Himachal Weather: हिमाचल में माैसम ने बदली करवट सर्दी बढ़ी, रोहतांग और ऊंचे इलाकों में हल्की बर्फबारी का आगाज़

हिमाचल प्रदेश में मौसम में बदलाव: बर्फबारी की शुरुआत शिमला: हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मौसम ने करवट बदली है। रोहतांग, कुल्लू और लाहौल की ऊंची चोटियों पर रुक-रुककर बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है। यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण आया है, जिससे तापमान में गिरावट आई है। कुल्लू जिले में सुबह से आसमान में बादल छाए हुए हैं, और ठंड पहले की तुलना में अधिक हो गई है।

किसानों और पर्यटन कारोबारियों के लिए खुशखबरी

किसान, बागवान और पर्यटन कारोबारियों के लिए यह मौसम खुशी लेकर आया है। वे लंबे समय से बारिश और बर्फबारी का इंतजार कर रहे थे, खासकर कुल्लू और अन्य जिलों में पिछले तीन महीनों से सूखा पड़ा था। इस बर्फबारी से स्थानीय लोगों को राहत मिल रही है, और इसे कृषि और पर्यटन के दृष्टिकोण से भी लाभकारी माना जा रहा है।

चार दिन तक बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार, चंबा, कुल्लू, लाहौल-स्पीति, कांगड़ा और किन्नौर के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में 1 दिसंबर से 3 दिसंबर तक बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है। इन क्षेत्रों में मौसम बिगड़ने की आशंका जताई गई है। अन्य जिलों में अगले सात दिनों तक मौसम साफ रहने की संभावना है। 4 दिसंबर से सभी जिलों में मौसम साफ रहने का अनुमान है।

मंडी में हल्का कोहरा

शनिवार सुबह मंडी में हल्का कोहरा भी देखा गया, जिससे ठंड में इजाफा हुआ। इस मौसम परिवर्तन के साथ, हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी और बारिश की संभावना किसानों और स्थानीय निवासियों के लिए राहत लेकर आई है, खासकर उन क्षेत्रों में जहाँ लंबे समय से सूखा पड़ा था।

न्यूनतम तापमान में गिरावट

मौसम में बदलाव के साथ तापमान में भी गिरावट आई है। विभिन्न क्षेत्रों का न्यूनतम तापमान इस प्रकार रहा:

स्थान न्यूनतम तापमान (°C)
शिमला 8.2
सुंदरनगर 4.9
भुंतर 3.2
कल्पा 0.4
धर्मशाला 8.8
ऊना 4.5
नाहन 11.1
पालमपुर 6.0
सोलन 4.5
मनाली 2.5
कांगड़ा 6.2
मंडी 5.6
बिलासपुर 6.3
चंबा
जुब्बड़हट्टी 8.3

कुकुमसेरी -5.4
भरमौर 6.0
सेऊबाग 2.5
धौलाकुआं 8.1
बरठीं 4.2
समदो -2.2
सराहन 7.1
ताबो -9.4
देहरा गोपीपुर 9.0

Himachal News: बीएसएनएल के 4जी नेटवर्क से जुड़ा दुर्गम क्षेत्र पिन वैली, लोगों में खुशी की लहर

लाहौल स्पीति :भौगोलिक परिस्थितियों की वजह से हिमाचल प्रदेश में आज भी कई ऐसे गांव हैं, जहां सड़क, स्वास्थ्य, फोन और मूलभूत सुविधाओं की कमी है. ऐसे में वहां रहने वाले लोगों को कनेक्टिविटी न होने से बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. इन क्षेत्रों में से लाहौल स्पीति की सबसे अंतिम व दुर्गम गांव मुद भी एक है, जहां आज पहली बार फोन की घंटी बजी. लाहौल में 4जी मोबाइल टावर लगने से ग्रामीणों में खुशी का माहौल है. हिमाचल के जनजातीय जिला लाहौल स्पीति की स्पीति घाटी की पिन वैली में भी अब बीएसएनएल की सेवाएं शुरू हो गई है. बीएसएनएल ने पिन वैली के सबसे अंतिम व दुर्गम गांव मुद में टावर स्थापित कर लोगों को मोबाइल फोन की सुविधा उपलब्ध करवाई है. बीएसएनएल द्वारा पिन वैली के अंतिम गांव मुद में भी 4G सर्विस शुरू कर दिया गया है. गांव में मोबाइल सर्विस शुरू होने से ग्रामीणों में खुशी का माहौल है. इससे पहले मोबाइल टावर ना होने के चलते लोगों को आपसी संपर्क साधने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. हिमाचल सरकार द्वारा इस दिशा में लगातार प्रयास किया जा रहा था. ताकि पूरे इलाके में मोबाइल टावर स्थापित किया जा सके। बीएसएनएल द्वारा स्पीति घाटी में टावर लगाए गए हैं, जिसके चलते अब पूरी स्पीति घाटी में बीएसएनएल की 4G सेवा भी शुरू हो गई है. ऐसे में अब सर्दियों के दिनों में भी लोगों का आपसी संपर्क बना रहेगा।

