



शिमला : प्रदेश सरकार जल्द ही ग्रामीणों से अपने चुनावी घोषणा पत्र के वायदे को पूरा करते हुए दुग्ध खरीद की प्रक्रिया शुरू करेगी। इसके तहत गाय का दुग्ध 80 रुपये व भैंस का दुग्ध 100 रुपये प्रति लीटर खरीदा जाएगा। इसके लिए कार्य योजना तैयार कर ली गई है।
इसके तहत उप मंडल स्तर पर दुग्ध कमेटियों का गठन कर दिया गया है। उप मंडल स्तर पर 10 से 12 दुग्ध कमेटियां बनाई गई है। दुग्ध कमेटियों के पंजीकरण की समस्या को भी सरकार ने दूर कर दिया है। इस कड़ी में अब दुग्ध कमेटियों का पंजीकरण मिल्क फेड करेगा। इसके लिए आवश्यक कागजात कमेटियों के सदस्यों को मिल्कफेड के पास जमा करवाने होंगे। आगे की सभी औपचारिकताएं मिल्कफेड पूरी करेगा। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं से दूध खरीदने का फार्मूला निर्धारित कर लिया गया है। गाय या भैंस पालने वाली महिलाएं ही सरकार की दूध खरीद योजना में शामिल होंगी।
पहले यह पंजीकरण सहकारी सभा के माध्यम से होना था, लेकिन सचिव पंजीयक गांव से बहुत दूर बैठते हैं। इसे देखते हुए मिल्कफेड को यह दायित्व दिया गया है। इसके अलावा यह भी तय किया गया है कि इन अब दुग्ध कमेटियों का पंजीकरण मिल्क फेड करेगा। कमेटियों से वाहन के माध्यम से 40 किलोमीटर के दायरे में इसे एकत्र किया जाएगा।
सरकार की योजना है कि मिल्कफेड के दत्तनगर तथा जिला कांगड़ा के डगवाल संयत्र का उन्नयन किया जाएगा तथा फिर नए ब्रांड को बाजार में उतारेगी। इसके लिए विपणन कार्य वह स्वयं करेगी। नए ब्रांड का उत्पादन बड़े स्तर पर किया जाएगा। हालांकि वर्तमान में भी मिल्कफेड अपने कुछ ब्रांड बाजार में बेच रही है।
गाय या भैंस पालने वाली महिलाएं ही शामिल होंगी
कृषि मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने बताया कि उन्हीं महिलाओं को शामिल किया जाएगा, जिन्होंने गाय या भैंस पाली होगी। ये भी जानकारी दी कि जिला कांगड़ा के डगवाल में 300 करोड़ रुपये से नया प्लांट बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि डेयरी डिवेल्पमेंट अथारिटी से 2 पशु विज्ञानियों की नियुक्ति कर दी गई है। इसमें से एक दत्तनगर तथा दूसरा डगवाल में अपनी सेवाएं देगा। उन्होंने कहा कि सरकार दुग्ध खरीद प्रक्रिया जल्द शुरू करेगी। इसके लिए योजना का समूचा प्रारूप तैयार कर लिया गया है।