लाइव हिमाचल/सोलन: उपायुक्त सिरमौर सुमित खिम्टा ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला सिरमौर में रबी विपणन सत्र 2025-26 के अन्तर्गत गेहूं की खरीद 1 अप्रैल, 2025 से शुरू की जा रही है, जिसके लिये जिला में दो बिक्री केंद्र कृषि उपज विपणन समिति पांवटा साहिब तथा धौला कुआं में स्थापित किये गये है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य ¼MSP½ 2425 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। किसानों को अपनी फसल बेचने के लिये ऑनलाईन पोर्टल https://hpappp.nic.in पर जा कर अपना पंजीकरण करवाना होगा, जिससे वह निर्धारित स्लॉट अनुसार बिक्री केन्द्र पर जा कर अपनी फसल बेच सकेंगें। उन्होंने बताया कि पंजीकरण की यह सुविधा आरंभ कर दी गई है। उन्होंने इस कार्य से सम्बन्धित विभाग खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग, कृषि विभाग, हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम ¼HPSCSC½] कृषि उपज विपणन समिति ¼APMC½ को निर्देश दिये है कि वे गेहूं खरीद से सम्बन्धित संभी तैयारियां समय पर पूरा करना सुनिश्चित करें ताकि किसानों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने किसानों से आग्रह किया है कि वे समय पर अपना पंजीकरण करवाना सुनिश्चित करें। अधिक जानकारी के लिये जिला नियन्त्रक खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले सिरमौर स्थित नाहन के कार्यालय दूरभाष संख्या 01702-222558, अथवा क्षेत्रीय प्रबंधक, हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम नाहन के कार्यालय दूरभाष संख्या 01702-222258 पर भी संपर्क कर सकते है।
Day: February 14, 2025
दियोटसिद्ध में मास्टर प्लान के अनुसार ही करें व्यवस्थाएं : अमरजीत सिंह
जिलाधीश ने की बाबा बालक नाथ मंदिर चैत्र मास मेलों की तैयारियों की समीक्षा
लाइव हिमाचल/मंडी: उत्तर भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में इस वर्ष 14 मार्च से 13 अपै्रल तक आयोजित किए जाने वाले चैत्र मास मेलों की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। जिलाधीश एवं बाबा बालक नाथ मंदिर न्यास के आयुक्त अमरजीत सिंह ने शुक्रवार को यहां विभिन्न विभागों और मंदिर न्यास के अधिकारियों के साथ बैठक करके मेलों की तैयारियों की समीक्षा की। इस अवसर पर उन्होंने अधिकारियों से कहा कि मंदिर परिसर और इसके आस-पास के पूरे क्षेत्र के लिए एक दीर्घकालीन मास्टर प्लान होना चाहिए और सभी कार्य उसी प्लान के अनुसार होने चाहिए। जहां-तहां निर्माण कार्यों के बजाय मास्टर प्लान को विशेषज्ञ वास्तुविदों की मदद से चरणबद्ध ढंग से क्रियान्वित किया जाना चाहिए। इसके लिए मंदिर अधिकारी, सभी संबंधित विभाग और स्थानीय पंचायत जनप्रतिनिधि आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। जिलाधीश ने मंदिर परिसर में प्राथमिकता के आधार पर सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि मेलों के सुचारू आयोजन के लिए एसडीएम बड़सर को मेला अधिकारी, एसडीपीओ बड़सर को मेला पुलिस अधिकारी और बीएमओ को मेला चिकित्सा अधिकारी नियुक्त किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन मेलों के दौरान बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सभी आवश्यक सुविधाओं में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए। इस दौरान पूरे क्षेत्र में यातायात एवं कानून