55वां राज्यत्व दिवस मनाया जाएगा भोले की नगरी बैजनाथ में,चल रही तैयारियां जोरो शोरों…

लाइव हिमाचल/धर्मशाला:हिमाचल प्रदेश की खूबसूरती हर किसी का मन मोह लेती है। यह एक ऐसा राज्य है, जिसके ऊंचे-ऊंचे पहाड़, नदी, झीलें और मंदिर को अगर कोई एक बार देखता है तो बस इनका ही होकर रह जाता है।इस प्रदेश के शांत वातावरण में रहकर लोग अपना स्ट्रेस भूल जाते हैं। वहीं, कुछ लोग आकर … Read more

10 मिनट तक बंद कमरे में मुलाकात, जयराम ठाकुर के घर बधाई देने पहुंचे लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह

लाइव हिमाचल/शिमला: हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर आज 60 साल के हो गए हैं. शिमला स्थित उनके सरकारी आवास पर सुबह से ही बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. दोपहर करीब 1:15 पर हिमाचल प्रदेश सरकार में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह भी अचानक उनके घर पर बधाई देने के लिए पहुंच गए. इस बीच नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के समर्थक भी विक्रमादित्य सिंह को देखकर खासे हैरान नजर आए. विक्रमादित्य सिंह ने अपनी चीर-परिचित मुस्कान के साथ नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर को जन्मदिन की बधाई दी. इसके बाद दोनों नेता कमरे में बातचीत करने के लिए चले गए. दोनों नेताओं के बीच करीब 10 मिनट तक बातचीत हुई और इसके बाद विक्रमादित्य सिंह मीडिया से भी मुखातिब हुए. शिमला में मीडिया के साथ बातचीत के दौरान लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वह जयराम ठाकुर को बधाई देने के लिए आज उनके घर पर आए थे. राजनीतिक विचार का विरोध एक तरफ है और शिष्टाचार एक तरफ है. उन्होंने कहा कि इसके कोई सियासी मायने निकालने की आवश्यकता नहीं है. वह सिर्फ बधाई देने के लिए यहां पर आए हुए हैं. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री और उनके पिता वीरभद्र सिंह के साथ भी जयराम ठाकुर के अच्छे संबंध रहे. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि राजनीति में स्वस्थ परंपराओं की आवश्यकता है. सियासत में भी आपसी प्यार जरूरी है. उन्होंने कहा कि इसी तरह के व्यवहार से हिमाचल प्रदेश का विकास होगा और हिमाचल प्रदेश आगे बढ़ेगा. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी उनके जन्मदिवस की मौके पर उन्हें बधाई दी थी. ऐसे में उन्होंने भी यहां पहुंचकर उन्हें बधाई दी है. लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि यह गुपचुप मुलाकात नहीं थी. वह खुलकर यहां पर बधाई देने के लिए आए हुए हैं. विक्रमादित्य सिंह ने स्पष्ट किया कि वह जो कुछ भी करते हैं फ्रंट फुट पर रहकर करते हैं. ऐसे में फ्रंट फुट पर रहकर ही वह जय राम ठाकुर को बधाई देने के लिए भी यहां पहुंचे हैं. विक्रमादित्य सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के साथ नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर के मधुर संबंधों को भी याद किया।

