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वर्ष में 12 मिलियन से अधिक व्यक्तियों को प्रभावित करता स्ट्रोक: डॉ. राजू

विश्व स्ट्रोक दिवस पर राष्ट्रीय कार्यक्रम आज सोलन में
अली यावर जंग संस्थान मुंबई की ओर से किया जा रहा है आयोजित

– हिमाचल के स्वास्थ्य मंत्री होंगे मुख्यातिथि

सोलन:अली यावर जंग राष्ट्रीय वाक् एवं श्रवण दिव्यांगजन संस्थान मुंबई की ओर से सोमवार को विश्व स्ट्रोक दिवस के उपलक्ष्य पर एमएस पंवार इंस्टूट्यूट सोलन में एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम का उद्घाटन स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय और अधिकारिता, श्रम एवं रोजगार मंत्री, हिमाचल प्रदेश सरकार डॉ. (कर्नल) धनीराम शांडिल करेंगे।
अली यावर जंग संस्थान मुंबई के निदेशक डॉ. राजू आराख ने बताया कि स्ट्रोक, दुनियाभर में दिव्यांगता का प्रमुख कारण है, जो सालाना 12 मिलियन से अधिक व्यक्तियों को प्रभावित करता है। ये आंकड़े भले ही चिंताजनक हों, किंतु आशा तो है ही 90त्न तक स्ट्रोक को रोका जा सकता है, और कुछ जोखिम कारकों को ध्यान में रख कर, हम इस दुर्बल स्थिति के प्रभाव को काफी हद तक कम कर सकते हैं।
हिमाचल प्रदेश में इस राष्ट्रीय स्तरीय कार्यक्रम के माध्यम से विश्व स्ट्रोक दिवस मनाने का प्राथमिक उद्देश्य, रोकथाम रणनीतियों को बढ़ावा देना, दूरदराज के क्षेत्रों में स्ट्रोक और दिव्यांगता के बीच संबंध के बारे में जागरूकता बढ़ाना, और स्ट्रोक से पीडि़त दिव्यांगजनों के लिए व्यापक सहायता और पुनर्वास के महत्व पर जोर देना रहेगा। इस वर्ष, ‘टुगेदर वी आर ग्रेट देन स्ट्रोक’ थीम के तहत, अली यावर जंग राष्ट्रीय वाक् एवं श्रवण दिव्यांगजन संस्थान- , मुंबई, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार और एमएसपीआईसीएम-सोलन, हिमाचल प्रदेश ने विश्व स्ट्रोक दिवस मनाने के लिए हाथ मिलाया है। इसका उद्देश्य स्ट्रोक के कारण होने वाली दिव्यांगताओं पर ध्यान देने के साथ-साथ स्ट्रोक के गंभीर और व्यापक मुद्दे पर ध्यान आकर्षित करना है।
भले ही स्ट्रोक दुनिया भर में दीर्घकालिक दिव्यांगता और मृत्यु दर का एक प्रमुख कारण है, स्ट्रोक और इसके लक्षणों के बारे में जागरूकता और स्ट्रोक से बचे लोगों का देख-रेख करना अनिवार्य है। विश्व स्ट्रोक दिवस 2023 के लिए अली यावर जंग संस्थान मुंबई के निदेशक डॉ. राजू आराख ने बताया कि दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के प्रमुख शीर्ष राष्ट्रीय संस्थानों में से एक है। स्ट्रोक एक वैश्विक स्वास्थ्य चिंता है, जो दुनिया भर में मृत्यु का दूसरा प्रमुख कारण और दिव्यांगता का तीसरा प्रमुख कारण है। भारत सहित निम्न और मध्यम आय वाले देशों में, स्ट्रोक की घटनाओं में 100त्न की वृद्धि हुई है, जबकि विकसित देशों में 42त्न की कमी देखी गई है। भारत में, प्रत्येक 100,000 व्यक्तियों में से औसतन 145 व्यक्तियों को स्ट्रोक होता है, यानी हर मिनट लगभग तीन स्ट्रोक। स्ट्रोक से बुजुर्ग आबादी अधिक प्रभावित होती है, किंतु यह किसी भी उम्र के व्यक्तियों को प्रभावित कर सकता है। जोखिम कारकों को पहचानने, लक्षणों को समझने और शीघ्र निदान और उपचार करने से इसमें काफी सुधार हो सकता है।
ये होंगे वक्ता
मुख्यातिथि के अलावा डॉ. अरूण कलबाघे, डॉ.मैथ्यू मार्टिन, सीएमओ सोलन डॉ. राजन उप्पल, डॉ. शिशिर कुमार, आशावरी शिंदे, उर्मिल शाह, प्रो. जीडी गुलाटी, डॉ.बीएस पंवार, प्रो. टीडी वर्मा व यशपाल कपूर।

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