व्यवस्था, पेयजल और बिजली की आपूर्ति, स्वास्थ्य सेवाएं, सफाई तथा अन्य सभी व्यवस्थाएं सुचारू रहनी चाहिए। इसके लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस कर्मचारी, होमगार्ड्स, चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मी, सफाई कर्मचारी और अन्य कर्मचारी तैनात किए जा रहे हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेले के दौरान मंदिर को 24 घंटे खुला रखा जाएगा। जिलाधीश ने बताया कि मंदिर परिसर के स्टाफ को आतिथ्य सेवाओं से संबंधित टेªनिंग दी जाएगी, ताकि वे श्रद्धालुओं को बेहतरीन सुविधाएं प्रदान कर सकें।
जिलाधीश ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को पूरे दियोटसिद्ध क्षेत्र की सड़कों की मरम्मत करवाने, जल शक्ति विभाग को सभी फायर हाइड्रेंटों को हर समय चालू हालत में रखने तथा अग्निशमन विभाग द्वारा चिह्नित नए स्थानों पर भी हाइड्रेंट बनाने के निर्देश दिए। सड़कों के किनारे लगने वाली अस्थायी दुकानों में भी सफाई, अग्निशमन और अन्य सभी आवश्यक प्रबंधों का विशेष ध्यान रखें। पार्किंग व्यवस्था, बस एवं टैक्सी सुविधा, लंगर व्यवस्था और अन्य प्रबंधों को लेकर भी बैठक में व्यापक चर्चा की गई। मंदिर न्यास के अध्यक्ष एवं बड़सर के एसडीएम राजेंद्र गौतम और मंदिर अधिकारी संदीप शर्मा ने मेलों से संबंधित विभिन्न प्रबंधों की विस्तृत जानकारी दी। बैठक में आरटीओ अंकुश शर्मा, झंडूता की एसडीएम, सीएमओ डॉ. प्रवीण चौधरी, डीएसपी लालमन शर्मा, होमगार्ड्स के कमांडेंट विनय कुमार, जिला एवं उपमंडल स्तर के अन्य वरिष्ठ अधिकारी और स्थानीय पंचायत जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री सुक्खू बोले- सरकारी अस्पतालों की पुरानी मशीनें बदलने से लोगों को मिलेगा बेहतर इलाज….
लाइव हिमाचल/शिमला: हिमाचल प्रदेश सरकार राज्य के सरकारी अस्पतालों में लगी 30-40 वर्ष पुरानी मशीनें बदलने वाली हैं, जिसके लिए राज्य सरकार ने लगभग 1800 करोड़ रुपए का प्रावधान कर दिया है। इलाज में देरी होने से मरीज की बीमारी बढ़ती है और इलाज पर खर्च भी बढ़ता है। सही समय पर बीमारी की पहचान न होने से मरीज का बीमारी पर खर्च 30-50 प्रतिशत बढ़ जाता है। ऐसे में पुरानी मशीनों के कारण मरीजों को होने वाली परेशानियों को देखते हुए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने इन्हें बदलने के निर्देश दिए हैं, क्योंकि पूर्व की सरकारों ने पुरानी मशीनरी को बदलने के लिए कोई प्रयास नहीं किया। मुख्यमंत्री के निर्देशों पर अमल करते हुए स्वास्थ्य विभाग ने प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर दी है। सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों को कायाकल्प करने के लिए चार बिंदुओं पर काम किया जाएगा। प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में रोबोटिक सर्जरी शुरू करने के साथ-साथ रेडियोलॉजी और लैब के लिए स्टेट ऑफ द आर्ट उपकरण खरीदे जाएंगे। सभी मेडिकल कॉलेजों में थ्री-टेस्ला मशीनें, 256 स्लाइस वाली हाई-एंड सीटी स्कैन मशीनें, पैट स्कैन मशीनें के साथ-साथ सभी आधुनिक उपकरण उपलब्ध करवाए जाएंगे, ताकि मरीजों की बीमारी सही समय पर पता लगाया जा सके और उन्हें सही इलाज मिल सके। साथ ही मेडिकल कॉलेजों में मॉडयूलर ऑपरेशन थियेटर बनाए जाएंगे। इसके साथ ही, हिमाचल प्रदेश में अब तक कोई भी बड़ा और आधुनिक कैंसर अस्पताल नहीं है, जिसके लिए कैंसर से ग्रसित मरीजों को अपना इलाज कराने के लिए प्रदेश से बाहर ही जाना पड़ता है। इसलिए, राज्य सरकार हमीरपुर में 150 बैड का कैंसर केयर सेंटर स्थापित करने जा रही है, जिसमें रेडियेशन थेरेपी के साथ-साथ न्यूक्लियर दवाएं जैसी आधुनिक सुविधाएं कैंसर के मरीजों को उपलब्ध होंगी।
