दिल्ली-NCR के संस्कृति-DPS समेत 100 स्कूलों में बम की धमकी….

दिल्ली: दिल्ली के 100 से ज्यादा स्कूलों को बुधवार (1 मई) को बम से उड़ाने की धमकी भरा एक ईमेल आया, जिससे सनसनी फैल गई है. पुलिस और फायर डिपार्टमेंट की टीम स्कूलों में मौजूद है.

पुलिस ने बताया कि अभी तक बम रखे होने की धमकी अफवाह ही लग रही है, लेकिन उन्होंने सभी मेट्रो स्टेशनों, रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंड और बाजारों में सुरक्षा कड़ी कर दी है. पुलिस उपायुक्त (रेलवे) केपीएस मल्होत्रा ने कहा, ‘हमने प्रत्येक स्टेशन पर सुरक्षा कड़ी कर दी है. हमने अपने कर्मियों को सतर्क कर दिया है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर कड़ी नजर रखने को कहा है.’ एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि दिल्ली मेट्रो नेटवर्क में एक सामान्य परामर्श जारी किया गया है और सीआईएसएफ के जवानों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने को कहा गया है.

दिल्‍ली-एनसीआर से चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है. द्वाराका और बसंत विहार स्थित दिल्‍ली पब्लिक स्‍कूल (DPS Dwarka) में बम होने की सूचना से हड़कंप मच गया. चाणक्‍यपुर में स्थित संस्‍कृति स्‍कूल में भी बम होने की सूचना मिली है. दिल्‍ली पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई है. सभी स्‍कूलों के परिसर को सुरक्षा घेरे में ले लिया गया है. पुलिस के साथ ही बम निरोधक दस्‍ता और अग्निशमन विभाग का दस्‍ता भी मौके पर पहुंच चुका है. दिल्‍ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल बम की तलाश में अभियान चलाया जा रहा है. नोएडा के भी एक स्‍कूल में बम होने की सूचना मिली है. इस तरह दिल्‍ली-एनसीआर के 60 बड़े स्‍कूलों में बम की सूचना से खलबली मची हुई है. दिल्‍ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि स्‍कूल परिसर को खाली करवाकर सर्च किया जा रहा है, ताकि यदि कहीं बम हो तो उसे निष्क्रिय किया जा सके.

जानकारी के अनुसार, बुधवार सुबह तकरीबन 6:10 बजे द्वारका स्थित दिल्‍ली पब्लिक स्‍कूल (DPS) में बम होने की सूचना दी गई थी. स्‍कूल में बम होने की सूचना से दिल्‍ली पुलिस महकमे में खलबली मच गई. आनन-फानन में दिल्‍ली पुलिस की टीम मौके पर पहुंची. साथ ही बम निरोधक दस्‍ता (Bomb Disposal Squad) और अग्निशमन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई है. दमकल की गाड़ियां भी मौके पर मौजूद है. दूसरी तरफ, बम की तलाश में डीपीएस में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है, ताकि स्थिति का पता लगाया जा सके.

इन स्‍कूलों को मिली धमकी
DPS Mathura Road
DPS Vasant kunj
DPS Dwarka
DPS Noida sec 30
DPS Greater Noida
Mother mary, Mayur Vihar
Sanskriti, Chankyapuri
DAV school Shresth Vihar
Amity Saket
Springdales Pusa Road
Sri Ram world school Dwarka
St Thomas Chawla
GD Goinka, Sarita Vihar
Sachdeva Global School Dwarka
DAV Vikaspuri
BGS international school Dwarka
Ramjas rk puram
NKBPS, ROHINI
प्रीत विहार स्थित Hillwoods अकादेमी
Ryan international school

इन स्‍कूलों में बम की सूचना
बुधवार सुबह दिल्ली के 8 स्कूलों में बम होने की PCR कॉल मिलने से दिल्‍ली पुलिस हरकत में आ गई. यह कोई साजिश है या किसी की शरारत, फिलहाल दिल्‍ली पुलिस इस मामले की छानबीन कर रही है. नई दिल्ली जिला के चाणक्यपुरी थाना क्षेत्र में स्थित संस्कृति स्कूल, पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार में स्थित मदर मैरी स्‍कूल, द्वारका और बसंत विहार DPS स्कूल में बम होने की सूचना से खलबली मच गई. इसे अलावा डीएवी स्‍कूल और साकेत स्थित एमिटी स्कूल (साकेत) में भी बम होने की सूचना मिली है. नोएडा और ग्रेटर नोएडा में स्थित डीपीएस में भी बम होने की सूचना मिली है. अभी तक कुल 14 स्‍कूलों में बम होने की सूचना मिली है. सभी संबंधित स्‍कूलों के बच्‍चों को घर भेज दिया गया है।

