32 किलोमीटर तक रेंगती रही गाड़ियां, हिमाचल के 3 शहरों में हाल हुए बेहाल

शिमलाः हिमाचल प्रदेश में रविवार को सड़कों पर गाड़ियों की लंबी-लंबी कतारें नजर आई. ये नजारा सिर्फ एक जगह का नहीं बल्कि 3 शहरों में ट्रैफिक जाम की वजह से लोगों को हाल बेहाल हो गया. मिनटों का सफर घंटों में तय करना पड़ा. दोपहरी की धूप में ट्रैफिक पुलिसकर्मी कड़ी मशक्कत करते रहे. भाई दूज के त्योहार और छुट्टियों की वजह से कांगड़ा, ऊना और हमीरपुर में भारी ट्रैफिक जाम लग गया. दीवाली पर घर आए लोगों के गुजरने के लिये सड़कें छोटी पड़ गईं. दीवाली पर लगातार छुट्टियां पड़ीं. जिसमें दूसरे शहरों में काम करने वाले लोग अपने-अपने घर पहुंचे. ट्रेनों में भारी भीड़ का नजारा तो था ही भाई दूज पर सड़कों पर भयंकर जाम के हालात बन गए. जाम से सिर्फ दिल्ली, मुंबई, गुड़गांव और बैंगलोर जैसे महानगर ही नहीं, बल्कि पहाड़ी शहर भी परेशान नजर आए. फेस्टिव सीजन में हिमाचल प्रदेश के कई शहरों में जाम लग गया. दरअसल, भाई दूज पर कांगड़ा, ऊना, हमीरपुर में 35 किलोमीटर तक बड़ा ट्रैफिक जाम लग गया. इस दौरान धूप एकदम चटख थी, लोग बेहद परेशान हो गए।

32 किलोमीटर का जाम
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में रविवार को भैयादूज पर कई इलाकों में कुछ देर तक वाहन रेंगते नजर आए. इस दौरान कांगड़ा-जमानाबाद रोड, बस स्टैंड, मटौर चौक, कछियारी और 53 मील सहित कांगड़ा के संपर्क मार्गों में जाम की विकराल स्थिति बनी रही. इस दौरान तैनात पुलिस बल को भी सड़क जाम खोलने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. इसके साथ ही हमीरपुर शहर में जाम से वाहन चालक बेहद परेशान दिखे. जाम की वजह से रूट की बसें भी जाम में फंसी रही और रूट पर देरी से रवाना हो रही थीं. ऐसे में बसों के इंतजार में बैठे यात्रियों को स्टेशनों पर लंबा इंतजार करना पड़ा।

अर्की में दो दिवसीय खेल-कूद प्रतियोगिता संपन्न, संजय अवस्थी ने विजेताओं को किया सम्मानित….

सोलन : मुख्य संसदीय सचिव (लोक निर्माण, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग) संजय अवस्थी ने कहा कि युवाओं को खेल प्रतियोगिताओं के माध्यम से स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना आत्मसात करनी चाहिए ताकि वह भविष्य की चुनौतियों का सामना आसानी से कर सकें। संजय अवस्थी आज अर्की विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत हनुमान बड़ोग के गांव कोटला में जागृति युवक मंडल कोटला द्वारा आयोजित दो दिवसीय खेल-कूद प्रतियोगिता के समापन समारोह की अध्यक्षता कर रहे थे।

दो दिवसीय खेल-कूद प्रतियोगिता में कबड्डी की 19 वर्ष से कम आयुवर्ग के छात्रों की 20 टीमों ने तथा कबड्डी ओपन की 16 टीमों और वॉलीबॉल की 10 टीमों ने भाग लिया। संजय अवस्थी ने खिलाड़ियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हार में भी जीत की तलाश करें। उन्होंने कहा कि केवल जीतना ही नहीं बल्कि खेल-कूद प्रतियोगिता में भाग लेना भी एक बेहतर भविष्य की ओर सकारात्मक कदम है। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि नशे से दूर रहे और खेल-कूद प्रतियोगिताओं में अधिक से अधिक भाग लें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए ग्राम स्तर तक खेल अधोसंरचना को सुदृढ़ कर रही है, विद्यालयों और महाविद्यालयों में आवश्यकतानुसार खेल मैदान विकसित किए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों की डाईट मनी में वृद्धि करने के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओं में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों की सम्मान राशि में भी ऐतिहासिक वृद्धि की गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार प्रतिभाओं को उचित मंच प्रदान करने के लिए कृत संकल्प है। उन्होंने कहा कि दाड़लाघाट में खेल स्टेडियम के लिए प्रक्रिया जारी है और इसके निर्माण से समूचे क्षेत्र की खेल प्रतिभाओं को बेहतर व्यवस्थाएं मिलेंगी।

