हिमाचल प्रदेश में कार्प मछली पालन में उल्लेखनीय वृद्धिः मुख्यमंत्री

शिमला: मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में कार्प मछली उत्पादन पिछले वर्ष के 6,767.11 मीट्रिक टन की तुलना में बढ़कर 7,367.03 मीट्रिक टन हो गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में लगभग 2600 मछुआरे कार्प मछली पालन का कार्य कर रहे हैं और उत्पादन वृद्धि से उनकी आर्थिकी सुदृढ़ हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार मछुआरों को उच्च गुणवत्ता वाली मछली के बीज उपलब्ध करवा रही है और प्रदेश में सात सरकारी कार्प मछली फार्म स्थापित किए गए हैं। प्रदेश मात्स्यिकी विभाग किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले मछली के बीज उपलब्ध करवाने के लिए अनेक कदम उठा रहा है। उन्होंने कहा कि मई, 2024 में विभाग ने नेशनल फ्रेशवाटर फिश ब्रूड बैंक, भुवनेश्वर से उन्नत अमुर कार्प बीज खरीदे हैं। इन बीजों का उपयोग सोलन जिला के नालागढ़ स्थित फिश सीड फार्म और ऊना जिला के गगरेट फिश सीड फार्म में ब्रूड स्टॉक्स विकसित करने के लिए किया जा रहा है। अगले वर्ष से किसानों को इन फार्मों के उच्च गुणवत्ता वाले बीज उपलब्ध होंगे। इनकी उत्पादन दर पारंपरिक प्रजातियों की तुलना में 20 प्रतिशत अधिक है, जिससे किसानों की आय में वृद्धि होगी। ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा जून, 2024 में केन्द्रीय मीठाजल जीवपालन अनुसन्धान संस्थान भुवनेश्वर के साथ समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किए हैं। इस समझौता ज्ञापन के अंतर्गत जयंती रोहू और अमृत कटला प्रजातियों के उन्नत किस्म के बीज उपलब्ध करवाए गए हैं। इन प्रजातियों के ब्रूड स्टॉक्स फिश सीड फार्म नालागढ़ में विकसित किए जा रहे हैं और अगले दो वर्षों के भीतर किसानों को उन्नत बीज उपलब्ध करवाए जाएंगे। इन प्रजातियों की वृद्धि दर पारंपरिक किस्मों की तुलना में 20-25 प्रतिशत अधिक है और इनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता भी अधिक है। किसानों को बेहतर प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए मात्स्यिकी विभाग द्वारा जिला ऊना के गगरेट में पांच करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किया गया है। इसके अलावा, विभाग द्वारा जल्द ही जिला सोलन के नालागढ़ में कार्प फिश ब्रूड बैंक स्थापित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए किसानों को तालाब निर्माण के लिए 80 प्रतिशत तक अनुदान दे रही है। उन्होंने कहा कि अब तक सामान्य श्रेणियों के किसानों को 14 हेक्टेयर क्षेत्र में तालाब निर्माण के लिए 1.38 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। इसके अलावा, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के किसानों को छह हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में तालाब निर्माण के लिए 59.52 लाख रुपये की अतिरिक्त राशि शीघ्र ही जारी की जाएगी। इस योजना के अंतर्गत किसान अधिकतम एक हेक्टेयर भूमि पर तालाब बना सकते हैं, जिसमें तालाब का आकार न्यूनतम 500 वर्ग मीटर होगा। उन्होंने कहा कि 500 वर्ग मीटर तालाब निर्माण के लिए 49,600 रुपये तथा एक हेक्टेयर तालाब निर्माण के लिए 9.92 लाख रुपये अनुदान का प्रावधान है। ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि यह योजना प्रदेश के आठ जिलों बिलासपुर, मंडी, हमीरपुर, कांगड़ा, सोलन, सिरमौर, चंबा और ऊना में क्रियान्वित की जा रही है। इन तालाबों में रोहू, कटला, मृगल, कॉमन कार्प और ग्रास कार्प का पालन किया जा रहा है, जिनका बाजार मूल्य अन्य प्रजातियों की तुलना में अधिक है। उन्होंने कहा कि मछुआरे एक हेक्टेयर तालाब में मछली पालन करके 10.50 लाख रुपये का लाभ अर्जित कर सकते हैं, जबकि 500 वर्ग मीटर की सबसे छोटी इकाई से भी 50,000 रुपये तक का आर्थिक लाभ हो सकता है।