दिल्‍ली पुलिस को मिली थी सूचना
दिल्‍ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि डीपएस द्वारका से स्‍कूल में बम होने की सूचना मिली थी. सूचना के तत्‍काल बाद दिल्‍ली पुलिस की टीम के साथ बॉम्‍ब डिस्‍पोजल स्‍क्‍वॉड और अग्निशमन विभाग की एक टीम को मौके पर भेज दिया गया है. साथ में दमकल की गाड़ियां भी डीपीएस द्वारका पहुंच गई हैं. फिलहाल पूरे स्‍कूल परिसर में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है, ताकि बम के बारे में स्थिति स्‍पष्‍ट हो सके. दूसरी तरफ, स्‍कूल में बम होने की सूचना से हड़कंप मचा हुआ है।

 

शूलिनी विवि एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग-2024 में अव्वल….

सोलन: एक और शानदार उपलब्धि में, 14 साल पुरानी शूलिनी यूनिवर्सिटी ने टाइम्स हायर एजुकेशन (टीएचई) एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2024 में अग्रणी स्थान हासिल करते हुए प्रतिष्ठित इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (आईआईएससी), बैंगलोर के साथ देश में नंबर एक निजी यूनिवर्सिटी और कुल मिलाकर पांचवां स्थान हासिल किया है।रैंकिंग, जो कल रात घोषित की गई, में शूलिनी विश्वविद्यालय को एशिया में 150वें स्थान पर रखा, जबकि आईआईएससी बैंगलोर को महाद्वीप में 32वें स्थान पर रखा गया है। इसके अतिरिक्त, शूलिनी विश्वविद्यालय अंतर्राष्ट्रीय आउटलुक के मापदंडों में देश के सार्वजनिक क्षेत्र के विश्वविद्यालयों सहित सभी विश्वविद्यालयों में शीर्ष पर है और अनुसंधान गुणवत्ता में दूसरे स्थान पर है। एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग, वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग के समान 18 प्रदर्शन संकेतकों का उपयोग करती है, लेकिन उन्हें एशिया के संस्थानों की विशेषताओं को प्रतिबिंबित करने के लिए पुन: कैलिब्रेट किया जाता है। 2024 रैंकिंग में 31 क्षेत्रों के 739 विश्वविद्यालय शामिल हैं। 119 विश्वविद्यालयों के साथ, जापान इस वर्ष सबसे अधिक प्रतिनिधित्व वाला देश बना हुआ है। भारत 91 संस्थानों के साथ दूसरे स्थान पर है। पिछले साल से कुल 98 विश्वविद्यालय रैंकिंग में शामिल हुए हैं। इस वृद्धि का नेतृत्व भारत, तुर्की, ईरान और पाकिस्तान कर रहे हैं। शूलिनी विश्वविद्यालय के चांसलर प्रोफेसर पीके खोसला ने कहा कि विश्वविद्यालय गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहा है और विदेशी संकाय सदस्यों और छात्रों के माध्यम से अपने अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण पर काम कर रहा है। प्रो चांसलर विशाल आनंद ने इस वर्ष शीर्ष रैंकिंग हासिल करने के लिए विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं और संकाय सदस्यों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय अनुसंधान को प्रोत्साहित करना जारी रखेगा। कुलपति प्रोफेसर अतुल खोसला ने शूलिनी विश्वविद्यालय को और भी अधिक ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए शोधकर्ताओं के समर्पण और उत्कृष्टता के निरंतर प्रयास की सराहना की। उन्होंने कहा, “अनुसंधान में हमारे प्रयास शूलिनी विश्वविद्यालय में अनुसंधान और नवाचार की गुणवत्ता के प्रति हमारी गहरी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करते हुए फल-फूल रहे हैं। हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में स्थित विश्वविद्यालय, प्रशंसा जीत रहा है और दो अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग एजेंसियों, टीएचई और क्यूएस द्वारा रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल कर रहा है, जिन्हें रैंकिंग के लिए स्वर्ण मानक माना जाता था। पिछले साल नवंबर में, अन्य प्रमुख वैश्विक रैंकिंग संगठन क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग द्वारा प्रति पेपर उद्धरण में विश्वविद्यालय को देश का नंबर एक विश्वविद्यालय और एशिया का नंबर पांचवां विश्वविद्यालय घोषित किया गया था।

जयराम सरकार में बिके पेपर, कांग्रेस ने सत्ता में आते ही पेपर लीक माफिया पर लगाई लगाम…..