प्रदेश में कैंसर से जूझ रहे मरीजों के इलाज में यह संस्थान मील का पत्थर सिद्ध होगा। इसके अलावा, राज्य सरकार के प्रदेश के 69 स्वास्थ्य संस्थानों में सुविधाओं का विस्तार करेगी, जिसके तहत सभी जोनल अस्पतालों, क्षेत्रीय अस्पतालों, जिला अस्पतालों और सीएचसी में मरीजों के लिए सुविधाएं बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा। अस्पताल की श्रेणी के हिसाब से इनमें पूर्ण ऑटोमैटिक या सेमी-ऑटोमैटिक लैब, डिजिटल एक्स-रे, हाई-एंड अस्ट्रासाउंड मशीनें, आईसीयू तथा ऑपरेशन थियेटर की सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। प्रदेश के स्वास्थ्य संस्थानों और अस्पतालों को डिजिटल बनाया जाएगा, ताकि मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। स्वास्थ्य विभाग के डाटा के अनुसार प्रदेश में प्रति वर्ष 9.50 लाख मरीज इलाज के लिए प्रदेश से बाहर जाते हैं, जिससे प्रति वर्ष हिमाचल प्रदेश की जीडीपी को 1350 करोड़ रुपए का नुकसान होता है। अगर प्रदेश में ही मरीजों को बेहतर इलाज मिले तो प्रदेश के जीडीपी में प्रति वर्ष 550 करोड़ रुपए की बचत होगी और मरीजों का बहुमूल्य समय भी बचेगा।
खाद्य वस्तुओं की विक्रय दरें निर्धारित…
लाइव हिमाचल/सोलन : ज़िला दण्डाधिकारी सोलन मनमोहन शर्मा ने हिमाचल प्रदेश जमाखोरी एवं मुनाफाखोरी रोकथाम आदेश, 1977 के खंड 3 (आई) (ई) के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए ज़िला सोलन में विभिन्न खाद्य वस्तुओं के अधिकतम खुदरा मूल्य निर्धारित करने के सम्बन्ध में अधिसूचना जारी की है। अधिसूचना में स्पष्ट किया गया है कि अधिकतम खुदरा मूल्य में खाद्य वस्तुओं के सभी कर एवं अन्य आकस्मिक प्रभार सम्मिलित होंगे। अधिसूचना के अनुसार बकरा एवं भेड़ा का मीट 550 रुपये प्रति किलोग्राम, सुअर का मीट 300 रुपये प्रति किलोग्राम, चिकन ड्रेस्ड 180 प्रति किलोग्राम, ब्रॉइलर ड्रेस्ड 240 रुपये प्रति किलोग्राम तथा बिना तली मछली 250 रुपये प्रति किलोग्राम रुपये प्रति किलो निर्धारित किया गया है। यह अधिसूचना के अनुसार तंदूरी चपाती प्रति 10 रुपये, तवा चपाती प्रति 08 रुपये, भरा हुआ परांठा प्रति 30 रुपये, चावल, चपाती, दाल और सब्जी फूल डाईट प्रति 90 रुपये, पूरी प्लेट चावल 50 रुपये, दाल फ्राई प्रति प्लेट 60 रुपये, सब्जी/चना एवं दही के साथ दो पूरी प्रति प्लेट 50 रुपये तथा रायता का मूल्य प्रति प्लेट 50 रुपये निर्धारित किया गया है।
इस अधिसूचना के अनुसार स्थानीय दूध 50 रुपये प्रति लीटर, सभी ब्रांड का पैकेट वाला दूध मुद्रित मूल्य के अनुसार उपलब्ध होगा। पनीर 300 रुपये प्रति किलोग्राम तथा दही का मूल्य 70 रुपये प्रति किलोग्राम मूल्य तय किया गया है। सभी ब्रांड के शीतल पेय मुद्रित दर के अनुसार विक्रय होंगे।
ब्रेड, दूध जैसे पैकेट बंद पदार्थों पर मूल्य एवं पैकिंग की तिथि निर्धारित अधिसूचना के अनुसार होनी चाहिए। प्रत्येक दुकानदार को बिक्री के लिए रखे गई खाद्य वस्तुओं की मूल्य सूची सहज दृश्य स्थल पर प्रदर्शित करना व इसके समस्त खरीद से सम्बन्धित बिल दुकानदार द्वारा रखना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि उपभोक्ता की मांग पर उन्हें कैश मेमो या बिल देना होगा। यह अधिसूचना आधिकारिक राजपत्र में प्रकाशित होने की तिथि से एक महीने की अवधि तक मान्य होगी।
