ओडिशा: ओडिशा के जाजपुर जिले में कक्षा 10 की एक छात्रा ने बुधवार को एक बच्ची को जन्म दिया, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई. प्रशासनिक अधिकारियों ने गुरुवार को इस घटना की पुष्टि की है जिसके बाद मामले की जांच शुरू कर दी गई है. न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक परिवार के सदस्यों के अनुसार, छात्रा को बुधवार को अचानक पेट में तेज़ दर्द हुआ, जिसके बाद उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल में इलाज के दौरान उसने एक बच्ची को जन्म दिया. इसको लेकर अतिरिक्त जिला चिकित्सा अधिकारी (एडीएमओ) एके शर्मा ने बताया कि बच्ची के जन्म के बाद उसकी तबीयत ठीक नहीं थी, जिसके चलते उसे बाल रोग आईसीयू (पीडियाट्रिक आईसीयू) में भर्ती कराया गया. बाद में मां और नवजात दोनों को जाजपुर जिला मुख्यालय अस्पताल रेफर कर दिया गया. घटना के पहले छात्रा माध्यमिक परीक्षा दे रही थी और उसने पहले दो विषयों की परीक्षा दी थी. गुरुवार को उसे गणित की परीक्षा में बैठना था, लेकिन इसी बीच उसने बच्ची को जन्म दिया. जाजपुर जिला बाल संरक्षण अधिकारी (डीसीपीओ) निरंजन कर ने बताया कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि छात्रा नाबालिग है या बालिग. ‘हम छात्रा की जन्मतिथि की पुष्टि के बाद ही उसकी उम्र के बारे में कुछ कह सकते हैं। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ओडिशा के मलकानगिरी जिले के चित्रकोंडा क्षेत्र में भी ऐसा ही मामला सामने आया था. वहां, अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा संचालित एक आवासीय बालिका विद्यालय की एक छात्रा ने छात्रावास में ही एक बच्ची को जन्म दिया था. वह भी माध्यमिक परीक्षा में शामिल थी. इस घटना के सामने आने के बाद शिक्षा और बाल संरक्षण विभाग में हड़कंप मच गया है. प्रशासनिक अधिकारी इस मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं. यदि छात्रा नाबालिग पाई जाती है, तो यह मामला यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) अधिनियम के तहत दर्ज किया जा सकता है। ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भक्त चरण दास ने कहा, “आदिवासी समुदाय से आने वाली 10वीं की छात्रा छात्रावास में रहती है, वह परीक्षा देने जाती है और एक बच्चे को जन्म देती है। यह राज्य और प्रशासन के लिए शर्मनाक बात है। प्रशासन के लोग हर महीने जाते हैं, स्कूल में बच्चों से बात करते हैं। आदिवासी बच्चों के स्कूलों का दौरा करना उनकी जिम्मेदारी है। आदिवासी स्कूलों और समुदायों से जुड़े अधिकार राज्यपाल के पास हैं। इसलिए राज्यपाल को आदिवासी बच्चों के पालन-पोषण की समीक्षा करनी चाहिए। एक निगरानी व्यवस्था है। विधानसभा में एससी एसटी समिति है, जिसे स्कूलों का दौरा करना