सड़क सुरक्षा को लेकर निकाली जागरूकता रैली….

सोलन : जिला सोलन के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय राजड़ी जाबली के सड़क सुरक्षा क्लब द्वारा एक जागरुकता रैली का आयोजन किया गया। इस रैली के दौरान छात्र-छात्राओं ने लोगों को सड़क सुरक्षा के नियमों से अवगत करवाया। साथ ही इस अवसर पर स्कूल प्रिंसिपल मोनिका ठाकुर, सड़क सुरक्षा नोडल ऑफिसर धर्मेंद्र ठाकुर, सदीक पठान, प्रियंका कपिल व वंदना शर्मा सहित बड़ी संख्या में सड़क सुरक्षा क्लब के बच्चे भी मौजूद रहे।

संस्कृति संरक्षण में उत्सवों एवं महोत्सवों की सराहनीय भूमिका : जगत सिंह नेगी

सोलन: राजस्व, बागवानी, जनजातीय विकास तथा जन शिकायत निवारण मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश की समृद्ध संस्कृति के संरक्षण में विभिन्न उत्सवों एवं महोत्सवों की सराहनीय भूमिका रही है। जगत सिंह नेगी गत देर सांय अर्की विधानसभा क्षेत्र के कुनिहार में दो दिवसीय ‘रियासत विंटर कार्नीवाल’ कार्यक्रम का शुभारम्भ करने के उपरांत उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित कर रहे थे। जगत सिंह नेगी ने कहा कि हमारी समृद्ध संस्कृति पर्यटकों और प्रदेशवासियों के लिए आकर्षण का केन्द्र रही है। उन्होंने कहा कि संस्कृति का प्रचार-प्रसार तभी सुनिश्चित होता है जब उस संस्कृति को समझने वाले अन्य को इस विषय की सारगर्भित जानकारी प्रदान कर सकें। उन्होंने आग्रह किया कि प्रदेश के कलाकार यह सुनिश्चित बनाएं कि लोगों तक हिमाचल की समृद्ध संस्कृति विशुद्ध रूप से पहुंचे। उन्होंने आशा जताई कि दो दिवसीय विंटर कार्नीवाल हिमाचली कलाकारों को बेहतर मंच प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगा।

राजस्व मंत्री ने कहा कि मौलिक लोक संस्कृति प्राचीन युग की धरोहर है इसमें प्राचीन लोक सांस्कृतिक विरासत का प्रतिबिंब परिलक्षित होता है। उन्होंने कहा कि लोक कलाकारों को उचित मंच, मानदेय व सम्मान देने के लिए प्रदेश सरकार निरंतर प्रयासरत है। जगत सिंह नेगी ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम लोक कलाकारों को बेहतर मंच प्रदान करने तथा उनकी प्रतिभाओं को उभारने में सहायक सिद्ध होते हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की संस्कृति को आगे ले जाने के लिए युवा पीढ़ी को हमारी संस्कृति से रू-ब-रू करवाना आवश्यक है।
राजस्व मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार यह सुनिश्चित बना रही है कि देश के संविधान के अनुरूप न केवल विभिन्न कार्य पूरे हो अपितु लोगों को भी विकास के लाभ समय पर मिलें। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि अपने क्षेत्र के विकास का नियमित अनुश्रवण करें और अपनी समस्या विधि सम्मत रूप से उच्च स्तर तक पहुंचाएं। अर्की विधानसभा क्षेत्र के विधायक संजय अवस्थी ने कहा कि लोक कलाकारों और स्थानीय प्रतिभाओं को सशक्त मंच प्रदान करने के लिए यह आवश्यक है कि मेलों और उत्सवों में स्थानीय प्रतिभाओं को अधिक से अधिक समय दिया जाए। उन्होंने आशा जताई कि विंटर कार्नावाल विशेष रूप से युवाओं को हिमाचल की लोक लुभावनी संस्कृति की बहुआयामी जानकारी प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कुनिहार में पहली बार रियासत विंटर कार्नीवाल आयोजित करने के लिए आयोजन समिति को बधाई दी। स्थानीय ग्राम पंचायत के प्रधान राकेश ठाकुर ने मुख्यातिथि का स्वागत किया। रियासत विंटर कार्निवाल की प्रथम सांस्कृतिक संध्या में कुमार साहिल, अर्जुन गोपाल, रंजना रघुवंशी, मास्टर लकी, श्रुति शर्मा तथा धर्मेंद्र सहित कई कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां दी। बाघल लैंड लूजर समिति के अध्यक्ष जगदीश ठाकुर, कांग्रेस पार्टी के सतीश कश्यप, प्रधान-उप प्रधान परिषद के अध्यक्ष रूप सिंह ठाकुर, उपमण्डलाधिकारी अर्की यादविंदर पाल, राज्य विद्युत बोर्ड के अधिशाषी अभियंता देवेंदर कौंडल, जल शक्ति विभाग के अधिशाषी अभियंता विवेक कटोच, खण्ड स्वास्थ्य अधिकारी अर्की डॉ. तारा चंद नेगी, लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता बी.आर. कश्यप, विभिन्न पंचायतों के प्रतिनिधि, विभिन्न विभागों के अधिकारी, अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर मौजूद थे।

