तुर्की में रह रहे बिलासपुर के अदनान मुहम्मद ने किया मंडी की युवती से ऑनलाइन निकाह

बिलासपुर : नित विकसित होती नई तकनीकें हर क्षेत्र में क्रांति ला रही हैं। इंटरनैट व ऑनलाइन तकनीक ने तो दुनिया ही बदल दी है। इस तकनीक ने समय व देशों की दूरियां भी मिटा दी हैं। ऐसा ही एक उदाहरण यहां भी देखने को मिला जहां आनलाइन हुई शादी यानी निकाह ने मुस्लिम दूल्हे व दुल्हन पक्ष की समस्याओं को दूर करते हुए जहां 2 दिलों को मिलाया वहीं 2 परिवारों की दुविधा भी दूर कर दी। ऑनलाइन हुई इस शादी ने जहां एक इतिहास रच दिया है वहीं आने वाले समय में तेजी से बदलती इस दुनिया में समय की कमी से जूझते युवाओं को शादी करने का एक नया रास्ता भी दे दिया है। किस्सा यूं है कि बिलासपुर शहर के रौड़ा सैक्टर-3 निवासी मुहम्मद रफी का बेटा अदनान तुर्की में एक कंपनी में कार्यरत है। उसका निकाह डुगराईं-मंडी की एक मुस्लिम युवती से तय हुआ। निकाह तो मुकर्रर हो गया लेकिन इस विवाह यानी निकाह को करने के लिए लड़के को घर आने के लिए छुट्टी नहीं मिली। उधर, लड़की के दादा की तबीयत नासाज चल रही थी। दादा की इच्छा थी कि वे अपने जीते जी अपनी पोती का निकाह देख लें। दोनों ही पक्षों की दुविधा का हल आधुनिक तकनीक से निकला व दोनों ही पक्षों को ऑनलाइन निकाह करवा देने का उपाय सूझा। दोनों ही पक्षों ने अपने रिश्तेदारों व काजी से बात की तथा ऑनलाइन निकाह की सहमति मिलने पर इस निकाह को करवा दिया गया। हालांकि बिलासपुर से पूरे रिवाजों के साथ बारात डुगराईं-मंडी गई व वहां दूल्हा अपने निकाह में ऑनलाइन जुड़ा। काजी ने निकाह करवाया व ऑनलाइन ही दूल्हे ने 3 बार कबूल है-कबूल है दोहरा कर इस निकाह को कबूल किया। वहीं दुल्हन ने गवाहों की मौजूदगी में निकाह कबूल किया। दूल्हे मुहम्मद अदनान के ताया चार्टर्ड अकाऊंटैंट अकरम मुहम्मद ने बताया कि निकाह खुशीपूर्वक संपन्न हो गया व इस निकाह में दोनों परिवारों, रिश्तेदारों के साथ जामा मस्जिद बिलासपुर के प्रधान मोहम्मद हारून भी विशेष रूप से शामिल हुए।

ई-रिक्शा का लोन नहीं चुका पाने पर युवक ने खाया जहर, बचा हुआ मां ने निगला, दोनों की मौत

यूपी के फतेहपुर में सोमवार सुबह ई-रिक्शा के लिए लिया गया लोन चुकाने में हो रही दिक्कत से परेशान होकर 24 वर्षीय युवक ने जहर खा लिया। घटना का पता चलते ही 50 वर्षीय मां मंजू शुक्ला ने बेटे के पास पड़ा बचा हुआ जहर निगल लिया। पड़ोसी दोनों को अस्पताल ले गए जहां दोनों की मौत हो गई। बेटा ही मां का सहारा था। उनके पास न तो खुद का घर था न ही खेत। बेटे ने लोन पर ई-रिक्शा लिया था लेकिन किस्तें नहीं चुका पाने से वह तनाव में था। पुलिस तक मामला तब पहुंचा जब रिश्तेदार दोनों का अंतिम संस्कार कर चुके थे। कुलखेड़ा गांव में मंजू शुक्ला अपने बेटे विकास के साथ भिखारी लाल मिश्रा के खाली पड़े आवास में कुछ सालों से रह रहीं थीं। मंजू के पति राजू शुक्ला की तीन वर्ष पहले मौत हो चुकी है। विकास ने लोन से ई-रिक्शा खरीदा था लेकिन पिछले कुछ माह से किस्तें नहीं चुका पा रहा था। जिसका दबाव बढ़ता जा रहा था।

