



नारनौंद: ऑप्रेशन सिंदुर के चलते जवानों की छुट्टियां रद्द करने के मद्देनजर ड्यूटी पर लौट रहे भारतीय वायुसेना के जवान को एक तेज रफ्तार ट्रक ने बेरहमी से रौंद डाला। इस हादसे में 24 वर्षीय फौजी की मौके पर ही मौत हो गई जबकि रास्ते में लिफ्ट मांगने वाली एक नवविवाहिता गंभीर रूप से घायल हो गई जिसका सविल अस्पताल हांसी में उपचार चल रहा है। मृतक सैनिक के शव को हिसार स्थित आर्मी अस्पताल भेजा गया है जहां उसका पोस्टमार्टम चल रहा है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा। हादसा उपमंडल नारनौंद के गांव मोठ-लोहारी राघो मार्ग पर हुआ। हादसे के तुरंत बाद आरोपी ट्रक चालक ट्रक छोड़कर मौके से फरार हो गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। मृतक फौजी की पहचान गांव लोहारी राघो निवासी कमल कम्बोज पुत्र रवि कम्बोज के रुप में हुई है। मिली जानकारी के मुताबिक गांव लोहारी राघो निवासी कमल कम्बोज वर्ष 2022 से भारतीय वायुसेना में बतौर कांस्टेबल के पद पर तैनात था। कमलकी पहली पोस्टिंग लद्दाख में हुई थी। गत 28 अप्रैल को वह छुट्टी लेकर वह अपने गांव लोहारी राघो आया था। भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ चलाए गए ऑप्रेशन सिंदुर के मद्देनजर सेना के जवानों की छुट्यिां रद्द करने का संदेश पाकर वह आज वापिस ड्यूटी पर लौट रहा था। शाम 5 बजे कमल ने नई दिल्ली से ट्रेन पकड़नी थी। ड्यूटी पर जाने के लिए कमल ने बाईक उठाई और घर से हांसी के लिए चल दिया।जैसे ही वह गांव लोहारी राघो के बस स्टैंड पर पहुंचा तो वहां बस का इंतजार कर रही नवविवाहिता कोमल पुत्री सोनू भड़बूजा ने उससे लिफ्ट मांग ली। कमल ने कोमल को बाईक पर बैठाया तथा चल पड़ा। जैसे ही वह गांव मोठ पहुंचने वाला था, बीच रास्ते एक तेज रफ्तार ट्रक ने उनकी बाईक को टक्कर मारकर रौंद दिया। इस हादसे में कमल की मौके पर ही मौत हो गई जबकि पीछे बैठी नवविाहिता भी बुरी तरह घायल हो गई। कोमल के पैरों पर गंभीर चोटें आई हैं। राहगिरों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक फौजी की पहचान कर उसके शव को हिसार स्थित आर्मी अस्पताल पहुंचाया जबकि गंभीर रुप से घायल कोमल को हांसी स्थित सिविल अस्पताल भिजवाया जहां उसका उपचार चल रहा है।
जवान फौजी की मौत से गांव लोहारी राघो में शोक की लहर है। समाचार लिखे जाने तक मृतक फौजी का शव गांव नहीं पहुंच पाया था। मृतक के दोस्त कमल वैद ने बताया कि कमल कम्बोज बहुत ही मिलनसार, दयालु व हंसमुख स्वभाव के थे। देशभक्ति तो उनमें कूट-कूट कर भरी थी। हमेशा बहादुरी की बातें करने वाले कमल का पाकिस्तान का नाम सुनते ही खून खौल उठता था। आज सुबह जब कमल को सूचना मिली की भारतीय सेना ने पाकिस्तान पर एयरस्ट्राईक कर पहलगाम का बदला ले लिया है तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं था। कमल की माता शीला देवी पिछले सालभर से काला पीलिया से पीड़ित हैं। इस हादसे के बाद उनका रो-रोकर बुरा हाल है। कमल की मौत से पूरे गांव लोहारी राघो में गम का माहौल है।