



धर्मशाला : पिछले दिनों जिला कांगड़ा के अति दुर्गम क्षेत्र बड़ा भंगाल (Bada Bhangal) में पशुओं के उपचार के लिए गई वेटनरी टीम (Veterinary Team) को इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर सम्मानित किया जाएगा। उपायुक्त कार्यालय में वीरवार को पत्रकारों को जारी एक बयान में जिलाधीश कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने यह बात कही।
उन्होंने कहा कि जुलाई माह के अंतिम सप्ताह में बड़ा भंगाल के लोगों ने प्रशासन को जानकारी दी कि उनके पशुओं में किसी बीमारी का संक्रमण हो रहा है, जिससे उनकी जान तक जा सकती है। उन्होंने बताया कि समस्या की गंभीरता को समझते हुए जिला प्रशासन ने पशुपालन विभाग की चार सदसीय टीम को त्वरित प्रभाव से बड़ा भंगाल के लिए रवाना किया।
बुधवार सुबह सहारनपुर से वायु सेना के दो चॉपर कांगड़ा एयरपोर्ट (Kangra Airport) से बड़ा भंगाल के लिए रवाना हुए और उनको वहां से एयरलिफ्ट कर सुरक्षित कांगड़ा एयरपोर्ट पहुंचाया गया। उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा चौटिलों के प्राथमिक उपचार के लिए पैरामेडिक्स की एक टीम को भी चॉपर के साथ बड़ा भंगाल भेजा गया। उन्होंने बताया कि कांगड़ा एयरपोर्ट पहुंचने पर सभी लोगों को टांडा अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहा उनका उपचार चल रहा है।
वन विश्राम गृह बड़ा भंगाल स्कूलों के लिए अधिसूचित
उपायुक्त ने बताया कि पिछले दिनों हुई भारी बारिश के चलते बड़ा भंगाल में ब्यास नदी (Beas River) पर बने दो पुल के क्षतिग्रस्त होने की सूचना प्रशासन को मिली थी। उन्होंने बताया कि पुलों के क्षतिग्रस्त होने से स्थानीय बच्चों को क्षेत्र में संचालित राजकीय प्राथमिक और उच्च पाठशाला में जाने में दिक्कत हो रही थी। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में बच्चों की पढ़ाई में कोई बाधा न आए इसे देखते हुए वन विश्राम गृह बड़ा भंगाल के भवन को स्कूलों के लिए उपयोग किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इसके लिए उन्होंने आपदा प्रबंधन एक्ट के तहत कुछ दिन पूर्व अधिसूचना भी जारी कर दी है। उन्होंने बताया कि बच्चों के लिए वहां कक्षाओं का संचालन अब पहले की भांति ही हो रहा है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन सेटेलाइट फोन के माध्यम से निरंतर बड़ा भंगाल के लोगों के संपर्क में है। डीसी ने कहा कि भविषय में भी वहां किसी भी प्रकार की दिक्कते से निपटने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से तैयार है।