सोलन: पिछले कल अन्हेच पंचायत के नंबरदार रमेश कुमार वर्मा जी का आकस्मिक निधन हो गया। वो 68 वर्ष के थे,और काफी समय से अस्वस्थ चल रहे थे। आज सुबह उनका दाह संस्कार किया गया। जिसमें क्षेत्र के सभी लोगो ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। वहीं इस दौरान पूर्व मंत्री डॉक्टर राजीव सैजल ने भी पहुंच कर उन्हे श्रद्धांजलि अर्पित की। और उनके द्वारा पार्टी में किए गए कार्यों व प्रयासों को याद किया।
Day: November 18, 2024
कुल्लू के लंका बेकर में घास ले जा रही गाड़ी में लगी आग….
कुल्लू: कुल्लू जिला मुख्यालय स्थित लंकाबेकर में घास ले जा रही एक गाड़ी में अचानक आग भड़क गई। आग की सूचना दमकल विभाग को दी गई। इसके बाद दमकल विभाग ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। हालांकि इस घटना में किसी तरह का जानी नुकसान नहीं हुआ है। आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। जानकारी के मुताबिक एक शख्स घोड़ों के लिए इस जीप में सुखा कर घास ले जा रहा था. ऐसे में अचानक आग लगने से जीप में रखा सारा घास जल गया.आग लगने के कारण जीप चालक को झुलसने से हल्की चोटें आई हैं. जीप चालक ने जानकारी देते हुए बताया कि वह अपनी गाड़ी को लेकर लंका बेकर सड़क से गुजर रहा था. इस दौरान जब उसकी गाड़ी सड़क किनारे लगे ट्रांसफार्मर से गुजरी तो गाड़ी में रखे घास में अचानक आग लग गई. ड्राइवर ने तुरंत प्रभाव से गाड़ी से निकलकर अपनी जान बचाई लेकिन चालक को हल्की चोटें आई हैं. ड्राइवर को इलाज के लिए ढालपुर अस्पताल में लाया गया. हालांकि आग लगते ही आसपास के लोगों ने आग बुझाने की कोशिश की और दमकल विभाग को मामले की जानकारी दी. दमकल विभाग ने तुरंत प्रभाव से आग पर काबू पा लिया. बताया जा रहा है कि बिजली की तारों में शॉर्ट सर्किट होने के कारण गाड़ी में रखे घास में अचानक आग लग गई. एसपी कुल्लू डॉक्टर गोकुल चंद्रन कार्तिकेयन ने बताया कि पुलिस की टीम मामले की जांच कर रही है और ड्राइवर का बयान भी दर्ज किया जाएगा।
संजौली मस्जिद मामले में जिला अदालत ने वक्फ बोर्ड से मांगा जवाब, अब 22 नवंबर को होगी सुनवाई
Sanjauli Mosque Latest Update: शिमला जिला अदालत में आज सोमवार को संजौली मस्जिद मामले को लेकर सुनवाई हुई. जिला अदालत ने हिमाचल मुस्लिम आर्गेनाइजेशन की याचिका की मेंटेनेबिलिटी पर सुनवाई की. जिला अदालत ने अब मामले में वक्फ बोर्ड को एफिडेविट दायर करने के लिए कहा है. कोर्ट के बाहर मीडिया से बातचीत के दौरान नगर निगम की ओर से पेश हुए वकील भुवनेश पाल ने बताया कि वक्फ बोर्ड को जिला अदालत को यह बताना होगा कि उन्होंने किस आधार पर संजौली मस्जिद कमेटी को परमिशन दी थी. अदालत ने वक्फ बोर्ड को एफिडेविट के जरिए यह भी बताने के लिए कहा है कि क्या मोहम्मद लतीफ संजौली मस्जिद कमेटी के प्रेसिडेंट हैं या नहीं. जिला अदालत में यह जवाब वक्फ बोर्ड के स्टेट ऑफिसर को देना है. हिमाचल मुस्लिम आर्गेनाइजेशन की दलील है कि खुद को संजौली मस्जिद कमेटी का अध्यक्ष बता रहे मोहम्मद लतीफ मस्जिद के तीन फ्लोर को हटाने की पेशकश करने के लिए अधिकृत नहीं थे. अब इस मामले में 22 नवंबर को अगली सुनवाई होगी.
