जल्द पकड़े जाएंगे चिट्टे के सप्लायर : SP गौरव सिंह

सोलन : सोलन पुलिस की SIU टीम ने ड्रग पेडलर आरोपी निहाल ठाकुर को सोलन के ओचघाट से गिरफ़्तार कर लिया है, आरोपी निहाल ठाकुर पर हीरोइन बेचने का और चिट्ठा का धन्धा करने का आरोप था, जिसके बाद पुलिस ने उस के कमरे की तलाशी ली तो वहां से 20.65 ग्राम चिट्टा / हैरोईन ब्रामद हुई ।

जिस पर धारा 21 ND&PS Act, थाना सदर में अभियोग पंजीकृत करके आरोपी से इस खेप के सप्लायर की जानकारी मिली है। आरोपी ने बताया कि उसने इस खेप को सप्लायर से 58000 रू में खरीदा था इस सप्लायर का नाम पवनप्रीत निवासी फरीदकोट पंजाब का रहने वाला है। जिसको सोलन पुलिस की स्पेशल टीम द्वारा कल मोहाली से गिरफ्तार कर लिया गया है। ज्यादा जानकारी देते हुए sp गौरव सिंह ने बताया कि 16 जुलाई को सोलन SIU की टीम ने चिट्टे के आरोप में निहाल ठाकुर को गिरफ्तार किया है जिस पर घर से चिट्टे बेचने का आरोप था। जिस पर सोलन पुलिस ने कार्यवाही करते हुए उसके घरसे 20.65 ग्राम चिट्ठा बरामद किया है। Sp गौरव सिंह ने ये भी कहा कि फरीदकोट पंजाब से सप्लायर पवनप्रीत को SIU की टीम ने मोहाली से गिरफ़्तार किया है। सोलन SP गौरव सिंह ने कहा कि सोलन जिला में चिट्टे के जो मेजर सप्लायर है जिनके लिंक दिल्ली पंजाब हरियाणा,अन्य बाहर क्षेत्रों में है। हम उनको जल्द पकड़ने में कामयाब होंगे।

कंडाघाट से चोरी हुआ डम्पर पुलिस ने हरियाणा से किया बरामद, आरोपी गिरफ्तार

सोलन : जिला सोलन पुलिस से कंडाघाट से 26मई को चोरी हुए डंपर को पिछले कल हरियाणा से रिकवर कर लिया है यह जानकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोलन योगेश रोल्टा ने मीडिया को दी उनका कहना है की कंडाघाट से 26मई की रात को चोरी हुए डंपर को पिछले कल नूह हरियाणा से पुलिस विभाग की टीम ने रिकवर कर लिया है एएसपी सोलन योगेश रोल्टा का कहना है की इस चोरी की घटना में सम्मिलित व्यक्तियों की जांच में पुलिस जुट चुकी है उनका  कहना है की 28 जून को चोरी में सम्मिलित मोहम्मद आरिफ  को गिरफ्तार कर लिया गया था और सीसीटीवी की सहायता से पिछले कल हरियाणा नूह से डंपर को रिकवर करके कंडाघाट लाया गया है ।
एएसपी सोलन का कहना है की पुलिस विभाग चोरियों की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। अधिकतर चोरियों को घटनाओं को नशेड़ी ही अंजाम दे रहे है उन पर लगाम लगाने के लिए पुलिस विभाग पूरी तरह से तैयार है

विनोद सुल्तानपुरी ने फॉरेस्ट रेस्ट हाउस कुमारहट्टी में, बारिश से प्रभावित हुए 20 परिवारों को, सरकार की तरफ से 11 लाख 55 हजार रुपए नगद फौरी राहत राशि वितरित की