ज़िला स्तरीय सतर्कता समिति बैठक 18 फरवरी को…
सोलन: ज़िला स्तरीय सतर्कता समिति की बैठक 18 फरवरी, 2025 को प्रातः 11.30 बजे आयोजित की जाएगी। यह जानकारी खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले के ज़िला नियंत्रक श्रवण कुमार हिमालयन ने दी। उन्होंने कहा कि समिति की बैठक उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा की अध्यक्षता में उपायुक्त कार्यालय में आयोजित की जाएगी।
बीमा सखी के लिए विशेष भर्ती अभियान 16 फरवरी को
लाइव हिमाचल/सोलन: ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से केन्द्र सरकार द्वारा संचालित बीमा सखी योजना के लिए 16 फरवरी, 2025 को विशेष भर्ती अभियान का आयोजन किया जाएगा। यह जानकारी भारतीय जीवन बीमा सोलन शाखा के विकास अधिकारी निखिल कुमार ने दी। उन्होंने कहा कि बीमा सखी योजना के तहत सोलन ज़िला की सभी ग्राम पंचायतों से 4-4 बीमा सखियों का चयन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत महिलाओं को बीमा एजेंट बनने के लिए 03 वर्षों के स्टाइपन्ड के साथ प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बीमा सखी बनने के लिए महिला की आयु 18 से 70 वर्ष के मध्य होनी चाहिए। आवेदक को आवेदन के साथ अपनी न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता दसवीं तथा उच्चतम शैक्षणिक योग्यता की तीन-तीन प्रतियां, दो पासपोर्ट साइज फोटो तथा 710 रुपए नकद पंजीकरण एवं परीक्षा शुल्क, आधार कार्ड व पेन कार्ड की प्रतियों के साथ एल.आई.सी. कार्यालय सोलन में 16 फरवरी, 2025 को प्रातः 10.00 बजे आयोजित भर्ती अभियान में आकर पंजीकरण करवा सकती हैं। उन्होंने कहा कि इच्छुक महिलाएं अधिक जानकारी के लिए मोबाइल नम्बर 82192-39228 तथा 82190-22284 पर सम्पर्क कर सकती हैं।
मामा के घर लैंटर डालने गए युवक का जंगल में मिला श#व, ह/त्या का मामला दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस….
लाइव हिमाचल/कांगड़ा: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में ज्वालामुखी पुलिस थाना खुंडियां के तहत मामा के घर लेंटर डालने गए एक युवक का शव भटाल खुर्द के जंगल में संदिग्ध परिस्थितियों में मिला है. पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. मृतक की पहचान 25 वर्षीय नवीन चौधरी उर्फ विंटा निवासी अंब पठियार के रूप में हुई है. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए देहरा अस्पताल भेज दिया है. मामले की पुष्टि डीएसपी ज्वालामुखी आरपी जसवाल ने की है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच तेज कर दी है. मामले में जो भी संलिप्त होगा उसे जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा. जानकारी के अनुसार, थाना खुंडियां पुलिस को स्थानीय लोगों ने सूचना दी कि भटाल खुर्द के जंगल में एक युवक का शव पड़ा हुआ है. सूचना मिलते ही डीएसपी ज्वालामुखी आरपी जसवाल, थाना प्रभारी खुंडियां रघुजीत सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और साक्ष्य जुटाने का प्रयास किया. फोरेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए. पुलिस की मामले को लेकर जांच जारी है. बताया जा रहा है कि युवक अपनी पत्नी के साथ सुबह 11 बजे मामा के घर गया