सिरमौर में खाद्य सुरक्षा मानकों की उल्लंघना करने वाली कंपनियों पर बड़ी कार्रवाई….

नाहन: अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी सिरमौर एलआर वर्मा की अदालत ने लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वाली कई कंपनियों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए 4 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है. जिला सिरमौर में लिए गए विभिन्न खाद्य सैंपलों के 28 मामलों का निपटारा करते हुए अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी ने FSSAI के मानकों पर खरी न उतरने वाली विभिन्न खाद्य वस्तुओं के मामले में यह कार्रवाई की। इनमें दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, हिमाचल, चंडीगढ़ और हरियाणा की कंपनियां शामिल हैं।

जानकारी के अनुसार कसौटी पर खरा न उतर पाने वाले खाद्य पदार्थों संबंधी मामले खाद्य सुरक्षा विभाग ने अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी के समक्ष रखे। जुलाई से सितंबर माह तक के 28 मामलों का अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी एलआर वर्मा की अदालत ने निपटारा किया और दोषी कंपनियों पर करीब 4 लाख रुपए का जुर्माना लगाया।एफएसएसएआई के मानकों पर खरा न उतरने पर महाराष्ट्र की एक कंपनी पर 50,000 रुपए का जुर्माना लगाया गया है। वहीं, टोमेटो प्यूरी की गुणवत्ता सही न पाए जाने के मामले में दिल्ली की एक कंपनी पर 30,000 और सरसों के तेल के एक अन्य मामले में हरियाणा के नारायणगढ़ की एक कंपनी पर 35,000 रुपए का जुर्माना ठोका गया। इसके अलावा दूध, पनीर, देसी घी, मशरूम, चाय पत्ती, बेसन, सूजी, मस्टर्ड ऑयल इत्यादि खाद्य वस्तुओं के सैंपल भी एफएसएसएआई के मानकों पर खरे नहीं उतरे। लिहाजा, संबंधित कंपनियों पर भी जुर्माना लगाया गया है। इसमें विभिन्न राज्यों की कंपनियां शामिल हैं। अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी ने यह कार्रवाई सेक्शन 51 और 52 के तहत दोषी पाए जाने पर संबंधित कंपनियों पर अमल में लाई। उधर, एफएसओ प्रियंका कश्यप ने पुष्टि करते हुए बताया कि अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी की अदालत ने 28 मामलों का निपटारा करते हुए संबंधित कंपनियों पर 4 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है।

हिमाचल प्रदेश : नादौन में टेम्पो का ब्रेक फेल, नाली में फंसने से हुआ हादसा

हमीरपुर : नादौन के कल्लूर के पास एक टेम्पो अनियंत्रित होकर नाली में फंस गया। इस हादसे में टेम्पो में रखा शीशे का सामान चकनाचूर हो गया। टेम्पो चालक होशियारपुर की ओर से आ रहा था, लेकिन अचानक ब्रेक फेल होने के कारण चालक टेम्पो से नियंत्रण खो बैठा। चालक और परिचालक बाल-बाल बच गए। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। यातायात प्रभारी नरेश कुमार ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।

आपको बता दें कि इस मार्ग पर पहले भी कई बार दुर्घटना हो चुकी है, लेकिन विभाग द्वारा मोड़ को अभी तक ठीक नहीं किया गया है। स्थानीय लोगों ने विभाग से मोड़ को ठीक करने की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाएं न हों।