शिमला :  हिमाचल प्रदेश में भले ही अंतिम चरण में चुनाव है, लेकिन सियासी पारा अभी से सातवें आसमान पर है। कांग्रेस और भाजपा ने एक दुसरे पर जुबानी हमले तेज कर दिए हैं।हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष नरेश चौहान ने शिमला में पत्रकार वार्ता कर कहा कि चुनी हुई सरकार को गिराने का भाजपा ने प्रयास किया है। जिसका जनता चुनाव में भाजपा को मुंह तोड़ जवाब देगी। चुनाव देश और प्रदेश के मुद्दों पर लड़े जाएंगे, लेकिन भाजपा जनता को मुद्दों से भटकाने में लगी है। नरेश चौहान ने कहा कि सत्ता में आने के बाद कांग्रेस को विरासत में खजाना खाली मिला। बावजूद इसके आपदा में सरकार ने बेहतरीन कार्य किया और लोगों को राहत प्रदान की। 15 महीने में पांच गारंटियां पूरी की, दूध पर एमएसपी दिया, महिलाओं को 1500 पेंशन दी गई। भाजपा सरकार के समय पेपर बेचे गए, लेकिन कांग्रेस ने पेपर माफिया पर शिकंजा कसा। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार मजबूत है और चुनाव परिणाम के बाद भी मजबूत रहेगी।

उपायुक्त ने की माँ शूलिनी मेला-2024 की तैयारियों पर आयोजित बैठक की अध्यक्षता….

सोलन: माँ शूलिनी मेला-2024 के आयोजन के दृष्टिगत आज यहां उपायुक्त एवं अध्यक्ष शूलिनी मेला समिति मनमोहन शर्मा की अध्यक्षता में प्रथम बैठक का आयोजन किया गया। इसमें मेले के आयोजन से सम्बन्धित विभिन्न प्रबंधों पर विस्तृत चर्चा की गई। मनमोहन शर्मा ने कहा कि हर वर्ष की भांति माँ शूलिनी मेला इस वर्ष भी परम्परागत ढंग से आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस वर्ष यह मेला 21 जून से आरम्भ होगा। उन्होंने पूजा स्थल व माँ शूलिनी की शोभा यात्रा से सम्बन्धित सभी तैयारियां समय रहते पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने शोभा यात्रा के दौरान आवागमन की सुचारू व्यवस्था और भीड़ नियंत्रण के लिए विशेष प्रबंध करने को कहा। इसके लिए एक समिति गठित करने के भी निर्देश दिए। मनमोहन शर्मा ने कहा कि मेले के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों में उभरते हुए लोक कलाकारों के अलावा इस बार उत्तर क्षेत्रीय सांस्कृतिक केन्द्र (एन.जेड.सी.सी.) के माध्यम से भी विभिन्न राज्यों के सांस्कृतिक दल आमंत्रित किए जाएंगे। हिमाचली लोक संस्कृति को बढ़ावा देने के दृष्टिगत प्रदेश के विभिन्न ज़िलों के सांस्कृतिक दलों को भी आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने मेले के दौरान स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने और विशेष तौर पर भण्डारा स्थलों के आस-पास साफ-सफाई बनाए रखने के भी निर्देश दिए। मेले के अवसर पर स्मारिका के प्रकाशन, मंच व मेला मैदान में बैठने की व्यवस्था, स्टॉल, आवास, परिवहन, प्राथमिक सहायता व स्वागत समिति से सम्बन्धित विभिन्न कार्य समयबद्ध पूरा करने को कहा। बैठक में मेला आयोजन से सम्बन्धित विभिन्न समितियों के गठन पर भी चर्चा की गई। मेले में क्राफ्ट मेला, प्रदर्शनी, कुश्ती व अन्य खेल-कूद गतिविधियां, चित्रकला प्रतियोगिता, बेबी शो, फ्लावर शो, पैट शो जैसी गतिविधियां हर वर्ष की भांति आयोजित की जाएंगी। इसके लिए विभिन्न समितियां गठित की जाएंगी। इसके अतिरिक्त वित्तीय प्रबंधन पर भी चर्चा की गई।

