



शिमला : राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने राजभवन परिसर में भगवान श्रीराम की प्रतिमा को विधिवत रूप से प्रतिष्ठित किया। इस प्रतिमा को श्री हनुमान जी की प्रतिमा के समक्ष स्थापित किया गया है। प्रतिमा का धार्मिक अनुष्ठान आचार्य अनिल शास्त्री, जाखू मंदिर के पुजारी बीपी शर्मा, पंडित हरी नंद शर्मा तथा सोम्या शर्मा की देखरेख में शुरू हुआ। प्राण-प्रतिष्ठा के पश्चात हवन एवं भंडारे का आयोजन किया गया। भगवान श्रीराम की इस प्रतिमा का निर्माण 120 किलोग्राम पीतल से चम्बा के कारीगर गौरव आनंद ने किया है। प्रतिमा के निर्माण के लिए लेडी गवर्नर जानकी शुक्ला ने अपनी ओर से 1 लाख रुपए का अंशदान किया है और शेष राशि राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने अपनी ऐच्छिक निधि से दी है। राज्यपाल ने इस अवसर पर पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि राजभवन परिसर में श्री हनुमान की प्रतिमा के साथ भगवान श्रीराम की प्रतिमा को होना चाहिए था। इसी उद्देश्य से इसे यहां स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम हिमाचल प्रदेश को विभिन्न आपदाओं से मुक्त रखें तथा प्रदेश शस्य श्यामला रहे, उनका आशीर्वाद बना रहे। उन्होंने भगवान से प्रार्थना की कि भारत शीघ्र दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बने। श्रीराम की यह प्रतिमा 120 किलो पीतल से तैयार की गई है। प्रतिमा चंबा जिले के कारीगर गौरव आनंद ने बनाई है। प्रतिमा के निर्माण के लिए लेडी गवर्नर जानकी शुक्ला ने अपनी ओर से एक लाख रुपये का अंशदान किया है और शेष राशि राज्यपाल ने अपनी एच्छिक निधि से दी हैं। आज पूरा देश जिस प्रकार प्रगति कर रहा है और जिस प्रकार दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है। भगवान से प्रार्थना है कि दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर भारत की दुनिया में और प्रतिष्ठा बढ़े।