जम्मू-कश्मीर विधानसभा का पहला सत्र 4 नवंबर से शुरू, स्पीकर और डिप्टी स्पीकर का होगा चुनाव

श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर विधानसभा का पहला सत्र चार नवंबर को शुरू होगा। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मंगलवार को सत्र बुलाने की उद्घोषणा जारी कर दी है। सत्र की शुरुआत सुबह 11:30 बजे उपराज्यपाल के संबोधन के साथ होगी।इस सत्र शुरू होने से पहले जम्मू-कश्मीर विधानसभा के स्पीकर का भी चुनाव होगा। संभवत: नेशनल कान्फ्रेस के वरिष्ठ नेता अब्दुल रहीम राथर को ही स्पीकर बनाया जाएगा, जबकि डिप्टी स्पीकर का पद भाजपा को दिया जाएगा। भाजपा प्रमुख विपक्षी दल है और सदन में उसके 29 विधायक हैं। परंपरा के अनुसार डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष के सदस्य को दिया जाता है।

श्रीनगर में होगा विधानसभा का पहला सत्र

विधानसभा का पहला सत्र ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में होगा और लगभग एक सप्ताह तक चलेगा। उपराज्यपाल ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम 2019 की धारा 1891 के तहत प्रदत्त अपनी शक्तियों और अधिकारों का प्रयोग करते हुए विधानसभा का सत्र चार नवंबर को बुलाया है।

विधानसभा का सत्र शुरू होने से पहले विधानसभा के स्पीकर का भी चुनाव होगा। नेकां से जुड़े सूत्रों ने बताया कि स्पीकर पद के लिए पार्टी में दो वरिष्ठ नेता अब्दुल रहीम राथर और अली मोहम्मद सागर दौड़ में हैं। दोनों सात बार विधायक चुने गए हैं, लेकिन अब्दुल रहीम राथर आयु के आधार पर सबसे वरिष्ठ विधायक हैं। वह जम्मू कश्मीर राज्य में वित्तमंत्री समेत विभिन्न मंत्रालयों की जिम्मेदारी भी निभा चुके हैं। इसलिए उन्हें ही स्पीकर बनाए जाने की संभावना है। वहीं, अगर अली मोहम्मद सागर को स्पीकर नहीं बनाया जाता है तो फिर उन्हें या उनके पुत्र सलमान सागर दोनों में से किसी एक को उमर अब्दुल्ला अपने मंत्रिपरिषद में शामिल कर सकते हैं। डिप्टी स्पीकर का पद नेशनल कान्फ्रेंस ने भाजपा को देने का निर्णय लिया है। भाजपा के संगठन महामंत्री अशोक कौल के अनुसार भाजपा प्रमुख विपक्षी दल है और सदन में नेशनल कान्फ्रेंस के बाद भाजपा के ही सबसे ज्यादा 29 विधायक हैं।

सोलन : कमरे में लटका मिला तीन दिन से लापता युवक का शव

सोलन : परवाणू के गांव पुरला में एक युवक ने पारिवारिक विवाद के कारण आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने शव को कब्जे में लेकर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार युवक बीते तीन दिन से लापता था। मंगलवार को युवक अपने कमरे में छत के पंखे से लटका हुआ मिला। मृतक का अपनी पत्नी के साथ 6 महीनों से पारिवारिक विवाद चल रहा था, जिस कारण वह मानसिक रूप से परेशान था। मृतक युवक के शरीर पर किसी भी प्रकार के चोट आदि के निशान नहीं थे। मृतक की पहचान कर्ण पुत्र स्व. देवानंद निवासी पुरला सेक्टर-03 परवाणू तहसील कसौली जिला सोलन के रूप में हुई है। पुलिस को मौके पर भी कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। युवक का ईएसआई अस्पताल परवाणू में पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया गया है।

सुंदरनगर में सालाना 75 हजार लीटर वाइन का होगा उत्पादन….