सहायक आयुक्त विवेक शर्मा ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया। बैठक में पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह, अतिरिक्त उपायुक्त अजय कुमार यादव, उपमण्डलाधिकारी (ना.) सोलन डॉ. पूनम बंसल व कण्डाघाट सिद्धार्थ आचार्य, नगर निगम की संयुक्त आयुक्त डॉ. प्रियंका चन्द्रा सहित विभिन्न विभागों के उच्च अधिकारी मौजूद थे।

निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे के मामले में फैसला सुरक्षित, हाईकोर्ट में दो घंटे चली सुनवाई

शिमला: हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे के मामले में अदालत में दो घंटे तक सुनवाई चली। हाईकोर्ट ने फैसले को सुरक्षित रख लिया है। मुख्य न्यायाधीश एमएस रामचंद्र राव और न्यायाधीश ज्योत्सना रिवाल दुआ की खंडपीठ ने इस मामले को सुना।  विधानसभा अध्यक्ष की ओर से सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये इस मामले की पैरवी की। उन्होंने अदालत को बताया कि निर्दलीय विधायकों की ओर से सौंपे गए इस्तीफे को स्वीकार करना या न करना विधानसभा अध्यक्ष के प्रशासनिक कार्यक्षेत्र में आता है। सिब्बल ने अपनी दलीलों में कहा कि निर्दलीय विधायकों ने 22 मार्च को इस्तीफे सौंपे और 23 मार्च को भाजपा में शामिल होकर 24 मार्च को चार्टर प्लेन से घूमने जाते हैं। ऐसे में इसे स्वेच्छा से दिया गया इस्तीफा कैसे माना जाएगा। निर्दलियों ने जब इस्तीफे सौंपे, तब विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर उनके साथ मौजूद थे। उन्होंने अदालत में कहा कि विधानसभा अध्यक्ष इस मामले में कार्रवाई कर सकते हैं। यह मामला विधानसभा स्पीकर के क्षेत्राधिकार में आता है।  सिब्बल ने अदालत को बताया कि स्पीकर की कार्रवाई में न ही राज्यपाल और न ही अदालत दखलअंदाजी कर सकती है। वहीं याचिकाकर्ता की ओर से पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता मनिंद्र सिंह ने इस केस में पैरवी की। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये अदालत में अपनी दलीलें रखीं। उन्होंने कहा कि निर्दलीय विधायकों की ओर से स्वेच्छा से दिए गए इस्तीफे को मंजूर किया जाना चाहिए। इस्तीफा देना और चुनाव लड़ना विधायकों का अधिकार है। उन्होंने अदालत से गुहार लगाई कि निर्दलीय विधायकों की ओर से सौंपे गए इस्तीफे को मंजूर किया जाए।

अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद इस फैसले को सुरक्षित रख लिया। इन तीनों विधायकों ने राज्यसभा चुनाव के दौरान भाजपा के पक्ष में वोट किए थे। इसके बाद इस्तीफे विस अध्यक्ष को सौंपे थे। अध्यक्ष ने इस्तीफे मंजूर नहीं किए और इन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया। इस्तीफा मंजूर न होने पर तीनों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर गुहार लगाई गई है कि इनके इस्तीफे मंजूर किए जाएं।

