



लाइव हिमाचल/सोलन: हिमाचल प्रदेश में प्रदूषण फैलाने के आरोप में अंबुजा सीमेंट कंपनी पर 6.60 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। यह जुर्माना कंपनी द्वारा दाड़लाघाट क्षेत्र में प्रदूषण फैलाने के कारण लगाया गया है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी विस्तार से। हिमाचल प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने अंबुजा सीमेंट कंपनी पर यह जुर्माना 22 दिन तक प्रदूषण फैलाने के आरोप में लगाया। प्रदूषण की यह समस्या 8 से 30 दिसंबर तक बनी रही थी। इस दौरान कंपनी से निकलने वाला धुआं आसपास के इलाकों में फैल रहा था, जिससे स्थानीय निवासियों को सांस लेने में गंभीर दिक्कत हो रही थी।
जुर्माना राशि और समय सीमा
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कंपनी पर 6.60 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है, जिसे कंपनी को तीन दिन के भीतर अदा करना होगा। यदि कंपनी निर्धारित समय में जुर्माना नहीं भरती, तो बोर्ड नियमों के तहत आगे की कार्रवाई करेगा। 10 दिसंबर को अचानक अंबुजा सीमेंट कंपनी से जहरीला धुआं निकलने लगा, जिसके कारण आस-पास के इलाकों में प्रदूषण की स्थिति गंभीर हो गई। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने कंपनी का दौरा किया और कंपनी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा। कंपनी ने तकनीकी खराबी का हवाला देते हुए इसे समस्या का कारण बताया। कंपनी ने जवाब में बताया कि 8 दिसंबर को प्री हीटर सिस्टम में एक छोटा छेद हो गया था, जिसके कारण धुआं निकलने लगा था। हालांकि, जब यह समस्या 15 दिसंबर तक बनी रही, तो प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 16 दिसंबर को एक और नोटिस जारी किया। इसके बाद 27 दिसंबर को बोर्ड की एक और टीम ने कंपनी का दौरा किया और पाया कि समस्या जैसी की वैसी बनी हुई थी। 30 दिसंबर को फिर से नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया, जिसके बाद कंपनी पर जुर्माना लगाया गया। हिमाचल प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव, अनिल जोशी के अनुसार, यदि कंपनी तीन दिन के भीतर जुर्माना अदा नहीं करती है, तो नियमों के तहत अगली कार्रवाई की जाएगी। यह कार्रवाई कंपनी के खिलाफ और कड़ी हो सकती है, ताकि भविष्य में प्रदूषण को रोका जा सके। यह मामला अंबुजा सीमेंट कंपनी की तकनीकी लापरवाही के कारण उत्पन्न प्रदूषण का है, जो स्थानीय निवासियों के स्वास्थ्य पर प्रभाव डाल रहा था। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने उचित कार्रवाई करते हुए कंपनी पर जुर्माना लगाया है। अब यह देखना होगा कि कंपनी तीन दिन के भीतर जुर्माना अदा करती है या नहीं, और यदि नहीं, तो बोर्ड अगला कदम क्या उठाएगा।