वकील विश्व भूषण ने की मीडिया से बातचीत
हिमाचल मुस्लिम आर्गेनाइजेशन की ओर से पेश हुए वकील विश्व भूषण ने कहा कि मीडिया के साथ बातचीत के दौरान कहा कि कोर्ट ने वक्फ बोर्ड को एक एफिडेविट दायर करने के लिए कहा है. इस एफिडेविट में वक्फ बोर्ड को यह बताना होगा कि जिस संजौली मस्जिद कमेटी की बात कही जा रही है, क्या वह वक्फ एक्ट के सेक्शन- 18 के तहत बनी भी है या नहीं. उन्होंने यह भी दलील दी है कि सलीम और मोहम्मद लतीफ मस्जिद की ओर से बार-बार इस मामले में पेश होते रहे, लेकिन वास्तव में वह पेश नहीं हो सकते थे. नगर निगम आयुक्त की अदालत ने यह भी नहीं जांच की वह किस योग्यता के आधार पर लगातार पेश हो रहे हैं. अब वक्फ बोर्ड को यह बताना होगा कि संजौली मस्जिद कमेटी है अस्तित्व में है भी या नहीं. बता दें कि ऑल हिमाचल मुस्लिम आर्गेनाइजेशन ने जिला अदालत में नगर निगम आयुक्त की अदालत के उस फैसले को चुनौती दी है, जिसमें मस्जिद के तीन फ्लोर को हटाने के आदेश जारी किए गए हैं. यह मामला अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश-I, शिमला की अदालत में जज प्रवीण गर्ग में सुना जा रहा है. संजौली मस्जिद कमेटी ने 11 सितंबर को खुद ही नगर निगम आयुक्त के दफ्तर में जाकर उन तीन फ्लोर को हटाने की पेशकश की थी, जिसे अवैध बताया जा रहा था. इसके बाद पांच अक्टूबर को नगर निगम की अदालत ने संजौली मस्जिद के तीन फ्लोर को हटाने के आदेश दिए थे. इसके लिए कमेटी को दो महीने का वक्त दिया गया था. हालांकि बाद में यह काम जब शुरू हुआ, तो मस्जिद कमेटी ने धन की कमी के चलते मस्जिद हटाने के काम को मस्जिद के तीन फ्लोर को हटाने का काम बंद कर दिया।
सिरमौर में अवैध माइनिंग पर अंकुश लगा वसूला गया लाखों का जुर्माना
नाहन : जिला सिरमौर खनन विभाग के द्वारा अवैध खनन पर अंकुश लगाने में बड़ी कामयाबी हासिल की है। विभाग के द्वारा अक्टूबर 2023 से अक्टूबर 2024 तक यानी 7 महीनों में अवैध खनन के 290 मामले दर्ज किए। जिनमें से 160 मामलों को कंपाउंड करते हुए 17 लाख ₹50 हजार का राजस्व भी जुटाया है। इन कल 290 मामलों में से जहां 160 मामले कंपाउंड हुए हैं तो वहीं इसमें से 130 मामले ऐसे हैं जो न्यायालय में विचाराधीन है। अब यदि पुलिस विभाग की बात की जाए तो विभाग के द्वारा वर्ष2023 अक्टूबर से अक्टूबर 2024 तक अवैध खनन पर अंकुश लगाते हुए 1147 मामले दर्ज किए हैं। पुलिस के द्वारा दर्ज किए गए मामलों के तहत 63 लाख 8 हजार रुपए का राजस्व भी जुटाया गया है। हालांकि वन विभाग के द्वारा भी इलीगल माइनिंग को लेकर काफी मामले दर्ज किए गए हैं जिसका रिकॉर्ड हमें नहीं मिल पाया।इसके अलावा खनन संपदा के दोहन में भी विभाग के द्वारा बड़ी कामयाबी हासिल की गई है। जिला सिरमौर खनन विभाग के द्वारा जहां 1 अप्रैल 2023 से लेकर 31 मार्च 2024 तक स्वीकृत किए गए खनन पट्टों के तहत 34.3 करोड़ का राजस्व जुटाया गया था तो वही 1 अप्रैल 2024 से अक्टूबर 2024 तक यानी 7 महीनों में स्वीकृत किए गए खनन पट्टों के तहत 25.68 करोड रुपए का राजस्व जुटाया गया है। यानी कहां जा सकता है कि 32 महीना में जिला सिरमौर खनन विभाग के द्वारा सरकारी खजाने में 59.51 करोड रुपए का राजस्व जुटाया गया है। जानकारी तो यह भी है कि पूर्व में विभागीय खामियों के चलते खनन पट्टों की अलॉटमेंट लंबित पड़ी हुई थी। जिसके चलते मिनरल संपदाओं का उचित दोहन नहीं हो पा रहा था।जिला सिरमौर का खनन विभाग स्टाफ के टोटे के बावजूद जहां अवैध खनन पर अंकुश लगाने में कामयाब हुआ है तो वहीं लंबित खनन पट्टों की अलॉटमेंट करने में भी कामयाब हुआ है। इस एलॉटमेंट के बाद जहां स्थानीय लोगों को रोजगार मिला है तो वहीं सरकारी खजाने में भी बढ़ोतरी हुई है।इससे भी अच्छी बात तो यह भी रही की डिस्टिक मिनिरल फाऊंडेशन ट्रस्ट के तहत मीनिंग क्षेत्र के आसपास की पंचायत के विकास कार्यों में भी बजट उपलब्ध कराया गया है।
