



लाइव हिमाचल/शिमला : तकनीक और डिजिटल पेमेंट के बढ़ते दौर में साइबर धोखाधड़ी के मामलों में भी तेजी आई है। ऐसा ही एक मामला पूर्व सीपीएस नीरज भारती के साथ हुआ, जिन्होंने गोवा के एक फर्जी रिजॉर्ट की बुकिंग के नाम पर एक लाख रुपये गंवा दिए। इस धोखाधड़ी की शिकायत उन्होंने थाना छोटा शिमला में दर्ज कराई है। नीरज भारती के पिता चन्द्र कुमार हिमाचल के कृषि मंत्री हैं। नीरज भारती ने शिकायत में बताया कि उन्होंने इंटरनेट पर गोवा में स्थित ‘कारा विला’ नामक एक रिजॉर्ट की जानकारी खोजी और एडवांस बुकिंग के लिए गूगल पे के माध्यम से एक लाख रुपये का भुगतान कर दिया। कुछ दिनों बाद जब उन्होंने रिजॉर्ट से संपर्क करने की कोशिश की, तो यह चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई कि गोवा में इस नाम का कोई रिजॉर्ट मौजूद ही नहीं है। थाना छोटा शिमला में दर्ज एफआईआर संख्या 06/25 के अनुसार, यह मामला भारतीय दंड संहिता की धारा 318 (4) के तहत दर्ज किया गया है। पुलिस ने इसे साइबर क्राइम का मामला मानते हुए जांच शुरू कर दी है। प्राथमिक जांच में पता चला है कि धोखेबाज ने फर्जी वेबसाइट और संपर्क नंबर का इस्तेमाल कर नीरज भारती को ठगा।
साइबर अपराध विशेषज्ञों के मुताबिक इस तरह के धोखाधड़ी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऑनलाइन रिजॉर्ट बुकिंग, होटल बुकिंग और ट्रैवल पैकेज जैसी सेवाओं के लिए लोग अक्सर इंटरनेट का सहारा लेते हैं। इसी का फायदा उठाकर ठग फर्जी वेबसाइट और विज्ञापनों के जरिए लोगों को अपने जाल में फंसा लेते हैं। नीरज भारती ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उन्होंने गूगल सर्च के जरिए ‘कारा विला’ नामक रिजॉर्ट की जानकारी प्राप्त की। वहां दिए गए संपर्क नंबर पर कॉल कर उन्होंने बुकिंग की प्रक्रिया पूरी की। बुकिंग कन्फर्म करने के लिए उन्हें एक लाख रुपये एडवांस जमा करने को कहा गया। नीरज ने गूगल पे के माध्यम से यह राशि ट्रांसफर कर दी। बाद में जब उन्होंने गोवा में रिजॉर्ट की वास्तविकता जाननी चाही तो यह पता चला कि उस नाम का कोई भी रिजॉर्ट वहां नहीं है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि नीरज भारती की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है और जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस अब उस बैंक खाते की जानकारी जुटा रही है जिसमें पैसे ट्रांसफर किए गए थे। साथ ही यह पता लगाया जा रहा है कि उस अकाउंट का उपयोग कौन कर रहा है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे ऑनलाइन बुकिंग के दौरान सतर्कता बरतें और किसी भी वेबसाइट पर भुगतान करने से पहले उसकी सत्यता जांच लें।