



लाइव हिमाचल/पालमपुर : केन्द्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मन्त्नी मुरलीधर मोहोल ने राज्यसभा सांसद इंदु गोस्वामी को संसद में उनके एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि क्षेत्नीय कनेक्टिविटी को सुदृड करने के लिए शुरू की गई उडान योजना के अंतर्गत हिमाचल प्रदेश को हवाई अड्डों के विकास के लिए अब तक 213.52 करोड रूपये जारी किये गए हैं। जिसमें से 31 अक्टूबर 2024 तक 160.46 करोड रूपये की धनराशि का उपयोग किया जा चुका है। राज्यसभा सांसद इन्दु गोस्वामी ने बताया कि राज्य मंन्त्नी ने उन्हें जानकारी दी है कि उडान योजना के अंतर्गत 29 राज्यों को अब तक 5278.56 करोड रूपये जारी किये गए हैं, जिसमें से 31 अक्टूबर 2024 तक 4135.44 करोड रूपये की धनराशि का उपयोग किया गया है। उन्होंने बताया कि उडान योजना के अन्तर्गत पंजाब , हरियाणा, उत्तराखंड और केंद्र शाषित लद्दाख राज्यों को अब तक क्र मश 143.25 करोड, 60.65 करोड, 137.42 करोड और 10.20 करोड रूपये जारी किये गए जिसमे से 31 अक्टूबर 2024 तक पंजाब, हरियाणा , उत्तराखंड और केंद्र शाषित लद्दाख राज्यों ने क्र मश 143.22 करोड, 35.65 करोड, 76.68 करोड और 0.30 करोड रूपये की धनराशि का उपयोग किया गया है। उन्होंने राज्यसभा सांसद इंदु गोस्वामी को बताया कि उडान योजना के अन्तर्गत सर्वाधिक 1128.32 करोड रूपये की धनराशि उत्तर प्रदेश को आबंटित की गई है। जिसमे से राज्य में 31 अक्टूबर 2024 तक 1096.29 करोड रूपये की धनराशि का उपयोग किया गया है। उन्होंने बताया कि उडान योजना के अन्तर्गत 25 अक्टूबर 2024 तक 609 रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम वायु मार्गों के माध्यम से 86 एयरपोर्ट्स को ऑपरेशनल किया गया है, जिसमे 13 हेलिपोर्टस और दो वाटर एरोड्रोम्स भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 2.86 लाख आरसीएस फ्लाइट्स के माध्यम से 146 लाख घरेलू मुसाफिरों ने यात्ना की है।उन्होंने राज्यसभा सांसद इंदु गोस्वामी को बताया कि उडान योजना के अन्तर्गत एयरपोर्ट्स , हेलिपोर्टस और वाटर एरोड्रोमेस को अपग्रेड करने के लिए 4500 करोड रूपये की धनराशि जारी की गई , तथा योजना के दूसरे चरण में 50 नए हवाई अड्डों के पुनरु थान के लिए 1000 करोड रूपये की धनराशि जारी की गई । जिसमे से 31 अक्टूबर 2024 तक 4135.45 करोड रूपये खर्च किये गए हैं।