एनएच के धीमे मरम्मत कार्य पर हाईकोर्ट सख्त 
मंडी-मनाली के बीच पुराने राष्ट्रीय राजमार्ग पर हाईकोर्ट ने सरकार की लचीली कार्यप्रणाली पर कड़ा रुख अपनाया। अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट मंडी और कल्लू व्यक्तिगत तौर पर अदालत में पेश हुए। हाईकोर्ट ने मंगलवार को मंडी-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग के मरम्मत कार्य में हो रही देरी पर सरकार की कार्यप्रणाली पर कड़ा रुख अपनाया। मुख्य न्यायाधीश एमएस रामचंद्र राव और न्यायाधीश ज्योत्सना रिवाल दुआ की खंडपीठ ने इस मामले को सुना। अदालत ने पूछा कि बरसात से होने वाली तबाही को रोकने के लिए आपने क्या कदम उठाए हैं। कार्य में तेजी लाने के लिए क्या उपाय किए जा रहे हैं। इस पर सरकार ने कहा कि प्रशासन ने एनएचएआई के अधिकारियों के साथ मिलकर एक कमेटी गठित की है, जो इस मामले को देख रही है। सरकार की ओर से फ्रेश स्टेटस रिपोर्ट दायर की गई है। सरकार ने अदालत को बताया कि सड़कों की मरम्मत और दुरुस्ती के लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है। वहीं, एनएचएआई ने अदालत में कहा कि सड़क निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए 4.57 करोड़ की राशि स्वीकृत हो गई है। कुछ पैसा सरकार को रिलीज कर दिया गया है। बची हुई राशि जल्दी जारी कर दी जाएगी। अदालत ने कहा कि सरकार लोगों की जान को खतरे में नहीं डाल सकती। बरसात होने से पहले सड़कों की खस्ताहालत को सुधारा जाए। सरकार तय करे कि अपने नागरिकों के जीवन को कैसे बचाया जाए। सरकार को कार्य में तेजी लाने के लिए उचित कदम उठाने पड़ेंगे। इस मामले की अगली सुनवाई मई में होगी।

वनों में आग लगने से पहले ही सावधान कर देगा सेंसर युक्त फायर अलर्ट सिस्टम, ट्रायल हुआ शुरू

शिमला: हिमाचल प्रदेश के वनों में आग लगने से पहले ही सेंसर युक्त फायर अलर्ट सिस्टम सावधान कर देगा। इससे वनों में आग लगने से पहले ही उसे रोका जा सकेगा। दिल्ली के एक स्टार्टअप के तहत बना यह उपकरण वनों में आग लगने से पहले ही वन विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों, लोगों, पंचायत प्रतिनिधियों सहित अन्य कई स्वयंसेवियों को अलर्ट कर देगा। इस उपकरण को मंडी वन रेंज में आग लगने की दृष्टि से अति संवेदनशील शहर के आसपास लगते वनों में ट्रायल के तौर पर लगाया गया है। भविष्य में अगर यह ट्रायल सफल रहता है तो विभाग इसे लागू करेगा। इससे जहां अमूल्य वन संपदा को जलने से बचाया जा सकता है। वहीं, इससे असंख्य जीव जंतुओं की जानें बच सकेंगी। बता दें कि जिला मंडी सहित प्रदेशभर में गर्मियों के मौसम में हर बार वनों में आग लगने की घटनाएं होती हैं। इसमें वन संपदा सहित कई जीव-जंतु बेमौत मारे जाते हैं। अरण्यपाल मंडी अजीत कुमार ने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के तहत इस डिवाइस को मंडी रेंज में तीन जगहों पर स्थापित किया गया है। आने वाले समय में ही इसकी सफलता का पता चल पाएगा। इसके आधार पर इसे अन्य स्थानों पर स्थापित करने का निर्णय लिया जाएगा।

इस प्रकार काम करेगा उपकरण
सेंसर युक्त इस डिवाइस को दिल्ली के एक स्टार्टअप ने बनाया है। डिवाइस आर्द्रता, तापमान और कार्बन डाईऑक्साइड की मात्रा के आधार संकेतों को रिकॉर्ड करता रहता है और वन विभाग को संकेत देता है कि आग लगने कि कितनी संभावना है। मंडी में इस डिवाइस को आईसीआईसीआई फाउंडेशन के सहयोग से तीन स्थानों पर लगाया गया है। इससे गर्मियों के दिनों में डाटा एकत्र होगा और इससे वनों में आग लगने का पता चल पाएगा।

Congress Candidate List: आनंद शर्मा को कांग्रेस ने दिया टिकट, कांगड़ा और हमीरपुर सीट पर घोषित किया उम्मीदवार

Himachal Congress Candidate List 2024: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने हिमाचल प्रदेश की शेष दो सीटों पर भी प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है. कांगड़ा-चंबा संसदीय क्षेत्र से आनंद शर्मा और हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से सतपाल रायजादा को चुनावी मैदान में उतर गया है. दोनों ही नेता पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे. इससे पहले आनंद शर्मा हिमाचल प्रदेश की राज्यसभा सीट से संसद पहुंचते रहे हैं. वह यूपीए सरकार के दौरान वाणिज्य मंत्री भी रह चुके हैं.