पड़ोसियों के अनुसार गृहस्थी के खर्चों के लिए मां-बेटे में अक्सर कहासुनी होती थी। सोमवार को भी दोनों में कहासुनी हुई। जिसके बाद बेटे ने जहरीला पदार्थ खा लिया। हालत बिगड़ने पर मां को जानकारी हुई तो उसने भी बचा हुआ जहर खा लिया। पड़ोसियों ने दोनों को सीएचसी में भर्ती कराया। हालांकि तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी। डॉक्टरों ने मृतकों के रिश्तेदारों से ग्रामीणों की मौजूदगी में लिखापढ़ी कराई जिसके बाद अंतिम संस्कार कर दिया। सीओ होरी लाल ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। ग्राम प्रधान कृष्णा तिवारी का कहना है कि मां-बेटों में अक्सर कहासुनी होती थी, हो सकता है इसी के चलते जान दे दी हो।

शिमला में वोकेशनल शिक्षकों का प्रदर्शन, आउटसोर्स कंपनियों पर शोषण का आरोप, क्या मांग?

शिमला: हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में वोकेशनल शिक्षा ठप हो गई है। वेतन एरियर नहीं मिलने और निजी कंपनियों को बाहर करने की मांग को लेकर 2400 व्यावसायिक शिक्षक सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। मांगें पूरी होने तक सामूहिक हड़ताल पर रहेंगे। सोमवार को वोकेशनल शिक्षक संघ के बैनर तले इन शिक्षकों ने राजधानी शिमला स्थित चाैड़ा मैदान में धरना दिया। इस दाैरान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और स्थायी नीति की मांग उठाई। मंगलवार को भी प्रदर्शन जारी रहेगा। हिमाचल प्रदेश के 1100 से अधिक सरकारी स्कूलों में सोमवार को वोकेशनल शिक्षा की पढ़ाई नहीं हुई। वोकेशनल शिक्षकों ने सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों को बाहर करने, समय पर वेतन अदायगी की मांग उठाई। दिवाली पर भी वेतन एरियर नहीं मिलने पर रोष जताया। वोकेशनल शिक्षक संघ के अध्यक्ष अश्वनी डटवालिया ने बताया कि प्रदेश के सरकारी उच्च और वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में साल 2013 से 9वीं से 12वीं कक्षा तक छात्र-छात्राओं को वोकेशनल शिक्षा के विषय को पढ़ा रहे हैं। इन पाठ्यक्रमों में 80 हजार से ज्यादा विद्यार्थी पंजीकृत हैं। वोकेशनल शिक्षकों को निजी कंपनियों के माध्यम से नियुक्त किया गया है। 17 कंपनियां इस कार्य के लिए पंजीकृत हैं। उन्होंने बताया कि अधिकांश कंपनियों ने दिवाली पर भी उनका एरियर नहीं दिया, जबकि शिक्षा निदेशक ने 5 अक्तूबर को एक आदेश जारी कर कहा था कि 20 तारीख तक सभी वोकेशनल शिक्षकों को वेतन का एरियर एकमुश्त दिया जाए। उन्होंने बताया कि कुछ कंपनियों ने एक-दो महीने का ही एरियर दिया है। शिक्षा निदेशक ने छह माह के एरियर का भुगतान एकमुश्त देने को कहा था। संघ के अध्यक्ष ने कहा कि राज्य सरकार ने अपने सभी कर्मचारियों को दिवाली के चलते 28 अक्तूबर को वेतन का भुगतान किया है। लेकिन वोकेशनल शिक्षकों को अभी तक अक्तूबर का वेतन नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि मांगों को जब तक पूरा नहीं किया जाएगा, शिक्षकों का प्रदर्शन जारी रहेगा।

