जिला स्तरीय योग प्रतियोगिता में दिल्ली पब्लिक स्मार्ट स्कूल नालागढ़ की छात्राओं ने लहराया परचम…

लाइव हिमाचल/सोलन: जिला स्तरीय स्कूली योग खेल प्रतियोगिता में नालागढ़ की छात्राओं ने ट्रडिशनल ,आर्टिस्टिक सिंगल आर्टिस्टिक पेयर में दूसरा वा तीसरा स्थान हासिल किया । इसमें मान्यता कुमारी, आर्य उपाध्याय , सुकन्या और रिधिमा ने 4 अलग अलग योग खेलों में भाग लिया जिसमें 2 छात्राओं ने दूसरा वा 1 छात्रा ने तीसरा स्थान हासिल किया । इन्होंने अपनी जीत का श्रेय अपनी कोच निशा ठाकुर जी को दिया जो की हरिओम योगासन स्पोर्ट्स अकैडमी (नालागढ़) में योगा कोच हैं। ये प्रतियोगिता सोलन जिला के गवर्मेंट बॉयज सीनियर सेकेंडरी स्कूल कुनिहार में 16 से 18 अक्टूबर को आयोजित हुई । जिसमे जिला भर की छात्राओं ने भाग लिया। योग पार्टियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन करने वालों को राज्य एवम नेशनल स्तर पर होने वाली प्रतियोगिता में भाग लेना का मौका मिलेगा। ज्ञात रहे कि आज हिमाचल के खिलाड़ी भिभिन खेलो में नेशनल स्तर पर अपना लोहा मनवा चुके हैं।

सैंट मैरी कॉन्वेंट स्कूल की छात्रा धृति राणा ने जीते गोल्ड और सिल्वर मैडल…

लाइव हिमाचल/सोलन: जिला स्तरीय स्कूली योग प्रतियोगिता में सैंट मैरी कॉन्वेंट स्कूल कसौली की छात्रा धृति राणा ने आर्टिस्टिक सिंगल में गोल्ड मेडल वा ट्रडिशनल में सिल्वर मेडल हासिल किया। ये प्रतियोगिता सोलन जिला के गवर्मेंट बॉयज सीनियर सेकेंडरी स्कूल कुनिहार में 16 से 18 अक्टूबर को आयोजित हुई । जिसमे जिला भर की छात्राओं ने भाग लिया। योग पार्टियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन करने वालों को राज्य एवम नेशनल स्तर पर होने वाली प्रतियोगिता में भाग लेना का मौका मिलेगा। ज्ञात रहे कि आज हिमाचल के खिलाड़ी विभिन्न खेलो में नेशनल स्तर पर अपना लोहा मनवा चुके हैं।

दुर्गा पब्लिक स्कूल ने हर्षोल्लास के साथ मनाया अपना 22वां स्थापना दिवस

. डीसी सोलन ने किया वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता का शुभारंभ

लाइव हिमाचल सोलन: दुर्गा पब्लिक स्कूल सोलन ने शनिवार को 22वां स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया। यह अवसर विद्यालय की शिक्षा और समग्र विकास की दिशा में उत्कृष्टता की यात्रा में एक और महत्वपूर्ण पड़ाव साबित हुआ। दुर्गा पब्लिक स्कूल का यह संस्थापक दिवस विद्यालय की शिक्षा, अनुशासन और उत्कृष्टता की परंपरा का प्रतीक बना। इस कार्यक्रम में डीसी सोलन मनमोहन शर्मा (आई.ए.एस.) ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उनका स्वागत विद्यालय की चेयरपर्सन कंवर राजेश्वर सिंह ने किया। इस मौके पर स्कूल के एमडी कंवर टिक्कम सिंह, ट्रस्टी हितेंद्र पंवर, किरण पंवर, स्कूल प्रिंसिपल अंजली शर्मा स्टाफ और जिला कांग्रेस अध्यक्ष शिव कुमार समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।