राजीव भारद्वाज के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे आनंद शर्मा

 

आनंद शर्मा अब भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी डॉ. राजीव भारद्वाज के खिलाफ ताल ठोकेंगे. राजीव भारद्वाज और आनंद शर्मा दोनों ही ब्राह्मण समुदाय से संबंध रखने वाले नेता हैं. आनंद शर्मा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के भी बेहद करीबी माने जाते हैं. इसी कांगड़ा संसदीय क्षेत्र पर शांता कुमार भी चुनाव लड़ते रहे हैं.

 

अनुराग ठाकुर के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे सतपाल रायजादा

 

इसी तरह केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के सामने भी एक राजपूत चेहरे को ही चुनावी रण में उतारा गया है. साल 2017 में ऊना सदर विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने थे. सतपाल रायजादा को हमीरपुर से कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बना दिया है. साल 2022 में सतपाल रायजादा भारतीय जनता पार्टी के सतपाल सिंह सत्ती से चुनाव हार गए थे. यहां से उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और उनकी बेटी डॉ. आस्था अग्निहोत्री के भी चुनाव लड़ने की चर्चा थी, लेकिन दोनों नहीं पारिवारिक परिस्थितियों के चलते चुनाव लड़ने में असमर्थता जाहिर की थी.

 

बीजेपी का किला फतेह करने के बड़ी चुनौती

 

सतपाल रायजादा का नाम भी चुनाव लड़ने के लिए कई महीने पहले से ही चर्चा में था. सतपाल सिंह रायजादा भी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के करीबी नेताओं में शामिल हैं और उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के गृह जिला ऊना से आते हैं. हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से अनुराग ठाकुर लगातार चार बार चुनाव जीत चुके हैं. यहां कांग्रेस के सामने भाजपा का किला फतेह करने की बड़ी चुनौती है.

 

किस सीट पर कौन? 

 

    • हमीरपुर- अनुराग ठाकुर (बीजेपी) सतपाल रायजादा (कांग्रेस)

 

    • कांगड़ा- राजीव भारद्वाज (बीजेपी) आनंद शर्मा (कांग्रेस)

 

    • शिमला- सुरेश कश्यप (बीजेपी) विनोद सुल्तानपुरी (कांग्रेस)

 

  • मंडी- कंगना रनौत (बीजेपी) विक्रमादित्य सिंह (कांग्रेस)

आनंद शर्मा पहली बार लड़ेंगे लोकसभा चुनाव, कांगड़ा सीट पर BJP के इस नेता से होगी टक्कर

शिमला: कांग्रेस ने कांगड़ा लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार की घोषणा करते हुए मंगलवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा को इस सीट से मैदान में उतारने का फैसला किया. राज्यसभा के सदस्य रह चुके शर्मा पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति ने मंगलवार शाम को कांगड़ा और हमीरपुर सीटों से पार्टी उम्मीदवारों के रूप में आनंद शर्मा और सतपाल रायजादा के नामों की घोषणा की. कांगड़ा संसदीय क्षेत्र में अब ब्राह्मण बनाम ब्राह्मण का मुकाबला होगा क्योंकि बीजेपी ने प्रदेश पार्टी के उपाध्यक्ष राजीव भारद्वाज को इस सीट से मैदान में उतारा है. राजीव पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार के भतीजे हैं. आनंद शर्मा अपने पांच दशकों के सक्रिय राजनीतिक करियर के दौरान वर्ष 1984, 1994, 2010 और 2016 में राज्यसभा के लिए चुने गए. आनंद शर्मा ने साल 2009 से 2014 तक केंद्रीय वाणिज्य मंत्री के रूप में कार्य किया. इसके अलावा उन्होंने युवा कांग्रेस के अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभाली थी. वह संसद की विभिन्न स्थायी समितियों के अध्यक्ष और सदस्य भी रहे हैं. बता दें कि कई बार राज्यसभा चुनाव में हाथ आजमाने वाले आनंद शर्मा का यह पहला लोकसभा चुनाव होगा. हिमाचल प्रदेश में लोकसभा की चार सीटें हैं और यहां आखिरी चरण के चुनाव में मतदान होगा।