संजय अवस्थी ने खेल-कूद प्रतियोगिताओं में विजेता व उप विजेता रहे खिलाड़ियों को सम्मानित किया। कबड्डी प्रतियोगिता में कोहबाग विजेता तथा टुईरू उप विजेता रहे। कबड्डी ओपन प्रतियोगिता में बछाला विजेता तथा टुईरू उप विजेता रहे। वॉलीबॉल प्रतियोगिता में तुन पड़यार विजेता तथा धुन्दन उप विजेता रहे। उन्होंने सभी औपचारिकताएं पूर्ण करने के उपरांत कोटला में सामुदायिक भवन के निर्माण कार्य के लिए एक लाख रुपए देने की घोषणा की। उन्होंने राजकीय माध्यमिक पाठशाला के खेल मैदान में रिटेनिंग दीवार के निर्माण के लिए एक लाख रुपए देने की घोषणा भी की। उन्होंने जागृति युवक मण्डल को 21 हजार रुपए तथा महिला मंडल कोटला को 11 हजार रुपए देने की घोषणा की। संजय अवस्थी ने इस अवसर पर लोगों की समस्याएं सुनी और इनके शीघ्र निपटारे के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।

इस अवसर पर ग्राम पंचायत नवगांव के प्रधान कृष्णदेव गौतम, ग्राम पंचायत हनुमान बड़ोग के उप प्रधान मुकेश, ग्राम पंचायत सूरजपुर के उप प्रधान कामेश्वर ठाकुर, ग्राम पंचायत धुन्दन के उप प्रधान मदन लाल शर्मा, ग्राम पंचायत हनुमान बड़ोग के सचिव विनोद तथा मनोहर लाल, कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष बाल राम ठाकुर, भूतपूर्व सैनिक के ज़िलाध्यक्ष रोशन ठाकुर, जागृति युवक मण्डल कोटला के प्रधान रविन्द्र, महिला मण्डल कोटला की प्रधान देवकी देवी, पूर्व प्रधान कृष्ण कंवर तथा संतराम ठाकुर, वार्ड सदस्य कृष्ण ठाकुर, खण्ड चिकित्सा अधिकारी अर्की डॉ. तारा चंद नेगी, बीडीसी सदस्य मनोहर लाल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति, विभिन्न विभागों के अधिकारी, खिलाड़ी व ग्रामीण उपस्थित थे।

सिलेंडर फटने से घर ढहा, दो बच्चों की गई जान…

धमाके से गिरा मकान, पड़ोसियों के घरों के शीशे टूटे

कैथल : कैथल जिले के अंतर्गत आते गुहला चीका में सोमवार की सुबह एक घर में एलपीजी सिलेंडर फटने से दो लड़कियों की मौत हो गई जबकि परिवार के तीन अन्य सदस्य घायल हो गए। धमका इतना जबरदस्त था कि घर का ज्यादातर हिस्सा ढह गया और पड़ोस के कई घरों में दरारें आ गई। धमका होते ही लोगों में भगदड़ मच गई। पुलिस तथा फायर के अधिकारी मौके पर पहुंचे और एफएसएल विशेषज्ञों के माध्यम से मामले की जांच की जा रही है। प्रत्यक्षदर्शी बलजीत सिंह ने बताया कि सुबह करीब चार बजे आसपास बड़ा धमाका हुआ, जिसमें उनके पास लगने वाले कई घरों की दीवारों में दरार आ गई तो वहीं कई घरों के शीशे भी टूट गए। दो सिलेंडर इक्कठे फटने के कारण धमाका बहुत भयंकर था, कि घर की छतें ढह गई। हादसे के आधे घंटे बाद एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची। तब तक आसपास के लोगों ने घायलों को अंदर से निकाल लिया था। पुलिस भी काफी देर बाद पहुंची जो हादसे में हताहत हुए लोगों के नाम वगैरह नोट करके चली गई। वहीं इस हादसे में घायल परिवार के सभी सदस्यों को पहले गुहला के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उनकी नाजुक हालत को देखते हुए पटियाला के सरकारी अस्पताल में रेफर कर दिया। इलाज के लिए पटियाला ले जाते समय रास्ते में दाे लड़कियाें ने दम ताेड़ दिया।जिनमें 17 वर्ष की काेमल तथा डेढ वर्ष की रूही शामिल है। घायलाें में बलवान सिंह, बलवान की पत्नी तथा पुत्रवधु शामिल हैं।