नई करुणामूलक रोजगार नीति बनाएगी प्रदेश सरकारः मुख्यमंत्री
शिमला: मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज यहां उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार एक नई करुणामूलक रोजगार नीति बनाने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि सेवा के दौरान अपने परिवार के सदस्यों को खोने वाले लोगों को रोजगार देने के लिए प्रदेश सरकार उदार और सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण से कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आवेदकों का विभागवार ब्यौरा संकलित कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अधिक से अधिक आवेदकों को लाभान्वित करने के लिए सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए उचित निर्णय लेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विधवाओं और अनाथों को अनुकंपा के आधार पर रोजगार प्रदान करने में प्राथमिकता देकर आश्रितों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के कल्याण के लिए अनेक कदम उठाए हैं।
पहली कैबिनेट बैठक में राज्य सरकार ने सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया है ताकि सेवानिवृत्ति के बाद वह सम्मानजनक जीवन जी सकें। उन्होंने कहा कि सरकार के दो वर्षों के कार्यकाल के भीतर सभी सरकारी कर्मचारियों और पेंशनरों को 11 प्रतिशत महंगाई भत्ता दिया गया है। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, प्रधान सचिव वित्त देवेश कुमार सचिव एम. सुधा देवी, राकेश कंवर और सचिव विधि शरद कुमार लग्वाल भी बैठक में उपस्थित रहे।
सात साल में प्रदेश में 20 गुना बढ़ी चिट्टे की तस्करी, कई सलाखों के पीछे
हिमाचल प्रदेश में दूसरे राज्यों से बड़ी मात्रा में चिट्टे की तस्करी हो रही है। पिछले कुछ सालों में नशे की तस्करी कई गुना बढ़ी है। यही वजह है कि जिला शिमला समेत प्रदेश में बड़ी संख्या में युवा नशे की चपेट में आ गए हैं। हालांकि पुलिस विभाग इसको लेकर कार्रवाई करते हुए लगातार नशा तस्करों को गिरफ्तार कर रहा है और इसको लेकर प्रदेश स्तर और जिला स्तर पर भी अभियान चलाया गया है, लेकिन दूसरे राज्यों में बैठे नशा तस्करी के मास्टर माइंड अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। इस वजह से प्रदेश में नशा तस्करी का यह नेटवर्क टूटने का नाम नहीं ले रहा है। पुलिस विभाग के आंकड़ों की बात करें, तो वर्ष 2016 में प्रदेशभर में विभिन्न मामलों में महज 634.654 ग्राम चिट्टा बरामद किया था। सात सालों में तस्करी इतनी बढ़ गई कि वर्ष 2023 में पुलिस ने 14.705 किलोग्राम चिट्टा/हेराेईन की बरामद की। नशे की जब्ती में वर्ष 2016 के मुकाबले वर्ष 2023 में 20 गुना से अधिक दर्ज की गई। इस नशे की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों में आंकी गई है। पुलिस के दर्ज मामलों से पता चलता है कि प्रदेश में सबसे अधिक नशे की तस्करी पंजाब से हो रही है। इसके अलावा हरियाणा, दिल्ली और कई मामलों में पुलिस ने उत्तर प्रदेश के तस्करों को भी गिरफ्तार