



बिलासपुर: उत्तर भारत के बड़े दंगलों में शुमार घुमारवीं के चैहड़ अखाड़े में शुक्रवार को होने वाले दंगल का रोमांच चरम पर होगा। इस दंगल में देश के नामी पहलवान शिरकत करेंगे। तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी जहां समापन पर विजेता, उपविजेता पहलवानों को सम्मानित करेंगे, वहीं दंगल का शुभारंभ जिला भाजपा सचिव राजेश सिंह ठाकुर करेंगे। दंगल के आयोजन के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। इस दंगल में भारत सम्राट के नाम से सबसे बड़ा मुकाबला होगा। इसके लिए दो लाख रुपये का इनाम रखा गया है। इसके अलावा दो दर्जन से अधिक सीधी कुश्तियां करवाई जाएंगी। इन कुश्तियों पर भी बड़े इनाम कमेटी की ओर से रखे गए हैं। मराठा पहलवान आकर्षण का केंद्र होंगे। हर पहलवान को ढोल व नगाड़ों के साथ अखाड़े में लाया जाएगा। कुश्ती के दौरान किसी पहलवान को चोट लगने से किसी प्रकार का संक्रमण न हो, इसके लिए वीरवार को अखाड़े में चंदन पाउडर व देसी घी मिलाया जाएगा। कुश्ती के दौरान पहलवानों को ठंडक मिले, इसके लिए घी, तेल, नींबू का रस, अख़रोट का तेल अखाड़े में मिलाया जाएगा। दंगल में वे पहलवान कुश्ती लड़ेंगे जो हिमाचल में पहले नहीं आए हैं। दंगल कमेटी की ओर से दर्शकों के बैठने की उचित व्यवस्था की गई है। वहीं पानी की बोतलें भी दर्शकों को मुहैया करवाई जाएंगी। महाराष्ट्र से दस मराठा कुश्ती लड़ने आ रहे हैं जिनके लिए कमेटी ने हवाई टिकट भी बुक करवा दिए हैं।यह मराठा पहलवान चंडीगढ़ तक हवाई मार्ग से आएंगे जिसके बाद सड़क से चैहड़ लाया जाएगा। कमेटी प्रधान जोगिंद जोगी ने बताया कि कमेटी ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। घुमारवीं उपमंडल की मैहरी काथला पंचायत में पांचवां बाल केसरी दंगल आयोजित किया गया। अंडर-19 वर्ग की कुश्ती में विपुल चंदेल ने दमदार प्रदर्शन करते हुए बाल केसरी का खिताब अपने नाम किया। विजेता को 2700 नकद, गुर्ज और चांदी की चेन देकर सम्मानित किया गया। लुहणू गांव के समाजसेवी सुनील शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। सुनील शर्मा ने बाल पहलवानों को प्रोत्साहित करते हुए कमेटी को 11,000 दिए। अंडर-14 में दैविक शर्मा ने जीत दर्ज की। उन्हें 1700 नकद और स्टील की केतली भेंट की गई। अंडर-16 में अंकुश धीमान विजेता रहे। पहली बार लखनपुर, बिलासपुर, कुठेड़ा, घुमारवीं और खनोट से आए बाल पहलवानों ने भी इस दंगल में भाग लिया और शानदार कुश्तियां दिखाकर दर्शकों की तालियां बटोरीं। मुख्य अतिथि ने बच्चों को मेडल पहनाकर सम्मानित किया।