Himachal: शादी-समारोहों में शराब परोसना महंगा, 1200 रुपये लगेगी फीस; अनलिमिटिड के लिए देने होंगे इतने पैसे

सोलन: इन दिनों प्रदेश में शादियों का सीजन चल रहा है। ऐसे में आबकारी विभाग ने फील्ड अधिकारियों को पत्र जारी कर आबकारी नीति में किए गए प्रावधान को सख्ती से लागू करने के संबंध में पत्र जारी किया है। परमिट फीस नहीं लेने पर विभाग के अधिकारी नियमानुसार कार्रवाई कर सकते हैं। जिसके चलते अब प्रदेश में शादी-समारोहों में शराब परोसना महंगा हो गया है। वहीं समारोह स्थल पर शराब रखने के लिए आबकारी फीस ने परमिट फीस को 600 रुपये से बढ़ाकर 1200 रुपये कर दिया है। परमिट फीस चुकाकर छह पेटी व्हिस्की और छह पेटी बियर को समारोह स्थल पर रखा जा सकेगा। अनलिमिटिड कोटा रखने के लिए 1700 रुपये फीस चुकानी होगी।

भारी मात्रा में अवैध रूप से लाई जाती है शराब 

प्रदेश में शादियों के सीजन में चंडीगढ़ से भारी मात्रा में शराब अवैध रूप से लाई जाती है। इसके चलते विभाग ने फील्ड अधिकारियों को पत्र जारी कर सतर्क रहने को कहा है ओर आबकारी कराधान विभाग ने सीमावर्ती इलाकों में बाहरी क्षेत्रों से आने वाली शराब की धरपकड़ के लिए निगरानी भी तेज कर दी है। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि परमिट फीस चुकाने के बाद लोग बिना किसी परेशानी के शराब की दुकानों से सप्लाई उठाकर समारोह स्थल में परोस सकते हैं। उधर, शादी-समारोहों में शराब परोसने के लिए विभाग के स्थानीय अधिकारियों के पास आवेदन कर परमिट बनाए जा सकते हैं। इसके लिए शादी या समारोह का कार्ड आवेदन के साथ विभाग को देना होगा। तय शुल्क चुकाने के बाद परमिट बन जाएगा। इस परमिट को दिखाकर लोग शराब की दुकानों से सप्लाई लेकर अपने पास रख सकेंगे।

दाड़लाघाट की अनुष्का वर्मा का राष्ट्रीय स्तर की वॉलीबॉल प्रतियोगिता के लिए चयन….

