



शिमला : हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश और भूस्खलन का दौर जारी है. प्रदेश के किन्नौर जिले में निगुलसरी प्वाइंट फिर से बंद हो गया है. इसी तरह किन्नौर के चौरा गेट के बाद हाईवे पर चलती कार पर पत्थर गिर गया. वहीं, सड़क पर एक पेड़ भी गिरने से किन्नौर को शिमला से जोड़ने वाला हाईवे बंद हो गया है. फिलहाल, प्रदेश में बीती रात को भारी बारिश हुई है. मौसम विज्ञान के शिमला केंद्र ने बुधवार सुबह बुलेटिन जारी किया है. बुधवार को येलो अलर्ट रहेगा. मौसम विभाग ने बताया कि बीती रात से 12 घंटे में हिमाचल प्रदेश के कसौली में सबसे अधिक बारिश हुई है. इसके अलावा, शिमला में 54 एमएम बरसात देखने को मिली है. सूबे की लाहौल घाटी में पारा गिरा है और यहां पर अधिकतम तापमान 10 डिग्री दर्ज किया गया है. मौसम विभाग ने बताया कि सोलन के कसौली में 87.0 एमएम पानी बरसा है. इसी तरह सोलन के कंडा में 66.0, मंडी के कटौला में 65.2, शिमला शहर 54.1,बिलासपुर में 50.8 और नैना देवी में 42 एमएम बरसात दर्ज की गई है. प्रदेस में आने वाले दिनों में कुछ हद तक बारिश से राहत मिल सकती है.
किन्नौर में लगातार लैंडस्लाइड
किन्नौर जिले के चौरा गेट पर अंधे मोड़ के पास हाईवे पर एक कार पर पत्थर गिर गए. हालांकि, कार में सवार लोग सुरक्षित हैं. इसी तरह, किन्नौर के निगुलसरी प्वाइंट पर लगातार लैंडस्लाइड हो रहा है. यहां पर रास्ता कभी खुल जाता है तो कभी बंद हो जाता है. यहां से गुजरने किसी जंग जीतने से कम नहीं है. प्रदेश सरकार यहां पर कोई स्थायी हल नहीं निकाल पाई है. इसके अलावा, सोलन जिले में कालका-शिमला हाईवे पर चक्कीमोड पर मलबा और पत्थर गिरने का सिलसिला जारी है. यहां पर मंगलवार को लंबा जाम लग गया था. सिरमौर जिले का पांवटा साहिब-शिलाई नेशनल हाईवे हेवना के पास भूस्खलन से 24 घंटे बंद है. शिमला के चक्कर में भी मंगलवार देर शाम लैंडस्लाइड हुआ था, लेकिन बाद में मार्ग बहाल कर दिया गया था।