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VIDEO: सतलुज नदी में तूफान की चपेट में आई स्टीमबोट, बाल-बाल बची 40 लोगों की जान

मंडी : हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में स्टीमबोट पर सवार 40 लोगों की जान उस वक्त अटक गई, जब सतलुज नदी में कौल डैम जलाशय के बीच में तूफान आ गया और स्टीमबोट हिचकोले खाने लग गई.  जैसे-तैसे यह स्टीमबोट किनारे पर लगी और लोगों ने फटाफट कूदकर अपनी जान बचाई. स्टीमबोट पर स्कूली बच्चे भी सवार थे. मामला सोमवार शाम सुंदरनगर उपमंडल के तहत आने वाले ऐहन गांव का है.

दरअसल, यहां बीते 15 दिन से सलापड़-ततापानी सड़क बंद है, जिस कारण लोगों को आने-जाने के लिए स्टीमबोट का सहारा लेना पड़ रहा है. शाम को जब यह स्टीमबोट क्यान से ऐहन गांव की तरफ जाने लगी तो अंतिम बोट होने के कारण लोग भी इसमें दनादन चढ़ गए. ध्वाल और हरनोड़ा स्कूलों के बच्चों सहित 40 लोग इसमें सवार हो गए.

जैसे ही स्टीमबोट मंझधार में पहुंची तो अचानक तूफान आ गया. बोट हिचकोले खाने लग गई. इतने में कोलडैम प्रबंधन की एक बड़ी स्टीमबोट यहां से गुजरी और उस कारण पानी में बड़ी-बड़ी लहरें उठ गई जिससे बोट और ज्यादा हिचकोले खाने लग गई. बोट चालक ने सूझबूझ दिखाकर कड़ी मशक्कत के बाद हिचकोले खाती हुई बोट को किनारे तक ला पाने में कामयाब हो गया. जैसे ही लोग सतलुज नदी के तट पर पहुंचे तो उन्होंने कूदकर अपनी जान बचा ली और बोट से सुरक्षित उतर गए. इसका एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें देखा जा सकता है कि लोग कैसे बोट छोड़कर भाग रहे हैं और दोबारा बोट में न जाने की बात कह रहे हैं.

कोलडैम वाटरवेज एंड टूरिज्म डेवलेपमेंट सोसायटी के सचिव हंसराज ने बताया कि 15-20 दिन से सलापड़-तत्तापानी सड़क मार्ग बारिश के कारण बंद पड़ा हुआ है. इस कारण सोसायटी द्वारा लोगों और स्कूली बच्चों को आने-जाने के लिए मुफ्त बोट सेवा दी जा रही है. क्षेत्र के लोगों द्वारा बार-बार शासन और प्रशासन से सड़क मार्ग को खोले के लिए मांग करने के बावजूद भी आज दिन तक सड़क मार्ग को खोल नहीं जा सका है. इन्होंने डीसी मंडी को भी सड़क मार्ग खोलने तक अन्य बोट का इंतजाम करने की मांग की है.

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