चाहिए। भाजपा सरकार में, जब एक आदिवासी समुदाय की महिला राष्ट्रपति है और एक आदिवासी हमारा सीएम है, तो हम आदिवासी बच्चों के प्रति ऐसी लापरवाही की कड़ी निंदा करते हैं। छात्रा के माता-पिता ने स्कूल प्रशासन से जानना चाहा कि प्रसव पीड़ा शुरू होने तक उसके गर्भवती होने की बात कैसे छिपी रही। जिला कल्याण अधिकारी श्रीनिवास आचार्य ने कहा कि छात्रा संभवत: छुट्टियों में घर जाने के दौरान गर्भवती हो गई होगी। उन्होंने आगे बताया कि मामले की विभागीय जांच शुरू कर दी गई है और पुलिस ने छात्रा को गर्भवती करने के संदेह में एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है।
Day: February 27, 2025
मुख्यमंत्री ने तिब्बती समुदाय को दी लोसर की शुभकामनाएं…
शिमला: मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने लोसर (तिब्बतियन नववर्ष) के अवसर पर लोगों विशेषकर हिमाचल प्रदेश में रहने वाले तिब्बती समुदाय को शुभकामनाएं दी हैं।उन्होंने कामना की कि यह पर्व सभी के जीवन में खुशियां और खुशहाली लेकर आएगा।
अधिवक्ता अधिनियम संशोधन के खिलाफ भड़के वकील… निकाली रोष रैली…
बिलासपुर: जिला बार एसोसिएशन बिलासपुर, बार एसोसिएशन घुमारवीं और बार एसोसिएशन झंडूता की संयुक्त बैठक का आयोजन बिलासपुर में किया गया। जिसमें एक कमेटी का गठन किया गया जिसमे एल. आर. नड्डा को कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। एल. आर. नड्डा की अगवाई में एक रोष रैली निकाली गई ओर केन्द्र सरकार के खिलाफ खूब नारेबाजी की। उन्होने केंद्र सरकार द्वारा अधिवक्ता अधिनियम, 1961 में प्रस्तावित संशोधनों का कड़ा विरोध किया गया। बैठक में अधिवक्ताओं ने सर्वसम्मति से सरकार के इस कदम को अधिवक्ताओं पर नियंत्रण स्थापित करने की साजिश करार दिया और इसे पूरी तरह से अस्वीकार्य बताया।संघों ने कहा कि अधिवक्ता समुदाय देश में विदेशी कानून फर्मों और वकीलों को किसी भी कीमत पर अनुमति नहीं देगा। अधिवक्ताओं ने इस बात पर भी आपत्ति जताई कि सरकार बाहरी तत्वों, जैसे चुने हुए प्रतिनिधियों को, अधिवक्ताओं से जुड़े मामलों में हस्तक्षेप करने का अधिकार देने की योजना बना रही है।संशोधनों की आलोचना करते हुए अधिवक्ताओं ने कहा कि सरकार अधिवक्ताओं के नामांकन, शिकायत निवारण समितियों और अनुशासनात्मक मामलों में गैर-कानूनी हस्तक्षेप की योजना बना रही है, जिसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा। संघों ने इस संशोधन को ‘काला कानून’ करार देते हुए साफ कहा कि यदि सरकार अपने इस निर्णय पर पुनर्विचार नहीं करती है, तो देशभर के अधिवक्ता उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे। कमेटी अध्यक्ष एल. आर. नड्डा की अगवाई में एसी टू डीसी के माध्यम से भारत के राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया है।