हिमाचल सरकार असहाय माता-पिता के बच्चों को हर महीने देगी 1,000 रुपये की धनराशि

Himachal Government- मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल सरकार राज्य में मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना शुरू करने जा रही है। योजना के तहत सरकार असहाय माता-पिता के बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण के लिए हर महीने 1,000 रुपये का अनुदान देगी। इससे विधवाओं, निराश्रित, तलाकशुदा महिलाओं और विकलांग माता-पिता को अपने बच्चों की शिक्षा के लिए आर्थिक मदद मिलेगी। इसके अलावा सरकार बच्चों को उच्च शिक्षा, डिप्लोमा या व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए ट्यूशन और छात्रावास के लिए भी वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। सीएम सुक्खू ने एक बयान जारी कर कहा कि शैक्षणिक और वित्तीय संसाधनों की कमी के कारण विधवाओं और परित्यक्त महिलाओं को अपने बच्चों के पालन-पोषण में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। यह योजना इन महिलाओं के लिए सहारा बनेगी। इस योजना का उद्देश्य बाल शोषण, तस्करी, बाल विवाह और नशाखोरी जैसे अपराधों को रोकना भी है। सीएम ने कहा कि विकलांगता, बेरोजगारी और गरीबी को देखते हुए यह योजना विकलांग माता-पिता के बच्चों की जरूरतों को भी पूरा करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने सत्ता में आने के पहले दिन से ही वंचित वर्गों को सशक्त बनाने को प्राथमिकता दी है और उनकी मदद के लिए कई पहल शुरू की हैं। समाज के कुछ वर्ग ऐसे हैं जो अपनी शिकायतें और कठिनाइयां लेकर हमारे पास नहीं आ पाते हैं, लेकिन एक संवेदनशील सरकार के रूप में हम हर वर्ग के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं।

हिमाचल प्रदेश : आईजीएमसी और चमियाना में 400 नर्सों की भर्ती

शिमला : हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए बड़ा कदम उठाया गया है। इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) और अटल सुपर स्पेशलिटी आर्युविज्ञान संस्थान (चमियाना) में जल्द ही 400 स्टाफ नर्सों की भर्ती की जाएगी। यह भर्ती हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्शन कमिशन (एचपीएसईडीसी) के जरिए होगी। आईजीएमसी में वर्तमान में नर्सों की भारी कमी है, जिसके कारण मेडिसिन, सर्जरी, आर्थो, न्यूरोसर्जरी, यूरोलॉजी, कार्डियोलॉजी, सीटीवीएस, पल्मोनरी मेडिसिन, नेत्ररोग, ईएनटी और स्किन वार्ड में मरीजों की देखभाल करना मुश्किल हो जाता है। 300 से अधिक पद खाली होने के कारण नर्सों पर काम का अतिरिक्त बोझ है, जिससे वे मानसिक रूप से परेशान होते हैं। नई भर्ती से अस्पताल में नर्सों की संख्या बढ़ेगी और मरीजों को बेहतर देखभाल की सुविधा मिलेगी। इससे अस्पताल के अन्य नर्सों और दाखिल मरीजों को भी राहत मिलेगी। यह भर्ती हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

देर रात कांप उठे हिमाचल के पहाड़, किन्नौर में आया भूकंप, रिक्टर स्केल पर तीव्रता 3.1

