



Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस शासित मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार एक नए विवाद में घिर गई है। इसकी वजह एक कंडक्टर और ड्राइवर को HRTC द्वारा भेजा गया ‘कारण बताओ’ नोटिस है। यह नोटिस इसलिए भेजा गया क्योंकि दोनों कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लेकर एक टीवी न्यूज डिबेट देख रहे थे, जिसमें राहुल गांधी के खिलाफ बयानबाजी हो रही थी।दरअसल, यह मामला हिमाचल प्रदेश के ढली से संजौली जा रही परिवहन निगम की बस का है। 5 नवंबर को इस रूच पर बस में राहुल गांधी को लेकर एक टीवी न्यूज डिबेट चल रहा था, जिसकी शिकायत किसी ने मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंचा दी। शिकायत के बाद हिमाचल रोडवेज के प्रबंधन ने न केवल नोटिस जारी किया है, बल्कि ड्राइवर और कंडक्टर को तीन दिन में जवाब देने को भी कहा है।
HRTC ने ड्राइवर और कंडक्टर के खिलाफ बिठाई जांच
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मुख्यमंत्री कार्यालय ने मामले की जानकारी मिलने पर HRTC को संज्ञान लेने का निर्देश दिया। नतीजा ये कि HRTC ने बस ड्राइवर और कंडक्टर के खिलाफ एक सख्त जांच बिठा दी। विभाग ने स्पष्टीकरण भेजा गया है। इस विवाद के सामने आने के बाद बीजेपी कांग्रेस के खिलाफ हमलावर हो गई है। इस विवाद को लेकर बीजेपी नेता सुखराम चौधरी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार पूरी तरह से फेल है और यहां विकास का काम ठप हो चुका है। उन्होंने कहा कि एक परिवार (गांधी परिवार) की इतनी भी क्या अंधभक्ति हो गई कि HRTC के लोकल डिपो ने बस चालक और कंडक्टर के खिलाफ ही नोटिस जारी कर लिखित जवाब मांग लिया। दूसरी ओर इस विवाद को बीजेपी के धर्मशाला से विधायक सुधीर शर्मा ने हास्यास्पद करार दिया औ कहा कि राज्य में रोजाना कुछ न कुछ ऐसा अजीबोगरीब होता है, जिससे हिमाचल हंसी का पात्र बन जाता है और पूरे देश में उसकी चर्चा होने लगती है। उन्होंने कहा कि एचआरटीसी द्वारा भेजे नोटिस में राहुल गांधी के खिलाफ बस में डिबेट सुनना नियमों का उल्लंगन है। इसमें कहा गया कि अंदर डिबेट नहीं सुन सकते। बीजेपी नेता ने इसे गैर-नैतिक बताया है। बीजेपी नेता ने कहा कि बस चालक या परिचालक क्या सुन रहा है, इसे तो कई नहीं रोक सकता है, अगर ऐसा ही है तो सरकार राज्य की सभी सरकारी बसों में मार्शल्स की नियुक्ति कर दें।