पानी घोटाले में कांग्रेस नेता व ठेकेदारों को बचा रही सरकार : जयराम ठाकुर

लाइव हिमाचल/मंडी: हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने रविवार को मंडी दौरे के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश में अब पानी घोटाला चर्चा का विषय बन गया है. उन्होंने बताया कि इससे पहले हिमाचल में सेब घोटाला चर्चा में था, लेकिन अब शिमला के ठियोग में हुआ सवा करोड़ रुपये का पानी आपूर्ति घोटाला सामने आया है. उन्होंने कहा कि इस घोटाले में स्कूटर और मारुति कारों पर पानी की आपूर्ति की गई, जिसके बाद आरटीआई के माध्यम से सभी वाहनों के नंबर और संबंधित लोगों के नाम भी उजागर हो गए हैं. उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “प्रदेश में घोटाला एक नहीं, कई हुए हैं. यह तो सिर्फ एक घोटाला उजागर हुआ है. यह लगभग सवा करोड़ रुपये का घोटाला है. जयराम ठाकुर ने कहा कि पहले हिमाचल प्रदेश में सेब घोटाले की चर्चा थी, जो काफी समय से सुर्खियों में था, लेकिन अब एक नई घटना सामने आई है, जिसमें स्कूटर और मारुति कारों में पानी ढोने का काम किया गया. यह मामला आरटीआई के बाद उजागर हुआ है, जिसमें न सिर्फ घोटाले से जुड़े नाम सामने आए हैं, बल्कि गाड़ियों के नंबर भी खुलकर सामने आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने कुछ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के संकेत दिए हैं, लेकिन मुझे लगता है कि यह कदम पर्याप्त नहीं है. पूरी जांच होनी चाहिए. इस घोटाले में केवल अधिकारी ही नहीं, बल्कि कांग्रेस पार्टी के नेता और ठेकेदार भी जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. हिमाचल प्रदेश में पिछले दो सालों में इस तरह की घटनाएं लगातार हो रही हैं, जहां ठेकेदार गलत तरीके से पैसे कमा रहे हैं. बीजेपी नेता ने कहा, “मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि भ्रष्टाचार की सारी सीमाएं हिमाचल प्रदेश की सरकार ने लांघ दी हैं. राज्य में सिर्फ लूट मची हुई है और इस लूट के कारण हिमाचल प्रदेश तबाही की ओर बढ़ रहा है।

मंडी में रेलिंग तोड़ नाले में जा गिरी गाड़ी, देर रात पेश आया हादसा….

लाइव हिमाचल/मंडी: जोगिंद्रनगर के पातकू नाले में एक स्कॉर्पियो गाड़ी रेलिंग तोड़ते हुए नाले में गिर गई। यह हादसा उस समय हुआ जब स्कॉर्पियो चालक एचएस राणा वाहन चला रहे थे। हादसे के बाद पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर चालक को प्राथमिक उपचार प्रदान किया और फिर उसे अस्पताल भेजने के लिए एंबुलेंस का इंतजाम किया। पुलिस के अनुसार, दुर्घटना में चालक को कोई गंभीर चोटें नहीं आईं और उसे प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। यह स्कॉर्पियो गाड़ी वन विभाग के जॉयका प्रोजेक्ट में लगी हुई है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। 

Himachal News: भुंडा महायज्ञ में मानव बलि! प्रोफेसर की रिसर्च में बड़ा खुलासा…..