किन्नौर: हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में बीती रात 1 बजकर 29 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिएक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.1 मापी गई। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, जमीन के भीतर इसकी गहराई 10 किलोमीटर रही। अब तक इससे किसी भी प्रकार के जान और माल के नुकसान की सूचना नहीं है। जिन लोगों ने झटके महसूस किए, वह घरों से बाहर निकल आए। हालांकि झटकों की तीव्रता कम होने की वजह से ज्यादातर लोग इन्हें महसूस नहीं कर पाए। किन्नौर जिले के अधिकांश क्षेत्र भूकंप की दृष्टि से अति संवेदनशील यानी जोन 5 में आते है। इसलिए यहां बार-बार भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं। धरती की सतह मुख्य तौर पर 7 बड़ी और कई छोटी-छोटी टेक्टोनिक प्लेट्स से मिलकर बनी है। ये प्लेट्स लगातार तैरती रहती हैं और कई बार आपस में टकरा जाती हैं। टकराने से कई बार प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं और ज्यादा दबाव पड़ने पर ये प्लेट्स टूटने लगती हैं। ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर निकलने का रास्ता खोजती है और इस डिस्टर्बेस के बाद भूकंप आता है।

हिमाचल प्रदेश की अब हर पंचायत को मिलेगा ई-रिक्शा, घर-घर से उठाया जाएगा कूड़ा – कचरा….

शिमला: प्रदेश की सभी 3,615 पंचायतों को ई-रिक्शा देने की तैयारी कर रही है। यह ई-रिक्शा घर-घर से कचरा उठाएगा। आपको बताते चलें कि स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण चरण-1 के तहत निचले इलाकों की 80 पंचायतों के लिए ई-रिक्शा खरीद की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। सरकार ने खरीद का जिम्मा इलेक्ट्रॅानिक विकास निगम को सौंपा है। खरीद के मानक परिवहन विभाग के सहयोग से तय किए गए हैं। घरों से इकट्ठा होने वाले कचरे से कंपोस्ट खाद तैयार की जाएगी। पंचायतें इस खाद को बेचकर कमाई करेंगी और यह पैसा विकास कार्यों पर भी खर्च किया जाएगा। हिमाचल को हरित राज्य बनाने के उद्देश्य से सरकार ने पंचायतों के लिए ई-रिक्शा खरीदने का निर्णय लिया है। राज्य में पंचायतों की अलग-अलग भौगोलिक स्थिति के मद्देनजर पंचायती राज विभाग ने परिवहन विभाग के सहयोग से ई-रिक्शा खरीद को लेकर मानक और तकनीकी विशिष्टताएं तय की हैं। पंचायत स्तर पर ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र बनाने की भी योजना है। ई-रिक्शा पर सूखा और गीला कचरा अलग-अलग इकट्ठा करने के लिए केबिन बनेंगे। पंचायतीराज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र पर कचरे की छंटनी कर उससे कंपोस्ट खाद बनाई जाएगी। छंटनी के बाद निकले लोहा, धातू, कांच, प्लास्टिक आदि और कंपोस्ट खाद बेचकर मिलने वाली धनराशि को पंचायत के बैंक खाते में जमा किया जाएगा और योजना के तहत काम पर रखे जाने वाले सहयोगियों को मानदेय दिया जाएगा।

झारखंड जाने के क्रम में गया एयरपोर्ट पर उतरे प्रधानमंत्री, NDA नेताओं ने किया जोरदार स्वागत

झारखंड विधानसभा में चुनाव प्रचार को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गया एयरपोर्ट पर विशेष विमान से उतरे। जहां केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी, बिहार सरकार के सहकारिता वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ प्रेम कुमार, बेलागंज के एनडीए उम्मीदवार मनोरमा देवी सहित एनडीए गठबंधन के नेताओं ने स्वागत किया। बीजेपी नेताओं से मिलने के बाद प्रधानमंत्री झारखंड के गढ़वा में चुनावी सभा को संबोधित करने के लिए सेना के विशेष विमान से रवाना हो गए। गढ़वा में प्रधानमंत्री सभा को संबोधित करने के उपरांत पुनः गया एयरपोर्ट पर आएंगे। जहां से अल्प विश्राम करने के उपरांत एक बार फिर झारखंड के रांची में चुनावी सभा को संबोधित करने के लिए रवाना होंगे। रांची में चुनावी सभा संबोधित कर प्रधानमंत्री गया एयरपोर्ट पर आएंगे। जहां से पीएम इंडियन एयरलाइंस के विशेष विमान से दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे। जानकारी हो कि बिहार के गया जिले के बेलागंज और इमामगंज में भी विधानसभा का उपचुनाव का प्रचार इन दिनों चल रहा है।

Almora Bus Accident: उत्‍तराखंड में खाई में गिरी 40 लोगों से भरी बस, चारों ओर बिखरे पड़े दिखे शव….