Indo-Canada dispute: ‘ऐसी कायराना हरकतें भारत..’, कनाडा में हिंदू मंदिर पर हमले को लेकर बोले पीएम मोदी

दिल्ली: पीएम मोदी ने कनाडा में मंदिर पर हमले के मामले की निंदा की है और इसे निंदनीय बताया है, उन्होंने कहा कि हिंसा की ऐसी हरकतें भारत के संकल्प को कभी कमजोर नहीं कर पाएंगी, पीएम मोदी ने कहा कि ऐसी हरकतें भारत के संकल्प को नहीं तोड़ पाएंगी, प्रधानमंत्री ने यह भी उम्मीद जताई कि कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो इस मामले में सकारात्मक कदम उठाएंगे। गौरतलब है कि कनाडा और भारत के बीच चल रहे विवाद पर पीएम मोदी का यह पहला बयान है, उन्होंने एक्स- पर एक पोस्ट में कहा कि मैं कनाडा में एक हिंदू मंदिर पर जानबूझकर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हमारे राजनयिकों को डराने की कायराना कोशिशें भी उतनी ही भयावह हैं। हिंसा की ऐसी हरकतें भारत के संकल्प को कभी कमजोर नहीं कर पाएंगी। हम उम्मीद करते हैं कि कनाडा सरकार न्याय सुनिश्चित करेगी और कानून के शासन को बनाए रखेगी।

विपक्षी नेताओं ने भी की हमले की निंदा

ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर पर हाल ही में हुए हमले की विपक्षी नेता पियरे पोइलीवरे सहित कनाडाई राजनेताओं ने भी निंदा की है. इस बीच, ओटावा में भारतीय उच्चायोग ने भी सोमवार को एक कड़ा बयान जारी कर ब्रैम्पटन के हिंदू सभा मंदिर पर ‘भारत-विरोधी’ तत्वों द्वारा किए गए हालिया हमले की निंदा की. इस घटना ने हिंदू सभा मंदिर और भारतीय वाणिज्य दूतावास द्वारा सह-आयोजित एक कांसुलर कार्यक्रम को बाधित कर दिया है.

खालिस्तान का समर्थन करते रहे हैं ट्रूडो

हालांकि ट्रूडो को अक्सर खालिस्तान का समर्थन करते हुए देखा गया है. खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड को लेकर बिना सबूत भारत पर आरोप लगाने वाले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत-कनाडा रिश्तों को भारी क्षति पहुंचाई है. भारत ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया और अपने 6 राजनयिकों को वापस बुला लिया. भारत ने कई कनाडाई राजनयिकों को देश से निष्कासित भी कर दिया।

सोलन के इन क्षेत्रों में 6 नवंबर को विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी

सोलन : हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड सोलन द्वारा प्राप्त सूचना के अनुसार 33/11 के.वी. उप-केन्द्र बसाल के रखरखाव के दृष्टिगत 06 अक्तूबर, 2024 को विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। यह जानकारी अतिरिक्त अधीक्षण अभियंता सोलन राहुल वर्मा ने दी। राहुल वर्मा ने कहा कि 06 अक्तूबर, 2024 को प्रातः 10.00 बजे से दोपहर 01.00 बजे तक आंजी, शमलेच, नगाली, बड़ोग हाईट, बारा, कोरो कैंथडी एवं आस-पास के क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। उन्होंने कहा कि इसी दिन दोपहर 02.00 बजे से सांय 05.00 बजे तक पावर हाउस मार्ग, डुंगा मोड़, ग्रीन वैली, देऊंघाट बाजार, आयुर्वेदिक अस्पताल, एल.आई.सी. ऑफिस, हाउसिंग बोर्ड फेज 1 एण्ड 2, एस.सी.ई.आर.टी., रबौन, वशिष्ठ कालोनी एवं आस-पास के क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी।

मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम, महाकुंभ में गैर-हिंदुओं का प्रवेश को लेकर बोले धीरेंद्र शास्त्री…

. जब उन्हें राम से काम नहीं तो राम के काम से क्या काम, महाकुंभ में गैर हिन्दुओं की एंट्री पर बोले बागेश्वर बाबा।

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने प्रयागराज महाकुंभ में मुसलमानों की दुकानों और गैर हिंदुओं की एंट्री बैन करने की बात का समर्थन किया है। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि जब उन्हें राम से कोई काम नहीं है तो राम के काम से क्या काम। इसलिए गैर हिंदुओं को महाकुंभ में प्रवेश वर्जित कर देना चाहिए। बागेश्वर बाबा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जिन्हें सनातन संस्कृति का ज्ञान हो, हिंदू धर्म के बारे में पता हो, देवी-देवताओं के बारे में पता हो, पूजन पद्धति के बारे में पता हो, पूजन की सामग्री का कितना सम्मान किया जाए इस बारे में पता हो उसी को यह कार्य दिया जाए, तो ही उत्तम है। उन्होंने आगे कहा कि अब जिन्हें इस बारे में पता ही नहीं है, वो अगर विक्रय करेंगे तो निश्चित रूप से नाश ही करेंगे। उल्टा ही करेंगे। कहीं थूक कांड मिले, फलों के ऊपर गंदगी चिपकाते मिले, एक जगह पेशाब कांड मिला। इससे यह सिद्ध होता है कि कुछ षडयंत्रकारी, हम यह नहीं कहते कि ये वो लोग हो सकते हैं, कोई भी हो सकता है। इसलिए गैर हिंदुओं को महाकुंभ में प्रवेश वर्जित कर देना चाहिए। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम, वहां पर त्रिवेणी है, संगम है, महाकुंभ है, संतों का दर्शन है। तुम्हें कथा से कुछ लेना-देना नहीं, तुम्हें हिन्दुत्व से लेना-देना नहीं, तुम्हें सनातन से लेना-देना नहीं। तुम्हें राम से लेना-देना नहीं। जब तुम्हें राम से कोई काम नहीं है तो राम के काम से तुम्हारा क्या काम। बता दें कि, उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अगले साल आयोजित होने वाले महाकुंभ 2025 को भव्य बनाने के लिए योगी सरकार तैयारी तेज कर दी है।

महाकुंभ से 45 हजार से अधिक परिवारों को मिलेगा रोजगार

वार्ता के अनुसार, उत्तर प्रदेश सरकार राज्य में पर्यटन क्षेत्र को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास कर रही है और आगामी महाकुंभ इस पहल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है। सूत्रों ने कहा कि अनुमान है कि इस भव्य आयोजन से जुड़े प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसरों से 45,000 से अधिक परिवारों को लाभ होगा। गौरतलब है कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रयागराज में कई प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इन पहलों का उद्देश्य विक्रेताओं और सेवा प्रदाताओं के कौशल को बढ़ाना है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे महाकुंभ के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए अच्छी तरह से तैयार हों। मौजूदा व्यवसायों को समर्थन देने के अलावा, इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों से विभिन्न धार्मिक पर्यटन स्थलों के आसपास रोजगार के नए स्रोत पैदा होने की उम्मीद है, जिससे क्षेत्र के आर्थिक विकास में और योगदान मिलेगा। योगी सरकार ने यूपी में पर्यटन क्षेत्र को पुनर्जीवित करने के लिए कई पहल की हैं, जिसमें नई पर्यटन नीति-2022 को मंजूरी देना भी शामिल है, जिससे राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिला है। नीति का लक्ष्य 20,000 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित करना और 10 लाख लोगों के लिए रोजगार सृजित करना है। इसका मुख्य उद्देश्य पर्यटन उद्योग में सेवा प्रदाताओं को कौशल विकास और प्रबंधन प्रशिक्षण से जोड़ना है। प्रयागराज महाकुंभ इस प्रयास के लिए एक प्रमुख मंच के रूप में कार्य कर रहा है।