सुंदरनगर: वाइन के शौकीनों के लिए राहत व खुशी भरी खबर है। सुंदरनगर के जड़ोल स्थित एचपीएमसी के फ्रूट प्रोसेसिंग प्लांट में आज विकास का नया अध्याय लिखा जाएगा। यहां पर करीब 10 करोड़ की लागत से स्थापित किया गया वाइन प्लांट बुधवार यानी आज विधिवत रूप से शुरु हो जाएगा। वाइन प्लांट के शुरू होने से देश के अनेक राज्यों में एचपीएमसी अपने उत्पाद को वाइन के शौकीनों तक पहुंचाएगा। अभी तक जड़ोल प्लांट में करीब 25 हजार लीटर ही वाइन सालभर में तैयार हो पाती थी, लेकिन अब नया प्लांट स्थापित होने से एचपीएमसी यहां पर सालाना 75 हजार लीटर वाइन का उत्पादन कर सकेगी। मांग बढ़ने पर इस प्लांट की क्षमता को आने वाले समय में और बढ़ाने के लिए भी व्यवस्था की गई है। पहले वाइन के कम क्षमता में उत्पादन होने से इसकी बिक्री केवल प्रदेश में हो पा रही थी। मनाली की ओर आने वाले पर्यटक जिन्हें एचपीएमसी द्वारा वाइन बनाने की जानकारी थी, वह वापसी पर यहां से जूस के साथ-साथ वाइन भी खरीद कर ले जाते रहे हैं। मगर दोबारा लंबे समय तक चक्कर न लगने से वह इसका लगातार स्वाद चखने से महरूम हो जाते थे। मगर अब क्षमता बढ़ाने के साथ ही एचपीएमसी देश के अन्य राज्यों में भी अपने उत्पाद को पहुंचाने के लिए मार्किट ढूंढेगी।
इसके पहले चरण में पड़ोसी राज्यों में वाइन की बिक्री शुरू करने के लिए कार्य किया जाएगा। वाइन की बिक्री बढ़ने से एचपीएमसी को भी अच्छा राजस्व प्राप्त होगा। अब तक अधिकतर लोग एचपीएमसी को केवल जूस बनाने के कार्य को लेकर ही जानते रहें हैं, लेकिन अब नई मार्केटिंग स्ट्रेटजी के साथ लोग यहां पर बनाई जाने वाली वाइन के बारे में भी और अधिक जान सकेंगे। सुनील कुमार, प्रबंधक, एचपीएमसी प्लांट जड़ोल, सुंदरनगर ने बताया कि 10 तरह के फ्लेवर में बनाई जाएगी फ्रूट से वाइन एटपीएमसी अपने जड़ोल स्थित वाइन प्लांट में 10 फ्लेवर में फ्रूट से वाइन बना कर इसके शौकिनों तक पहुंचायेगी। एचपीएमसी यहां पर रोडो वाइन, रेड वाइन, प्लम वाइन, मैंगो वाइन, ऑरेंज वाइन, स्ट्रॉबेरी वाइन, कीवी वाइन, एपल सीडर तथा एपरीकाटे वाइन का उत्पादन करेगी। एचपीएमसी द्वारा तैयार की जाने वाली वाइन अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता को ध्यान में रखकर बनाई जाएगी। प्लांट में वाइन की बाटलिंग लाइन के लिए मशीनरी विशेष रूप से इटली से मंगाई गई है, जबकि अन्य मशीनरी भारत में ही निर्मित है।

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एचपीएमसी के जड़ोल स्थित फ्रूट प्रोसेसिंग प्लांट परिसर में वाइन प्लांट बनकर तैयार हो गया है। करीब 10 करोड़ की लागत से बने प्लांट का शुभारंभ बुधवार को राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी सुबह 11:00 बजे करेंगे। प्लांट के शुभारंभ को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है।

Shimla: नशे में बस चला रहा एचआरटीसी चालक सस्पैंड….