लाइव हिमाचल/शिमलाः हिमाचल प्रदेश में भुंडा महायज्ञ को लेकर कई तरह की मान्यताएं और किवदंतियां हैं. एक मान्यता यह भी है कि ये नरमेध यज्ञ है. जिसमें प्रतीकात्मक मानव बलि होती है. शिमला जिला के स्पैल वैली के दलगांव में रविवार को उछड़-पाछड़ के साथ भुंडा महायज्ञ का आयोजन संपन्न हुआ. शनिवार को बेड़ा रस्म जिसे नरमेध यज्ञ से जोड़ा जाता है, पूरी हुई. भुंडा महायज्ञ पर शोध करने वाले डॉ. भवानी सिंह ने इसके इतिहास, मान्यताओं और परंपराओं को लेकर बेहद खास जानकारी दी. जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं. हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर और संस्कृत विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. भवानी सिंह भुंडा महायज्ञ, देवतंत्र, देव संस्कृति और लोक संस्कृति से जुड़े कई विषयों पर शोध कर चुके हैं. रोहडू क्षेत्र के बछूंछ में 2005 में हुए भुंडा महायज्ञ को भी डॉ. भवानी सिंह कवर कर चुके हैं. इस पर शोध किया है और एक डॉक्यूमेंटरी भी बनाई है. जानकारी के अनुसार एचपीयू के इंस्ट्टियूट ऑफ हिमालय स्टडीज की ओर से किए गए इस शोध पर करीब 18 लाख खर्च आया. डॉ. भवानी सिंह ने बताया कि भुंडा महायज्ञ की परम्परा कहां से और कब आरम्भ हुई यह तथ्य बहुत ही रोचक है. भवानी सिंह के अनुसार यह महायज्ञ पौराणिक और वैदिक है. कहा जाता है कि भुंडा महायज्ञ की उत्पति भंडासुर से हुई है और इस महायज्ञ की परम्परा का आरम्भ काव नामक स्थान तहसील करसोग, जिला मंडी से हुई है. सबसे पहले भुंडा महायज्ञ यहीं मनाया गया था, जिसके अवशेष आज भी कामाक्षा माता मन्दिर, काव में उपलब्ध हैं. काव के बाद ममेल, जिला मंडी निरथ, दत्तनगर, जिला शिमला में भुंडा महायज्ञ को मनाया गया था. इसके बाद जिला कुल्लू के निरमंड में इस महायज्ञ को मनाया गया. शिमला जिले में यह परम्परा कैसे पहुंची, यह भी एक रोचक तथ्य है. बुजुर्गों के अनुसार जब निरमंड में महायज्ञ हुआ था तो उस समय वहां पर भूंडे में प्रयोग किए जाने वाला रस्सा टूट गया था. जिसका टूटा हुआ टुकड़ा मुराल पर्वत को पार करते हुए शिमला जिले के गांव नड़ला में बिजली की तरह गिरा. स्थानीय लोग इससे भयभीत हुए और उन्होंने अपने कुल देवता की आराधना की. नड़ला के देवता ने लोगों को सलाह दी कि यह रस्सा उनके गुरु परशुराम का रचाया गया है. इसकी आराधना करना अति आवश्यक है, तभी से शिमला जिले के कुछ गांवों में भुंडा महायज्ञ को मनाए जाने की परम्परा शुरू हुई. जो कि आज तक निभाई जा रही है. डॉ. भवानी सिंह ने बताया कि भुंडा महायज्ञ के पूजन का शुभारंभ हवन कुंड से होता है. जहां पर बेड़ा व्यक्ति को प्रतीकात्मक मानव बलि के रूप में चढ़ाया जाता है. मंत्रोच्चारण के साथ बेड़ा व्यक्ति को रस्से पर फिसलने के लिए तैयार किया जाता है. बेड़े से जो रस्सी तैयार की जाती है, उसे किसी स्वच्छ नाले में भिगोने के लिए रखा जाता है. बेडे़ को नीचे फिसलने के लिए ऊंची जगह को चुना जाता है. इस ऊंची चोटी पर एक खम्भ गाड़ दिया जाता है और 300 मीटर नीचे तिरछी ढलान में दूसरा खम्बा गाड़ दिया जाता है. पानी में रखी गई रस्सी को शुभ मुहूर्त के साथ खूदों (वीर राजपूत) ऊपर ऊंची चोटी पर लेकर आते हैं. जहां लकड़ी के खम्भे में उसका एक सिरा और गहरे नाले को पार करते हुए दूसरा सिरा निचले खम्भे में बांध दिया जाता है. ऊपर वाले सिरे पर एक अखरोट की लकड़ी से बनाई गई काठी (सीट) विशेष रूप से रस्सी पर बांधी जाती है. बेड़े को रस्सी पर बांधी गई काठी पर बिठाया जाता है, जिसके दोनों तरफ संतुलन को बनाए रखने के लिए रेत से भरी बोरियां बंधी होती हैं. बेड़े के दोनों हाथों में सफेद कपड़े के झंडे पकड़ाए जाते हैं और उसको रस्सी पर नीचे छोड़ दिया जाता है।

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी समाप्त होते ही भारतीय क्रिकेटर ने लिया संन्यास

लाइव हिमाचल:हिमाचल क्रिकेट को ऊंचाइयों तक ले जाने वाले टीम के कप्तान ऋषि धवन ने रविवार को वनडे और टी-20 क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी। भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेलने वाले धवन हिमाचल के इकलौते खिलाड़ी हैं। रविवार शाम को विजय हजारे ट्राॅफी में आंध्र प्रदेश के खिलाफ अंतिम लीग मैच … Read more

हिमाचल में बारिश-बर्फबारी की संभावना, शीतलहर का अलर्ट जारी..