मौसम खुलते ही किसानों के चेहरे पर आई मुस्कान, अब फसल की कटाई में जुटे अन्नदाता…

शिमला :  प्रदेश में मंगलवार को मौसम खुला और धूप खिली। इससे गेहूं की कटाई में जुटे किसानों को राहत मिली है। हालांकि, ऊपरी क्षेत्रों में हिमस्खलन ने चिंता बढ़ा दी है। मंगलवार सुबह अटल टनल रोहतांग के नॉर्थ पोर्टल के पास हिमखंड आ गिरा। इससे चंद्रा नदी का बहाव एक घंटे तक रुका रहा। इस जगह कुछ दिन पहले भी हिमखंड गिरने से नदी का बहाव रुक गया था। लाहौल स्पीति व किन्नौर में हिमस्खलन की आशंका बढ़ गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में आधा फीट के लगभग हिमपात हुआ है, लेकिन पहाड़ियों में एक से डेढ़ फीट बर्फ की मोटी परत बिछी है। सोमवार देर रात अटल टनल के पास फंसे लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया। 1000 वाहनों में करीब छह हजार पर्यटक हिमपात के कारण फंसे थे। हिमस्खलन संभावित अधिकतर क्षेत्रों में अभी सड़कें नहीं खुली हैं। कोकसर से लेकर पांगी तक जगह-जगह हिमस्खलन हुआ है। शिंकुला व बारालाचा दर्रों में वाहनों की आवाजाही में देरी होगी। सिस्सू में भूस्खलन होने से मार्ग बार-बार बंद हो रहा है। यहां वाया नर्सरी वाहनों को भेजा जा रहा है। तीन दिन हुई भारी वर्षा से चंबा में कई मार्ग बंद हो गए। पठानकोट-चंबा-भरमौर एनएच पर जगह-जगह भूस्खलन हुआ। चंबा-भरमौर एचएच पर करियां के पास भूस्खलन के कारण बड़ी-बड़ी चट्टानें सड़क पर आ गिरीं। एनएच प्रबंधन ने विस्फोट कर चट्टानें तोड़ी।

चार मई को पश्चिमी विक्षोभ होगा सक्रिय

मौसम विभाग के अनुसार चार मई से एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने का अनुमान है। हालांकि, यह अधिक प्रभावी नहीं होगा। इस दौरान कुछ स्थानों पर आंधी व बिजली गिरने का येलो अलर्ट जारी किया है। मंगलवार को अधिकतम तापमान में चार से 12 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई है।

हिमाचल में दाढ़ी-मूंछ रखने पर कंपनी ने निकाले 80 कामगार, बाहर धरने पर बैठे लोग…

परवाणू: हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के परवाणू में दाढ़ी-मूंछ रखने पर एक कंपनी ने 80 कामगारों को निकाल दिया है। हालांकि, कामगारों का कहना है कि दाढ़ी-मूछ काटने के बाद भी उन्हें काम पर नहीं रखा जा रहा है। कुछ दिन पहले इन कामगारों को उद्योग में प्रवेश करने पर रोक लगा दी थी। प्रबंधन ने पहले तो बात करने से मना कर दिया, लेकिन जब कामगारों ने कंपनी के बाहर धरना दिया तो प्रबंधन बात करने को राजी हुआ। कामगारों के अनुसार प्रबंधन ने दाढ़ी-मूंछ साफ करने पर ही प्रवेश देने की शर्त रखी। हालांकि पहले तो कामगारों ने इसका विरोध किया, लेकिन बाद में शर्त मान ली। फिर उन्हें काम पर नहीं रखा जा रहा है। मंगलवार को भी कामगारों ने धरना दिया व लिखित शिकायत श्रम आयुक्त, डीसी सोलन व मुख्यमंत्री को भेजी। परवाणू लेबर इंस्पेक्टर ललित ठाकुर ने कंपनी का दौरा किया तथा दोनों पक्षों को सुना। ललित ठाकुर ने बताया कि कामगारों ने शिकायत दी थी कि उन्हें बिना नोटिस के निकाला जा रहा है। दोनों पक्षों से बातचीत की गई है। वहीं, कंपनी प्रबंधन ने कहा कि उनके पास किसी भी तरह का फैसला लेने की अनुमति नहीं है। जो भी निर्णय लिया जाएगा वह कंपनी के मालिक की मौजूदगी में लिया जाएगा। तीन मई दोपहर दो बजे का समय तय किया गया है। दोनों पक्षों को सुनने के बाद कार्रवाई की जाएगी।