ये रहे कार्यक्रम…
कार्यक्रम की शुरुआत आकर्षक मार्च पास्ट और ऊर्जावान मास पी.टी. ड्रिल से हुई, जिसमें विद्यार्थियों ने अनुशासन और एकता का अद्भुत प्रदर्शन किया। इसके बाद कराटे प्रदर्शन कार्यक्रम का विशेष आकर्षण रहा, जिसमें नन्हें खिलाडिय़ों ने आत्मरक्षा, शक्ति और आत्मविश्वास का शानदार प्रदर्शन किया। दूर्गा पब्लिक स्कूल सोलन के हैड ब्वॉय अमन राठी ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें खेल और अन्य गतिविधियों में विद्यालय की उपलब्धियों को उजागर किया गया। समारोह का समापन पुरस्कार वितरण के साथ हुआ, जहां मुख्य अतिथि ने मेधावी विद्यार्थियों को पदक और ट्रॉफियां प्रदान कीं।

डॉ. शांडिल ने मुख्यमंत्री के प्रस्तावित कार्यक्रम के दृष्टिगत दिए आवश्यक दिशा-निर्देश…

लाइव हिमाचल/सोलन: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सैनिक कल्याण मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने आज सोलन विधानसभा क्षेत्र के ममलीग में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के प्रस्तावित कार्यक्रम के दृष्टिगत ज़िला के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता की। डॉ. शांडिल ने पुलिस, लोक निर्माण, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, जल शक्ति विभाग, विद्युत बोर्ड सहित अन्य विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री अपने प्रवास के दौरान ममलीग और सायरी में विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास तथा लोकार्पण करेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा सायरी में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के नवनिर्मित भवन तथा वन विश्राम गृह सायरीघाट का लोकार्पण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ममलीग में निर्मित होने वाले राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल के भवन, ग्राम पंचायत ममलीग के कायसु में सौर ऊर्जा परियोजना का शिलान्यास तथा ग्राम पंचायत ममलीग के गांव बशील में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का शुभारम्भ किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री ने इससे पूर्व नवनिर्मित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सायरी के भवन, वन विश्राम गृह सायरीघाट तथा प्रस्तावित जनसभा स्थल का निरीक्षण भी किया। डॉ. शांडिल ने इस अवसर पर लोगों की समस्याएं भी सुनी और इनके शीघ्र निपटारे के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए। ग्राम पंचायत सायरी की प्रधान अंजू राठौर, ग्राम पंचायत काहला की प्रधान रीता ठाकुर, वरिष्ठ कांग्रेसी रमेश ठाकुर व संजीव ठाकुर, सेवानिवृत कर्नल संजय शांडिल, ग्राम पंचायत ममलीग की पूर्व प्रधान सत्या ठाकुर, ग्राम पंचायत सायरी के पूर्व प्रधान राम रत्न, ग्राम पंचायत कनेर के पूर्व प्रधान ओम प्रकाश शर्मा, उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा, सहायक पुलिस अधीक्षक राज कुमार, जल शक्ति विभाग के अधीक्षण अभियंता संजीव सोनी, उपमण्डल अधिकारी कंडाघाट गोपाल चंद शर्मा, वन मंडलाधिकारी सोलन एच.के. गुप्ता, खंड विकास अधिकारी राजेश ठाकुर, ममलीग के नायब तहसीलदार सुरेंद्र चंदेल सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी व स्थानीय ग्रामीण इस अवसर पर उपस्थित थे।

महासू देवता मंदिर में बूढ़ी दिवाली मनाने की मिली अनुमति, हाईकोर्ट ने हटाई पांच साल पुरानी रोक