था और वहीं रुका था, जबकि उसकी पत्नी शाम को घर वापस आ गई थी. मृतक की ताई ने भी रिश्तेदारों पर गंभीर आरोप लगाए हैं कि उसके नौजवान लड़के को बेरहमी से मार दिया गया. मृतक के परिजनों ने भी हत्या की आशंका जताई है। मृतक की पत्नी रेखा ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उसके पति ने रात साढ़े 10 बजे फोन किया था कि उसे उसके ही रिश्तेदार मार रहे हैं और गाड़ी भेजने को कहा था. इसके बाद उसका संपर्क टूट गया और अगले दिन सुबह उसका शव जंगल में मिला. पुलिस की जांच के बाद ही सच्चाई सामने आएगी. उधर, पुलिस को शव मिलने की जगह पर झाड़ियां तहस-नहस मिलीं. व्यक्ति के सिर पर चोट के निशान थे और उसके जूते खून से सने हुए मिले. पुलिस ने खून से सटी लकड़ियां भी कब्जे में ली हैं। पुलिस के घटनास्थल पर पहुंचने से पहले मृतक का एक वीडियो वायरल हो चुका है, जिसमें कुछ लोग कह रहे हैं कि व्यक्ति मर गया है और उसे घसीटकर फेंका गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पूरी सच्चाई सामने आएगी. पुलिस ने प्रारंभिक जांच में हत्या का मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। मृतक का बीता दौर क्राइम से जुड़ा हुआ पाया गया है. चोरी के आरोप में उसके खिलाफ ज्वालामुखी थाने में लगभग 3 मामले दर्ज हैं. उधर, यहां पर दो दिन में यह दूसरी घटना है. इससे पहले ज्वालामुखी के सुरानी रोड के पास कालीधर जंगल में 20 से 25 दिन पुराना शव मिला था जिसकी अभी तक पहचान नहीं हुई है. अब भटाल खुर्द में शव मिलने से लोगों में दहशत का माहौल है. हिमाचल में इस तरह की घटनाएं शर्मनाक हैं. घटना की भनक लगते ही सैकड़ों लोग भटाल खुर्द के जंगल में पहुंच गए और शव देखकर आश्चर्यचकित रह गए. डीएसपी ज्वालामुखी आरपी जसवाल ने कहा कि पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है. सभी के बयान कलमबद्ध किए जा रहे हैं. फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए हैं. मौके से पुलिस ने लकड़ी के डंडे, जूते और कपड़े बरामद किए हैं. मृतक के शरीर पर गहरे जख्म और सिर पर गंभीर चोट के निशान पाए गए हैं।
टिकट लेकर देख सकेंगे तपोवन का विधानसभा भवन, कैफे भी खुलेगा, प्रशासन ने तैयार किया ये प्लान….
लाइव हिमाचल/धर्मशाला: धर्मशाला के तपोवन में करीब छह करोड़ रुपये की लागत से बना विधानसभा भवन सालभर पर्यटकों के लिए खुला रहेगा। टिकट लेकर लोग भवन और परिसर को देख सकेंगे। परिसर के समीप ही चाय-कॉफी की सुविधा भी मिलेगी। जिला प्रशासन ने रिपोर्ट बनाकर मामला सरकार के पास मंजूरी के लिए भेज दिया है। मंजूरी मिलने के बाद भवन को पर्यटकों के लिए खोला जाएगा। दरअसल, विस भवन तपोवन में साल में एक बार शीतकालीन सत्र होता है। सत्र के दौरान ही भवन के दरवाजे खुलते हैं। दरवाजे और खिड़कियां बंद रहने से कमरों में हवा नहीं जाती। फर्नीचर, दरवाजे और खिड़कियाें को दीमक लग रहा है। सचिवालय समय-समय पर स्प्रे आदि करवाता रहता है लेकिन इससे समस्या का स्थायी समाधान नहीं निकल पा रहा। अमर उजाला ने इस मुद्दे को प्रमुखता से प्रकाशित किया। खबर छपने के बाद विधानसभा अध्यक्ष और मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को इस बारे में प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए थे। अब जिला प्रशासन ने विधानसभा भवन में पर्यटकों के प्रवेश को लेकर प्रस्ताव तैयार कर इसे मंजूरी के लिए प्रदेश सरकार को भेज दिया है। प्रस्ताव