



शिमला : शिमला जनपद के तहत ऐसे लैब अटेंडेंट (Lab Attendant) और चतुर्थ कर्मचारी वर्ग जो स्कूलों में सेवाएं देने की बजाय सचिवालय और अन्य जगह पर सेवाएं दे रहे हैं, उनकी प्रतिनियुक्ति (Deputation) को रद्द कर दिया गया है। उच्च शिक्षा निदेशक के आदेशों के बाद जिला शिमला की डिप्टी डायरेक्टर ने भी 22 कर्मचारियों की प्रतिनियुक्ति रद्द करने को मंगलवार को आदेश जारी किए हैं। ये कर्मचारी सालों से सचिवालय और अन्य जगहों पर डटे हुए थे। उन्हें तय किए स्टेशनों में ही तुरंत प्रभाव से अपनी सेवाएं देनी होगी। शिक्षा विभाग कर्मचारियों और शिक्षकों पर नजर बनाए हुए हैं, जो अपनी राजनीतिक पहुंच के चलते मनपसंद स्टेशनों में बैठे हैं। बच्चों की पढ़ाई इस वजह से खासतौर पर प्रभावित हो रही है। यह शिक्षक शहर से सटे स्कूलों या शिक्षण संस्थानों में ही सेवाएं दे रही हैं, जबकि जनजातीय और ग्रामीण क्षेत्रों में सेवा देने से किनारा कर रहे हैं।
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर भी कह चुके हैं कि शिक्षा विभाग के तहत करीब 400 शिक्षक ऐसे हैं, जो प्रतिनियुक्ति पर बैठे हैं। इन्हें ऐसे स्कूल में जाना होगा जहां पर शिक्षकों की कमी खल रही है। पिछले कल ही कॉलेजों के लिए भी ये आदेश जारी हो चुके हैं। ऐसे में अब शिक्षक शिक्षण संस्थानों में प्रतिनियुक्ति का कल्चर पूरी तरह से खत्म करने का सरकार मन बना चुकी है।