लाइव हिमाचल/शिमला: हिमाचल प्रदेश में आज मौसम खराब रहेगा। मौसम विभाग शिमला ने प्रदेश में बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है। ऊपरी और मध्य पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी को लेकर अलर्ट जारी है। जबकि निचले व मैदानी इलाकों में बारिश होने की संभावना जताई गई है। इसके साथ ही प्रदेश में शीतलहर का प्रकोप भी … Read more

पंचायतों में 500 किलोवॉट तक के सोलर प्लांट सरकार से मिली मंजूरी…

लाइव हिमाचल/शिमला:हिमाचल प्रदेश सरकार पंचायतों को हरित पंचायतों में परिवर्तित कर रही है। योजना के तहत पंचायतों में 500 किलोवॉट तक के सोलर प्लांट लगेंगे। सरकार ने दूसरे चरण में प्रदेश की 24 पंचायतों को योजना में शामिल करने को मंजूरी दे दी है। इसमें विधानसभा क्षेत्र चंबा, भटियात, सुजानपुर, बैजनाथ, ज्वालामुखी, जयसिंहपुर, पालमपुर, शाहपुर, … Read more

चीन का नया वायरस कितना खतरनाक, कैसे फैलता है? भारत की क्या है तैयारी…

लाइव हिमाचल:चीन में एक बार फिर कोरोनावायरस के जैसा ही एक और वायरस खतरा बनता दिख रहा है। हाल ही के दिनों में चीन से जो वायरल वीडियो सामने आए हैं, उनमें अस्पतालों के बाहर जबरदस्त भीड़ लगे देखा जा सकता है। इससे जुड़ी रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि चीन में इस वक्त … Read more

ट्रायल में ही फट गए सिंचाई योजना के पाइप, एसडीएम को दी शिकायत….

लाइव हिमाचल/शिमला: जिला शिमला के ठियोग में जल शक्ति विभाग के पानी के घोटाले के बाद विभाग का एक और नया कारनामा सामने आया है। ठियोग की क्यार और कमाह पंचायत के दर्जनों गांवों के लिए बनाई गई सिंचाई योजना में पानी छोड़ने का ट्रायल किया गया। तो फटे पांच इंच के पाइपों से पानी बहने लगा। पंप से पानी उठाते ही फटे पाइपों से जगह-जगह पानी बहने लगा और खेतों तक पानी नहीं पहुंचा। करीब सवा तीन करोड़ रुपये से क्यार खड़्ड से बनाई गई उठाऊ सिंचाई योजना पहले ही सवालों के घेरे में आ गई थी, क्योंकि निम्न गुणवत्ता के पाइप इस्तेमाल करने की शिकायत एक स्थानीय कांग्रेस नेता अमित मेहता ने एसडीएम कार्यालय ठियोग को दी थी। एसडीएम मुकेश शर्मा ने मामले की गंभीरता को देखते हुए 13 नवंबर, 2024 को कसुम्पटी डिवीजन के अधिशासी अभियंता बसंत सिंह राठौर को यह शिकायत भेजी, जिसमें सिंचाई स्कीम में सरकारी पैसे के दुरुपयोग की जांच के लिए लिखा। बता दें कि ठियोग के इसी क्षेत्र में ही सामने आए पानी सप्लाई के घोटाले के मामले में अधिशासी अभियंता को दो दिन पहले निलंबित किया गया है। ऐसे में यह जांच अब किसी और अधिकारी को दी जा सकती है। सिंचाई योजना के पाइप फटने के सामने आए मामले के बाद अब कसुम्पटी और मतियाना डिवीजन की अन्य योजनाएं भी सरकार के रडार पर हैं। आरोप यह भी है कि अधिकारियों ने क्यार-कमाह सहित क्षेत्र की अन्य पेयजल और सिंचाई योजनाओं के विजिट में ही लाखों रुपये खर्च कर दिए। इस योजना से क्यार और कमाह पंचायतों के लिए हजारों किसानों के खेतों को पानी की सप्लाई होनी है। इसका निर्माण पूर्व जल शक्ति मंत्री विद्या स्टोक्स के कार्यकाल में शुरू हुआ था। इस मामले में चीफ इंजीनियर जोगेंद्र चौहान ने कहा कि पाइप कैसे फटे, इसकी छानबीन की जाएगी। वह सोमवार को इस मामले का पता करेंगे। मोटरसाइकिल, कारों और अफसर की गाड़ी के नंबर से हुई पानी की सप्लाई का घोटाला और सिंचाई योजना के पाइप फटने का मामला छैला कस्बे के साथ लगते क्यार खड्ड से ही जुड़ा है। क्यार और कमाह पंचायतों के लिए बनी सिंचाई योजना में करोड़ों की मशीनरियां लगी हैं।