मनाली में हिमस्खलन होने से रास्ता हुआ बाधित, वाहनों की रुकी आवाजाही…
मनाली: हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला लाहौल स्पीति में बीते 24 घंटे से बर्फबारी का दौर जारी है। ऐसे में कई इलाकों में बिजली व्यवस्था ठप्प हो गई है। लाहौल स्पीति की 165 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही 24 घंटे से बंद पड़ी हुई है और 53 बिजली के ट्रांसफार्मर भी ठप हो गए हैं। बिजली न होने के चलते ग्रामीण इलाकों में लोगों को अब कई दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है। वीरवार को भी लाहौल स्पीति में बर्फबारी का दौर जारी रहा और घाटी के कई इलाकों में चार फीट से लेकर 5 फीट तक बर्फबारी हुई है। हालांकि लाहौल स्पीति प्रशासन के द्वारा लोगों को पेयजल व बिजली सुविधा उपलब्ध करवाने के प्रयास किया जा रहा हैं।वही वीरवार को भी भारी बर्फबारी होता देख लाहौल स्पीति प्रशासन ने सभी शिक्षण संस्थानों को बंद करने के निर्देश दिए। ताकि छात्रों को दिक्कत का सामना न करना पड़े। इसके अलावा लाहौल स्पीति प्रशासन ने आम जनता से भी आग्रह किया है कि मौसम खराब होने की स्थिति में वह अपने घरों में ही रहे। क्योंकि मौसम विभाग के द्वारा घाटी के विभिन्न इलाकों में हिमखंड गिरने का भी खतरा बताया गया है। पर्यटन नगरी मनाली से भी नेहरू कुंड तक वाहनों को भेजा जा रहा है। मनाली के सोलंग नाला, पलचान, कोठी में भी बीते दिन से बर्फबारी हो रही है। जिसके चलते ऊपरी इलाके भी कड़ाके की ठंड की चपेट में आ गए हैं। ऐसे में आज सुबह धुंधी के पास एवलांच आने से सड़क मार्ग अवरुद्ध होगया है. लाहौल स्पीति में बर्फबारी का दौर लगातार जारी है। जो आने वाले कृषि, बागवानी सीजन के लिए संजीवनी का काम करेगी। इसके अलावा घाटी में सड़कों को भी खोलने का प्रयास किया जा रहा है और मौसम साफ होने के बाद बिजली व्यवस्था को भी ठीक किया जाएगा।
बिलासपुर में पीला रतुआ रोग को लेकर कृषि विभाग का अलर्ट, किसानों से सतर्क रहने की अपील…
बिलासपुर: बिलासपुर जिले में मौसम की अनिश्चितता के चलते गेहूं की फसल में पीला रतुआ (येलो रस्ट) रोग फैलने की आशंका बढ़ गई है। इसे देखते हुए कृषि विभाग ने अलर्ट जारी किया है और किसानों से एहतियात बरतने की अपील की है। विभाग ने फसल को बचाने के लिए प्रॉपीकोनाजोल नामक कवकनाशी दवाई के … Read more
डॉक्टर दुल्हनियां के लिए दूल्हे ने किया ‘खास’ इंतजाम, यादगार बना दी शादी तो देखने उमड़ा पूरा गांव
