आज ही जमानत पर बाहर आया था बाबा, फिर हुआ गिरफ़्तार, जानिए पूरा मामला ?

सोलन : जिला सोलन के बीते कल गोवर्धन चौहान निवासी रोहड़ू जिला शिमला ने धर्मपुर थाना में शिकायत दर्ज करवाई है कि 4 सितंबर को वह अपनी पत्नी के साथ बोलेरो गाड़ी में घर जा रहे थे। 11 बजे के करीब बड़ोग टूरिस्ट ढाबा में ये खाना खानें के लिए रुके। खाना खाने के बाद जब यह बिल देने लगा तो इसकी नजर एक साधु बाबा पर पड़ी, जो ढाबे पर ही खाना खा रहा था, इसने अपने साथ ही बाबा के खाने की पेमेंट भी कर दी। जिसके बाद यह दोनों अपनी गाड़ी में बैठ गए। गाड़ी स्टार्ट करते ही बाबा इसके पास आया और बोला कि 20 रू0 दे दो। तो उसने बाबा के कहने पर 20 रू0 अपने हाथ में पकड़े तो बाबा ने उन 20 रू0 के ऊपर एक छोटा सा पत्थर रखा और मुठ्ठी बन्द करने को कहा जिस पर इसने मुठ्ठी बन्द कर दी और बाबा ने बाहर से इसकी मुठ्ठी को पकड़ लिया। और कुछ जादू सा करने लगा इसके बाद बाबा ने इससे कहा कि आपके पास कितने पैसे हैं तो उसने मना कर दिया, फिर बाबा इसकी पत्नी से पुछने लगा कि आपके पास कितने पैसे हैं तो इसकी पत्नी ने बताया कि इसके पास 3500/- रू0 हैं जो बाबा के कहने पर इसकी पत्नी ने 3500/- रू0 तथा एक सोने की अंगूठी निकालकर अपने हाथ पर रख दिये और बाबा जोर-जोर से मन्त्र बोलकर इसकी पत्नी के हाथ से अंगुठी व 3500/-रू0 बेईमानी से, बिना इनकी सहमति के चोरी करके मौका से सड़क के निचली तरफ को भाग गया।
बता दें कि इस साधु बाबा को पुलिस ने पहले भी एक महिला की अंगूठी चुराने के जुर्म में गिरफ़्तार किया है तब इन्होंने यह शिकायत पुलिस चौकी डगशाई में दर्ज कराई जिस पर चौकी की टीम ने मुक़दमा दर्ज कर आरोपी पर कार्यवाही की थी। बता दें कि ये बाबा जो आज ही जमानत पर बाहर आया था। फिलहाल उस को गिरफ्तार कर लिया गया है | वहीं आरोपी उपरोक्त को आज न्यायालय में पेश किया जा रहा हैं।

ज़िला सोलन में उचित मूल्य की सात नई दुकानें खोलने के लिए आवेदन हुए आमंत्रित

सोलन: ज़िला सोलन की सार्वजनिक वितरण समिति की बैठक में ज़िला के सात स्थानों एवं ग्राम पंचायतों में उचित मूल्य की नई दुकानें खोलने का निर्णय लिया गया है। यह जानकारी आज यहां ज़िला खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति नियंत्रक नरेन्द्र कुमार धीमान ने दी।

