



लाइव हिमाचल/हमीरपुर: हर साल श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए उत्तरी भारत के प्रसिद्ध बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध के लिए सरकार ने मास्टर प्लान तैयार करने के निर्देश दिए हैं। मंदिर प्रशासन अभी बुनियादी सुविधाओं तक ही समिति है, लेकिन सरकार चाहती है कि भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए एक ठोस योजना बने, जिसमें श्रद्धालुओं की सुरक्षा और विश्वस्तरीय सुविधाओं का प्रावधान हो। आंध्रप्रदेश के वेंकेटेश्वर मंदिर में हुई भगदड़ की घटना के बाद यह कदम उठाया गया है।
बढ़ते निर्माण कार्यो से पहाड़ी पर दबाव, जरूरी है संरचनात्मक सुरक्षा:-
बाबा बालक नाथ मंदिर जिस पहाड़ी पर स्थित है, वहां हर साल श्रद्धालुओं की भीड़ के साथ-साथ कंस्ट्रक्शन का लोड़ भी बढ़ रहा है। होटल, दुकानें और अन्य निर्माण कार्यों से पहाड़ी की स्थिरता पर असर पड़ रहा है। पहले आर्कियोलॉजी सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा पहाड़ी की ग्राउंटिंग की सिफारिश की गई थी, लेकिन इस दिशा में अब तक समिति कार्य हुआ है। ऐसे में मास्टर प्लान में पहाड़ी की सुरक्षा और स्थायित्व को प्राथमिकता देना आवश्यक है।