सोलन: राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय दाड़लाघाट की छात्रा अनुष्का वर्मा का चयन अंडर 14 आयु वर्ग की राष्ट्रीय स्तर की वॉलीबॉल प्रतियोगिता के लिए हुआ है। यह प्रतियोगिता उत्तर प्रदेश के वाराणसी में 10 दिसंबर से 14 दिसंबर 2024 तक आयोजित की जाएगी। अनुष्का वर्मा सुपुत्री पद्म चंद बरसणु गांव की रहने वाली है।
अनुष्का के कोच भोपाल सिंह तथा जयपाल के कुशल प्रशिक्षण के चलते वॉलीबॉल की अंडर-14 जिला स्तर की प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर अनुष्का का चयन प्रदेश स्तर की स्पर्धाओं के लिए हुआ। प्रदेश स्तर पर भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर इसका चयन राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए हुआ है। यह विद्यालय तथा इलाके के लिए गर्व की बात है।

संजौली मस्जिद मामले में आज जिला कोर्ट में होगी सुनवाई….

Himachal Pradesh Sanjauli Masjid Update: हिमाचल प्रदेश में शिमला की संजौली मस्जिद मामले में आज जिला अदालत में सुनवाई होगी. जिला अदालत मुस्लिम पक्ष की याचिका पर अपना फैसला सुना सकती है. ऑल हिमाचल मुस्लिम आर्गेनाइजेशन ने जिला अदालत में नगर निगम आयुक्त की अदालत के उस फैसले को चुनौती दी है, जिसमें मस्जिद के तीन फ्लोर को हटाने के आदेश जारी किए गए हैं. यह मामला अतिरिक्त जिला और सत्र न्यायाधीश-I, शिमला की अदालत में जज प्रवीण गर्ग द्वारा सुना जा रहा है. इससे पहले मामले की सुनवाई 22 नवंबर को हुई थी. इस दिन वक्फ बोर्ड ने जिला अदालत में एफिडेविट दिया था कि उन्होंने मोहम्मद लतीफ को अध्यक्ष नियुक्त किया है. ऑल हिमाचल मुस्लिम आर्गेनाइजेशन की तरफ से मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष की वैधता को लेकर भी प्रश्न उठाए गए थे.

 

हिमाचल हाई कोर्ट भी पहुंचा था मामला
बीते 21 अक्टूबर को हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट ने भी संजौली मस्जिद के पूरे ढांचे की वैधता पर अंतिम फैसला आठ हफ्ते के भीतर करने के आदेश जारी किए हैं. इस मामले के जल्द निपटारे के लिए संजौली के स्थानीय निवासियों की ओर से याचिका दायर की गई थी. यह मामला नगर निगम शिमला के आयुक्त की अदालत में लंबित है. याचिका के माध्यम से नगर निगम आयुक्त को मामले का जल्द से जल्द निपटारा करने के आदेश जारी करने की मांग की गई थी. हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट की ओर से दी गई आठ हफ्ते की मियाद भी दिसंबर 21 तक पूरी होने वाली है. संजौली के स्थानीय लोगों की ओर से हिमाचल हाई कोर्ट में पेश हुए वकील जगत पॉल का कहना है कि अगर नगर निगम आयुक्त की अदालत मुख्य शिकायत का निपटारा हाई कोर्ट के आदेशों के मुताबिक नहीं करती है, तो वह इसके खिलाफ कोर्ट में जाएंगे और अवमानना का मामला तैयार करेंगे. दरअसल, ऑल हिमाचल मुस्लिम आर्गेनाइजेशन ने जिला अदालत में नगर निगम आयुक्त की अदालत के उस फैसले को चुनौती दी है, जिसमें मस्जिद के तीन फ्लोर को हटाने के आदेश जारी किए गए हैं. यह मामला अतिरिक्त जिला और सत्र न्यायाधीश-I, शिमला की अदालत में जज प्रवीण गर्ग द्वारा सुना जा रहा है. संजौली मस्जिद कमेटी ने 11 सितंबर को खुद ही नगर निगम आयुक्त के दफ्तर में जाकर उन तीन फ्लोर को हटाने की पेशकश की थी, जिसे अवैध बताया जा रहा था. इसके बाद पांच अक्टूबर को नगर निगम की अदालत ने संजौली मस्जिद के तीन फ्लोर को हटाने के आदेश दिए थे. इसके लिए कमेटी को दो महीने का वक्त दिया गया था. हालांकि, बाद में यह काम जब शुरू हुआ, तो मस्जिद कमेटी ने धन की कमी के चलते मस्जिद हटाने के काम को मस्जिद के तीन फ्लोर को हटाने का काम बंद कर दिया।

राहुल गांधी के खिलाफ डिबेट सुन रहे थे ड्राइवर-कंडक्टर, रोडवेज ने भेजा नोटिस तो सुक्खू सरकार पर भड़की BJP

Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस शासित मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार एक नए विवाद में घिर गई है। इसकी वजह एक कंडक्टर और ड्राइवर को HRTC द्वारा भेजा गया ‘कारण बताओ’ नोटिस है। यह नोटिस इसलिए भेजा गया क्योंकि दोनों कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लेकर एक टीवी न्यूज डिबेट देख रहे थे, जिसमें राहुल गांधी के खिलाफ बयानबाजी हो रही थी।दरअसल, यह मामला हिमाचल प्रदेश के ढली से संजौली जा रही परिवहन निगम की बस का है। 5 नवंबर को इस रूच पर बस में राहुल गांधी को लेकर एक टीवी न्यूज डिबेट चल रहा था, जिसकी शिकायत किसी ने मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंचा दी। शिकायत के बाद हिमाचल रोडवेज के प्रबंधन ने न केवल नोटिस जारी किया है, बल्कि ड्राइवर और कंडक्टर को तीन दिन में जवाब देने को भी कहा है।

HRTC ने ड्राइवर और कंडक्टर के खिलाफ बिठाई जांच

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मुख्यमंत्री कार्यालय ने मामले की जानकारी मिलने पर HRTC को संज्ञान लेने का निर्देश दिया। नतीजा ये कि HRTC ने बस ड्राइवर और कंडक्टर के खिलाफ एक सख्त जांच बिठा दी। विभाग ने स्पष्टीकरण भेजा गया है। इस विवाद के सामने आने के बाद बीजेपी कांग्रेस के खिलाफ हमलावर हो गई है। इस विवाद को लेकर बीजेपी नेता सुखराम चौधरी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार पूरी तरह से फेल है और यहां विकास का काम ठप हो चुका है। उन्होंने कहा कि एक परिवार (गांधी परिवार) की इतनी भी क्या अंधभक्ति हो गई कि HRTC के लोकल डिपो ने बस चालक और कंडक्टर के खिलाफ ही नोटिस जारी कर लिखित जवाब मांग लिया। दूसरी ओर इस विवाद को बीजेपी के धर्मशाला से विधायक सुधीर शर्मा ने हास्यास्पद करार दिया औ कहा कि राज्य में रोजाना कुछ न कुछ ऐसा अजीबोगरीब होता है, जिससे हिमाचल हंसी का पात्र बन जाता है और पूरे देश में उसकी चर्चा होने लगती है। उन्होंने कहा कि एचआरटीसी द्वारा भेजे नोटिस में राहुल गांधी के खिलाफ बस में डिबेट सुनना नियमों का उल्लंगन है। इसमें कहा गया कि अंदर डिबेट नहीं सुन सकते। बीजेपी नेता ने इसे गैर-नैतिक बताया है। बीजेपी नेता ने कहा कि बस चालक या परिचालक क्या सुन रहा है, इसे तो कई नहीं रोक सकता है, अगर ऐसा ही है तो सरकार राज्य की सभी सरकारी बसों में मार्शल्स की नियुक्ति कर दें।

HRTC बस में राहुल गांधी के खिलाफ सुनी जा रही थी डिबेट, चालक परिचालक को मिला नोटिस

शिमला : हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुक्खू के नेतृत्व में राज्य सरकार एक बार फिर विवादों में घिर गई है। इस बार मामला हिमाचल रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (HRTC) की एक बस से जुड़ा है, जिसमें एक यात्री द्वारा राहुल गांधी के खिलाफ डिबेट सुनी जा रही थी। यह घटना 1 नवंबर को शिमला से संजौली जा रही बस की है। राज्य सरकार के अवर सचिव द्वारा शिकायत करने के बाद, HRTC के उप मंडलीय प्रबंधक ने ड्राइवर और कंडक्टर को नोटिस जारी किया है। नोटिस में दोनों से तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांगा गया है, अन्यथा विभागीय कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए, भाजपा विधायक सुधीर शर्मा ने मुख्यमंत्री सुक्खू पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार की यह व्यवस्था बदलाव के बजाय राज्य की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा रही है। सुधीर शर्मा ने सवाल उठाया कि बस में ड्राइवर का काम बस चलाना और कंडक्टर का काम टिकट काटना है, न कि यात्री के फोन पर चल रहे डिबेट को रोकना। उन्होंने सुझाव दिया कि अगर सरकार को इतनी चिंता है, तो बसों में मार्शल की नियुक्ति कर दी जाए, जो यात्रियों के फोन पर निगरानी रखे।