उन्होंने कहा कि समिति के निर्णय के अनुसार ज़िला के विकास खण्ड नालागढ़ की ग्राम पंचायत बायला के गांव बायला, ग्राम पंचायत मानपुरा के गांव ठेडा तथा ग्राम पंचायत बारियां के गांव महुआ, विकास खण्ड धर्मपुर की ग्राम पंचायत गोयला के गांव छमकड़ी, छावनी क्षेत्र कसौली के कसौली, विकास खण्ड धर्मपुर की ग्राम पंचायत कसौली-गढ़खल के गांव कसौली तथा नगर निगम सोलन के शिल्ली रोड़, वार्ड नम्बर 09 उचित मूल्य की नई दुकानें खोली जानी हैं।
उन्होंने कहा कि इच्छुक व्यक्ति अथवा संस्थाएं इन स्थानों पर उचित मूल्य की दुकानें खोलने के लिए ऑनलाइन माध्यम से आवश्यक सूचना एवं अन्य दस्तावेज़ वेबसाइट पर अपलोड कर आवेदन किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इच्छुक व्यक्तियों एवं संस्थाओं को इस कार्य के लिए वेबसाइट emerginghimachal.hp.gov.in का उपयोग करना होगा। आवेदन करने की अंतिम तिथि 27 सितम्बर, 2023 निर्धारित की गई है।
नरेन्द्र धीमान ने कहा कि आॅनलाईन माध्यम के अतिरिक्त किसी भी अन्य माध्यम आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि आवेदन करने की न्यूनतम योग्यता दसवीं पास तथा व्यक्तिगत आवेदनकर्ता की आयु 18 से 45 वर्ष के मध्य होनी चाहिए। आवश्यक दस्तावेज़ो के बिना आवेदन रदद कर दिए जाएंगे।
अधिक जानकारी एवं आवश्यक दस्तावेज़ो के सम्बन्ध में किसी भी कार्य दिवस पर कार्यालय में आकर अथवा दूरभाष नम्बर 01792-224114 पर सम्पर्क किया जा सकता है।

खाद्य वस्तुओं के मूल्य दर हुई निर्धारित…

सोलन: ज़िला दण्डाधिकारी सोलन मनमोहन शर्मा ने हिमाचल प्रदेश जमाखोरी एवं मुनाफाखोरी रोकथाम आदेश, 1977 के खंड 3 (आई) (ई) के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए ज़िला सोलन में विभिन्न खाद्य वस्तुओं के अधिकतम खुदरा मूल्य निर्धारित करने के सम्बन्ध में अधिसूचना जारी की है। अधिसूचना में स्पष्ट किया गया है कि अधिकतम खुदरा मूल्य में खाद्य वस्तुओं के सभी कर एवं अन्य आकस्मिक प्रभार सम्मिलित होंगे।

अधिसूचना के अनुसार बकरा एवं भेड़ा का मीट 500 रुपये प्रति किलोग्राम, सुअर का मीट 250 रुपये प्रति किलोग्राम, चिकन ड्रेस्ड 200 रुपये प्रति किलोग्राम, ब्राॅइलर ड्रेस्ड 200 रुपये प्रति किलोग्राम, बिना तली मछली 250 रुपये प्रति किलोग्राम, तली हुई मछली 300 रुपये प्रति किलोग्राम, जीवित चिकन का मूल्य 150 रुपये प्रति किलो निर्धारित किया गया है।
अधिसूचना के अनुसार तंदूरी चपाती प्रति 08 रुपये, तवा चपाती प्रति 07 रुपये, भरा हुआ परांठा प्रति 30 रुपये, चावल, चपाती, दाल और सब्जी फुल डाईट प्रति 80 रुपये, पूरी प्लेट चावल फुल प्लेट 50 रुपये, दाल फ्राइ प्रति प्लेट 60 रुपये, मीट करी प्रति प्लेट 120 रुपये, चिकन करी प्रति प्लेट 100 रुपये, सब्जी स्पेशल प्रति प्लेट 70 रुपये, मटर/पालक पनीर प्रति प्लेट 90 रुपये, सब्जी/चना एवं दही के साथ दो पूरी प्रति प्लेट 50 रुपये तथा रायता का मूल्य प्रति प्लेट 50 रुपये निर्धारित किया गया है।
इस अधिसूचना के अनुसार स्थानीय दूध 45 रुपये प्रति लीटर, सभी ब्रांड का पैकेट वाला दूध मुद्रित मूल्य के अनुसार उपलब्ध होगा। पनीर 280 रुपये प्रति किलोग्राम तथा दही का मूल्य 65 रुपये प्रति किलोग्राम मूल्य तय किया गया है। सभी ब्रांड के शीतल पेय मुद्रित दर के अनुसार उपलब्ध होंगे।
अधिसूचना में स्पष्ट किया गया है कि एक प्लेट मीट/चिकन करी में 200 ग्राम मीट के टुकड़े अर्थात् न्यूनतम 05 पीस एवं 100 ग्राम शोरबा होना चाहिए। मटर पनीर, पालक पनीर इत्यादि में 100 ग्राम पनीर होना चाहिए।
ब्रेड, दूध जैसे पैकेट बंद पदार्थों पर मूल्य एवं पैकिंग की तिथि निर्धारित अधिसूचना के अनुसार होनी चाहिए।
प्रत्येक दुकानधारक को बिक्री के लिए रखे गई खाद्य वस्तुओं की मूल्य सूची सहज दृश्य स्थल पर प्रदर्शित करना व इसके समस्त खरीद से सम्बन्धित बिल दुकानदार द्वारा रखना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि उपभोक्ता की मांग पर उन्हें कैश मेमो या बिल देना होगा।
यह अधिसूचना आधिकारिक राजपत्र में प्रकाशित होने की तिथि से एक महीने की अवधि तक मान्य होगी।