सोलन : कसौली के विधायक विनोद सुलतानपुरी ने आज प्रदेश सरकार द्वारा भेजी गई आपदा राहत कोष की राहत राशि वितरित की । विनोद सुल्तानपुरी ने फॉरेस्ट रेस्ट हाउस कुमारहट्टी में, बारिश से प्रभावित हुए 20 परिवारों को, सरकार की तरफ से 11 लाख 55 हजार रुपए नगद फौरी राहत की तौर पर वितरित किए।यह राशि कसौली विधानसभा की,ग्राम पंचायत, चेवा,सुल्तानपुर,बड़ोग,व कोरों के ग्रामीणों को वितरित की गई। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि, इससे पहले भी प्रदेश सरकार द्वारा इस क्षेत्र की जनता को चार लाख,वितरित किए जा चुके हैं। विधायक सुल्तानपुरी ने बताया कि, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने, प्रदेश के आपदा प्रबंधन मैनुअल में परिवर्तन करते हुए, ग्रामीणों की सहायता राशि को बढ़ाया है। जो एक सराहनीय कदम है।उन्होंने कहा कि, जिस परिवार का भी बारिश से नुकसान, उनके विधानसभा क्षेत्र में हुआ है। सभी परिवारों को सरकार द्वारा सहायता राशि वितरित की जाएगी। सोलन व कसौली राजस्व विभाग के कर्मचारी व अधिकारी गांव गांव जाकर, बारिश से हुए नुकसान का आंकलन कर रहे हैं। इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता नवीन सूद, तहसीलदार सोलन मुल्तान सिंह, कानूनगो राजेंद्र शर्मा, अश्वनी, रिखी राम, व पटवारी यतिन, सचिन, अमनदीप,अनिल मेहता, व सहायक मदनलाल भी उपस्थित थे। बैठक में स्थानीय पंचायत प्रधान सुमनलता, उप प्रधान संजय, बड़ोंग पंचायत के उपप्रधान हुकमचंद, सुल्तानपुर पंचायत के उपप्रधान जीतराम ठाकुर, राजकुमार ठाकुर, गौरव गुप्ता, वार्ड मेंबर रूपी देवी, हिमांशु सूद, सुषमा थापर, व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

बकाया बिल जमा करवाएं बिजली उपभोक्ता

सोलन : प्रदेश विद्युत बोर्ड, सोलन से प्राप्त जानकारी के अनुसार उन उपभोक्ताओं के बिजली के कुनेक्शन काट दिए जाएंगे जिन्होंने अभी तक अपने बिजली के बिल जमा नहीं करवाए हैं। यह जानकारी सहायक अभियंता विद्युत मण्डल-1 सोलन बिमल अत्री ने दी। बिमल अत्री ने कहा कि इस सम्बन्ध में विभाग द्वारा ऐसे उपभोक्ताओं को नोटिस जारी किए गए थे।

उन्होंने कहा कि काटे जाने वाले कुनेक्शन की कुल संख्या 745 है। इनकी कुल राशि 2,01,9,782 रुपये है। इनमें 427 घरेलू उपभोक्ता हैं। इनकी कुल राशि 8,96,207 रुपये है। 296 कमर्शियल उपभोक्ताओं की कुल राशि 1,04,8,800 रुपये है। अन्य 22 उपभोक्ताओं की कुल राशि 74,775 रुपये है।

उन्होंने बिल जमा न करवाने वाले उपभोक्ताओं से आग्रह किया कि वह कन्ज़यूमर आईडी के माध्यम से बिजली का बिल घर बैठे पेटीएम, गूगलपे, भीम ऐप, फोनपे, ऐमेज़ोन, एच.पी.एस.ई.बी बिल पेमेंट ऐप अथवा www.hpsebl.in  के माध्यम से जमा करवा सकते हैं।

शिमला में कच्चा मकान ढहने से नेपाली दंपति की हुई मौत

शिमला : हिमाचल प्रदेश में हो रही मूसलाधार वर्षा कहर मचा रही है। राज्य में भूस्खलन (landslide) बाढ़ और बादल फटने से भारी तबाही हो रही है। शिमला, मंडी और कुल्लू जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। जिला के कोटखाई (Kotkhai) में शनिवार को भूस्खलन की वजह से एक कच्चा मकान ढह गया। इस घटना में नेपाली मूल के  दंपति की मौत हो गई। घटना कोटखाई की ग्राम पंचायत बाग डुमहैर के अंतर्गत पुजारली (कलाला) गांव में पेश आई है। हादसे की जानकारी मिलते ही राहत और बचाव कर्मी मौके पर पहुंचे और मलबे से शवों को बाहर निकाला। मृतकों की पहचान भीम बहादुर व पत्नी शीला के रूप में हुई है। ये दंपति पुजारली निवासी कर्म चंद के पास मजदूरी का काम करते थे। भूस्खलन की लगातार हो रही घटनाओं से लोग सहम गए हैं। कोटखाई व आसपास के इलाकों में बीती रात से बादल बरस रहे हैं। इससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। इस बीच भारी वर्षा से कोटखाई के खलटूनाला बाजार में सुबह एक भवन धराशायी हो गया।