शर्मा ने यह भी कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार के कारण स्थिति बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हो चुकी है और यह राज्य की फजीहत को बढ़ा रही है। यह मामला एक बार फिर राज्य सरकार की कार्यशैली और प्रशासनिक निर्णयों पर सवाल उठाता है, जिससे राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया है।

शिमला के रिज पर पहुंचा दी भारी-भरकम मशीनरी, ट्रक ड्राइवर ने वॉटर टैंक पर बनाई रील

Himachal Pradesh News: विश्व भर में शिमला की पहचान इसकी खूबसूरती के लिए है, लेकिन रिज मैदान पर खूबसूरती पर धब्बा लगाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है. गुरुवार रात शिमला के रिज मैदान पर भारी-भरकम मशीन पहुंचा दी गई. यही नहीं, यहां बड़े-बड़े ट्रक भी पहुंचे ट्रक ड्राइवर ने रात के अंधेरे का फायदा उठाकर यहां रिज वॉटर टैंक पर ट्रक चलाकर रील बनाई और इसे सोशल मीडिया पर भी अपलोड किया. शुक्रवार (29 नवंबर) सुबह के वक्त शिमला के पूर्व डिप्टी मेयर टिकेंद्र पंवर जब साइकलिंग करते हुए रिज पर पहुंचे, तो वह यह सब कुछ देखकर हैरान रह गए. इसके बाद उन्होंने इसका एक वीडियो शूट कर सोशल मीडिया पर अपलोड किया और सरकार को याद दिलाया कि रिज पर किसी भी तरह का कार्यक्रम आयोजित न करने के लिए हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने सख्त आदेश दिए हैं. बावजूद इसके यहां भारी-भरकम मशीन पहुंचाई गई हैं और रिज के सीने को भी छलनी किया जा रहा है.

रिज पर होना था एक बड़ा आयोजन
जानकारी के मुताबिक, 1 दिसंबर को विश्व एड्स जागरूकता दिवस के मौके पर रिज मैदान पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया जाना था. इसके लिए यहां राज्य के अलग-अलग स्कूलों से बच्चे पहुंचने थे. यहां बच्चों के साथ करीब 2 हजार 500 लोगों की भीड़ जुटाने का लक्ष्य था. कार्यक्रम के लिए रिज वॉटर टैंक के ऊपर भारी भरकम तंबू लगाए जा रहे थे. इसके अलावा यहां बड़ी-बड़ी कीलें लगाकर रिज के सीने को छलनी किया जा रहा था, जबकि इसके ठीक नीचे 120 साल पुराना पानी का टैंक है.

हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने भी यहां किसी तरह के कार्यक्रम आयोजित न करने के लिए कहा है. रिज वॉटर टैंक को सुरक्षित रखने के लिए यहां से एंबुलेंस के गुजरने की भी अनुमति नहीं है. एंबुलेंस भी वॉटर टैंक के बाहर से होकर गुजरती है, लेकिन यहां बड़ी-बड़ी मशीन रिज टैंक के ऊपर पार्क की गई. ट्रक ड्राइवर ने यहां पहुंचकर अपना ट्रक पानी के टैंक के पर शान से घुमाया और इसकी रील बनाकर सोशल मीडिया पर भी अपलोड कर डाला. सुबह के वक्त पूर्व डिप्टी मेयर टिकेंद्र पंवर ने जब यह वीडियो जारी किया, तो नगर निगम प्रशासन हरकत में आया. मौके पर मेयर सुरेंद्र चौहान ने पहुंचकर यह काम रुकवाया. अब इस कार्यक्रम के स्थान को भी बदल दिया गया है. शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि नगर निगम शिमला के रिज मैदान पर हो रहे इस कार्यक्रम की जानकारी नहीं थी. उन्होंने बताया कि रिज मैदान पर होने वाले कार्यक्रमों की अनुमति गृह विभाग से ली जाती है. उन्होंने यह भी मांग उठाई कि नगर निगम शिमला को भी इस तरह के कार्यक्रमों के बारे में पता होना चाहिए कि कहां पर किस तरह का कार्यक्रम आयोजित हो रहा है. मेयर सुरेंद्र चौहान ने बताया कि उन्होंने अधिकारियों से बात कर यह कार्यक्रम रुकवा दिया है. अब यह कार्यक्रम रिज मैदान पर नहीं होगा. इसके लिए नगर निगम शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने अधिकारियों की भी खूब क्लास लगाई।