ज़िला विकास समन्वय एवं अनुश्रवण समिति (दिशा) की बैठक 14 सितंबर को आयोजित…

सोलन :  सोलन ज़िला में केन्द्रीय मंत्रालयों की विभिन्न योजनाओं के कार्यान्वयन एवं प्रगति की समीक्षा एवं अनुश्रवण के लिए ज़िला विकास समन्वय एवं अनुश्रवण समिति (दिशा) की बैठक 14 सितम्बर, 2023 को प्रातः 11.00 बजे उपायुक्त कार्यालय के सभागार में आयोजित की जाएगी। बैठक की अध्यक्षता शिमला लोकसभा क्षेत्र के सांसद सुरेश कश्यप करेंगे।

बैठक उपायुक्त कार्यालय के सभागार में आयोजित की जाएगी। यह जानकारी अतिरिक्त उपायुक्त एवं ज़िला ग्रामीण विकास अभिकरण के परियोजना निदेशक अजय कुमार यादव ने दी।

सिपेट बद्दी में प्रवेश के लिए अंतिम तिथि 15 सितम्बर, 2023

सोलन: सोलन ज़िला के नालागढ़ उपमण्डल के बद्दी स्थित केन्द्रीय पेट्रोरसायन अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (सिपेट-सेन्ट्रल इन्स्टीटयूट आॅफ पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलाॅजी) में विभिन्न डिप्लोमा एवं पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश की अंतिम तिथि 15 सितम्बर, 2023 निर्धारित की गई है। यह जानकारी संस्थान के प्रवक्ता ने दी।

उन्होंने कहा कि केन्द्रीय पेट्रोरयासन अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान बद्दी में 03 वर्ष के डिप्लोमा इन प्लास्टिक्स मोल्ड टेक्नोलाॅजी (डीपीएमटी) तथा 03 वर्ष के डिप्लोमा इन प्लास्टिक्स टेक्नोलाॅजी (डीपीटी) में प्रवेश लिया जा सकता हैं। उन्होंने कहा कि इन पाठ्यक्रमों के लिए उम्मीदवार 10वीं कक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि इन पाठ्यक्रमों में लेटरल एंट्री का प्रावधान भी है। लेटरल एंट्री के लिए उम्मीदवार गणित तथा विज्ञान विषयों के साथ 12वीं कक्षा अथवा सम्बन्धित विषय में आई.टी.आई उत्तीर्ण होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त 02 वर्ष के पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन प्लास्टिक्स प्रोसेसिंग एवं टेस्टिंग (पी.जी.डी-पी.पी.टी) में प्रवेश लिया जा सकता है। इस पाठ्यक्रम के लिए उम्मीदवार के पास विज्ञान में 03 वर्ष की पूर्णकालीन डिग्री उपाधि होनी अनिवार्य है।
इन सभी पाठ्यक्रमों के लिए कोई आयु सीमा निर्धारित नहीं की गई है।
उन्होंने कहा कि संस्थान के सभी पाठ्यक्रम अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त है।
उन्होंने कहा कि उम्मीदवारhttp://www.cipet.gov.in/centres/cipet-baddi/diploma_admission_2023.php     पर अधिक जानकारी उपलब्ध कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त उम्मीदवार मोबाईल नम्बर 91995-54078, 81497-16217, 94181-44332 तथा 89770-33373 पर भी पाठ्यक्रम तथा प्रवेश से सम्बन्धित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

