



लाइव हिमाचल/ऊना: हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला में आज आईटीबी के जवान अपने पारिवारिक सदस्य व अन्य लोगों के साथ रास्ते के समस्याएं का समाधान न होने के कारण धरने पर बैठ गए है. धरने पर बैठने से पहले आइटीबीपी जवान द्वारा शहीदी स्मारक पर जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई. उसके बाद वह रोष रैली निकालते हुए मिनी सचिवालय में धरने पर बैठ गए. मीडिया से रूबरू होते हुए बेहडाला गांव के लोगों व आईटीबीपी के जवान ने जानकारी देते हुए बताया कि कई साल पहले उन्होंने अपना मकान बनाया था. स्कूल के मैदान से होकर ही वह अपने घर और अन्य लोग अपने खेतों तक जाते थे. उन्होंने कहा कि उनके पुश्तैनी मकान का रास्ता प्रशासन व कुछ लोगों द्वारा बंद करवाया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि पिछले महीने उपायुक्त ऊना को रास्ते के संदर्भ में एक ज्ञापन के माध्यम से निवेदन भी किया था. दरअसल, गांव में सीनियर सेकेंडरी स्कूल की चार दिवारी का निर्माण होने के चलते इसी मैदान से होकर उनके घर को जाने वाला रास्ता बंद हो रहा है. इसके अलावा इसी रास्ते से होकर कई किसान भी अपनी कृषि योग्य भूमि तक पहुंचते थे, लेकिन अब स्कूल मैदान की चार दिवारी होने के चलते इन सभी लोगों के रास्ते पर संकट के बादल मंडरा गए हैं. उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में महिला ऑफिसर द्वारा मौके पर जाकर जांच पड़ताल करने के उपरांत इन्हें तीन मीटर का रास्ता दिए जाने का परपोसल शिक्षा विभाग को भेजा था, लेकिन सरकार बदलने के बाद अब इनके रास्ते को बंद किया जा रहा है. इनकी माने तो इन्होंने कुछ दिन पहले भी जिला प्रशासन को इस मामले में जल्द कारवाई किए जाने की मांग की थी और कारवाई न किए जाने के तहत पहले ही धरना दिए जाने का ज्ञापन भी सौंपा था, लेकिन आज दिन तक कोई हल न होने के चलते वह धरने पर बैठने को मजबूर हुए है. इनकी मानें तो उन्होंने अपनी गुहार अनुसूचित जाति आयोग से भी लगाई थी, लेकिन वहां भी कोई रिस्पांस नहीं मिला है. वहीं, स्कूल के ग्राउंड के लिए जमीन दान दिए जाने वाले व्यक्ति को भी रास्ता की समस्या से जूझना पड़ रहा है. इन्होंने हिमाचल सरकार और जिला प्रशासन से रास्ते की समस्या को जल्द हल किए जाने की गुहार लगाई है।