शिमला: हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने जिला शिमला की पंचायत गौंखार, धार चांदना और बावट के बीच स्थित प्रसिद्ध महासू देवता मंदिर में बूढ़ी दिवाली मनाने पर पांच साल पहले रोक लगा दी गई थी। अब कोर्ट ने इस रोक को हटा दिया है। अदालत ने शुक्रवार को यह आदेश सुनाते हुए कहा कि 20 अक्तूबर से शुरू होने वाले तीन दिवसीय बूढ़ी दिवाली उत्सव को शांति और सौहार्द के माहौल में मनाया जाए। बता दें यह रोक वर्ष 2020 में एसडीएम चौपाल की ओर से लगाई गई थी, जब तीनों पंचायतों के बीच मंदिर परिसर में दिवाली उत्सव मनाने को लेकर विवाद हो गया था। अब हाईकोर्ट के फैसले के बाद प्रशासन धार चांदना और बावट पंचायत के लोगों को गौंखार स्थित महासू देवता मंदिर में दिवाली मनाने से नहीं रोक सकेगा। न्यायमूर्ति संदीप शर्मा की एकल पीठ ने आदेश में कहा कि प्रशासन यह सुनिश्चित करे कि उत्सव के दौरान कानून-व्यवस्था बनी रहे। अदालत ने उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक शिमला को निर्देश दिए हैं कि मंदिर परिसर में पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की जाए ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। साथ ही अदालत ने यह भी स्पष्ट किया कि शराब या किसी नशीले पदार्थ के सेवन करने वाले व्यक्ति को मंदिर परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। नियमों का उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

कोर्ट ने उत्सव के दौरान बड़े जुलूसों और किसी भी प्रकार के हथियार लाने पर रोक लगाई है। लोगों को किसी भी तरह की अपमानजनक भाषा या अपशब्दों के प्रयोग से बचने के निर्देश दिए गए हैं। अदालत ने कहा कि प्रत्येक परिवार की ओर से सिर्फ एक मशाल (टॉर्च) लाई जा सकती है और वह भी मंदिर परिसर के बाहर रखी जाएगी। यदि किसी ने नियमों का उल्लंघन किया तो उसके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। हाईकोर्ट ने कहा कि केवल प्रतिबंध लगाने से समस्या का समाधान नहीं होता। बेहतर यह है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखते हुए धार्मिक परंपराओं को जारी रखा जाए। अदालत ने माना कि सदियों से चल रही बूढ़ी दिवाली की परंपरा को कुछ वर्ष पहले बंद कर दिया गया था, जिसके बाद धार चांदना और बावट पंचायतों के लोग नई दिवाली मनाने लगे थे। अब समय आ गया है कि तीनों पंचायतें आपसी समन्वय से मतभेद दूर करें और धार्मिक कार्यक्रमों को आपसी सम्मान के साथ मनाएं। अदालत ने स्पष्ट किया कि धार चांदना और बावट पंचायतों के प्रधान यह सुनिश्चित करेंगे कि उनके पंचायतों के लोग उत्सव के दौरान किसी भी प्रकार का उपद्रव न करें। यदि कोई व्यक्ति अदालत के आदेशों का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ अवमानना की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही मंदिर परिसर में अधिक भीड़ जमा न होने देने के निर्देश दिए गए हैं ताकि किसी प्रकार की अफरा-तफरी की स्थिति पैदा न हो। धार्मिक गीतों और नृत्यों के दौरान गौंखार गांव के लोगों को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। हाईकोर्ट ने अतिरिक्त महाधिवक्ता राजन काहोल को आदेश दिया है कि फैसले की एक प्रमाणित प्रति उसी दिन उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक शिमला को पहुंचाई जाए ताकि निर्देशों को तुरंत लागू किया जा सके। महासू देवता मंदिर को लेकर लोगों में गहरी आस्था है। हर साल यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु बूढ़ी दिवाली का पर्व मनाने आते थे। पांच साल बाद अब अदालत से अनुमति मिलने पर लोगों में जबरदस्त उत्साह है। अनुमान है कि इस बार उत्सव में भारी भीड़ उमड़ सकती है।

सोलन पब्लिक स्कूल में जिला रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा विद्यार्थियों के लिए सीपीआई के महत्व पर एक विशेष कार्यशाला आयोजित…

लाइव हिमाचल/सोलन: सोलन पब्लिक स्कूल में शुक्रवार को जिला रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा विद्यार्थियों के लिए सीपीआई के महत्व पर एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें वक्ता के रूप में डॉक्टर लेखराज कौशिक उपसरक्षक सुनीता ओबेरॉय सदस्य रेड क्रॉस व शशिकांत सदस्य रेड क्रॉस न्यूट्रिशन वैलनेस एडवाइजर द्वारा उपरोक्त विषय पर विद्यार्थियों को विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई।