में विधानसभा परिसर के समीप खाली सरकारी भूमि पर कैफे आदि खोलने की भी योजना है। पर्यटकों से प्रति व्यक्ति कितना प्रवेश शुल्क वसूला जाना है, इस पर भी सरकार से राय मांगी गई है। अगर विधानसभा भवन में पर्यटकों की एंट्री शुरू होती है तो इससे सरकार को राजस्व के रूप में फायदा होगा। उधर, उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा ने कहा कि विधानसभा भवन में पर्यटकों की एंट्री को लेकर प्रस्ताव तैयार कर प्रदेश सरकार को भेज दिया है। प्रस्ताव में कैफे का भी जिक्र है। मंजूरी मिलने के बाद कोई भी व्यक्ति नाममात्र शुल्क अदा कर विधानसभा भवन को निहार सकता है।
जेआईसीए इंडिया की अतिरिक्त मुख्य विकास विशेषज्ञ अदिति पुरी और सहायक निदेशक सैतो मेई ने आज मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू से उनके आधिकारिक आवास, ओक ओवर, शिमला में मुलाकात की और विभिन्न विकास मुद्दों पर चर्चा की। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री कर्नल (डॉ.) धनी राम शांडिल, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान और स्वास्थ्य सचिव एम. सुधा देवी भी मौजूद थे l
जेआईसीए इंडिया की अतिरिक्त मुख्य विकास विशेषज्ञ अदिति पुरी और सहायक निदेशक सैतो मेई ने आज मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू से उनके आधिकारिक आवास, ओक ओवर, शिमला में मुलाकात की और विभिन्न विकास मुद्दों पर चर्चा की। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री कर्नल (डॉ.) धनी राम शांडिल, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान और स्वास्थ्य सचिव एम. सुधा देवी भी उपस्थित थे।
Kangana Ranaut Cafe: प्रीणी में शुरू हुआ कंगना रनौत का ‘द माउंटेन स्टोरी’ कैफे, वेज और नॉन वेज दोनों उपलब्ध
लाइव हिमाचल/शिमला: हिमाचल प्रदेश के मनाली में बॉलीवुड एक्ट्रेस और हिमाचल के मंडी से भाजपा सांसद कंगना रनौत ने अपने नए कैफे ‘द माउंटेन स्टोरी’ के लॉन्च की घोषणा की है। कंगना रनौत ने इसे अपना लंबे समय से संजोया सपना बताया है। यह कैफे 14 फरवरी, यानी वैलेंटाइन डे पर आम जनता के लिए खुलने जा रहा है। कंगना रनौत के इस कैफे को लेकर उन्हें खूब बधाइयां मिल रही हैं। इसी बीच एक हटके बात ये है कि कांग्रेस ने भी कंगना रनौत को बधाई दी है। जी हां केरल कांग्रेस ने ट्वीट कर कंगना को बधाई दी है। कांग्रेस ने लिखा कि ”हमें आपके नए ‘शुद्ध शाकाहारी’ रेस्तरां के बारे में जानकर खुशी हुई। आशा है कि आप सभी पर्यटकों को कुछ बेहतरीन हिमाचली शाकाहारी व्यंजन परोसेंगे। इस उद्यम के लिए सभी सफलता की कामना करते हैं। केरल कांग्रेस के इस ट्वीट को शेयर करते ही सोशल मीडिया यूजर्स भड़क उठे। कुछ यूजर्स कंगना के पक्ष में खड़े दिखे तो कुछ लोगों को कंगना के विरोध में कमेंट किए। एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि ‘क्या यह अकाउंट हैक कर लिया गया है?’ वहीं, एक अन्य यूजर्स ने लिखा कि ”कोई आश्चर्य नहीं कि राहुल गांधी ऐसे मूर्खों के कारण चुनाव हारते रहते हैं जो उनके सोशल मीडिया अकाउंट संभाल रहे हैं। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले से सांसद कंगना रनौत मूल रूप से जिले के सरकाघाट के भांबला की रहने वाली हैं। इसके अलावा कंगना ने मनाली में भी अपना घर बनाया है। यहां पर कंगना ने कैफे खोला है। वहीं, अब होटल भी खोलने जा रही हैं। हाल ही में उन्होंने यहां पर जमीन खरीदी थी।