लाइव हिमाचल/सिरसा : हरियाणा के सिरसा में हुई एक शादी की खासी चर्चा रही. राजस्थान से दूल्हा हैलीकॉप्टर में अपनी दुल्हनियां को लेकर आया. डॉक्टर दुल्हनियां को लेकर आए उड़नखटौले को देखने के लिए पूरा गांव उमड़ पड़ा. जानकारी के अनुसार, हरियाणा के सिरसा के नाथूसरी चौपटा में यह शादी थी. यहां पर दूल्हा अपनी दुल्हन को हेलीकॉप्टर में लेकर आया तो आने का नजारा देखने को मिला. यहां एक दूल्हा अपनी दुल्हन को हेलीकॉप्टर में राजस्थान से विदा कराकर घर लाया तो दूर-दराज से लोग हेलीकॉप्टर को देखने के लिए गांव कागदाना के खेल स्टेडियम में पहुंचे. यह शादी चर्चा का विषय बनी रही. हेलीकॉप्टर के साथ-साथ यह शादी चर्चा का विषय इसलिए भी बनी, क्योकि दुल्हन और दूल्हा के पिता दोस्त थे और दोस्ती को इन्होंने अब रिश्तेदारी में बदल दी. शादी के दौरान दहेज न लेकर एक रुपये शगुन और एक नारियल लेकर रस्म अदा की. जानकारी के अनुसार, हिमांशु नाम के युवक की शादी राजस्थान की युवती से हुई. दूल्हे के पिता डॉ. जगदीश चौधरी ने बताया कि एक रुपये शगुन लेकर यह शादी हुई है और वह दहेज प्रथा के खिलाफ हैं. बताया जा रहा है कि दूल्हे का पूरा परिवार मेडिकल स्टोर चलाता है और इनके 32 मेडिकल स्टोर हैं. परिवार की अल्का फार्मेसी नाम से कंपनी है, जिसके गुरुग्राम, झज्जर, गाजियाबाद और मथुरा मेडिकल स्टोर हैं। दूल्हे के पिता डॉ. जगदीश बीएएमएस हैं और राजस्थान में नौकरी करते हैं. बताया जा रहा है कि दूल्हे के एक चाचा भगत सिंह अमेरिका में रहते हैं और वहां रिसर्च साइंटिस्ट हैं. उधऱ, हेलीकॉप्टर की बुकिंग के लिए 4 लाख रुपये खर्च किए गए हैं. बताया जा रहा है कि दूल्हे के चाचा कृष्ण कुमार 2 साल पहले चांद पर जमीन खरीद चुका हैं और अपनी पत्नी को गिफ्ट दी थी. 3 अप्रैल 2023 को शादी की सालगिरह पर पत्नी को दूल्हे के चाचा ने जमीन गिफ्ट की थी. उधर, सिरसा के कागदाना गांव में हेलिकॉप्टर उतरा तो उसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग जमा हुए. लोगों ने इस दौरान वीडियो भी बनाए और शादी को लेकर हर किसी की जुबान पर चर्चा थी।
HPU में शॉर्ट टर्म और स्किल डेवलपमेंट कोर्स के लिए काउंसलिंग शेड्यूल जारी…
शिमला : हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने शॉर्ट टर्म, ऐड-ऑन और स्किल डेवलपमेंट सर्टिफिकेट कोर्सों के लिए काउंसलिंग, प्रवेश और नियमित कक्षाओं की तिथियों की घोषणा कर दी है। विश्वविद्यालय के डीन ऑफ स्टडीज कार्यालय द्वारा जारी नोटिस के अनुसार सत्र 2024-25 (फरवरी-मार्च) के लिए इन पाठ्यक्रमों में मेरिट के आधार पर प्रवेश प्रक्रिया आयोजित की जाएगी। काउंसलिंग प्रक्रिया पहली मार्च 2025 को शुरू होगी। इच्छुक विद्यार्थी इस तिथि तक काउंसलिंग प्रक्रिया में शामिल हो सकते है। प्रवेश की अंतिम तिथि छह मार्च 2025 निर्धारित की गई है। इसके बाद किसी भी छात्र को प्रवेश का मौका नहीं दिया जाएगा। नियमित कक्षाओं की शुरुआत 10 मार्च 2025 से होगी जिससे छात्रों को अपने अध्ययन की शुरुआत करने का अवसर मिलेगा।
हिमाचल प्रदेश में पति ने मिर्च जलाकर पत्नी को दी सजा, बाहर से बंद किया कमरा….