इस कार्यक्रम में लगभग 150 सौ विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया इसमें डॉक्टर लेखराज कौशिक ने बताया कि सीपीआर अभियान का उद्देश्य हार्ट अटैक के समय हर नागरिक को यह सिखाना है कि आपात स्थिति में कैसे तुरंत प्रतिक्रिया देकर किसी की जान बचाई जा सकती है। लगातार बढ़ते हार्ट अटैक के मामलों ने देशभर की चिंता बढ़ा दी है प्रदेश भर में कार्डियोप्लैमिनरी रिससिटेशन सीपीआर पर 13 से 17 अक्टूबर तक विशेष अभियान चलाया जा रहा है जिसमें की रेड क्रॉस सोसाइटी सोलन की टीम ने जिले की स्कूलों और सामुदायिक केदो पर शिविर लगाकर लोगों को सीपीआर की तकनीक सीख रही है ताकि हार्ट अटैक की स्थिति में मरीज को मौके पर प्रारंभिक सुरक्षा उपचार देकर जान बचाई जा सके। रेड क्रॉस के सदस्य ने बताया कि अचानक दिल की धड़कन रुकने या कार्डियक अरेस्ट की स्थिति में हैंड्स ऑन सीपीआर सबसे प्रभावित तकनीक है यदि घटना के 10 मिनट के भीतर यह सुविधा घायल को दी जाए तो उसकी जान बचाई जा सकती है। वहीं इस अवसर पर सभी विद्यार्थियों ने सीपीआर की व्यवहारिक तकनीक सीखी। विद्यालय के छात्रों ने इस विषय में कुछ प्रश्न भी पूछे तथा डॉक्टर लेखराज कौशिक व शशिकांत न्यूट्रिशन वैलनेस एडवाइजर वह सुनीता ओबेरॉय द्वारा उनका समाधान किया गया। सोलन पब्लिक स्कूल सोलन के प्रबंधक निदेशक प्रीति कुमार ने 13 अक्तूबर 17 अक्टूबर तक चले CPR जागरुकता अभियान कार्यक्रम की समापन समारोह की प्रबंधक निदेशक प्रीति कुमार ने इस अवसर पर उन्होने इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि।इस प्रशिक्षण कार्यकम से विद्यार्थियों को लाभ होगा और वे औरों को भी जागरुक करेंगे प्रीत कुमार ने क्रॉस सोसाइटी की टीम से आए सभी सदस्यों का धन्यवाद किया और विद्यार्थियों से आग्रह किया कि यह जानकारी आस पड़ोस में भी साझा करें व सीपीआर की तकनीक सीख कर बाकियों को की भी जान बचाएं तभी आप अच्छे नागरिक बनेंगे।

राष्ट्रीय खेलों के लिए सेलेक्ट हुई 11 साल की आरुषि चौधरी, स्पोर्ट्स किट बन रही राह का रोड़ा, जानिए क्या है पूरा मामला ?