गनीमत यह रही कि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। यहां सड़क भी दो से तीन फीट धंस चुकी है। इससे सटे तीन मकान गिरने की कगार पर हैं। प्रशासन ने इन्हें खाली करवा दिया है। वहीं, भारी वर्षा से कोटखाई अस्पताल के बाहर मलबा आ गया है। आलम यह है कि अस्पताल की पहली मंजिल में पानी घुस गया है। इससे मरीज और स्टाफ परेशान हो रहे हैं।

हिमाचाल में भारी बारिश का अलर्ट, रोहड़ू की चिडग़ांव में फ्लैश फ्लड, राहत बचाव कार्य जारी

शिमला : मुख्यमंत्री (CM) सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विपक्ष के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा है कि प्रदेश को आपदा की वजह से आठ हज़ार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। ऐसे में विपक्ष सरकार पर निराधार आरोप लग रहे हैं। यह वक्त राजनीति का नहीं है, बल्कि भाजपा नेताओं को भी उनके साथ दिल्ली चलकर राहत राशि की किस्त के लिए केंद्र सरकार (Central government) के पास चलना चाहिए, ताकि प्रदेश को राहत मिल सके। शिमला जिले के चिड़गांव की उपतहसील जांगला डिसवाणी पंचायत के जगोटी में बादल फटने से स्थानीय लैला खड में बाढ़ आ गई। बादल फटने से एक ढाबा भूस्खनल (landslide) की चपेट में आ गया। इसमें रह रहे तीन लोग मलबे में दबकर लापता हो गए हैं। शनिवार सुबह हुई घटना के बाद स्थानीय प्रशासन की टीमों ने मौके पर पहुंचकर रेक्यू शुरू कर दिया है। बादल फटने से इलाके में भारी नुकसान होने की आशंका है।

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने कहा कि ढाबे के ढह जाने से मलबे में एक परिवार के तीन लोग लापता हो गए हैं। उनकी तलाश की जा रही है। उन्होंने कहा कि इलाके में राहत एवं बचाव कार्य जारी है। मनाली में लापता हुए नौसेना के जवानों के सवाल पर उन्होंने कहा कि जो शव मलबे से निकाले जा रहे हैं और उनकी शिनाख्त की जा रही है।

मौसम विभाग ने अगले तीन दिन प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया हैं। राज्य में भूस्खलन से 600 से अधिक सड़कें बंद हैं। इसके अलावा बड़ी संख्या में बिजली ट्रांसफार्मर ठप हैं। कई जलापूर्ति योजनाएं प्रभावित चल रही हैं।

भारी वर्षा से प्रभावित लोगों को दिया जाएगा उचित मुआवज़ा : डाॅ. शांडिल

प्रभावितों की मदद के लिए आगे आएं लोग

सोलन : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री कर्नल डाॅ. धनीराम शांडिल ने कहा कि प्रदेश सरकार भारी वर्षा के कारण हुए नुकसान के प्रभावितों को यथा सम्भव सहायता उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। डाॅ. शांडिल गत सांय सोलन की ग्राम पंचायत शमरोड़ के गांव डोग में प्रभावितों से बातचीत कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि जिन लोगों के मकान, खेत और डंगों को भारी वर्षा से नुकसान हुआ है, वह पटवारी को रिपोर्ट करें ताकि उन्हें उचित मुआवज़ा मिल सके। उन्होंने अधिकारियों को मनरेगा के तहत गांव की सड़कें व डंगे ठीक करवाने के निर्देश दिए।

