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करुणामूलक आधार पर नौकरी कर रहे परिवार को सरकार ने दिया झटका,जानें कैसे

शिमला : प्रदेश में करुणामूलक आधार पर नौकरी कर रहे लोगों के परिवारों को सरकार ने झटका दिया है। पारिवारिक पेंशन पाने वाले ऐसे आश्रितों का डीए (महंगाई भत्ता) समाप्त कर दिया है। मामला तब सामने आया जब पेंशनधारक जिला कोषागार कार्यालय में जीवन प्रमाण पत्र देने गए। कोषागार अधिकारियों का कहना था कि अब डीए नहीं मिलेगा। वेतन और पेंशन के साथ डीए दिए जाने का प्रावधान ही नहीं है। वन विभाग में भी पेंशन से डीए का भुगतान बंद करने के मामले सामने आए हैं। पारिवारिक पेंशन ले रही निर्मला देवी को जिला शिमला कोषाधिकारी कार्यालय ने महंगाई भत्ता देना बंद कर दिया है। जुलाई की पेंशन से 3500 रुपये की कटौती की है। निर्मला देवी का जीवन प्रमाण पत्र देने आए परिवार के सदस्य को यह भी कहा गया कि 2002 से भुगतान किया जा चुका डीए रिकवर किया जाएगा। पेंशन लेने वाली निर्मला देवी के पति उद्योग विभाग में सेवारत थे और उनकी मृत्यु होने के बाद पारिवारिक पेंशन लगी। उन्हें जुलाई तक 13,500 रुपये पेंशन मिलती थी और उनका बेटा उद्योग विभाग में करुणामूलक आधार पर नौकरी कर रहा है। नियमानुसार निर्मला देवी को 30 प्रतिशत पेंशन के साथ महंगाई भत्ता भी दिया जा रहा था। 21 साल बाद जिला कोषाधिकारी कार्यालय के अधिकारी नींद से जागे और डीए बंद करने के साथ-साथ रिकवरी का आदेश भी सुना दिया। पारिवारिक पेंशन ले रही निर्मला देवी का मामला शिमला जिला का है, लेकिन प्रदेश के अन्य जिलों में भी इसी तरह से पारिवारिक पेंशन के मामलों में कोषागार कार्यालय ने पेंशन के साथ मिल रहा महंगाई भत्ता बंद कर दिया है या फिर बंद कर दिया जाएगा।

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