



लाइव हिमाचल/बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार अपने दो साल पूरा होने के उपलक्ष्य में जश्न मना रही है। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा के गृह जिले बिलासपुर में आज यह जश्न मनाया जाएगा। सरकार ने इसकी तैयारियां पूरी कर दी हैं। वहीं इस मौके पर सरकार बिलासपुर में ‘व्यवस्था परिवर्तन से आत्मनिर्भर हिमाचल’ थीम पर कार्यक्रम करने जा रही है। इसमें कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी तो नहीं आ रहे। मगर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला जरूर शामिल होंगे। वहीं मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने सभी विधायकों को कार्यक्रम में भीड़ जुटाने के निर्देश दे रखे है। कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने भी संगठन के सभी पूर्व पदाधिकारियों को कार्यक्रम में लोगों के साथ पहुंचने को कहा है। सीएम सुक्खू ने दावा किया कि कार्यक्रम में 30 हजार लोगों के जुटने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं आज
मुख्यमंत्री सुक्खू ने आज छह नई योजनाएं शुरू करेंगे। इनमें राजीव गांधी स्टार्ट-अप स्वरोजगार योजना के तहत बेरोजगारों को ई-टैक्सी, विधवाओं के बच्चों को उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना, हिमाचल प्रदेश में फलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए शिवा परियोजना, हिम भोग आटा, गोबर की खरीद योजना और प्राकृतिक विधि से तैयार मक्की की खरीद के लिए संबंधित किसानों को पैसा दिया जाएगा। इस दौरान 5 आयुष मोबाइल वैन को भी हरी झंडी दिखाई जाएगी। इनमें से गोबर खरीद और कौशल विकास की गारंटी कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में दी थी। कोशल विकास के लिए स्टार्ट अप योजना शुरू की जा रही है। इसके लिए 680 करोड़ का स्टार्ट अप फंड रखा गया है। इस योजना के तहत बेरोजगारों को ई-टैक्सी देकर स्वरोजगार दिया जाएगा। इनकी गाड़ियां सरकारी विभागों में लगाई जाएगी और परमानेंट इनकम सुनिश्चित की जाएगी। सीएम सुक्खू ने कहा, पुरानी पेंशन योजना और मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के लाभार्थियों को चेक भी वितरित और स्वतंत्रता सेनानियों को भी सम्मानित किया जाएगा। वहीं बिलासपुर में हो रहे इस कार्यक्रम के लिए 700 जवान सुरक्षा की दृष्टि से तैनात किए गए है। साथ ही बॉयज स्कूल में छोटी गाड़ियों को पार्क करने की व्यवस्था की गई है। और बसों को लुहनू मैदान में ही खड़ा किया जा सकेगा। इस कार्यक्रम के लिए सुबह 8 बजे से ही लुहणू मैदान में लोग जुटना शुरू हो गए हैं। बता दें कि हिमाचल प्रदेश में सरकार के गठन के बाद 2023 में बारिश का जमकर कहर बरपा. 2023 में बारिश की वजह हिमाचल प्रदेश को खासा नुकसान हुआ. 2024 में राज्यसभा चुनाव के दौरान सियासी उथल पुथल में सरकार गिरने तक की नौबत आ गई थी. फिर प्रदेश में आर्थिक संकट के चलते सरकारी कर्मचारियों को समय पर सैलरी नहीं देने का विवाद हुआ. टॉयलेट सीट टैक्स और समोसा कांड के अलावा, एचआरटीसी की लगेज पॉलिसी सहित कई विवाद ऐसे हुए, जिसकी वजह से सरकार की खासी आलोचना हुई और नेशनल लेवल तक मुद्दों की चर्चा हुई।