डाॅ. शांडिल ने ग्राम पंचायत सेर बनेड़ा में भारी वर्षा के कारण हुए नुकसान के प्रभावितों से पंचायत के समुदायिक केन्द्र में बातचीत की। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि इस संकट की घड़ी में प्रदेश सरकार उनके साथ है। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग के अधिकारियों द्वारा नुकसान का आकलन किया जा रहा है ताकि प्रभावितों को यथा सम्भव सहायता शीघ्र प्रदान की जा सके।

उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को सभी अवरूद्ध सम्पर्क मार्ग और जलापूर्ति योजनाओं को शीघ्र सुचारू बनाने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि आपदा की इस घड़ी में ज़िला की कई संस्थाओं ने सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने प्रभावित लोगों की सहायता करने के लिए लोगों का उनके सक्रिय सहयोग एवं अथक प्रयासों के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने प्रभावित लोगों की मदद के लिए सभी लोगों से आगे आने की अपील की।

स्वा स्थ्य मंत्री ने इस अवसर पर स्थानीय लोगों की समस्याएं सुनी और सम्बन्धित अधिकारियों को इनके निपटारे के निर्देश दिए।

इस अवसर पर ग्राम पंचायत शमरोड़ के प्रधान नन्द राम, उप प्रधान जनमोहन, बीडीसी सदस्य कली राम, उपमण्डलाधिकारी सोलन कविता ठाकुर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

 

मक्की व धान की फसल का बीमा करवाने की अंतिम तिथि 31 जुलाई…

सोलन : ज़िला सोलन में फसलों का बीमा करवाने के लिए पुर्नोत्थान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना क्रियान्वित की जा रही है। इस योजना के अंतर्गत वर्ष 2023 में खरीफ की फसलों मक्की तथा धान को शामिल किया गया है। मक्की व धान की फसल का बीमा करवाने की अन्तिम तिथि बढ़ाकर 31 जुलाई, 2023 कर दी गई है। पहले यह तिथि 15 जुलाई थी। यह जानकारी कृषि उप निदेशक सोलन डाॅ. डी.पी. गौतम ने दी।

उन्होंने कहा कि टमाटर की फसल का बीमा करवाने की अन्तिम तिथि भी 31 जुलाई, 2023 निर्धारित की गई है।

डाॅ. डी.पी. गौतम ने कहा कि इच्छुक किसान फसलों का बीमा अपने नज़दीकी लोकमित्र केन्द्र के माध्यम से करवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि किसान अपनी जमाबन्दी, आधार कार्ड, बैंक पास बुक, बिजाई प्रमाण पत्र आदि लेकर लोकमित्र केन्द्रों में जा कर बीमा करवा सकते है। उन्होंने कहा कि किसान आॅनलाईन पोर्टल के माध्यम से भी फसल आवेदन कर सकते हंै।

उप निदेशक ने कहा कि मक्की व धान की फसल के लिए 60 हजार रुपये प्रति हैक्टेयर बीमित राशि निर्धारित की गई है। उन्होंने कहा कि मक्की तथा धान की फसल का बीमा करवाने के लिए किसानों को 96 रुपये प्रति बीघा प्रीमियम राशि अदा करनी होगी।

डाॅ. डी.पी. गौतम ने कहा कि टमाटर की फसल के लिए 02 लाख रुपये प्रति हैक्टेयर बीमित राशि निर्धारित की गई है। किसानों को टमाटर की फसल के लिए 800 रुपये प्रति बीघा प्रीमियम राशि अदा करनी होगी।

उन्होंने कहा कि पुर्नोत्थान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत कम वर्षा, सूखा, बाढ़, सैलाब, भूमि कटाव, ओलावृष्टि और फसल कटाई के उपरांत दो सप्ताह तक होने वाले नुकसान तथा स्थानीयकृत आपदा को कवर किया जाता है।
उन्होंने कहा कि ऋणी किसानों के लिए यह योजना ऐच्छिक की गई है।

उप निदेशक ने सभी किसानों से आग्रह किया कि किसान अपनी मक्की, धान व टमाटर की फसल का बीमा करवाएं ताकि फसलों का नुकसान होने की स्थिति में किसानों को कृषि बीमा कम्पनियों से मुआवज़ा मिल सके।

