आतंकी का इस संवेदनशील समय में पाकिस्तान का खुला समर्थन करना न केवल निंदनीय है, बल्कि यह आतंकवाद के प्रति पाकिस्तान की छाया नीति को भी उजागर करता है। भारत में अब पन्नू के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई और उसके प्रत्यर्पण की मांग और तेज़ हो गई है।