



लाइव हिमाचल/शिमला: भारत-पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव और सीजफायर के बाद अब कांग्रेस पार्टी लगातार संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग कर रही है। इसी मांग का समर्थन हिमाचल प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भी किया है। उन्होंने कहा कि इस संवेदनशील मुद्दे पर संसद में चर्चा जरूरी है, ताकि देश को एकजुट संदेश दिया जा सके। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर जो जवाबी कार्रवाई की है, उसकी पूरे देश ने सराहना की है। उन्होंने कहा कि इस मसले पर पूरा देश एकमत है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ खड़ा है। उन्होंने भारतीय सेना की निर्णायक कार्रवाई की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह देश की सुरक्षा के लिए एक मजबूत कदम है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि सीजफायर को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति के बयान पर अब तक कोई स्पष्टता नहीं है। यहां तक कि प्रधानमंत्री के राष्ट्र के नाम संबोधन में भी इस मुद्दे पर कोई ठोस जानकारी नहीं दी गई है। ऐसे में कांग्रेस की यह मांग बिल्कुल उचित है कि इस विषय पर विस्तृत चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाया जाए। विपक्ष ने भी सरकार के साथ मिलकर सहयोग किया है, इसलिए अब संसद में सभी मुद्दों पर खुलकर चर्चा होनी चाहिए। तरह खड़ा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी लोकसभा के विपक्ष के नेता हैं। उन्होंने इस मामले को लेकर स्पेशल सदन बुलाने की बात कही है। पाकिस्तान आतंकियों का गढ़ है। वर्ष 1971 के बाद ऐसा हुआ है। आतंकियों ने संसद में हमला किया। पठानकोट और मुंबई में भी धमाके किए। कश्मीर के भीतर अटैक किया। उन्होंने कहा कि भारत व हिमाचल में तुर्की का सेब आना चिंता का विषय है। भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध के दौरान चीन और तुर्की भारत के खिलाफ दिखे। ऐसे में तुर्की के सेब पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाने की जरूरत है। जब भी इंपोर्ट ड्यूटी कम होती है तो इसका सबसे ज्यादा असर हिमाचल पर पड़ता है। हिमाचल प्रदेश में सेब से 5000 करोड़ की आर्थिकी है। इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ने से सबसे ज्यादा नुकसान हिमाचल के बागवानों को होता है। चाहे वह सेब चीन से आ रहा हो या अमेरिका से। इस मामले को मुख्यमंत्री के समक्ष उठाएंगे। उन्होंने कहा कि हिमाचल लोकसभा और राज्य सभा के सांसदों को भी यह मामला उठाना चाहिए। ताकि प्रधानमंत्री इस मामले पर कड़ा संज्ञान लें।