किया है। नशे के साथ गिरफ्तार आरोपियों से मिली सूचना के आधार पर पुलिस चिट्टा तस्करी के मुख्य सरगनाओं को पकड़ने के लिए दूसरे राज्यों में भी दबिश देती है, लेकिन उनके खिलाफ बड़ी कामयाबी नहीं मिल पाई है। यह वजह है कि चिट्टा तस्करी का यह नेटवर्क सालों से फलफूल रहा है। यह नशा इतना खतरनाक है कि आए दिन नशे की ओवरडोज से युवाओं की जान जा रही है। वर्ष 2024 की बात करें तो 31 अगस्त तक प्रदेशभर में पुलिस विभिन्न एनडीपीएस मामलों में 6.39 किलोग्राम चिट्टा बरामद किया है। इसमें खासकर शिमला जिले में ही 3 किलोग्राम से अधिक चिट्टा बरामद किया गया है। नशा तस्करी में शिमला जिला सबसे आगे रहा है। जिला पुलिस इस साल दर्ज किए गए 226 मामलों में 515 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इसमें 19 महिलाएं भी शामिल हैं। शिमला समेत प्रदेशभर में पुलिस नशा तस्करों पर कार्रवाई करते हुए हजारों लोगों को सलाखों के पीछे डाल चुकी है। इसके अलावा के कई अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ भी कर चुकी है। इसके बावजूद चिट्टे की बढ़ती तस्करी को पूरी तरह से रोकने में कामयाबी नहीं मिल पा रही है। इसकी वजह है कि पड़ोसी राज्यों से से नशे की तस्करी बड़े पैमाने पर हो रही है। इसमें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय नशा तस्करों की संलिप्तता भी है। नशा तस्करों के खिलाफ शिमला पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। पिछले दो सालों में शिमला जिला चिट्टा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करने में अव्वल रहा है। इससे नशा तस्करी में भी कमी दर्ज की गई है। पुलिस आम लोगों की मदद से नशे के नेटवर्क को खत्म करने का अभियान चला रही है। इसको लेकर लगातार नशा तस्करों को पकड़कर सलाखों के पीछे पहुंचाया जा रहा है।
शिक्षा खंड धर्मपुर में खंड स्तरीय खेल कूद प्रतियोगिता का हुआ समापन, कृषि उपज मंडी समिति जिला सोलन के अध्यक्ष रोशन ठाकुर रहे मुख्यातिथि
सोलन : जिला सोलन के अंतर्गत शिक्षा खंड धर्मपुर में खंड स्तरीय खेल कूद प्रतियोगिता का आयोजन 16 नवंबर को हुआ जिसमें समापन समारोह में कृषि उपज मंडी समिति जिला सोलन के अध्यक्ष रोशन ठाकुर मुख्यातिथि रहे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता महेश गुप्ता, सदस्य कृषि उपज मंडी समिति जिला सोलन ने की। वहीं इस उपलक्ष में खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी धर्मपुर सरला भाटिया व पीटीएफ धर्मपुर की अध्यक्षा सुनीला भाटिया ने आए सभी अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यातिथि ने खेलकूद प्रतियोगिताएं में विजेता टीमों को पुरस्कार भी वितरित किए।
वहीं छात्र कबड्डी विजेता टीमों में जॉन परवाणु, वह छात्रा उप-विजेता टीम में जॉन बोहली विजेता, जॉन सुबाथु, जॉन सनावर, उप-विजेता रहा। वहीं खोखो (छात्र) में विजेता जॉन सनावर, उप-विजेता जॉन परवाणु, वह छात्रा विजेता में जॉन परवाणु, उप-विजेता जॉन बोहली रहा। वहीं वॉलीबॉल टीम में विजेता जॉन परवाणु उप-विजेता- जॉन सुबाथु रहा। भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर राधिका सुबाथु, द्वितीय स्थान पर मन्नत परवाणु, तृतीय स्थान पर शौर्य बोहली रहा। वहीं क्विज प्रतियोगिता में प्रथम जॉन सनावर, दूसरे स्थान पर जॉन सुबाथु वह तीसरे स्थान पर जॉन भोजनगर रहा। वहीं इस मौके पर कार्यक्रम में जिला पीटीएफ कोषाध्यक्ष अमित बंसल,ब्लॉक क्रीडा संघ के सदस्य गीता रानी, राहुल शर्मा, पीटीएफ सदस्य सुनील मेहता,पंकज शुक्ला, सुनील शर्मा, नितांत कुमार, कमल देव, मदन शर्मा आदि अध्यापक उपस्थित रहे।