शिमला: हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले की नन्ही बैडमिंटन खिलाड़ी आरुषि चौधरी ने अपने शानदार खेल से प्रदेश का नाम रोशन किया है। गगरेट ब्लॉक के गांव अंदौरा की 11 वर्षीय आरुषि का चयन राष्ट्रीय खेलों के लिए किया गया है। आरुषि इस समय प्राथमिक विद्यालय कुठियाड़ी में पांचवीं कक्षा की छात्रा है। शिमला हाल ही में आयोजित राज्य स्तरीय जूनियर बैडमिंटन प्रतियोगिता में आरुषि ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था। उन्होंने सिंगल्स मुकाबले में उपविजेता और डबल्स में तीसरा स्थान हासिल किया। उनके प्रदर्शन को देखते हुए चयन समिति ने उन्हें गुजरात के अहमदाबाद में होने वाले राष्ट्रीय खेलों में खेलने के लिए हिमाचल की टीम में जगह दी है। आरुषि के पिता दिनेश कुमार एक मैकेनिक हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण त्योहारी सीजन में वे बेटी के लिए स्पोर्ट्स किट नहीं खरीद पा रहे हैं। इस वजह से आरुषि को राष्ट्रीय खेलों की तैयारी में दिक्कतें आ रही हैं। दिनेश कुमार ने बताया कि बेटी ने ब्लॉक और राज्य स्तर पर शानदार प्रदर्शन किया है, लेकिन अब उसे अच्छे उपकरणों की जरूरत है ताकि वह देश के लिए पदक जीत सके। वहीं आरुषि के कोच राकेश कुमार ने कहा कि आरुषि बहुत प्रतिभाशाली खिलाड़ी है और उसमें आगे बढ़ने की पूरी क्षमता है। कोच और स्कूल प्रशासन उसकी हर संभव मदद कर रहे हैं ताकि वह अपनी ट्रेनिंग पर ध्यान केंद्रित रख सके। गांव और स्कूल के लोग भी आरुषि के चयन पर गर्व महसूस कर रहे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि सरकार या कोई संस्था उसकी मदद के लिए आगे आए, ताकि यह होनहार खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर हिमाचल का नाम रोशन कर सके।

धनतेरस व दीपावली त्यौहार के दृष्टिगत जारी आदेशों में आंशिक परिवर्तन…

सोलन: ज़िला दण्डाधिकारी सोलन मनमोहन शर्मा ने 18 से 20 अक्तूबर, 2025 तक धनतेरस व दीपावली त्यौहार के दृष्टिगत भारी भीड़ के कारण किसी भी दुर्घटना से बचाव के लिए पूर्व में जारी आदेशों में आंशिक परिवर्तन कर आदेश जारी किए है। इन आदेशों के अनुसार धनतेरस व दीपावली त्यौहार के दृष्टिगत पुराना उपायुक्त कार्यालय चौक से पुराना बस अड्डा सोलन तक 18 अक्तूबर से 20 अक्तूबर, 2025 तक प्रातः 11.00 बजे से रात्रि 10.00 बजे तक सभी प्रकार के वाहनों की पार्किंग एवं आवागमन के लिए पूर्ण रूप से बंद रहेगा। पूर्व में जारी किए गए आदेशों के सभी प्रावधान यथावत लागू रहेंगे। यह संशोधित आदेश 18 अक्टूबर, 2025 से तत्काल प्रभाव से आगामी आदेशों तक लागू रहेंगे।

धनतेरस को लेकर सोलन की दुकानों में उमड़ी भारी भीड़…

लाइव हिमाचल/सोलन: धनतेरस को लेकर सोलन शहर के बाजार में काफी भीड़ है। इस बार बाजार में तरह-तरह के ऑफर मिल रहे हैं। आज शुक्रवार धनतेरस के मौके पर सुबह से ही दुकानों में भीड़ लगी रही। लोग धनतेरस को लेकर आभूषणों की बुकिंग करवा रहे हैं। साथ ही इसके अलावा बर्तनों की दुकानों पर भी नए-नए बर्तन लगाए गए हैं। यहां पर भी कई तरह के ऑफर हैं। इस बार धनतेरस दो दिन है। इसका लोगों के साथ-साथ कारोबारी भी फायदा उठा रहे हैं। धनतेरस के मौके पर बरतनों की खरीददारी लोग करते हुए नजर आ रह हैं। बाजार में सजी बर्तनों की दुकानों में कांसा, पीतल के बर्तन लोगों ने खरीदे। दिवाली और धनतेरस पर्व के लिए सोलन में बाजार सज गए हैं। बाजार में खूब रौनक देखने को मिल रही है। ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए दिवाली के लिए कई ऑफर मार्केट में चल रहे हैं। ग्राहकों को सामान पर छूट भी दी जा रही है। खासकर बर्तनों और ज्वेलरी की दुकानों पर ग्राहकों का जमावड़ा लग रहा है। वहीं। आर्टिफिशियल से लेकर गोल्ड खरीदने में महिलाएं खूब पैसा खर्च कर रही हैं। बता दें कि धनतेरस और दीपावली को लेकर कुल्लू वासियों में भी खूब उत्साह देखने को मिल रहा है। बाजार की रौनक बढ़ गई है। हर तरफ सजावट, पूजा-पाठ के सामान ही देखने को मिल रहे हैं। आभूषणों की दुकानों पर लंबे-लंबे बैनर के जरिए ऑफर प्रदर्शित किए गए हैं। यह सब तैयारी धनतेरस को लेकर हो रही है। धनतेरस के दिन खरीदारी का अद्भुत संयोग भी बना रहा। इस दिन खरीदारी करना शुभ होता है और माता लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है। धन की देवी माता लक्ष्मी को समर्पित दीपोत्सव धनतेरस से भाई दूज तक चलेगा। कहते हैं कि धनतेरस के दिन खरीदारी करना शुभ माना जाता है। त्योहारों को लेकर बाजार सजने लगे हैं। शहर सहित ग्रामीण इलाकों में दीपावली व धनतेरस त्योहार को लेकर बाजारों में दुकानदारों को इस सीजन में बहुत अच्छा कारोबार होने की उम्मीद है।

