



शिमला : भारत और पाकिस्तान में तनाव के कारण पर्यटन सीजन में पर्यटन कारोबार के चौपट होने के बाद सप्ताहांत पर पर्यटन कारोबार को कुछ पंख लगे हैं और ऑक्यूपेंसी बढ़ी है।मैदानों में इन दिनों गर्मी के तेवर कड़े हाे रहे हैं। ऐसे में गर्मी से निजात के लिए पर्यटक मैदानों से पहाडों की तरफ रुख कर रहे हैं। जो होटलों में ऑक्यूपेंसी 10 प्रतिशत से कम पहुंच गई थी अब 55 से 60 प्रतिशत तक पहुंच गई है। आने वाले दिनों में पर्यटन कारोबार के और बढ़ने की उम्मीद है।
60 फीसदी हुई होटलों में ऑक्यूपेंसी
शिमला, कुफरी पारकंडा, तनाली, कसौली और रोहतांग में होटलों में ऑक्यूपेंसी 55 से 60 प्रतिशत तक बताई जा रही है। भारत और पाकिस्तान में चल रहे तनाव के कारण काफी बंकिंग रद्द भी करवाई थी और दोबारा शांति के बाद ऐसे लोगों ने बुकिंग दोबारा अभी नहीं करवाई है। उन बुकिंग के रद्द न होने की स्थिति में ऑक्यूपेंसी 80 प्रतिशत के करीब होती।
गर्मी से मिली राहत
मई माह में इस बार पश्चिमी विक्षोभ के ज्यादा दिनों तक सक्रिय रहने के कारण गर्मी से राहत रही। हालांकि, इन दिनाें गर्मी के तेवर कड़े रहे। सप्ताहांत पर हिमाचल प्रदेश के पर्यटन स्थलों में पर्यटकों की काफी संख्या है। मनाली, रोहतांग, सोलंग नाला, शिमला, डलहौजी, भरमौर चायल, कुफरी, नारकंडा, स्पीति, किन्नौर धर्मशाला में पर्यटकों की संख्या बीते सप्ताह की अपेक्षा 35 से 40 प्रतिशत तक बढ़ी है। प्रदेश के पर्यटन स्थलों में देश के अन्य राज्यों के पर्यटक ही नहीं विदेशी पर्यटक भी काफी तादाद में आ रहे हैं। प्रदेश के विभिन्न पर्यटन स्थलों में इन दिनों राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, दिल्ली, गुजरात, पंजाब, हरियाणा, साउथ से पर्यटक पहुंच रहे हैं। पर्यटक ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा ठहरना पसंद कर रहे हैं। सप्ताहांत पर अन्य राज्यों से आने वाले पर्यटक वाहनों की संख्या प्रदेश में करीब एक लाख बताई जा रही है। शिमला में 40 हजार के करीब पर्यटक वाहन पहुंच रहे हैं।