शिमला: एचआरटीसी बस के चालक पर नशे में गाड़ी चलाने के आरोप लगे हैं। यात्रियों को उस समय इसकी भनक लगी जब दो किलोमीटर के सफर में चालक बस को बेतरतीब ढंग से चलाता पाया गया। इसको देखते हुए कीड़ी के समीप यात्रियों ने बस को रुकवा दिया और थड़ी पंचायत के प्रधान को मौके पर बुलाया। इसके बाद पुलिस को भी इसकी सूचना दी गई लेकिन इससे पहले ही चालक मौके से फरार हो गया। मामला सामने आने के बाद एचआरटीसी ने इस संबंध में विभागीय जांच बैठा दी है। प्रारंभिक जांच के बाद निगम ने चालक को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा बस को दूसरे चालक के माध्यम से बस स्टैंड लाया गया। एचआरटीसी प्रबंधन का कहना है कि लापरवाह चालक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जानकारी के अनुसार वीरवार सुबह करीब 8:45 सरी से वाया शोघी होकर शिमला के लिए एचआरटीसी की बस चली। इस दौरान बस में करीब 10 से 15 यात्री सवार थे। इसी बीच चालक के बस चलाने के तरीके से यात्री घबरा गए। बताया जा रहा है कि इस दौरान चालक ने एक बार पैरापिट से भी टक्कर मार दी। ऐसा देखकर यात्रियों ने दो किलोमीटर दूर कीड़ी नामक स्थान पर बस को रुकवा दिया। लोगों ने थड़ी पंचायत प्रधान के प्रधान नरेंद्र शर्मा को मौके पर बुलाया।

इस दौरान उन्होंने बताया कि चालक शराब के नशे में गाड़ी चला रहा था। इससे यात्रियों की सुरक्षा दांव पर लग गई थी। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में एचआरटीसी की बस सेवा अनियमित होने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि लोगों की शिकायत पर मौके पर पहुंचे थे। यहां देखा तो चालक शराब के नशे में धुत्त था। इस बारे में पुलिस चौकी को भी सूचित किया गया लेकिन इससे पहले ही चालक भाग गया। उन्होंने एचआरटीसी से बसों की समयसारिणी में सुधार करने और ऐसे चालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। चालक के शराब पीकर गाड़ी चलाने की शिकायत मिली है। इसकी सूचना मिलते ही मौके पर टीम को भेजा गया था। प्रारंभिक जांच के बाद चालक को निलंबित कर दिया गया है। निगम ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई कर रही है, जिससे यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

देवर और भाभी में तकरार, हाथापाई में कपड़े फटे, सड़क पर घसीटा….

मंडी: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में जमीन विवाद के चलते देवर ने भाभी के साथ हाथापाई की और उसे घसीटा. घटना का वीडियो भी सामने आया है. आरोप है कि आरोपी देवर ने अपने वार्ड पंच बेटे की धौंस दिखाकर महिला के साथ मारपीट की और पीड़ित महिला को सड़क पर घसीटने के साथ उसके कपड़े भी फाड़ दिए. पीडित महिला बल्ह थाना क्षेत्र के तहत आने वाले दूसरा खाबू गांव की निवासी है. हाथापाई की इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है. यह घटना बीती 18 अक्तूबर की बताई जा रही है. पीड़ित महिला व परिजनों ने इस संदर्भ में पुलिस चौकी रिवालसर में मामला भी दर्ज करवाया है. पीड़िता और परिजनों का आरोप है कि चार दिन बीत जाने के बाद भी रिवासलर पुलिस चौकी की टीम आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. मंगलवार को पीड़िता छंदी देवी अपने परिजनों के साथ जिला मुख्यालय पहुंची और एसपी मंडी और एडीसी मंडी से मिलकर आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग उठाई. छंदी देवी के बेटे यदोपति ने बताया कि रिवालसर पुलिस उनकी माता का दो बार मेडिकल करवा चुकी है, जबकि आरोपी के खिलाफ कोई एक्शन नहीं ले रही है. यदोपति ने बताया कि जिस जमीन को लेकर आरोपी ने मारपीट की है, वह उनकी अपनी जमीन है और उस जमीन पर वह प्लॉट बना रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपी अपने वार्ड पंच बेटे की धौंस दिखाकर उनके साथ ही नहीं, गांव के अन्य लोगों के साथ भी लड़ाई झगडा करता है. उसके खिलाफ अन्य लोगों ने भी रिवालसर चौकी में केस दर्ज करवाएं है. उन्होंने एसपी मंडी साक्षी वर्मा व एडीसी मंडी रोहित राठौर से न्याय की गुहार लगाई है। एसपी मंडी साक्षी वर्मा ने ने बताया कि मामले में नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है. दो दिन पहले और आज भी आरोपी को थाना में बुलाया गया था. साथ ही डीएसपी हेडक्वार्टर भी इस मामले की जांच कर रहे है. मामले में आगामी कार्रवाई जारी है।