कर्मियों की 15 साल सेवा बाकी, उनका ही होगा विद्युत विनियामक आयोग में विलय, जानिए पूरी ख़बर ?

शिमला: हिमाचल प्रदेश विद्युत नियामक आयोग में प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत उन्हीं कर्मचारियों का विलय किया जाएगा, जिनका 15 साल का सेवाकाल शेष होगा। आयोग ने सेवा शर्तों में संशोधन का प्रस्ताव राजपत्र में अधिसूचित करते हुए सभी हितधारकों से सुझाव और आपत्तियां आमंत्रित किए हैं। तीन साल की सेवा पूरी करते हुए प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत कर्मचारियों के स्थायीकरण की राह भी आसान की गई है।संशोधन का उद्देश्य आयोग में प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत कर्मचारियों की स्थायी नियुक्ति के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश तय करना है। संशोधन के तहत प्रावधान किया गया है कि जो व्यक्ति आयोग में प्रतिनियुक्ति आधार पर कार्यरत हैं, उनकी स्थायी नियुक्ति के लिए आवेदन तभी विचाराधीन होंगे जब उन्होंने आयोग में कम से कम तीन वर्ष की सेवा प्रतिनियुक्ति पर पूरी की हो और उनके पास सेवा निवृत्ति की आयु तक कम से कम 15 वर्ष की शेष सेवा बची हो। आयोग केवल विद्युत अभियंताओं के मामले में यदि आवश्यक समझे और लिखित कारण दर्ज करे, तो 15 वर्ष की शेष सेवा की शर्त में तीन वर्ष तक की छूट दे सकता है।

 

प्रस्तावित संशोधन पर हितधारकों और कर्मचारियों से आपत्तियां या सुझाव आमंत्रित किए गए हैं। आयोग ने स्पष्ट किया है कि अधिसूचना के प्रकाशन की तिथि से 30 दिनों के भीतर प्राप्त सुझावों पर विचार करने के बाद ही अंतिम संशोधन अधिसूचित किया जाएगा। विद्युत नियामक आयोग ने वर्ष 2013 में कर्मचारियों की नियुक्ति, पदोन्नति और सेवा की शर्तों को लेकर विनियम अधिसूचित किए थे। इन विनियमों में समय-समय पर संशोधन किए जा चुके हैं ताकि बदलती प्रशासनिक आवश्यकताओं के अनुरूप नियमों को अद्यतन किया जा सके। यह पांचवां संशोधन विशेष रूप से उन अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए महत्वपूर्ण है जो अन्य विभागों से प्रतिनियुक्ति पर आयोग में कार्यरत हैं और आयोग की सेवा में स्थायी रूप से सम्मिलित होना चाहते हैं। आयोग के अधिकारियों ने बताया कि यह संशोधन आयोग की कार्यकुशलता बढ़ाने और दीर्घकालीन मानव संसाधन स्थायित्व सुनिश्चित करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।