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कांग्रेस राज में उद्योग तबाह, रोजगार गायब और आस्था पर हमला : बिक्रम ठाकुर

शिमला : पूर्व उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर ने कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश आज कांग्रेस की कुनीतियों का सबसे बड़ा शिकार बन चुका है। जहां एक ओर भाजपा सरकार के समय प्रदेश औद्योगिक निवेश का केंद्र बन रहा था, वहीं अब उद्योगपति पलायन कर रहे हैं, रोजगार के अवसर समाप्त हो रहे हैं और सरकार मंदिरों पर टैक्स थोपकर करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था पर जजिया कर जैसा प्रहार कर रही है। उन्होंने कहा कि “आज हिमाचल प्रदेश में न उद्योगों के लिए माहौल बचा है, न रोजगार देने की इच्छाशक्ति, और न ही सरकार में नीयत साफ है। हिमाचल में आज हालात इतने खराब हो चुके हैं कि बाहरी राज्यों से आए प्रतिष्ठित उद्योगपति उत्पादन बंद कर रहे हैं। 60% तक उत्पादन घट चुका है और सैकड़ों छोटे-बड़े उद्योगों पर ताले लगने की नौबत आ गई है। यह स्थिति प्रदेश के हज़ारों परिवारों की आजीविका और युवाओं के भविष्य पर सीधा हमला है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के समय प्रदेश में औद्योगिक विकास की एक स्पष्ट दिशा थी। केंद्र सरकार की IDIP योजना के तहत 1,000 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित हुआ था। लेकिन कांग्रेस की अक्षमता और उपेक्षा के कारण आज हिमाचल से उद्योग पलायन कर रहे हैं। बिक्रम ठाकुर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार धारा 118 का दुरुपयोग करके निवेशकों को हतोत्साहित कर रही है। मुख्यमंत्री कार्यालय और सचिवालय में बैठे कुछ दलाल और “चक्कर काटने वाले” इस प्रावधान का उपयोग केवल अपने खास लोगों को फायदा देने के लिए कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि भाजपा को इन चेहरों की पूरी जानकारी है और समय आने पर इन्हें सार्वजनिक किया जाएगा। पूर्व मंत्री ने प्रदेश के उद्योग मंत्री से सीधे सवाल पूछा कि अब तक उनके विभाग ने कितने रोजगार दिए हैं? क्या उन्होंने कभी यह जांच की कि उद्योगों में 70% हिमाचली युवाओं को रोजगार देने का प्रावधान लागू हो रहा है या नहीं? सरकार उन्हीं उद्योगों को परेशान कर रही है जो नियमों के भीतर काम करना चाहते हैं, जबकि चहेतों के लिए छूट और संरक्षण की नीति अपनाई जा रही है। बिक्रम ठाकुर ने कहा कि यह सरकार झूठ बोलने में माहिर है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू स्वयं सदन में इस बात से मुकर गए कि कांग्रेस ने 5 लाख सरकारी रोजगार देने की गारंटी दी थी। अब मंत्रीगण भी इसी झूठ को दोहरा रहे हैं। जबकि विधानसभा अध्यक्ष स्वयं कांग्रेस के मेनिफेस्टो को पढ़कर यह बात स्पष्ट कर चुके हैं और सरकार को फटकार भी लगाई थी।

चुड़धार पर टैक्स – हिंदू आस्था पर कांग्रेस का वार
उन्होंने सरकार पर धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार मंदिरों पर टैक्स थोप रही है। पहले चिंतपूर्णी, नैना देवी जैसे शक्तिपीठों पर टैक्स लगाया गया और अब चुड़धार मंदिर मार्ग पर टैक्स वसूला जा रहा है। यह हिंदुओं की आस्था पर जजिया कर जैसा हमला है। “97% हिंदू आबादी वाले प्रदेश में कांग्रेस सरकार खुलेआम आस्था का अपमान कर रही है। जिस जनता ने इन्हें सत्ता सौंपी, आज उसी पर यह सरकार बोझ बन चुकी है। बिक्रम ठाकुर ने कहा कि जब सरकार उद्योगों से राजस्व नहीं कमा पा रही तो अब वह श्रद्धालुओं और आम नागरिकों से टैक्स वसूलने पर उतर आई है। यह नीति आर्थिक भीख की तरह है। एक ऐसी सरकार की जो न रोजगार दे पा रही है, न विकास कर पा रही है। प्रदेश को अब निर्णय लेना होगा। वह कांग्रेस की झूठ, जजिया कर और उद्योग विरोधी नीतियों को सहता रहेगा या सच्चाई और विकास के रास्ते पर लौटेगा।

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