हवा में टक्कर के बाद कांगड़ा हिल्स पर पर फंसा पोलैंड का पैराग्लाइडर,

धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश में पैराग्लाडिंग के दौरान एक और बड़ा हादसा सामने आया है। बेल्जियन पैराग्लाइडर की मौत के बाद अब कांगड़ा जिले में बीच हवा में अन्य पैराग्लाइडर से टक्कर के बाद पोलैंड का एक पैराग्लाइडर पर्वतीय इलाके में फंस गया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पैराग्लाइडर को बचाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। इस बीच अधिकारियों ने बताया कि कांगड़ा जिले के ‘बीर बिलिंग’ में पैराग्लाइडिंग विश्व कप 2024 में भाग ले रहे एक ऑस्ट्रेलियाई पैराग्लाइडर को रविवार को उड़ान भरने से पहले पैर में मोच आने के बाद प्रतियोगिता से बाहर होना पड़ा।

पर्वतीय क्षेत्र में फंसा पैराग्लाइडर
अधिकारियों ने बताया कि पोलैंड का एक पैराग्लाइडर रविवार को हवा में एक अन्य पैराग्लाइडर से टकराने के बाद कांगड़ा के पर्वतीय इलाके में फंस गया है। उन्होंने बताया कि वह ‘पैराग्लाइडिंग’ आयोजकों के संपर्क में है और उन्हें जल्द बचा लिया जाएगा। पैर में मोच आ जाने के कारण ऑस्ट्रेलिया के पैराग्लाइडर डेविड स्नोडेन ‘पैराग्लाइडिंग विश्वकप 2024’ में हिस्सा नहीं ले पाए। बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष अनुराग शर्मा ने बताया कि उड़ान भरने से पहले ऑस्ट्रेलियाई पैराग्लाइडर डेविड स्नोडेन के पैर में मोच आ गई और वह उड़ान नहीं भर सके।

94 पैराग्लाइडर ले रहे हैं हिस्सा
शर्मा के अनुसार उन्हें एक्स-रे के लिए अस्पताल ले जाया गया और अब उनकी हालत बेहतर है। आठ दिवसीय पैराग्लाइडिंग विश्व कप 2024 दो नवंबर से शुरू हुआ था और इस कार्यक्रम में 26 देशों से सात महिलाओं समेत 94 पैराग्लाइडर हिस्सा ले रहे हैं। शर्मा ने बताया कि सुरक्षा उपाय के तहत कार्यक्रम के लिए दो हेलीकॉप्टर, एंबुलेंस के साथ सात स्वास्थ्य टीम और मनाली में अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहन एवं संबद्ध खेल संस्थान से विशेषज्ञों के नेतृत्व में छह बचाव एवं पुनर्प्राप्ति दल को पहले से तैयार रखा गया है।

कुल्लू : मनाली में पर्यटकों की भीड़, सोलंगनाला में हॉट एयर बैलून और पैराग्लाइडिंग का रोमांच

कुल्लू : हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू की पर्यटन नगरी मनाली में वीकेंड पर पर्यटकों की अच्छी खासी भीड़ रही। इस दौरान पर्यटक साहसिक गतिविधियों का खूब आनंद ले रहे हैं। सोलंगनाला में पर्यटक हॉट एयर बैलून के साथ पैराग्लाइडिंग का भी खूब लुत्फ उठा रहे हैं। मनाली के अलावा सिस्सू, कोकसर, मणिकर्ण सहित अन्य पर्यटन स्थलों में भी सैलानियों की भीड़ रही। घाटी में अब पर्यटक धीरे-धीरे बढ़ने लगे हैं। पर्यटन कारोबारी को रोहतांग सहित ऊंची पहाड़ियों में ताजा बर्फबारी की उम्मीद है, जिससे पर्यटन कारोबार में और उछाल आएगा।