23 अक्टूबर का इतिहास: आज ही के दिन एप्पल ने बाजार में उतारा था आईपॉड

दिल्ली : वर्ष 1976 में स्टीव जॉब्स द्वारा स्थापित की गई कंपनी एप्पल को संचार क्रांति के अगुवा के तौर पर पहचाना जाता है। कंप्यूटर, मोबाइल, आईपॉड सहित ढेरों उत्पाद तैयार करने वाली एप्पल के उत्पाद गुणवत्ता में बाकी सबसे बेहतर माने जाते हैं। एप्पल ने ही 2001 में 23 अक्टूबर के दिन आईपॉड को बाजार में पेश किया। छोटे से आईपॉड ने हजारों गीतों को श्रोताओं की जेब तक पहुंचाने का काम किया और इसे उस समय दुनिया का सबसे सफल तथा क्रांतिकारी उत्पाद माना गया। अपनी आर्म बॉल से लेकर फ्लाइट लेती गेंदों से दुनिया भर के बल्लेबाजों को चकमा देने वाले बिशन सिंह बेदी ने 23 अक्टूबर 2023 को अंतिम सांस ली। भारतीय स्पिन चौकड़ी की वह अबूझ पहेली ने कई दशक तक भारतीय क्रिकेट को आगे बढ़ाने में अपना अमूल्य योगदान दिया था।

देश-दुनिया के इतिहास में 23 अक्टूबर की तारीख में दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है:- 

1764 : बक्सर की लड़ाई में मीर कासिम की हार।

1850 : महिलाओं के अधिकारों को लेकर अमेरिका में पहली बार राष्ट्रीय महिला अधिकार सम्मेलन शुरू हुआ।

1940 : ‘फुटबॉल के जादूगर’ कहे जाने वाले पेले का जन्म। कहने को तो पेले का नाम दुनिया का बच्चा-बच्चा जानता है, लेकिन यह बहुत कम लोगों को मालूम है कि उनका पूरा नाम एडसन अरांतस डो नासिमेंतो है। ब्राजील का यह बेहतरीन खिलाड़ी अपने देश के लिए तीन बार विश्व कप जीतने वाली टीम का हिस्सा रहा।

1943 : नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा गठित आजाद हिंद फौज की रानी झांसी ब्रिगेड ने सिंगापुर में प्रशिक्षण शुरू किया।

1956 : बुडापेस्ट में व्यापक प्रदर्शन के साथ हंगरी की क्रांति का सूत्रपात। सोवियत शासन के खात्मे की मांग को लेकर हंगरी के लाखों लोग सड़कों पर उतर आए।

1956 : विश्व शांति के लिए परमाणु ऊर्जा का योगदान बढ़ाने के उद्देश्य से अन्तरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की स्थापना के प्रस्ताव को मंजूरी।

1983 : आत्मघाती हमलावरों ने बेरूत में अमेरिका और फ्रांस की सेना की बैरकों पर विस्फोटक से भरा ट्रक चढ़ा दिया, जिससे अमेरिका के 241 और फ्रांस के 56 सैन्यकर्मियों की मौत हो गई।