उन्होंने कहा कि अधिक जानकारी के लिए किसान अपने समीप के खण्ड के कृषि विषयवाद विशेषज्ञ तथा बीमा कम्पनी के प्रतिनिधि से सम्पर्क कर सकते हैं।

25 जुलाई को रोज़गार मेला होगा आयोजित

सोलन : श्रम एवं रोज़गार विभाग द्वारा 25 जुलाई, 2023 को ओ.बी.सी भवन नज़दीक राजकीय महाविद्यालय नगरोटा बगवां ज़िला कांगड़ा में रोज़गार मेले का आयोजन किया जा रहा हैं यह जानकारी ज़िला रोज़गार अधिकारी सोलन संदीप ठाकुर ने दी। संदीप ठाकुर ने कहा कि इस रोज़गार मेले में विभिन्न औद्योगिक क्षेत्र की निजी कम्पनियां भाग ले रही है जिसमें विभिन्न रिक्त पदों पर नियुक्ति की जानी है। उन्होंने कहा कि अभ्यार्थी की शैक्षणिक योग्यता 8वीं, 10वीं, 12वीं, स्नातक, बी फार्मा, आई.टी.आई डिप्लोमा, बी.टेक, जी.एन.एम, एम.बी.ए. तथा आयु 18 से 45 वर्ष से मध्य होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि इच्छुक उम्मीदवार योग्यता सम्बन्धी सभी अनिवार्य प्रमाण-पत्रों व दस्तावेज़ों सहित ओ.बी.सी भवन नज़दीक राजकीय महाविद्यालय नगरोटा बगवां ज़िला कांगड़ा में 25 जुलाई, 2023 को प्रातः 09.00 बजे से सांय 04.00 बजे तक रोज़गार मेले में भाग ले सकते हैं।

Manipur Incident: हिमंत बिस्वा की अपील, मणिपुर की घटना का न करें राजनीतिकरण

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस नीत विपक्ष के मणिपुर के मुद्दे का राजनीति करण नहीं करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि इस घटना के लिए राज्य को बदनाम नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर मणिपुर या पूरे पूर्वोत्तर को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए. ऐसी घटनाएं कांग्रेस शासित राज्यों में भी रोजाना हो रही हैं.

गुवाहाटी :  असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मणिपुर में दो आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने के वायरल वीडियो के जारी होने के समय पर सवाल उठाया है। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि संसद के मानसून सत्र से ठीक एक दिन पहले इसे जारी करना राजनीति है। मुख्यमंत्री ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही।

मणिपुर की घटना को लेकर कांग्रेस द्वारा भाजपा पर निशाना साधने का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हम मणिपुर की घटना की निंदा करते हैं लेकिन कांग्रेस को मणिपुर को लेकर हमें निशाना नहीं बनाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस मामले में बार-बार मणिपुर का नाम नहीं लिया जाना चाहिए, जहां भीड़ ने दो महिलाओं के कपड़े उतारकर उनकी परेड कराई. मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि हमने इस घटना पर खेद जताया है.

पूरे मणिपुर को नहीं किया जाना चाहिए बदनाम

उन्होंने कहा कि यह एक वीभत्स घटना है और वीडियो जारी होने के समय के बावजूद दोषियों को माफ नहीं किया जा सकता मुख्यमंत्री ने कहा कि वीडियो जारी होने की तारीख चाहे जो भी हो, घटना की निंदा की जानी चाहिए, दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए, इसमें मुझे कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन, आपको पूरे मणिपुर या पूर्वोत्तर को बदनाम नहीं करना चाहिए।

पूर्वोतर में कम है दुष्कर्म की घटना

उन्होंने दावा किया कि पूर्वोत्तर खासकर मणिपुर, नगालैंड और अरुणाचल प्रदेश में दुष्कर्म की घटनाएं कम होती हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह घटना दुखद है, लेकिन ऐसी छवि बनाई जा रही है कि मणिपुर में ऐसा हर दिन होता है। यदि आप पश्चिम बंगाल, राजस्थान और छत्तीसगढ़ की दुष्कर्म की घटनाओं की तुलना मणिपुर से करें, तो यह मणिपुर में कम है।