



शिमला: हिमाचल प्रदेश में मानसून एक बार फिर रफ्तार पकड़ता नजर आ रहा है। बीती रात मंडी समेत कई क्षेत्रों में बारिश होने के बाद मौसम विभाग ने आगामी छह दिनों के लिए राज्य में व्यापक वर्षा की संभावना जताई है। मौसम विभाग के अनुसार आज से 22 जुलाई तक भारी से भारी बारिश होने के आसार हैं और इसके चलते प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग के अनुसार 21 व 22 जुलाई को इस ऑरेंज अलर्ट के चलते लोगों को बेहद सतर्क रहने की आवश्यकता है। लगातार बारिश की आशंका को देखते हुए मौसम विज्ञान विभाग ने 21 जुलाई को 9 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
आज तीन जिलों में येलो अलर्ट, कल से तेज़ बारिश की चेतावनी
ऊना, हमीरपुर और मंडी जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, इन क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। लेकिन रविवार से हालात बिगड़ सकते हैं। 21 जुलाई को ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों में भारी बारिश का पूर्वानुमान है, जिसके चलते ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। चंबा जिले के लिए येलो अलर्ट घोषित किया गया है।
21 और 22 जुलाई को बहुत भारी बारिश संभव
आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार, 20 जुलाई से 25 जुलाई तक हिमाचल में रुक-रुक कर वर्षा का दौर जारी रहेगा। 21 और 22 जुलाई को कुछ क्षेत्रों में बहुत भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। 23 जुलाई को भी कई स्थानों पर भारी बारिश की आशंका है, जबकि 24 और 25 जुलाई को हल्की से मध्यम वर्षा का दौर चलेगा।
मानसून बना चुनौती, सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, अब तक प्रदेश में औसतन सामान्य से 7 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है। मंडी जिला इस बार सबसे अधिक भीगा है, जहां 72 प्रतिशत अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई है। कुल्लू में 760.7 मिमी, सिरमौर में 576 मिमी, कांगड़ा में 485.2 मिमी और हमीरपुर में 391.3 मिमी बारिश हो चुकी है।
सतर्कता बरतें, भूस्खलन और बाढ़ का खतरा
भारी बारिश की चेतावनी के बीच प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और गैर-जरूरी यात्रा से बचने की अपील की है। पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन और नदियों-नालों के उफान पर आने का खतरा बढ़ गया है। स्थानीय प्रशासन ने आपातकालीन सेवाओं को अलर्ट पर रखा है और पर्यटकों को संवेदनशील क्षेत्रों में जाने से बचने की सलाह दी है।