नाहन में आधी रात को सड़कों पर निकले SP, नशेड़ियों की लगाई क्लास

नाहन : सिरमौर के पुलिस अधीक्षक रमन मीणा एक्शन मोड में आए  हैं। बीती रात एसपी ने मौके पर अचानक दबिश देकर नशेड़ियों की क्लास लगा डाली। SP ने गोपनीय सूचना के बाद दिल्ली गेट(Delhi Gate)  के नजदीक आयकर विभाग की सीढ़ियों पर दबिश दी। 4-5 युवक रात के अंधेरे में नशा कर रहे थे। पुलिस को देखते ही भागने की कोशिश करने लगे। तीन को दबोच लिया गया बाद में मौके से भागे दो अन्य नशेड़ियों को भी तलब किया गया। एसपी के घटनास्थल पर होने की सूचना मिलते ही सदर थाना की टीम भी मौके पर पहुंची। नशेड़ियों को थाना ले जाया गया, एसपी खुद भी थाना पहुंचे। लंबे अरसे में ये पहला ही मौका होगा, जब एसपी ने नशेड़ियों को रंगे हाथ काबू करने का प्रयास किया हो। नशा करने के दौरान एक वीडियो भी पुलिस को मिला है। कुल मिलाकर पुलिस की कार्यशैली की प्रशंसा की जा रही है। हालांकि पुलिस का कहना है कि नशेड़ी केवल एन्ड यूजर थे। साथ ही कारोबार से जुडी जानकारी न मिलने की बात कर रही है लेकिन जानकारों का कहना है कि खाकी नशे के कारोबार के खिलाफ स्ट्राइक की कोशिश में लगी है।

मीडिया से बातचीत में पुलिस अधीक्षक रमन मीणा ने कहा कि नशा करने वालो की काउन्सलिंग की गई साथ ही परिवारों को भी सूचित किया गया। उधर एक अन्य अपुष्ट जानकारी के मुताबिक करीब दो साल में नशे की ओवरडोज़ से 3-4 व्यक्तियों  की मौत हो चुकी है। केमिकल व सिंथेटिक नशा युवाओ को बर्बाद कर रहा है। एसपी का ये भी कहना है कि नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस के तहत कार्य किया जा रहा है।

कसौली भाजपा मंडल अध्यक्ष मदन मोहन मेहता की अध्यक्षता में “मेरी माटी, मेरा देश” अभियान के अंतर्गत कार्यक्रम हुआ आयोजित…

“मेरी माटी, मेरा देश माटी को नमन, वीरों को वंदन” सोलन: आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में, आजादी का अमृत महोत्सव जन नेतृत्व की पहल के रूप में पूरे भारत वर्ष में मनाया जा रहा है। सरकार ने इसी उत्सव की निरंतरता में ‘ मेरी माटी मेरा देश अभियान’ का शुभारम्भ किया … Read more

हिमाचल में फिर एक्टिव होगा मॉनसून, 14 से 16 सितंबर तक येलो अलर्ट जारी…

शिमला : हिमाचल प्रदेश में मौसम लगातार करवट ले रहा है। बीते रोज जहां प्रदेश में मौसम साफ रहा,वहीं मंगलवार को कुछ इलाकों में छिटपुट बूंदा-बांदी भी हुई। लेकिन अब मॉनसून की सक्रियता बढ़ने की संभावना है। मौसम विभाग की मानें तो 18 सितंबर तक प्रदेश के कुछ भागों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार बन रहे हैं। इसे देखते हुए 14 से 16 सितंबर के बीच येलो अलर्ट जारी किया गया है। 13 सितंबर को भी प्रदेश के कुछ भागों में अंधड़ चलने व बिजली चमकने का येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि 14 से 17 सिंतबर तक पश्चिमी विक्षोभ फिर से सक्रिय है। इस दौरान प्रदेश के कई क्षेत्रों में बारिश हो सकती है। प्रदेश के 11 शहरों का पारा 30 डिग्री सेल्सियस पार हो गया है। ऊना का तापमान पिछले 24 घंटे के दौरान सर्वाधिक 34 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। चंबा को छोडक़र अन्य सभी शहरों का तापमान नॉर्मल से एक से 6 डिग्री तक ज्यादा चल रहा है।