पर्यटकों की बढ़ती संख्या से स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिल रहे हैं। पर्यटन व्यवसायी भी पर्यटकों के आगमन से उत्साहित हैं। वे उम्मीद कर रहे हैं कि आने वाले दिनों में पर्यटकों की संख्या में और वृद्धि होगी।

कांगड़ा में शराब के नशे में धुत्त व्यक्ति को पुलिस ने किया गिरफ्तार

कांगड़ा : जयसिंहपुर में एक व्यक्ति को शराब के नशे में धुत्त होकर हुड़दंग मचाने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी रवि कुमार ने अधिक मात्रा में शराब पी रखी थी, जिसके बाद उसने अपनी किराए की दुकान में रखे टैंट के सामान को आग लगा दिया और फिर घर में जाकर उत्पात मचाने लगा। आरोपी ने अपने घर में रखी रजाई को भी आग लगा दी, जिससे उसकी भाभी परेशान हो गई और उसने पुलिस थाना लम्बागांव में शिकायत दर्ज करवा दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी को हिरासत में ले लिया और हवालात में डाल दिया। थाना प्रभारी अशोक कुमार ने बताया कि आरोपी को जयसिंहपुर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया।

इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि शराब के नशे में व्यक्ति कितना खतरनाक हो सकता है और इसके परिणामस्वरूप कितनी बड़ी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। पुलिस ने इस मामले में तत्परता से कार्रवाई की और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

लगातार दवाइयों के सैंपल हो रहे फेल, दवा उद्योग के भविष्य पर बड़ा संकट : शांता कुमार

पालमपुर : पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री शांता कुमार ने कहा कि भारत दवाई उद्योग के क्षेत्र में विश्व भर में अग्रणी बन रहा है। जैनरिक दवाई की दृष्टि से तो भारत को दुनिया की फार्मेसी कहा जाता है। भारत में बनने वाली दवाईओं में 40 प्रतिशत दवाईयां हिमाचल प्रदेश में बनती हैं। इस उद्योग से पूरे देश में लाखों लोगों को रोजगार मिला है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के ऊना में बल्क ड्रग पार्क और नालागढ़ में मेडिकल डिवाईज पार्क की दो बड़ी योजनाएं लगभग 20 हजार करोड़ रुपए की स्वीकृत हुई हैं। इनमें हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। इस दृष्टि से हिमाचल प्रदेश दवाई उद्योग में भारत ही नहीं विश्व में अपना एक विशेष स्थान बना सकता है। शांता कुमार ने कहा परन्तु इस उद्योग की इस शानदार सम्भावना को कुछ भ्रष्टाचारी और अयोग्य सरकारी अधिकारी समाप्त करने का प्रयास कर रहे हैं। इस प्रकार के उभरते उद्योग में पिछले 9 मास में 150 दवाईयों के सैंपल फेल हुए हैं।

विश्व के दो देशों में भारत में बनीं दवाईयों से कुछ बच्चों के मरने के समाचार भी आए। उन्होंने हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय का धन्यावाद किया है। इस परिस्थिति पर न्यायालय ने स्वंय संज्ञान लिया और अधिकारी को न्यायालय में बुलाकर फटकार लगाई है और यह कहा कि जानबूझ कर मिलीभक्ति से दवाई की गुणवत्ता से समझौता किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जो दवाई उद्योग आज हजारों लोगों को रोजगार दे रहा है और बल्क ड्रग पार्क तथा मेडिकल डिवाईज की दो परियोजनाओं के कारण प्रदेश को पूरे विश्व में एक नया नाम देगा। लगातार सैंपल फेल होने से विश्व भर में जो बदनामी हो रही है उससे इस उद्योग के भविष्य को बहुत बड़ा संकट पैदा हाे जाएगा। शांता कुमार ने सरकार से विशेष आग्रह किया है कि सरकार अतिशीघ्र इस संबंध में दोषी लोगों को सख्त दण्ड दे और इस उद्योग में सब प्रकार का सुधार करे ताकि हिमाचल प्रदेश पूरे विश्व में इस उभरते दवाई उद्योग के कारण अपना नाम बनाए।