



लाइव हिमाचल/शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय अब पीएचडी में प्रवेश के लिए अपने स्तर पर कोई प्रवेश परीक्षा नहीं करवाएगा। नेट के स्कोर में से 70 और साक्षात्कार के 30 अंक में से प्राप्तांक की मेरिट आधार पर पीएचडी में प्रवेश मिलेगा। सभी संकायों में पीएचडी कोर्स में प्रवेश के लिए तय न्यूनतम योग्यता विश्वविद्यालय के अध्यादेश के अनुसार होगी। विश्वविद्यालय की अकादमिक काउंसिल की बैठक के निर्णय की अब विश्वविद्यालय प्रशासन ने अधिसूचना जारी कर दी है इंजीनियरिंग में अभ्यर्थियों का प्रवेश एआइसीटीई के अनुसार गेट की मेरिट, नेट स्कोर (70 प्रतिशत वेटेज) और साक्षात्कार की 30 प्रतिशत वेटेज के आधार पर किया जाएगा। विभाग परिषद उपलब्ध पीएचडी की सीट की संख्या के आधार पर साक्षात्कार के लिए बुलाए जाने वाले पात्र छात्रों की संख्या तय करेगी। पीएचडी में नियमित फुल टाइम मोड़ के आधार पर प्रवेश मिलेगा। इसमें प्रवेश के लिए पात्रता शर्तें तय कर ली गई हैं। इसके अनुसार स्नातकोत्तर में कम से कम 55 प्रतिशत अंक अनिवार्य होंगे। पीएचडी कोर्स वर्क के लिए क्रेडिट की आवश्यकता न्यूनतम 12 क्रेडिट होगी, इसमें शोध और प्रकाशन नैतिकता शामिल है। दो क्रेडिट कोर्स जो सभी संकायों में समान हैं। पीएचडी कार्यक्रम कोर्स वर्क सहित न्यूनतम तीन वर्ष की अवधि के लिए होगा और अधिकतम छह वर्ष की अवधि होगी।