पटरी पर नहीं लौटी जिंदगी
प्रदेश में इस मॉनसून सीजन के दौरान 24 जून से 12 सितंबर तक 428 लोगों की मौत हो गई है। प्राकृतिक आपदा से राज्य में 2611 घर पूरी तरह ढह गए हैं, जबकि 11010 घरों को आंशिक नुकसान हुआ है। प्रदेश में बीते दिनों की भारी बारिश से 60 सड़कें अभी भी बंद पड़ी है। प्रदेश में 250 से ज्यादा बस रूट ऐसे हैं, जिन पर 2 महीने से बस सेवा बहाल नहीं हो पाई है।

राजस्थान के भरतपुर में बड़ा बस हादसा, 11 यात्रियों की मौत, 15 अन्य घायल

जयपुर :  राजस्थान के भरतपुर जिले में एक ट्रेलर ट्रक (भारी सामान ढोने वाला ट्रक) ने बुधवार तड़के एक बस को पीछे से टक्कर मार दी, जिससे उसमें सवार गुजरात के 11 यात्रियों की मौत हो गई और कम से कम 15 अन्य घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि बस गुजरात के यात्रियों को उत्तर प्रदेश के मथुरा ले जा रही थी, तभी वह तड़के करीब साढ़े चार बजे राजस्थान के भरतपुर में हादसे का शिकार हो गई।

पुलिस के मुताबिक, बस लखनपुर इलाके में अंतरा फ्लाईओवर पर रुकी थी, तभी ट्रेलर ट्रक ने उसे पीछे से टक्कर मार दी। उन्होंने बताया कि हादसे में बस में सवार पांच पुरुष और छह महिला यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस नियंत्रण कक्ष के अनुसार, मृतकों की पहचान अंतू, नंदराम, लल्लू, भरत, लालजी, उसकी पत्नी मधुबेन, अंबाबेन, कंबुबेन, रामूबेन, अंजूबेन और अरविंद नामक यात्री की पत्नी मधुबेन के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि सभी मृतक गुजरात के भावनगर जिले के दिहोर के रहने वाले थे।

Himachal Pradesh: सब कुछ केंद्र ने ही करना है, तो सरकार चलाने का दावा न करे कांग्रेस- जयराम ठाकुर

शिमला: इस बार मानसून सीजन के दौरान जुलाई-अगस्त के महीने में हुई भारी बारिश और भूस्खलन ने हिमाचल प्रदेश में जमकर तबाही मचाई. आपदा के बीच कांग्रेस-बीजेपी एक-दूसरे पर राजनीति करने का आरोप लगाती रही. इस बीच राज्य में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार ने केंद्र पर सहयोग न देने की के आरोप लगाए. तो वहीं, भाजपा ने भी कांग्रेस सरकार को केंद्र सरकार के प्रति एहसानमंद रहने की नसीहत भी दी. इस बीच हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने एक बार फिर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा है. जयराम ठाकुर ने कहा कि यदि केंद्र सरकार को ही सब कुछ करना है, तो राज्य सरकार को हिमाचल में सरकार चलाने का दावा नहीं करना चाहिए.जयराम ठाकुर ने कहा कि आपदा की वजह से प्रदेश में हजारों लोगों के घर टूट गए हैं. भारी बारिश से खेत बह गए हैं, फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं. मजबूरन लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं. जबकि आपदा राहत शिविरों के हालात किसी से छिपे नहीं है, लेकिन सरकार प्रभावितों की मदद करने के बजाय हर रोज कोई न कई नई घोषणाएं कर रही है. जयराम ठाकुर ने ये भी कहा कि अब बहुत हो चुका है, लोगों को सच में राहत चाहिए, सरकारी वादे नहीं. उन्होंने प्रदेश सरकार से प्रभावितों को राहत पहुंचाने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि लोग पूछ रहे हैं कि उन्हें राहत कब मिलेगी. लोग का कहना है कि वह अपने गांवों में टेंट में रह लेंगे, लेकिन राहत शिविरों में नहीं. राहत शिविरों की खराब हालत किसी से छिपी नहीं है. इसलिए सरकार आपदा प्रभावितों की जमीनें और बाकी सुविधाएं उपलब्ध कराएं.