लाइव हिमाचल/शिमला: शिमला में एक व्यक्ति ने अपनी ही पत्नी और बच्चों को मिर्च का धुंआ लगाया। इससे पत्नी और उसके दोनों बच्चों का कमरे में दम घुटने लगा और सांस लेना मुश्किल हो गया। पत्नी और बच्चों ने किसी तरह करमे का दरवाजा तोड़ा। तब जाकर तीनों बाहर निकले। पीड़ित महिला की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। यह मामला शिमला जिला के सुन्नी क्षेत्र का है। सुन्नी के चनावग गांव की डिंपल ने अपने पति टेकचंद पर घरेलू हिंसा के गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस को दी शिकायत में महिला ने बताया कि कि उसका पति टेक चंद उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करता है। बीते 25 फरवरी की रात करीब 9 बजे उसके पति टेक चंद ने शराब के नशे में उसके साथ झगड़ा किया। इसके बाद टेकचंद ने एक थाली में आग जलाकर उसमें मिर्च डाल दी। पति ने मिर्च वाली थाली को पत्नी के कमरे की खिड़की पर रख दिया। फिर बाहर से कमरे का दरवाजा बंद कर दिया। तब कमरे के भीतर महिला और उसके 7 व 12 साल के दो बेटे भी शामिल थे। मिर्च के धुंए से तीनों का दम घुटने लगा। तीनों ने कड़ी मशक्कत के बाद कमरे का दरवाजा तोड़ा और बाहर निकले। बुधवार को पीड़ित महिला ने सुन्नी पुलिस थाना में शिकायत दी। पुलिस के अनुसार, पहले भी टेकचंद कई बार अपनी पत्नी को पीटता रहा है। एक बार पुलिस में भी शिकायत आई थी। मगर तब पंचायत के समझाने के बाद टेकचंद कुछ दिन शांत रहा। अब दोबारा उसने पत्नी की पिटाई और मिर्च डालने की हरकत की है।
Mahakumbh Live: महाकुंभ का समापन… मां गंगा का पूजन, संगम घाट पर सीएम योगी ने की पूजा-अर्चना
Mahakumbh 2025 Concludes At Triveni, CM Yogi Live News in Hindi: महाशिवरात्रि पर 45 दिन चले महाकुंभ 2025 का समापन हो गया, फिर भी प्रयागराज के त्रिवेणी संगम पर पवित्र स्नान के लिए श्रद्धालुओं का पहुंचना जारी है। आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अफसरों, कर्मचारियों और संस्थाओं को सम्मानित करेंगे। समारोह में मेले के दौरान बनने वाले चार विश्व कीर्तिमान के सर्टिफिकेट मिलने की भी उम्मीद है।
अरैल घाट-संगम पर गंगा आरती
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, केपी मौर्य और कैबिनेट के अन्य मंत्रियों ने प्रयागराज के अरैल घाट-संगम पर गंगा आरती की।
सीएम योगी ने प्रयागराज के अरैल घाट-संगम पर की पूजा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, केपी मौर्य और कैबिनेट के अन्य मंत्रियों ने प्रयागराज के अरैल घाट-संगम पर पूजा की।
सीएम योगी कैबिनेट मंत्रियों के साथ
प्रयागराज में संगम पर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, केपी मौर्य और कैबिनेट के अन्य मंत्री। कल महाकुंभ के समापन के बाद आज अरैल घाट पर गंगा पूजा की जाएगी।
महाकुंभ में आए सभी श्रद्धालुओं का हृदय से आभार’
प्रयागराज में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि महाकुंभ में आए सभी श्रद्धालुओं का मैं हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। मैं सहयोग प्रदान करने वाले सभी सफाई कर्मचारियों, डॉक्टरों, नर्सों, पैरामेडिक्स और अन्य कर्मचारियों का अभिनंदन करता हूं और आभार व्यक्त करता हूं… मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।
सब कुछ इतने शानदार तरीके से आयोजित किया गया’
प्रयागराज में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि “मैं यहां महाकुंभ मेले के सफल आयोजन के लिए सभी अधिकारियों और कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देने आया हूं, पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सब कुछ इतने शानदार तरीके से आयोजित किया गया। हम यहां से सीख लेकर अपने काम को बेहतर बनाने की कोशिश करेंगे। मैं उन सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए दिन-रात काम किया। मैं बिहार के सीएम नीतीश कुमार और मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव को धन्यवाद देना चाहता हूं जो महाकुंभ में होने वाली गतिविधियों का जायजा लेते रहे।