2001 : एप्पल ने आईपॉड बाजार में पेश किया। नयी शताब्दी के शुरुआती वर्षों में इस उत्पाद ने संगीत के क्षेत्र में क्रांति लाने का काम किया।

2002 : मॉस्को में चेचन विद्रोहियों ने एक सांस्कृतिक केन्द्र पर हमला किया और थिएटर देखने आए तकरीबन 700 लोगों को बंधक बना लिया।

2004: जापान में भूकंप से 85 हजार लोग बेघर ।

2011: तुर्की में भीषण भूकंप से करीब 582 लोगों की मौत।

2020 : ब्रेक्जिट के बाद एक बड़े कदम के तहत जापान और ब्रिटेन ने एक द्विपक्षीय मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए।

2022: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के सबसे भारी रॉकेट ‘एलवीएम3-एम2’ ने अपने पहले वाणिज्यिक मिशन के तहत ब्रिटेन की कंपनी के 36 ब्रॉडबैंड संचार उपग्रहों को सफलतापूर्वक निर्धारित कक्षाओं में स्थापित करके इतिहास रच दिया।

2023 : भारत के पूर्व क्रिकेट कप्तान और महान स्पिनर बिशन सिंह बेदी का निधन। उन्होंने एक पारी में 14 बार पांच विकेट और मैच में एक बार 10 विकेट चटकाए थे।

1983 में आज ही के दिन दहला था बेरूत, अमेरिका को पहुंची थी करारी चोट, मारे गए थे 241 सैनिक

दिल्ली : इजरायल और लेबनान के बीच जंग का दौर जारी है। लेबनान ने दावा किया है कि इजरायल डिफेंस फोर्सेज ने बेरूत के दक्षिणी शहरों पर बमबारी की। इसमें चार लोगों की मौत हो गई, जबकि 27 अन्य घायल हो गए। घायलों में एक बच्ची भी शामिल है। ये हमला देश के सबसे बड़े अस्पताल के नजदीक किया गया। इजरायल लगातार लेबनान पर हमलावर है। हालांकि, इस जंग से करीब 41 साल पहले आज के ही दिन बेरूत में ऐसी घटना हुई थी जिससे पूरा अमेरिका हिल गया था।

23 अक्टूबर 1983 को क्या हुआ था

ये साल था 1983, जब आत्मघाती हमलावरों ने बेरूत में अमेरिका के 241 जवानों को मार डाला था। अमेरिकी सेना के लिए इतिहास की वो घटना झकझोर देने वाली थी। 23 अक्टूबर 1983 का वो दिन था, जब आत्मघाती हमलावरों ने बेरूत शहर में अमेरिका और फ्रांस की सेना के बैरकों पर विस्फोटकों से भरा ट्रक चढ़ा दिया।

बेरूत में हुआ था आत्मघाती हमला

इस सनसनीखेज कांड में अमेरिका के 241 सैन्यकर्मियों की जान चली गई थी। यही नहीं फ्रांस के भी 56 जवानों की मौत हो गई थी। जानकारी के मुताबिक, उस आत्मघाती हमले में 300 से ज्यादा लोगों की जान गई थी। 80 के दशक में लेबनान गृहयुद्ध से जूझ रहा था। ऐसे में बहुराष्ट्रीय बल (MNF) के अमेरिकी और फ्रांसीसी सेना के जवान बेरूत में तैनात थे।

मारे गए थे 300 से ज्यादा लोग

ये वो सदस्य थे जो लेबनानी गृहयुद्ध के दौरान सैन्य शांति अभियान के तहत वहां भेजे गए थे। हालांकि, आत्मघाती हमले में 241 अमेरिकी और 56 फ्रांसीसी सैन्यकर्मी मारे गए। इनके अलावा छह नागरिक और दो हमलावरों ने भी जान गंवाई थीं। इस हमले में 100 से ज्यादा लोग घायल भी हुए थे।