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चूड़धार मंदिर जाने वाले हिमाचलियों से नहीं ली जाएगी कोई फीस…

शिमला: मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने स्पष्ट किया है कि हिमाचल के लोगों से चूड़धार मंदिर जाने पर कोई शुल्क नहीं वसूला जाएगा। उन्होंने कहा कि बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटक अक्सर अपने साथ प्लास्टिक की बोतलें, चिप्स आदि के पैकेट छोड़ जाते हैं, जिससे पर्यावरण को नुकसान होता है। इसलिए ऐसे पर्यटकों से पर्यावरण संरक्षण शुल्क लिया जाएगा, लेकिन स्थानीय श्रद्धालुओं को इससे छूट दी गई है। उन्होंने इस संबंध में अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए हैं। इसी दौरान मुख्यमंत्री शनिवार को दिल्ली दौरे पर थे, जहां उन्होंने कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल से प्रदेश कार्यकारिणी के विस्तार को लेकर चर्चा की। उन्होंने कई नाम सुझाए हैं जिन्हें जल्द पार्टी की कार्यकारिणी में शामिल किया जा सकता है। इससे पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने भी रजनी पाटिल से इस विषय पर बातचीत की थी। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी का विस्तार शीघ्र ही किया जा सकता है। इस संदर्भ में हाईकमान से दोनों नेताओं की शुक्रवार को भी बातचीत हुई थी। वहीं, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने भी कार्यकारिणी विस्तार को लेकर अपना फीडबैक नेतृत्व को सौंपा है।मुख्यमंत्री सुक्खू रविवार को नए हेलिकॉप्टर से शिमला लौटेंगे, और सोमवार व मंगलवार को प्रस्तावित कैबिनेट बैठकों में हिस्सा लेंगे। ये बैठकें दोपहर 12 बजे से शुरू होंगी।दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत में सुक्खू ने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पर भाजपा के आरोप निराधार हैं और वह पार्टी की छवि धूमिल करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने नेहरू युग से लेकर इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और बेअंत सिंह तक के बलिदानों का उल्लेख करते हुए कहा कि भाजपा देश की एकता और बलिदान की भावना को अपमानित कर रही है। हालिया हत्याओं पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि निर्दोष पर्यटकों की हत्या अत्यंत निंदनीय है। उन्होंने कहा कि देश की सरकार जो भी कार्रवाई करेगी, कांग्रेस उसके साथ खड़ी रहेगी।

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