4 से 5 करोड़ श्रद्धालुओं को संगम तक लाने में सक्षम हुए: रेल मंत्री
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि मैं पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद देना चाहता हूं जिनके नेतृत्व में इतना भव्य आयोजन हुआ… सभी के सहयोग से हम घनिष्ठ समन्वय के साथ काम कर पाए, जिसकी वजह से हम 13,000 ट्रेनों की योजना के मुकाबले 16,000 से अधिक ट्रेनों का संचालन करने में सक्षम हुए। हम महाकुंभ के लिए लगभग 4 से 5 करोड़ श्रद्धालुओं को संगम तक लाने में सक्षम हुए… हमने सुनिश्चित किया कि महाकुंभ के 45 दिनों के दौरान श्रद्धालुओं को रखरखाव के मामले में किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े। पीएम नरेंद्र मोदी ने हमें महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की आस्था पर विचार करने और उन्हें भीड़ के रूप में न देखने के लिए निर्देशित किया…हम सभी व्यवस्थाओं का विश्लेषण करेंगे और रेलवे संचालन नियमावली में स्थायी बदलाव लाएंगे।
Mahakumbh Live: महाकुंभ का समापन… मां गंगा का पूजन, संगम घाट पर सीएम योगी ने की पूजा-अर्चना
महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर 45 दिवसीय धार्मिक समागम महाकुंभ 2025 का समापन हो गया, फिर भी प्रयागराज के त्रिवेणी संगम पर पवित्र स्नान के लिए श्रद्धालुओं का पहुंचना जारी है। आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अफसरों, कर्मचारियों और संस्थाओं को सम्मानित करेंगे। समारोह में मेले के दौरान बनने वाले चार विश्व कीर्तिमान के सर्टिफिकेट मिलने की भी उम्मीद है।
लाहौल स्पीति में ताजा हिमपात से लोगों की खुशियां हुई दोगुनी, अटल टनल में वाहनों की आवाजाही भी हुई बंद
शिमला: हिमाचल प्रदेश में इन दिनों ऊपरी इलाकों में जोरदार बर्फबारी हो रही है। खासकर जनजातीय जिला लाहौल स्पीति में ताजा हिमपात ने वहां के लोगों की खुशियों को दोगुना कर दिया है। लाहौल स्पीति में दो फुट से अधिक ताजा बर्फबारी हुई है, जबकि ऊंचाई वाले क्षेत्रों और पहाड़ी इलाकों में पांच फीट तक बर्फबारी दर्ज की गई है। इस भारी बर्फबारी के कारण घाटी की सड़कों पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद हो गई है, और लोग इस स्थिति से जूझ रहे हैं। मौसम के इस उग्र रूप के कारण कुछ क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति और बिजली की समस्या भी उत्पन्न हो गई है, जिससे लोग परेशान हैं। हालांकि, प्रशासन ने यह आश्वासन दिया है कि जैसे ही मौसम साफ होगा, बिजली और पानी की व्यवस्था को ठीक किया जाएगा।
यह हिमपात घाटी के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है, क्योंकि यहां लंबे समय बाद इतनी अधिक बर्फबारी हुई है। स्थानीय लोग इस बर्फबारी से बेहद खुश हैं, क्योंकि यह उनके लिए एक प्रकार से राहत का संकेत है। ग्रामीणों का मानना है कि अब गर्मियों में उन्हें पानी की समस्या नहीं आएगी। बर्फबारी से जमा हुआ पानी कृषि और बागबानी कार्यों के लिए पर्याप्त रहेगा, जिससे उनकी फसलों और बागों को अच्छा लाभ मिलेगा। यह हिमपात उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है। हालांकि, इस बर्फबारी के कारण कुछ परेशानियां भी पैदा हुई हैं, खासकर अटल टनल के पास। बर्फबारी के कारण अटल टनल में वाहनों की आवाजाही भी बंद हो गई है, जिससे सोलंगनाला तक वाहनों को भेजा जा रहा है। मनाली से सोलंगनाला तक वाहनों की आवाजाही जारी है, लेकिन इससे अधिक कोई यातायात नहीं हो पा रहा है। डीएसपी मनाली केडी शर्मा ने बताया कि अब वाहनों को नेहरूकुंड से आगे तक भेजा जा रहा है, ताकि वहां फंसी हुई गाड़ियों को निकाला जा सके और यातायात को सुचारु किया जा सके।