



शिमला : प्रदेश में मंगलवार को मौसम खुला और धूप खिली। इससे गेहूं की कटाई में जुटे किसानों को राहत मिली है। हालांकि, ऊपरी क्षेत्रों में हिमस्खलन ने चिंता बढ़ा दी है। मंगलवार सुबह अटल टनल रोहतांग के नॉर्थ पोर्टल के पास हिमखंड आ गिरा। इससे चंद्रा नदी का बहाव एक घंटे तक रुका रहा। इस जगह कुछ दिन पहले भी हिमखंड गिरने से नदी का बहाव रुक गया था। लाहौल स्पीति व किन्नौर में हिमस्खलन की आशंका बढ़ गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में आधा फीट के लगभग हिमपात हुआ है, लेकिन पहाड़ियों में एक से डेढ़ फीट बर्फ की मोटी परत बिछी है। सोमवार देर रात अटल टनल के पास फंसे लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया। 1000 वाहनों में करीब छह हजार पर्यटक हिमपात के कारण फंसे थे। हिमस्खलन संभावित अधिकतर क्षेत्रों में अभी सड़कें नहीं खुली हैं। कोकसर से लेकर पांगी तक जगह-जगह हिमस्खलन हुआ है। शिंकुला व बारालाचा दर्रों में वाहनों की आवाजाही में देरी होगी। सिस्सू में भूस्खलन होने से मार्ग बार-बार बंद हो रहा है। यहां वाया नर्सरी वाहनों को भेजा जा रहा है। तीन दिन हुई भारी वर्षा से चंबा में कई मार्ग बंद हो गए। पठानकोट-चंबा-भरमौर एनएच पर जगह-जगह भूस्खलन हुआ। चंबा-भरमौर एचएच पर करियां के पास भूस्खलन के कारण बड़ी-बड़ी चट्टानें सड़क पर आ गिरीं। एनएच प्रबंधन ने विस्फोट कर चट्टानें तोड़ी।
चार मई को पश्चिमी विक्षोभ होगा सक्रिय
मौसम विभाग के अनुसार चार मई से एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने का अनुमान है। हालांकि, यह अधिक प्रभावी नहीं होगा। इस दौरान कुछ स्थानों पर आंधी व बिजली गिरने का येलो अलर्ट जारी किया है। मंगलवार को अधिकतम तापमान में चार से 12 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई है।