



नेशनल डेस्क: संसद के मानसून सत्र के दूसरे दिन भी जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष ऑपरेशन सिंदूर को लेकर चर्चा करने पर अड़ा हुआ है। सोमवार से शुरू हुए मानसून सत्र के पहले दिन विपक्ष ने जमकर हंगामा किया था। इसकी वजह से कई बार सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। आखिर में सदन को मंगलवार सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दिया गया। पहले दिन तख्तियां लेकर नारेबाजी करते हुए सांसद लगातार ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा करवाने की मांग पर अड़े थे। हंगामा बढ़ता देख बीच में दो बार कार्यवाही को स्थगित किया गया था। मंगलवार को भी लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। इसकी वजह से स्पीकर ओम बिरला ने लोकसभा की कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दिया। वहीं, राज्यसभा में भी हंगामा देख कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दिया गया। बता दें कि कांग्रेस सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने राज्यसभा में नियम 267 के तहत कार्य स्थगन का नोटिस दिया है। उन्होंने चुनाव आयोग द्वारा बिहार में चुनाव से पहले की गई विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया की चिंताओं पर चर्चा करवाए जाने की मांग की है। कांग्रेस सांसद नीरज डांगी, सैयद नसीर हुसैन और रंजीत रंजन ने भी SIR पर चर्चा के लिए नियम-267 के तहत बिजनेस सस्पेंशन नोटिस दिया है। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर कांग्रेस सांसद सुखदेव भगत की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के आधार पर उनको इस्तीफा देना होता, तो वे सत्र से पहले भी कर सकते थे। अचानक इस्तीफा देना अप्रत्याशित लग रहा है। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने धनखड़ के इस्तीफे पर कहा कि मैं उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं। अचानक रिजाइन करने का फैसला क्यों लिया गया, इसका विवरण देना सही रहेगा। 140 करोड़ लोग जानना चाह रहे हैं। उधर, कांग्रेसी सांसद गौरव गोगोई ने भी लोकसभा में SIR के मुद्दे में स्थगन प्रस्ताव दिया है। वहीं, सांसद सप्तगिरि शंकर उलाका ने ओडिशा में छात्रा के आत्मदाह करने के मामले में चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव दिया है। उपराष्ट्रपति के इस्तीफे पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि ये सिर्फ धनखड़ ही बता सकते हैं कि वजह क्या है? हम इस बारे में कुछ नहीं कह सकते। ये सरकार को देखना है कि वे इस्तीफा स्वीकार करते हैं या नहीं।