Almora Accident: उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में सोमवार को एक बस के गहरी खाई में गिर जाने से कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए. बस गढ़वाल से कुमाऊं जा रही थी तभी अल्मोड़ा के मरचूला में यह दुर्घटना हुई. जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडे ने बताया कि अब तक 22 लोगों की मौत की सूचना मिली है. हताहतों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि बस जब 200 मीटर गहरी खाइ्र में गिरी तब उसमें करीब 40 यात्री सवार थे. पुलिस और एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिवादन बल) के कर्मी तलाश एवं बचाव अभियान शुरू करने के लिए घटनास्थल पर पहुंच गए हैं. बताया जा रहा है कि हादसे के बाद कुछ मुसाफिर अपनी जान बचाने के लिए खुद की बस से बाहर निकलने की कोशिश करते दिखाई दिए. हादसा इतना भयानक था कि कुछ लोग गिरते समय ही छिटक कर इधर-उधर गिर गए थे. मौके पर पहुंची राहती टीमों ने मुसाफिरों की मदद करना शुरू कर दी है. साथ ही जख्मियों को अस्पताल पहुंचाना शुरू कर दिया है. एक जानकारी यह भी है कि हादसे के बाद घायल लोगों ने ही जानकारी दूसरों तक पहुंचाई, ताकि उनके पास तक मदद पहुंच सके. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुर्घटना में लोगों की जान जाने पर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट किया, ‘अल्मोड़ा जिले के मरचूला में हुई दुर्भाग्यपूर्ण बस दुर्घटना में यात्रियों के हताहत होने का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ. जिला प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्य तेजी से संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं.’ धामी ने आगे कहा,’स्थानीय प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम घायलों को निकालने और उन्हें निकटतम स्वास्थ्य केंद्र ले जाने के लिए तेजी से काम कर रही हैं. जरूरत पड़ने पर गंभीर रूप से घायल यात्रियों को विमान से पहुंचाने के भी निर्देश दिए गए हैं।

कांगड़ा बस स्टैंड पर उड़ाई सोने की चेन, हिमाचल में पंजाब की 3 चेन-स्नेचर महिलाएं गिरफ्तार…

कांगड़ा: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में पुलिस ने भैया दूज के पर्व पर पंजाब की तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया। इन पर सोने की चेन स्नेचिंग के आरोप है। पुलिस के अनुसार, पंजाब की शातिर महिलाएं भीड़ का फायदा उठाते हुए चेन स्नेचिंग करते हुए पकड़ी गई। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।पुलिस के अनुसार, रविवार शाम के वक्त धगवार की नीरजा नाम की एक महिला जब कांगड़ा बस स्टैंड में अपने घर के लिए बस में चढ़ने लगी तो उसके पीछे खड़ी 3 महिलाओं ने उसकी चेन छीन ली और भागने की कोशिश की। मगर नीरजा और स्थानीय लोगों ने मुस्तैदी दिखाते तीन महिलाओं को दबोच लिया। इसकी सूचना कांगड़ा पुलिस को दी गई। कुछ देर में पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों महिलओं को हिरासत में ले लिया। DSP शर्मा ने बताया कि पुलिस ने तीनों महिलाओं को गिरफ्तार कर दिया है। इन्हें आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस को शक है कि इस चोर गिरोह में कुछ और महिलाएं भी शामिल हो सकती है। उन्होंने बताया कि पुलिस को बीते चार-पांच दिनों से चोरी की शिकायतें मिल रही थी। पुलिस अब गिरफ्तार महिलाओं से पूछताछ करके पता लगाएंगी कि इन्होंने कहां-कहां चोरी की कितनी घटनाओं को अंजाम दिया है।