रंगड़ों के काटने से खेत में काम कर रहे बुजुर्ग व्यक्ति की मौत, उपचार के दाैरान तोड़ा दम
बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के उपमंडल झंडूता के नघ्यार गांव में रंगड़ों के काटने से एक बुजुर्ग व्यक्ति मौत हो गई है। बुजुर्ग व्यक्ति खेत में काम कर रहा था, इसी बीच रंगड़ों ने हमला कर दिया। तलाई थाना पुलिस की ओर से मामले में आगामी कार्रवाई की जा रही है। जानकारी के अनुसार निक्का राम (81) निवासी गांव नघ्यार तहसील झंडूता जिला बिलासपुर रविवार शाम को खेतों में काम कर रहा था। झाड़ियों को काटते समय रंगड़ों ने बुजुर्ग पर हमला कर दिया। इसके बाद परिजन बुजुर्ग को बड़सर अस्पताल ले गए, जहां से हमीरपुर रेफर किया गया। हमीरपुर अस्पताल में उपचार के दौरान बुजुर्ग की मौत हो गई। मामले की पुष्टि डीएसपी घुमारवीं चंद्रपाल सिंह ने की है।
रंगड़ों के हमले में मां ने जान देकर मासूम बेटे को बचाया…..
नाहन: मां का रिश्ता सभी रिश्तों से अनमोल यूं ही नहीं है। कई ऐसे उदाहरण हैं जब मां ने अपने लाल का जीवन बचाने के लिए हंसते-हंसते मौत को गले लगा लिया हो। ऐसा ही उदाहरण जिला सिरमौर के शिलाई क्षेत्र में सामने आया है। कांडो भटनोल पंचायत के गांव बोहल में शनिवार को रंगड़ों के हमले से मां ने अपने तीन साल के मासूम को बचाते हुए अपनी जान दे दी। जानकारी के अनुसार अनु (28) अपने घर के पास ही घास काटने गई थी। वह बेटे को भी साथ ले गई थी। अचानक घासन में खड़ीक के पेड़ पर बने छत्ते से रंगड़ों ने मां-बेटे पर हमला कर दिया। अनु ने अपने सिर से ढाठू उतारकर बेटे को ढका और अपनी आगोश में ले लिया। इससे बेटा बच गया, लेकिन रंगड़ों ने अनु को बुरी तरह काटा। उसने शिमला में मजदूरी कर रहे अपने पति को फोन के माध्यम से इसकी जानकारी दी। महिला के चीखने की आवाजें सुनकर आसपास के लोग पहुंचे और उपचार के लिए उसे शिलाई अस्पताल ले जाया गया। यहां से महिला व बच्चे को हायर सेंटर रेफर किया गया, लेकिन महिला ने अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया। बच्चे का नाहन मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में उपचार चल रहा है। वह खतरे से बाहर है।
CM सुक्खू से मिला हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड का प्रतिनिधिमंडल, अपनी मांगों से कराया अवगत
शिमला : हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू से एचपीएसईबीएल कर्मचारी एवं इंजीनियर संयुक्त मोर्चा के संयोजक लोकेश ठाकुर के नेतृत्व में भेंट की और उन्हें विभिन्न विषयों और मांगों से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाएगा। उन्होंने कर्मचारियों के कल्याण के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता पर बल दिया और कहा कि सरकार ने अपने कार्यकाल के दो वर्षों के भीतर 11 प्रतिशत महंगाई भत्ता जारी किया है तथा कर्मचारियों के कल्याण के लिए पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया है। उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारी उनके परिवार की तरह हैं और उनके कल्याण के लिए निरंतर तत्परता से कदम उठाए जा रहे हैं। तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी और एचपीएसईबीएल कर्मचारी एवं इंजीनियर संयुक्त मोर्चा के सह संयोजक हीरा लाल भी इस अवसर पर उपस्थित थे।