



लाइव हिमाचल/दिल्ली: दिल्ली शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग और भ्रष्टाचार के मामले में फंसे अरविंद केजरीवाल मंगलवार शाम को अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। इसके साथ ही पार्टी ने आज विधायक दल की बैठक में आतिशी को अपना नेता चुना है। केजरीवाल ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा था जिसे सर्वसम्मति से सबने स्वीकार कर लिया। सीएम की रेस में कई लोगों के नाम थे लेकिन आप संयोजक ने उनपर भरोसा जताया। यह तीसरी बार है जब दिल्ली की कमान किसी महिला को सौंपी जा रहा है। सबसे पहले स्वर्गीय सुषमा स्वराज दिल्ली की मुख्यमंत्री बनी थीं। हालांकि यह कार्यकाल केवल 52 दिन का रहा। उसके बाद 15 साल दिल्ली स्वर्गीय शीला दीक्षित के पास सत्ता रही। अब आतिशी को यह जिम्मेदारी मिली है।
कौन हैं आतिशी?
दिल्ली के कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से विधायक आतिशी आम आदमी पार्टी की नेता हैं और पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति (PAC) की सदस्य हैं। वर्तमान में आतिशी केजरीवाल सरकार में शिक्षा, पीडब्ल्यूडी, संस्कृति और पर्यटन मंत्री के रूप में जिम्मेदारी संभाल रही हैं। इससे पहले उन्होंने पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की सलाहकार के रूप में भी काम किया है। 2019 के लोकसभा चुनावों में, आतिशी आम आदमी पार्टी द्वारा घोषित उम्मीदवारों में शामिल थीं। साथ ही उन्हें संगठन को तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। उन्होंने राजधानी में सरकारी स्कूलों में शिक्षा की स्थिति को सुधारने में अहम भूमिका निभाई।
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से ली शिक्षा
दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर विजय कुमार सिंह और त्रिप्ता वाही के घर जन्मी आतिशी ने अपनी स्कूली शिक्षा दिल्ली के स्प्रिंगडेल स्कूल से की। इसके बाद उन्होंने सेंट स्टीफंस कॉलेज में इतिहास की पढ़ाई की, जहां वह दिल्ली विश्वविद्यालय में पहले स्थान पर रहीं।इसके बाद मास्टर डिग्री हासिल करने के लिए ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय चली गईं। कुछ साल बाद उन्होंने एजुकेशन रिसर्च में रोड्स स्कॉलर के रूप में ऑक्सफोर्ड से अपनी दूसरी मास्टर डिग्री हासिल की।
मध्य प्रदेश के गांव में बिता 7 साल
शिक्षा हासिल करने बाद समाज में बदलाव लाने का जुनून आतिशी को राजनीति में ले आया। उन्होंने मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव में सात साल बिताए हैं, जहां वह जैविक खेती और प्रोग्रेसिव एजुकेशन सिस्टम से जुड़ी रहीं। उन्होंने वहां कई गैर-लाभकारी संगठनों के साथ काम किया, जहां आम आदमी पार्टी के सदस्यों से उनकी मुलाकात हुई। आतिशी आम आदमी पार्टी की स्थापना के समय ही वर्ष 2013 में आप में शामिल हो गईं। उन्होंने पार्टी के गठन के शुरुआती चरणों में आप की नीतियों को आकार देने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने पार्टी के प्रवक्ता के रूप में भी काम किया। टीवी चैनलों पर उनके बात रखने के तरीके और शांत स्वभाव ने लोगों का ध्यान खींचा। आतिशी ने शुरुआत से ही शिक्षा व्यवस्था पर विशेष जोर दिया।